चंदौली में भीम आर्मी भारत एकता मिशन ने चलाया सदस्यता अभियान
श्रीप्रकाश यादव
चंदौली। भीम आर्मी भारत एकता मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह के निर्देश पर संगठन की मजबूती के लिए कार्य करने और सदस्यता जोड़ो अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में जनपद के जिलाध्यक्ष उपेन्द्र कुमार गाडगे के नेतृत्व में तहसील- सकलडीहा के खगवल और मधुबन गांव में रविवार को सदस्यता अभियान चलाया गया और संगठन को मजबूती प्रदान करने पर जोर दिया गया. वहीं नव निर्वाचित सदस्यों ने मिली जिम्मेवारी को निष्ठा पूर्वक ईमानदारी से निर्वहन करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि अर्जुन प्रसाद आर्या ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के नक्शे कदम पर चल रहे आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने बहुजन समाज के दबे, कुचले मजलूमों के हक, अधिकार और न्याय की लड़ाई में कड़ी-कड़ी जुड़कर मजबूती प्रदान करने एवं सत्ता के शीर्ष पर बैठाने का वक्त आ गया है. वरना वह दिन दूर नहीं होगा कि पहले तुम तालीम से मोड़ दिए जाओगे, फिर किसी जूर्म में तुम जोड़ दिए जाओगे, हाथ से हाथ की जंजीर बनाकर निकलो वरना धागे की तरह तोड़ दिए जाओगे।
भीम आर्मी जिलाध्यक्ष उपेंद्र कुमार गाडगे ने कहा कि भाई चंद्रशेखर आजाद के कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले भीम आर्मी के प्रदेशाध्यक्ष डा.कुलदीप भार्गव के आवाहन पर जातिगत उत्पीड़न से लड़ने का प्रयास जारी है. हक-अधिकारों की लड़ाई में निमंत्रण नहीं भेजे जाते, जिनका जमीर जिÞंदा हो, वे खुद दौड़े चले आते हैं. देश की राजनीति में नई लकीर खींच रहे चंद्रशेखर ने यूपी में इतिहास रचने के बाद अब अन्य प्रदेशों में ताकत बढ़ाई है और देश के बाकि राज्यों से भी उनके समर्थक बढ़ रहे हैं. ऐसे में हमे अपने हक और अधिकार को पाने के लिए उनके सिद्धांतों पर चल कर मजबूती देनी होगी।
वहीं बनवारी वनवासी ने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर के दूसरे रूप मा. कांशीराम साहब थे और तीसरे रुप में बड़े भाई चंद्रशेखर आजाद नजर आ रहे हैं. अब हम सभी बहुजन समाज के लोगों को एकजूट होकर उनके विचारों को शीर्ष पर रखने की जरुरत है तभी हमे अपनी मूल भूत सुविधाएं उपलब्ध हों पायेगी वरना ऐसे ही आधार विहीन जिंदगी जीना होगा।
इस दौरान सैकड़ो की संख्या में लोगों ने सदस्यता लिया और संगठन के मूवमेंट को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया. कार्यक्रम में जितेंद्र कुमार, अमिताभ, राम आश्रय, गजाधर, करमचंद, मानिकचंद्र, अजय, सुजीत, बलवंत, आजाद, ज्वाला प्रसाद, रामकिशुन राम, सेचन राम, हरिलाल, बबलू, सुशील, बनारसी, रविराज, चंद्रमा, तारकेश्वर सहित काफी संख्या में ग्रामीण महिलाएं पुरुषों एवं बच्चों ने सम्बल प्रदान किया।
Oct 07 2024, 18:06