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मथुरा : बिजली पोल से टकराई पिकअप, दो बच्चियों सहित चार की मौत
लखनऊ/मथुरा। हरियाणा में ईंट भट्टे पर काम के लिए जा रहे मजदूरों से भरी एक पिकअप अनियंत्रित होकर 11000 वोल्ट लाइन के बिजली के पोल से टकरा गई। तार टूट कर गिरने लगा। इससे बचने के लिए कुछ मजदूर पिकअप से उतर गए। चालक ने पिकअप को बैक करते समय मजदूरों को कुचल दिया। हादसे में दो बच्चियों समेत दो महिला मजदूरों की मृत्यु हो गई। चार मजदूर घायल हो गए हैं। घायलों को कोसीकलां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया, जहां से गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

मजदूर ईंट भट्ठे में करने के लिए अलीगढ़ तक ट्रेन से आए थे

गौरतलब हो कि बिहार के गांव हेट विद्या हीचापुर थाना कोंच जिला गया के रहने वाले मजदूर ईंट भट्ठे में करने के लिए अलीगढ़ तक ट्रेन से आए थे। अलीगढ़ से पिकअप में सवार होकर होडल जाते समय कोसी-शेरगढ़ रोड पर गांव सात विस्वा नगरिया के पास पिकअप की टक्कर एक बिजली के पोल से हो गई। बिजली का तार टूट गया। जान बचाने के लिए पिकअप में बैठे मजदूर नीचे कूदने लगे। तभी चालक ने गाड़ी पीछे हटा दी। हादसे में गौरी देवी (35) पत्नी सुकेंदर माझी, उसकी दो वर्ष की पुत्री कोमल, कुंती देवी (28) पत्नी प्रेम माझी, उसकी दो वर्षीय पुत्री प्रियंका की मौके पर मौत हो गई है।

दुर्घटना के बाद चालक गाड़ी लेकर भाग गया

इसके अलावा काजल (17) पुत्री रामबली, जीरा (19) पुत्री रामबली, माना (21) पुत्री सरजू, गगन कुमार (3) पुत्र जीतन घायल हो गए। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। लोगों की मदद से घायलों को कोसी सीएचसी में भर्ती कराया गया। यहां इनकी हालत नाजुक देखते जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। दुर्घटना के बाद चालक गाड़ी लेकर भाग गया। सूचना पर एसपी ग्रामीण त्रिगुण विषेन, सीओ आशीष शर्मा, प्रभारी निरीक्षक अजीत सिंह ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली तथा मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम भेजा है।
बहराइच में बहाल की गई इंटरनेट सेवा, भ्रामक सूचनाएं न फैलाने की अपील
लखनऊ/बहाराइच। जनपद के महसी इलाके में अब पूरी तरह से शांति व्यवस्था कायम है। लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स अभी भी तैनात रखी गयी है। बुधवार की देर रात इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी है। हिंसा भड़काने के कारण इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई थी ताकि अफवाहों को रोका जा सके। पुलिस के अधिकारियों ने लोगों से झूठी सूचनाएं नहीं फैलाने की अपील भी की है।

अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने गुरुवार को बताया कि महसी इलाके में रविवार को प्रतिमा विसर्जन के दौरान भड़की हिंसा में एक युवक की मौत हो गई थी। स्थिति को संभालने के लिए आसपास के जिलों से फोर्स बुलवायी गई थी। अब यहां के हालात सामान्य है। इस हिंसा में अब तक दस मुकदमें लिखे जा चुके हैं। एक मुकदमा मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिवार की ओर से हत्या करने वालों के खिलाफ दर्ज किया गया है। पुलिस ने दानिश उर्फ शहीर को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आराेपिताें की धरपकड़ की जा रही है। छह मुकदमें पूरे इलाके में बवाल,दंगा और आगजनी करने वालों पर दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक 54 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। तीन मुकदमें मुस्लिम समुदाय की ओर से आगजनी, तोड़फोड़ और मारपीट के मामले में दर्ज किया गया है।

