भारत-चीन समझौता: पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध खत्म, पेट्रोलिंग भी होगी शुरू
ब्रिक्स समिट से पहले भारत और चीन के बीच बड़ा समझौता हुआ है. दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध खत्म करने को लेकर सहमति बनी है. इसके तहत देपसांग और डेमचॉक पर डिसइंगेजमेंट होगा. यानी दोनों देशों की सेनाएं अपनी पुरानी पोजिशन में जाएंगी. साथ ही यहां पेट्रोलिंग भी शुरू होगी.
सूत्रों का कहना है कि ब्रिक्स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति के बीच मुलाकात भी हो सकती है. इसके बाद इसकी आधिकारिक डिटेल का ऐलान किया जा सकता है. दोनों देशों के बीच गतिरोध खत्म करने पर सहमति बन गई है. मगर, अभी इसे जमीन पर कैसे लागू करना है? इसे लेकर बातचीत चल रही है. इसमें डिसइंगेजमेंट की और फिर पेट्रोलिंग शुरू होने की मॉडेलिटी तय होंगी.
क्या है पूरा मामला?
देपसांग में जिन जगहों पर भारतीय सैनिक पेट्रोलिंग के लिए जाते थे, उनमें से कई जगहों पर चीनी सैनिक आकर बैठ गए. इस वजह से वहां भारतीय सेना की पेट्रोलिंग रुक गई. इसके जवाब में भारतीय सेना ने भी उन जगहों पर अपनी तैनाती कर दी, जिससे कुछ पॉइंट्स पर चीन के सैनिकों की पेट्रोलिंग भी ब्लॉक हुई है.
उधर, डेमचॉक में चीन ने उन जगहों पर नए टेंट लगाए, जहां पहले उसके टेंट नहीं थे. चीन का कहना है कि ये उसके चरवाहों के टेंट हैं. हालांकि, भारत का कहना है कि ये चीनी सैनिक हैं, जो सिविल ड्रेस में वहां हैं. अप्रैल 2020 से पहले जिन एरिया में टेंट नहीं थे, ये उन एरिया में लगे हैं.
पेट्रोलिंग पॉइंट-14 से डिसइंगेजमेंट हुआ था
इसके जवाब में भारतीय सेना ने भी वहां अपने टेंट लगाए. इस तरह चीन और भारत दोनों आमने-सामने हैं. दो साल पहले पैंगोग एरिया यानी फिंगर एरिया और गलवान के पेट्रोलिंग पॉइंट-14 से डिसइंगेजमेंट हुआ था. फिर गोगरा में पेट्रोलिंग पॉइंट-17 से सैनिक हटे. इसके बाद हॉट स्प्रिंग एरिया में पीपी-15 से. यहां अभी बफर जोन बने हैं. उनमें न ही भारत के सैनिक पेट्रोलिंग कर रहे हैं और न ही चीन के. फिलहाल इन पेट्रोलिंग पॉइट पर भी फिर से पेट्रोलिंग शुरू करने को लेकर बातचीत चल रही है.
Oct 21 2024, 21:18