उत्तर प्रदेश में महिलाओं को मिलेगी राजमिस्त्री की ट्रेनिंग, बनेंगी स्वावलंबी
महिलाएं अपने काम की बदौलत स्वावलंबी बन रही हैं. अब हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी मौजूदगी दिखा रही हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में महिलाएं अब मकान भी बनाएंगी. इसी के तहत 1238 ग्राम पंचायतों में महिलाओं को प्रशासन की ओर से राजमिस्त्री की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके लिए अधिकारियों की ओर से चयन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.
महिलाओं को राजमिस्त्री की ट्रेनिंग के लिए ग्राम प्रधानों के माध्यम से चयन कर उनको स्वावलंबी बनाने की जिम्मेदारी मनरेगा विभाग को दी गई है. अब मनरेगा सभी ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान और ग्राम सचिवों से ऐसी महिलाओं की लिस्ट मांगी है, जो इस तरह के कार्य करने के इच्छुक हों. इस तरह का निर्देश मिलने के बाद ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव इस तरह की महिलाओं की खोजबीन कर उनकी लिस्ट बनाने में जुट गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, इनकी ऑनलाइन फीडिंग की जाएगी, ताकि पूरी व्यवस्था पारदर्शिता के साथ संपन्न हो सके.
महिलाओं को राजमिस्त्री का हुनर सिखाया जाएगा
विभाग का दावा है कि इसी महीने महिलाओं का चयन कर उन्हें राजमिस्त्री का हुनर सिखाया जाएगा. बता दें इस तरह के कार्य के पीछे मुख्य उद्देश्य गरीब तबके की महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाना है. महिलाएं स्वावलंबी बन कर खुद की और अपने परिवार की आर्थिक सहायता कर सकती हैं. हर ग्राम पंचायत से एक महिला का चयन किया जाना है
महिलाओं को दी जाएगी ट्रेनिंग
हर ग्राम सभा से इस तरह की महिलाओं का चयन हो जाने और उनके प्रतिक्षण के बाद उन्हें रानीमिस्त्री बनाया जाएगा. इसके बाद हर ग्राम सभा में आजीविका मिशन से चलने वाले समूह से इन महिलाओं को जोड़े जाने की कवायद भी चल रही है. ताकि उनको मजदूरी के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े. समूह के जरिए ऐसी महिलाओं के कार्य मिलने में आसानी रहेगी, साथ ही समय पर उन्हें स्किल का अपडेट भी किया जाता रहेगा.
Oct 20 2024, 18:37