भ्रामक सूचनाएं न फैलाएं

एएसपी त्रिपाठी ने यहां की जनता से अपील की है कि भ्रामक सूचना न फैलाएं। इस घटना से संबंधित सोशल मीडिया पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से भ्रामक सूचनाएं फैलायी जा रही है। जैसे कि मृतक राम गोपाल को करंट लगाना, तलवार से मारना, नाखून उखाड़ना आदि बातें जो फैलाई जा रही है। इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है।
पुलिस महानिदेशक ने बहराइच की घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों की रिपोर्ट तलब की
लखनऊ। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार (डीजीपी) ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कानून-व्यवस्था एवं विगत दिनों त्यौहारों के दौरान हुयी घटनाओं की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में जिले के सभी पुलिस अधिकारी, पुलिस कमिश्नर, पुलिस कप्तान मौजूद थे। डीजीपी ने बहराइच की घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट तलब की है। इसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होगी।

डीजीपी ने अपने निर्देश में कहा कि जिन-जिन जिलों में कानून व्यवस्था प्रभावित हुयी है उनकी समीक्षा करते हुये लापरवाही बरतने वाले अधिकारी, कर्मचारियों की एकाउंटब्लिटी फिक्स कर आज ही रिपोर्ट प्रेषित की जाये। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले अराजक तत्वों व सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक पोस्ट कर अफवाह फैलाकर आम जनता को भड़काने का प्रयास करने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुये जोनल अपर पुलिस महानिदेशक द्वारा आख्या प्रस्तुत की जाये।

डीजीपी ने कहा कि आगामी त्योहार और आयोजन को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधिकारी अभी से तैयारी कर लें। त्यौहारों, आयोजनों के दौरान मुख्य-मुख्य चौराहों, संवेदनशील स्थानों पर लगने वाले पुलिस बल को पूर्व से ब्रीफ करने के उपरान्त ही डियूटी पर भेजा जाये। स्ट्रेटजिक भवनों का चयन कर रूफ-टॉप डियूटी हैण्डसेट, दूरबीन आदि के साथ लगायी जाये।

उन्होंने कहा कि समस्त धार्मिक स्थलों के आस-पास प्रात:कालीन पोस्टर चेकिंग पार्टी निकाल कर सघन चेकिंग कराई जाये। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में फ्लैग मार्च तथा नियमित फुट पैट्रोलिंग की जाये। यूपी-112 के पीआरवी वाहनों का व्यवस्थापन किया जाये। दंगा नियंत्रण स्कीम को अपडेट करते हुए उनका र्ड्रिल कराया जाये। दंगा नियंत्रण स्कीम में सम्बंधित मजिस्ट्रेट को भी शामिल करें। पुलिस कर्मियों तथा संसाधनों का पूर्णरूपेण उपयोग किया जाये। आकस्मिक घटना के दृष्टिगत योजना तैयार कर समय-समय पर रिहर्सल करा लिया जाये। भीड़, दंगा नियंत्रण उपकरणों को तैयारी हालत में रखा जाये।

