बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: पुलिस ने 10 आरोपियों को किया गिरफ्तार , शूटर्स ने जंगल में की थी गोली चलाने की प्रैक्टिस
महाराष्ट्र के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित) के नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में पुलिस ने अब तक कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. रोजाना इस हत्याकांड में नए खुलासे हो रहे हैं. अब पुलिस की पूछताछ में पता चला कि शूटर्स ने बाबा सिद्दीकी को निशाना बनाने से पहले कर्जत खोपोली रोड पर स्थित एक जंगल में जाकर गोली चलाने की प्रैक्टिस की थी.
अधिकारी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग करने से पहले आरोपियों ने पेड़ पर गोली चलाकर प्रैक्टिस की थी. यह प्रैक्टिस कर्जत खोपोली रोड पर स्थित वाटरफॉल के पास पलसदरी गांव के पास नजदीकी जंगल में की थी. आरोपियों ने गोली चलाने की प्रैक्टिस इसी साल की सितंबर महीने में की थी.
आरोपी फायरिंग की प्रैक्टिस के लिए कुर्ला स्टेशन से ट्रेन पकड़कर लौजी रेलवे स्टेशन गए. वहां से ऑटोरिक्शा पकड़ी और 8 किलोमीटर दूर पलसदरी गांव पहुंचे. आरोपियों ने उस गांव में पास के जंगल में किसी पेड़ पर 5-10 राउंड फायर कर प्रैक्टिस की. आरोपियों की इस खुलासे के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी उस जगह पर पहुंचे और पंचनामा किया. आरोपियों ने पुलिस को ये भी बताया था कि उन्होंने YouTube पर आपराधिक घटनाएं और सीरियल देखकर गोली चलाना सीखी थी.
इससे पहले पुलिस जांच में सामने आया था कि 2 लाख रुपए की खातिर शूटर इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के लिए राजी हो गए थे. चारों शूटर को 50-50 हजार रुपए इस मर्डर के लिए मिले. शूटर्स सोशल मीडिया के मैसेंजिंग ऐप के जरिए एक दूसरे से बात करते थे.
कई बार की बाबा सिद्दीकी के घर की रेकी
आरोपी हरीश ने बताया था- बाबा सिद्दीकी को उनके घर के बाहर ही शूट करना था इसलिए कई बार उनके घर की रेकी की गई थी लेकिन ये संभव नहीं हो पाया. हत्याकांड के पिछले 28 दिनों में ही इन लोगों 5 बार रेकी कर डाली थी. तीन महीने से सभी बाबा सिद्दीकी पर नजर रखे हुए थे. आरोपी ने बताया- कई बार तो बिना हथियार के भी शूटर बाबा के घर तक गए ताकि किसी को कोई शक न हो.
आरोपी हरीश ने पैसे से लेकर बाइक तक जा इंतजाम किया था. शूटर्स के लिए वो मिडल मैन का काम कर रहा था. शूटर शिव कुमार, गुरनेल,और धर्मराज को कुल 2 लाख रुपए दिए गए थे. इनके रहने खाने और खर्च के लिए इस पैसे को गिरफ्तार प्रवीण लोंकर के भाई शुभम लोंकर ने दिया था.
शूटर्स नहीं जानते थे बाबा सिद्दीकी को
हरीश को घटना को लेकर पूरी जानकारी थी. उसने ही पुणे में बाबा सिद्दीकी की फोटो दी थी. शूटर्स तब तक नहीं जानते थे कि बाबा सिद्दीकी कौन हैं और उनका प्रोफाइल क्या है. हरीश पुणे में 9 साल से रह रहा था. उसे मुंबई पुणे तो क्या महाराष्ट्र की हर चीज के बारे में पता है फिर भी वो इस प्लानिंग का हिस्सा बना. शूटर्स को नकदी के साथ-साथ मोबाइल फोन भी दिया था.
Oct 23 2024, 11:04