हनुमान जी ने रावण का अहंकार तोड़ सोने की लंका के लगायी आग
श्रीप्रकाश यादव
चंदौली /चहनिया क्षेत्र के रामगढ़ मे आयोजित श्री रामलीला समिति द्वारा चल रहे रामलीला में नौवें दिन लंका दहन रामलीला का मंचन किया गया इस दौरान हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु जनों ने रावण लंका दहन का मंचन देखा।श्रीराम का कार्य करने की इच्छा से हनुमान स्वयं को मेघनाद के बंधन में बधना स्वीकार कर रावण के समक्ष पहुंचते हैं, रावण के दरवार में रावण व हनुमान के बीच रोचक संवाद होता है। रावण के आदेश पर मेघानद द्वारा हनुमान की पूंछ में तेल युक्त कपड़े बांधकर आग लगा देने का मंचन होता है । हनुमान जी अपने जलते हुए पूँछ से पूरी सोने की लंकापुरी को जला डालते हैं।
जब राम जी की सेना समुंद्र के किनारे पहुंच जाती है तो प्रभु श्री राम हनुमान जी को रावण को अंतिम चेतावनी व सीता जी का हाल जानने के लिए लंका भेजते हैं, जब हनुमान जी समुंद्र के ऊपर से जा रहे होते हैं तो आगे बढ़ने पर सुरसा नामक राक्षसी हनुमानजी का रास्ता रोक लेती है। अनुनय विनय के बाद भी बात न मानने पर सुरसा के मुख का फैलाव 32 योजन होते ही हनुमान जी सूक्ष्म रूप धर प्रवेश कर, बाहर आ जाते हैं। सुरसा उनकी बुद्धि की प्रशंसा करने के साथ ही रामकाज पूर्ण करने का आशीर्वाद देती है।
मच्छर रूप धारण कर लंका में प्रवेश करते ही सुरक्षा में तैनात लंकिनी उनका रास्ता रोकती है। उनके घूंसे के एक वार से ही लंकिनी मुख से खून उगल देती है। कुटिया से राम-राम की आवाज सुन हनुमान अंदर जाते हैं और सामने विभीषण को पाते हैं। ब्राह्मण वेष हनुमान का परिचय पाते ही विभीषण प्रणाम करते हैं। और माता सीता का पता बताते हैं। अशोक वाटिका पहुंचे हनुमान सीता पर रावण द्वारा किए जा रहे अत्याचार से व्यथित हो जाते हैं। इसके बाद वाटिका में लगे कंद फल फूल खाने के समय उत्पात मचाने के चलते जब हनुमान जी को रावण दरबार में लाया जाता है तो अहंकारी रावण हनुमान जी की पूंछ में आग लगाने का आदेश देता है। लेकिन पल भर में हनुमान जी रावण की लंका को जलाकर राख करते हैं।
लंका दहन के दौरान मुख्य रूप से लोकनाथ महाविद्यालय के संस्थापक प्रबंधक धनंजय सिंह, प्रभुनारायण सिंह लल्ला,,एडीजे राघवेंद्र नारायण सिंह, डॉ0 मनोज सिंह, अजित यादव, बलवंत सिंह, कौशलेन्द्र सिंह,शोभनाथ पांडेय,राधेश्याम पांडेय,प्रभुनाथ पांडेय ,अर्पित पांडेय, राजेश सिंह, पप्पू सिंह, ऋषिकेश यादव, रोहित गुप्ता, संतोष मिश्रा,तथा समाचार संकलन सुधीन्द्र कुमार पाण्डेय ने किया इस अवसर पर सैकड़ो रामलीला प्रेमी मौजूद रहे ।
Oct 12 2024, 09:58