उन्होंने कहा कि दंगा नियंत्रण उपकरणों के बिना किसी भी दशा में डियूटी न लगायी जाये तथा किसी भी आयोजन से पहले पुलिस बल की विधिवत ब्रीफिंग की जाये। पुलिस बल का व्यवस्थापन पूर्व से आंकलन करके ही किया जाये। इसके अलावा जुलूसों में त्रुटिरहित योजनाबद्ध पुलिस प्रबन्ध किया जाये, जुलूसों के रास्तों में पड़ने वाले मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरती जाये तथा सुरक्षा हेतु बॉक्स फार्मेट में डियूटी लगायी जाये। इसके साथ ही फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर एवं व्हाट्सएप आदि पर सतर्क दृष्टि रखते हुए भ्रामक, आपत्तिजनक पोस्ट के संज्ञान में आते ही तत्काल उनका खण्डन करते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जाये।
यूपी में अलग-अलग सड़क हादसों में नौ की मौत
लखनऊ । यूपी के अलग-अलग जिलों में हुए सड़क हादसों में नौ लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने सभी का शव लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।  फतेहपुर जिले में बुधवार को खड़े ट्राला में एक अनियंत्रित कार जा घुसी। कार सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। तीसरे की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बड़ौरी टोल प्लाजा के पास खड़े एक ट्राला से कन्नौज से प्रयागराज की ओर जा रही बलेनो कार (वढ 74 अउ 6336) हाईवे पर खड़े ट्राला से भिड़ गई। हादसे में दो लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि तीसरे ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतकों के पास से मिले आधार कार्ड के अनुसार मृतकों में मनोज शुक्ला (65) निवासी ग्वाल मैदान कन्नौज, अविनाश चंद दुबे (64) निवासी भगवान मकरंद नगर युसुफपुर कन्नौज. जबकि तीसरा कार ड्राइवर कौशल कुमार तिवारी (40) गुरुसहाय गंज कन्नौज शामिल हैं।

बिन्दकी क्षेत्राधिकारी बिंदकी वीर सिंह ने बताया कि कल्यानपुर थाना क्षेत्र के बडौरी टोल के पास खड़े ट्राला से एक अनियंत्रित कार टकरा गई। कार सवार तीनों युवकों की मौत हो चुकी है। मृतकों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई। ट्राला को कब्जे में ले लिया गया है। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

दूसरी तरफ  झांसी के गुरसराय थाना क्षेत्र के एक गांव में बुधवार को मजदूरों से भरी ट्रैक्टर ट्राली पलटने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में पिता समेत दो पुत्र शामिल हैं। हादसे में 12 से अधिक मजदूर घायल हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए पास के समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। गुरसराय थाना क्षेत्र के ग्राम सरसेडा में खेत पर काम करने के लिए जिला ललितपुर के मजदूरों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली नाले में पलट गई। इससे वहां पर चीख पुकार मच गई। स्थानीय और पुलिस की मद्द से सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरसराय लाया गया, जहां चिकित्सक ने तीन को मृत घोषित कर दिया।

मृतकों में एक ही परिवार के सदस्य पिता बबलू (45), उनके बेटे दीपक (18) और छोटू शामिल हैं। वहीं 12 से अधिक घायल हैं, जिनको उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। घायलों में संतोषी, रिंकी, रघुवीर, सूरज, चंदा समेत करीब 12 मजदूर हैं। सभी घायल भी ललितपुर जिले के रहने वाले हैं।मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी। दुर्घटना में एक ही परिवार के पिता और उसके दो बेटों के काल के गाल में जाने से परिवार में कोहराम मच गया है। इस संबंध में एसपी ग्रामीण गोपीनाथ सोनी ने बताया कि खेत पर काम करने के लिए आ रहे मजदूरों से भरी एक ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित होकर पलटने की सूचना मिली थी।

मौके पर दो मजदूरों की मौत हो गई थी। जबकि एक को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया है। वहीं हादसे में सभी घायलों का उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उल्लेखनीय है कि कृषि वाहनों से मजदूरों को ढोने पर रोक के बावजूद आए दिन घटनाएं सामने आ रही हैं। जबकि प्रशासन मौन धारण किए है, जो कि उनकी कार्यशैली पर भी सवाल खड़े करता है।

वहीं कुशीनगर जनपद के समीप फोरलेन स्थित पकवाइनार में बुधवार सुबह मार्निंग वाक पर निकले तीन युवकों को एक अनियंत्रित स्कार्पियो वाहन ने रौंद दिया। हादसे में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक ने इलाज के दौरान गोरखपुर मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया। पुलिस ने वाहन को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गयी है। कसया के पकवाइनार डुमरी निवासी अमन कुमार (19), साहिल (19) और पिपरी निवासी अंशू गुप्ता (18) तीनों मित्र रोजाना की तरह बुधवार की सुबह फोरलेन के दक्षिणी सर्विस लेन में टहल रहे थे।

