अविभाजित बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डॉ श्री कृष्ण सिंह की 137वी जयंती मनाई गयी
By - मनोज गर्ग
बोकारो - अविभाजित बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री, बिहार केसरी डॉ श्री कृष्ण सिंह की 137वी जयंती का आयोजन ब्रह्मर्षि परिवार बोकारो के तत्वावधान मे डॉ श्री कृष्ण सिंह जी के प्रतिमा स्थल, सेक्टर 4, बोकारो इस्पात नगर में धूम धाम से मनाया गया| कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि, बिहार विधान सभा सदस्य डॉ संजीव कुमार, पूर्व अधिशासी निदेशक सेल एस एन पी सिंह एवं मुख्य वक्ता पूर्व सांसद जहानाबाद डॉ अरुण कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से डॉ श्री कृष्ण सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ अरुण कुमार, पूर्व सांसद जहानाबाद ने कहा कि श्री बाबू एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, उन्हें अंग्रेज़ों ने लगभग 8 वर्षों तक यातना दी लेकिन संकल्प के प्रति उनकी निष्ठा कभी कमजोर नही हुई और उन्होंने अंग्रेज़ों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया| भारत की आजादी को उन्होंने अपना लक्ष्य माना था उसके प्रति अडिग रहे,हर युग में एक वैसे महापुरुष पैदा लेते हैं जो समय से आगे का सपना देखते हैं और उसे सिद्ध करते हैं I उनके द्वारा किए गए विकास के कार्य में बोकारो इस्पात सयंत्र, सिंदरी में भारत का प्रथम खाद्य कारखाना, पतरातू में विद्युत केंद्र की स्थापना, दामोदर घाटी निगम की स्थापना आदि प्रमुख है मुख्य अतिथि बिहार विधान सभा सदस्य डॉ संजीव कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ श्री कृष्ण सिंह सामाजिक क्रांति के प्रतिक थे , उन्होंने हिंदू समाज मे फैली सामाजिक विषमता को दूर करने का जोरदार प्रयास किया, प्राय: भाषणों मे वे स्पष्ट रूप से बोलते थे "अगर हिंदुस्तान को आगे बढ़ाना है तो हरिजनों को उपर उठाना होगा" | श्री बाबू ने दलितों के मन की मजबूती के लिए 27 सितंबर 1953 को अपने नेतृत्व बैद्यनाथ मंदीर ,देवघर में 800 हरिजनों के साथ प्रवेश किया | वे कहते थे कि छुआछूत की भावना मानव जाति के लिए दुखद अध्याय है| उनके शासन -काल में संसद के द्वारा नियुक्त फोर्ड फाउंडेशन के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ने अपने रिपोर्ट मे बिहार को देश का सबसे बेहतर शाषित राज्य माना था|उन्होंने कहा था जब तक आदमी-आदमी का हृदय एक नहीं होगा, हमारी राष्ट्रीय एकता का स्वप्न अधूरा रहेगा, आज जरूरत है उनके बताये मार्गों पर चलते हुए, समाज की एकता को अक्षुण्ण रखने की ,आज इस मंच से श्री बाबू को भारत रत्न दिया जाय इसका मांग करते हैं I कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ टी पी सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ नरेंद्र कुमार रॉय ने किया| स्वागत भाषण आयोजक मंडल के वरीय सदस्य कमलेश राय एवं ब्रह्मर्षि परिवार के कार्यों से रूबरू आयोजक मंडल सदस्य प्रेम कुमार ने किया,समस्त कार्यक्रम का संचालन आयोजक मंडल सदस्य देव नारायण सुधांशु ने किया|
इस कार्यक्रम में नागनारायण प्रसाद शाही, श्याम मनोहर सिंह, पीयूष राय, दीन दयाल शर्मा, सुधीर सिंह, अनुरंजन शर्मा,बी के सिंह, सुशील ठाकुर, नवल सिंह, राधा कांत, सुरेश राय, सुधीर सिंह, पी सी सिंह, राम विलाश सिंह, अवधेश सिंह, सियाराम शर्मा, राजीव रंजन, दीपक मिश्रा,पंकज कुमार सिंह, हरिओम ,सरोज ,रामदेव राय, आदि की महती भूमिका रही| इस अवसर पर ब्रह्मर्षि परिवार बोकारो के सैकड़ो सदस्य एवं बोकारो के गणमान्य लोगों की महत्वपूर्ण उपस्तिथि रही|
Oct 23 2024, 22:56