अमिटी लॉ कॉलेज में 23वां कानूनी सहायता शिविर का आयोजन किया गया
लखनऊ।बुधवार को अमिटी लॉ स्कूल, अमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ ने उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (UP SLSA) के सहयोग से सफलतापूर्वक 23वां कानूनी सहायता शिविर आयोजित किया। इस शिविर का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों के बीच कानूनी अधिकारों और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता फैलाना और मौलिक कर्तव्यों के महत्व को पुनर्स्थापित करना था।यह शिविर असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अक्षिता श्रीवास्तव और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ज्योत्सना सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से शोभा बढ़ाई, जिनमें संजय सिंह (उप सचिव, उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण), पार्षद केशव प्रसाद , और हनुमान जी प्रमुख थे। अमिटी लॉ स्कूल के कार्यवाहक निदेशक डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने भी सभा को संबोधित किया।कार्यक्रम की शुरुआत एक स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसके बाद अतिथियों द्वारा प्रेरणादायक विचार साझा किए गए।
संजय सिंह ने नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा में कानून प्रवर्तन और विधिक सहायता की भूमिका पर जोर दिया और अमिटी लॉ स्कूल के छात्रों द्वारा उठाए गए इस महत्वपूर्ण कदम की सराहना की।पार्षद केशव प्रसाद ने सामुदायिक सहभागिता और समाज में कानून के महत्व पर अपने विचार साझा किए।इस कार्यक्रम की मुख्य विशेषताओं में से एक अमिटी लॉ स्कूल के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया नुक्कड़ नाटक था, जिसने साइबर अपराध, घरेलू हिंसा, और बालिका शिक्षा जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाई।
इस मनोरंजक और विचारोत्तेजक प्रदर्शन ने दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ा, जिससे इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता बढ़ी।इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम के दौरान मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता का आकलन करने के लिए एक सर्वेक्षण भी किया गया। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य नागरिकों की संवैधानिक जिम्मेदारियों के प्रति उनकी समझ और जागरूकता का आकलन करना था, जो अक्सर अनदेखी रह जाती हैं।23वां कानूनी सहायता शिविर न केवल लोगों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में शिक्षित करने में सफल रहा, बल्कि उन्हें अपने नागरिक कर्तव्यों को पूरा करने के लिए भी सशक्त किया, जिससे एक अधिक जागरूक और न्यायपूर्ण समाज की दिशा में योगदान हुआ।
Oct 18 2024, 10:06