यश होटल के समीप पहुंचे थे कि कसया की ओर से आई स्कार्पियो उन्हें रौंदते हुए आगे निकल गई। हिरनापुर गांव के पास चालक वाहन सड़क किनारे खड़ा करके फरार हो गया। इस दुर्घटना में अमन व अंश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि घायल साहिल पटेल ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। दुर्घटना के शिकार युवकों के परिवार में कोहराम मच गया। तीनों कक्षा नवीं के छात्र थे। मृतक साहिल अपने माता पिता का अकेला पुत्र था। वहीं अंशु के पिता मुन्नवर गुप्ता की भी दो वर्ष पूर्व इसी तरह सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी। कुशीनगर चौकी प्रभारी गौरव शुक्ल ने बताया कि स्कार्पियो गाड़ी कब्जे में लेकर फरार चालक की तलाश में टीम को लगा दिया गया है।
ज्ञानवापी के मूल वाद में हुई सुनवाई, 19 अक्टूबर को प्रतिवादी रखेंगे पक्ष
लखनऊ/वाराणसी। ज्ञानवापी के मूल 32 साल पुराने मामले में बुधवार को सिविल जज सीनियर डिविजन फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हुई। ज्ञानवापी से जुड़े वर्ष 1991 के लार्ड विश्वेश्वर वाद में वादी पक्ष ने न्यायालय में अपना पक्ष रखा। इसमें वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी की ओर से जवाबी दलील दी गई। इससे पहले की तिथियों में हुई सुनवाई में वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता तथा अंजुमन इंतजामिया कमेटी और वादमित्र की ओर से बहस की जा चुकी है।

न्यायालय ने इस मामले में सुनवाई की अगली तिथी 19 अक्टूबर नीयत की है। इस दिन अंजुमन इंतजामिया कमेटी के अधिवक्ता पक्ष रखेंगे। इसके बाद अदालत जवाबी दलील के बाद पत्रावली आदेश के लिए सुरक्षित कर सकती है। वर्ष 1991 के लार्ड विश्वेश्वर वाद में वादी हिन्दू पक्ष ने ज्ञानवापी के सेंट्रल डोम के नीचे शिवलिंग होने का दावा किया था। वादी पक्ष ने ज्ञानवापी परिसर के बचे शेष स्थल का खुदाई करा कर एएसआई सर्वे कराने की मांग अदालत से वाद के जरिए की है। प्रतिवादी मुस्लिम पक्ष ने खुदाई करा कर एएसआई सर्वे कराने का विरोध अदालत में किया है।

प्रतिवादी अंजुमन इंतजामिया कमेटी के अधिवक्ता 19 अक्टूबर को हिन्दू पक्ष के तर्क के विरोध में अपनी दलील देंगे। गौरतलब हो कि वर्ष 1991 में अधिवक्ता दान बहादुर, सोमनाथ व्यास, डॉक्टर रामरंग शर्मा, हरिहर पाण्डेय ने वाद दाखिल किया था। सुनवाई के बीच 1998 में प्रतिपक्ष ने हाईकोर्ट जाकर मामले में स्टे ले लिया। वर्ष 2018 में सुप्रीम कोर्ट का आदेश के बाद स्टे प्रभावहीन होने पर वर्ष 2019 में हिन्दू पक्ष ने फिर एएसआई सर्वे की मांग रखी।
बहराइच हिंसा में क्षेत्राधिकारी रुपेंद्र गौड़ हटाए गए,रवी खोखर को मिला चार्ज
लखनऊ/बहराइच । उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में हालात अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं। शासन ने इस मामले में अपने स्तर से कार्रवाई तेज कर दी है। इसी कड़ी में महसी पुलिस क्षेत्राधिकारी रूपेंद्र गौड़ को हटा दिया गया है। उनकी जगह पर रामपुर के सीओ रवी खोखर को चार्ज सौंपा गया है। इससे पहले चौकी इंचार्ज महसी और एसओ हरदी को निलंबित किया गया था। पता चला है कि सीओ महसी रूपेंद्र गौड़ के भी निलंबन की तैयारी चल रही है।

