बहराइच: न्याय न पाने पर पीड़िता ने की आत्महत्या की कोशिश, सीडब्लूसी ने भेजा शिकायती पत्र
महेश चंद्र गुप्ता
बहराइच जिले के नानपारा कोतवाली क्षेत्र की 15 वर्ष बालिका से घर में ही उसके सौतेले भाई द्वारा नशे की गोली खिलाकर तीन बार दुष्कर्म किए जाने की घटना की एफआईआर दर्ज कराए जाने और पुलिस व जुडीशियल मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान में दुष्कर्म की घटना की पुष्टि होने के बावजूद पुलिस द्वारा इस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
इस बात से क्षुब्ध गुम-सुम रहने लगी। इस नाबालिग बालिका ने अपनी ननिहाल में दो बार आत्महत्या करने की कोशिश की।
स्कूल जाने पर भी यह पीड़ित बालिका अक्सर बेहोश हो जाती है। पीड़िता को साथ लेकर बाल कल्याण समिति न्यायपीठ के समक्ष पेश हुईं बालिका की मौसी ने इस बाबत प्रार्थना पत्र देकर इसकी जानकारी दी और न्याय की गुहार लगाई। मामले को गम्भीरता से लेते हुए सीडब्लूसी के अध्यक्ष सतीश कुमार श्रीवास्तव ने घटना की सूचना डीजीपी, आईजी व पुलिस उपमहानिरीक्षक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन उत्तर प्रदेश लखनऊ को भेजी है।
सीडब्ल्यूसी की ओर से पुलिस के उच्च अधिकारियों से अपेक्षा की गयी है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर शीघ्र न्याय दिलाया जाए और गलत तरीके से जिन पुलिसकर्मियों द्वारा अवैधानिक रूप से मुकदमे में आरोप पत्र की जगह फाइनल रिपोर्ट लगाया है उसके विवेचक व पर्वेक्षक अधिकारी के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जावे। इस मामले में यह भी उल्लेख किया गया है कि सुप्रीम कोर्ट की रुलिंग के अनुसार दुष्कर्म पीड़िता द्वारा न्यायालय के समक्ष दिए गए बयान को शीर्ष साक्ष्य माना गया है, लेकिन विवेचक द्वारा इस रुलिंग का भी अनुपालन नहीं किया गया है।
Oct 23 2024, 19:18