महाराजगंज में रविवार को देवी प्रतिमा विसर्जन के दौरान भड़की संप्रदायिक हिंसा के मामले में पुलिस अब उपद्रवियों को चिह्नित करने में जुटी हुई है। इस हिंसा से जुड़े अब तक 52 उपद्रवियों को जेल भेजा गया है। प्रभावित क्षेत्रों में शांति व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से वरिष्ठ अधिकारी दो शिफ्टों में चौबीस घंटे पल-पल की निगरानी कर रहे हैं। इन इलाकों को नौ सेक्टर में बांटा गया है, जहां पुलिस और जिला प्रशासन के लोग गश्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं अधिकारियों से जिले की ताजा स्थिति की रिपोर्ट ले रहे हैं। पुलिस अराजक तत्वों पर शिकंजा कस रही है।

वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवी चिह्नित किये जा रहे हैं। अभी तक जो उपद्रवी पकड़े गये हैं, उनकी आपराधिक हिस्ट्री और मुकदमों की डिटेल जुटाई जा रही है। जनपद में संप्रदायिक हिंसा के बाद हालात इतने बिगड़ गये थे कि इंटरनेट सेवा को भी निलंबित करना पड़ा। इंटरनेट न होने की वजह से लोगों का खास दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ कारोबारियों का कहना है कि इंटरनेट सेवा न होने से इस त्योहारी सीजन के कारण व्यापार में उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। प्रशासन से बातचीत में पता चला है कि बुधवार रात 11 बजकर 59 मिनट पर इंटरनेट सेवा बहाल कर दी जाएगी।
अमिटी लॉ कॉलेज में 23वां कानूनी सहायता शिविर का आयोजन किया गया

लखनऊ।बुधवार को अमिटी लॉ स्कूल, अमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ ने उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (UP SLSA) के सहयोग से सफलतापूर्वक 23वां कानूनी सहायता शिविर आयोजित किया। इस शिविर का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों के बीच कानूनी अधिकारों और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता फैलाना और मौलिक कर्तव्यों के महत्व को पुनर्स्थापित करना था।यह शिविर असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अक्षिता श्रीवास्तव और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ज्योत्सना सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से शोभा बढ़ाई, जिनमें संजय सिंह (उप सचिव, उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण), पार्षद केशव प्रसाद , और हनुमान जी प्रमुख थे। अमिटी लॉ स्कूल के कार्यवाहक निदेशक डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने भी सभा को संबोधित किया।कार्यक्रम की शुरुआत एक स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसके बाद अतिथियों द्वारा प्रेरणादायक विचार साझा किए गए।

संजय सिंह ने नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा में कानून प्रवर्तन और विधिक सहायता की भूमिका पर जोर दिया और अमिटी लॉ स्कूल के छात्रों द्वारा उठाए गए इस महत्वपूर्ण कदम की सराहना की।पार्षद केशव प्रसाद  ने सामुदायिक सहभागिता और समाज में कानून के महत्व पर अपने विचार साझा किए।इस कार्यक्रम की मुख्य विशेषताओं में से एक अमिटी लॉ स्कूल के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया नुक्कड़ नाटक था, जिसने साइबर अपराध, घरेलू हिंसा, और बालिका शिक्षा जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाई।

इस मनोरंजक और विचारोत्तेजक प्रदर्शन ने दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ा, जिससे इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता बढ़ी।इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम के दौरान मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता का आकलन करने के लिए एक सर्वेक्षण भी किया गया। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य नागरिकों की संवैधानिक जिम्मेदारियों के प्रति उनकी समझ और जागरूकता का आकलन करना था, जो अक्सर अनदेखी रह जाती हैं।23वां कानूनी सहायता शिविर न केवल लोगों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में शिक्षित करने में सफल रहा, बल्कि उन्हें अपने नागरिक कर्तव्यों को पूरा करने के लिए भी सशक्त किया, जिससे एक अधिक जागरूक और न्यायपूर्ण समाज की दिशा में योगदान हुआ।
एक बार फिर सुर्खियों में आया जय प्रकाश नाराण इंटरनेशनल सेंटर, जानिये क्यों 

लखनऊ । समाजवादी नेता और आपातकाल में इंदिरा गांधी के खिलाफ जन आंदोलन की अगुवाई करने वाले जय प्रकाश नारायण की जयंती को लखनऊ स्थित जेपीएनआईसी (जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर) एक बार फिर सुर्खियों में आ गया।बता दें कि जेपीएनआईसी को बहुउद्देश्यीय सम्मेलन केंद्र के रूप में बनाया गया है। करीब 18.6 एकड़ में फैले इस केंद्र का निर्माण वर्ष 2013 में शुरू हुआ था। इसके टेंडर रियल एस्टेट कंपनी शालीमार के संजय सेठ को मिला था। वर्ष 2016 तक इस केंद्र की इमारत पर 813 करोड़ रुपये खर्च किए गए। 11 अक्तूबर 2016 को अखिलेश यादव ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन कर दिया था। ऑल वेदर ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल और मल्टीपर्पज कोर्ट में खेलों से जुड़ी प्रस्तुति भी कराई गई। बाद में इस हिस्से को बंद कर दिया गया।

जेपीएनआईसी को लीज पर देने का फैसला किया था

लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने जेपीएनआईसी को लीज पर देने का फैसला किया था। पीपीपी मोड में इसे चलाने के लिए करीब 100 करोड़ रुपये खर्च का आकलन किया गया लेकिन सरकार ने अभी तक इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है। हालांकि लीला ग्रुप सहित कई बड़े होटल समूहों ने इसके लिए संपर्क किया गया था। इस सेंटर का स्वीकृत बजट 864 करोड़ रुपये था। संशोधित बजट 920 करोड़ रुपये किया गया। इमारत करीब 90 फीसदी तैयार है। शेष रकम का इस्तेमाल फिनिशिंग पर किया जाना था लेकिन समस्या ये है कि सात साल से बंद इमारत खंडहर हो रही है। इमारत में लगे एसी, लिफ्ट, एक्सीलेटर आदि बिना चले ही बेकार हो रहे हैं। करोड़ों रुपये की लाइटिंग भी खराब होने की स्थिति में है। इसके मेंटेनेंस पर ही सालाना 70 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

राज्यमंत्री सुरेश पासी ने जेपीएनआईसी में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे

एलडीए के पास इस मद में कोई प्रावधान नहीं है।वर्ष 2017 में योगी सरकार आने के बाद आवास राज्यमंत्री सुरेश पासी ने जेपीएनआईसी में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। तब सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। अभी इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। उधर, इमारत बंद हो गई। इस पर संजय शर्मा ने हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की। इसमें कहा गया कि जेपीएनआईसी करदाताओं के पैसे से बनी है और इमारत खंडहर हो रही है। केवल 100 करोड़ की जरूरत है और इमारत तैयार पूरी बन जाएगी। इस पर तत्कालीन चीफ जस्टिस ने सरकार को नोटिस जारी किया। तब इमारत में काम शुरू हो गया। इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कमेंट किया तो निर्माण फिर रोक दिया गया। काम रोकने पर हाईकोर्ट ने पुन: नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। अखिलेश कह चुके हैं कि सरकार इस केंद्र को नहीं चला सकती है तो इसे बेच दे। कम से कम जो खरीदेगा, वह चलाएगा।

तमाम प्रकार की खूबियों से लैस है सेंटर

जेपीएनआईसी में 2,000 लोगों की क्षमता का कन्वेंशन हॉल, 107 कमरों वाला लग्जरी होटल, एक जिम, स्पा, सैलून, रेस्तरां, स्विमिंग पूल, बैडमिंटन कोर्ट, टेनिस कोर्ट, स्कवैश कोर्ट, डाइविंग पूल है। 1200 वाहनों के लिए बहुमंजिला कार पार्किंग और जयप्रकाश नारायण के जीवन और विचारों से जुड़ा संग्रहालय है। इसके अलावा 19 मंजिल की इस इमारत में ओपन एयर रेस्तरां और 19वें फ्लोर पर हेलीपैड है। इसकी खूबसूरती देखते बनती है।
उप्र के राज्य विश्वविद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों की शैक्षिक गुणवत्ता में लाया गया सुधार : आनंदीबेन पटेल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग हेतु मार्गदर्शन, निर्देशन और प्रोत्साहन द्वारा उन्नयन, प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु आंगनबाड़ी किट उपलब्ध करवाकर स्तर में सुधार लाने का अथक प्रयास किया गया। यह बात मंगलवार को मध्य प्रदेश के प्रमुख पत्रकार, संपादक समेत 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से उप्र राजभवन में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कही।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के राजभवन में नवाचारों, सौंदर्यीकरण के कार्यों से लेकर राजभवन को जन भवन बनाने पर कार्य किया गया। राजभवन में सम्पन्न होने वाले विविध कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय पर्वों के साथ-साथ समय-समय पर यहां अध्यासित अधिकारियों, कर्मचारियों के परिवारों की महिलाओं और बच्चों हेतु विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों की शुरू किया।

उन्होंने बताया कि राजभवन में अध्यासित बच्चों के कम्प्यूटर प्रशिक्षण, वेस्ट सामग्री से उपयोगी सामग्री निर्माण का प्रशिक्षण महिलाओं को चिकनकारी, सिलाई प्रशिक्षण और जूडो प्रशिक्षण, श्री अन्न व्यंजन हेतु कार्यक्रम जैसे विशेष कार्यक्रम आयोजित कराए जा रहें है।

पत्रकारों ने चर्चा के दौरान उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में हुए अभूतपूर्व कार्यों, राष्ट्रीय और विश्वस्तरीय रैंकिंग तक उन्नयन और विदेशी विश्वविद्यालयों से जुड़कर यहाँ प्रारम्भ विविध पाठ्यक्रमों पर विशेष फोकस करते हुए इन कार्याें को प्रेरणादायी भी बताया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुप्रयोग के संदर्भ में भी चर्चा की।

राजभवन भ्रमण के दौरान पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल राज भवन के पुनर्नवीनीकृत भवनों यथा कला कक्ष, मुद्रा एवं स्टाम्प कक्ष, जन कक्ष, अन्नपूर्णा हाल एवं तृप्ती कक्ष के सौन्दर्यीकरण से काफी प्रभावित हुए। प्रतिनिधि मण्डल द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य के भ्रमण एवं राजभवन भ्रमण के अनुभवों को राज्यपाल से साझा किया गया। उन्होंने राजभवन से प्रकाशित पुस्तकों में भी विशेष दिलचस्पी दिखाई तथा राज्यपाल से राजभवन के नवाचारों के विवरण को सम्रगता से समेटे हुए पुस्तक ‘हमारा राजभवन‘ की प्रति भी प्राप्त की।
देश को 2025 तक क्षय रोग से मुक्त कराना प्रधानमंत्री का लक्ष्य : राज्यपाल
लखनऊ। क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को माताएं भरपूर भोजन, प्रेम और देखभाल करें, ताकि इनकी ठीक ढंग से परवरिश हो सके। देश को इस रोग से मुक्त कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2025 तक का लक्ष्य रखा है और लक्ष्य के अनुरुप क्रियान्वयन भी हो रहा है। यह बातें मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामपुर में कही।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मंगलवार को रामपुर के चिन्हित आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्री-स्कूल किट वितरण कार्यक्रम कलेक्ट्रेट परिसर में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और पुलिस विभाग द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का भ्रमण किया। राज्यपाल ने कहा कि हर व्यक्ति का देश के विकास में कहीं न कहीं योगदान अवश्य होता है। इसके लिए संकल्प लेकर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाएं। आगे कहा कि अमेरिका जैसे कई विकसित राष्ट्रों के पास वह संसाधन मौजूद नहीं है, जो हमारे देश के पास हैं। देश कई वर्षों तक गुलामी की जंजीरों में रहा। उस समय भी हमारे देश के पास ज्ञान के भण्डार मौजूद थे, जिसको वे अपने साथ ले गए। हमारे देश में ही शून्य का आविष्कार हुआ, तभी गणित और टेक्नोलॉजी आगे बढ़ी।



विश्वविद्यालयों से जोड़े गये आंगनबाड़ी केन्द्र

राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त और सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए उनको विश्वविद्यालयों से जोड़ा गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है, क्योंकि जब फाउंडेशन मजबूत होगी तभी देश तरक्की करेगा। शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केद्रों पर बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए हेल्थ किट होनी चाहिए, जिसमें रुमाल, डिटॉल, कंघी, आईना, बटन, सुई-धागा, साबुन, नेल कटर और दवा आदि हो। उन्होंने निर्देश दिया कि अधिकारी जनता के सहयोग से यह किट सभी आंगनबाड़ी केद्रों पर उपलब्ध करायें। इस दौरान राज्यपाल ने 100 आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए आंगनबाड़ी किट वितरित किया। इसके साथ ही उन्होंने पांच क्षय रोग रोग ग्रसित बच्चों को पोषण किट और पांच लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किया।



राजा लाइब्रेरी को विश्व पटल पर मिली पहचान

राज्यपाल ने रामपुर रजा लाइब्रेरी एवं संग्रहालय के भ्रमण का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति, सभ्यता और विरासत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन अपनी धरोहर को विश्व प्रसिद्ध बनाने का है, इस संकल्पना को साकार करने के लिए रामपुर रजा लाइब्रेरी का विकास आवश्यक है। वहीं प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि राज्यपाल के प्रयासों से ही रामपुर रजा लाइब्रेरी में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं तथा लाइब्रेरी को विश्व पटल पर पहचान भी मिली है।

मातृ-शिशु मृत्यु दर की करें लगातार मॉनिटरिंग

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामपुर कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने 'जननी सुरक्षा योजना' के अंतर्गत जनपद में संस्थागत प्रसव के लिए जागरुकता गतिविधियां आयोजित कराने का निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग ऐसे ग्रामीण क्षेत्र जहां आज भी घरों में प्रसव कराते हैं, उन गांवों में महिलाओं को इससे होने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए जागरुकता कैम्प लगाकर संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि मातृ-शिशु मृत्यु दर की लगातार मॉनिटरिंग करें, अधिकारी इस प्रकरण को गम्भीरता से लें। वहीं बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 12 प्राइवेट व 07 सरकारी अस्पतालों को सम्बद्ध किया गया है।

राज्यपाल ने गोल्डन कार्ड योजना से सम्बद्ध इन सभी अस्पतालों की जांच कर उनकी समीक्षा करने और औचक निरीक्षण करने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को मिले, इस दिशा में आवश्यक कार्य करें। उन्होंने आंगनबाड़ी केद्रों की स्थिति के बारे में जानकारी ली और रिक्त पदों पर भर्ती में प्रगति लाते हुए शीघ्र भर्ती कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम, पोषण अभियान कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना सहित अन्य विभिन्न योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की।

यह रहे मौजूद

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह, जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह और मुख्य विकास अधिकारी नन्द किशोर कलाल, जनप्रतिनिधिगण सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।