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चीन को बड़ी “चोट” देने में भारत कामयाब, श्रीलंका के राष्ट्रपति से विदेश मंत्री जयशंकर ने ले लिया बड़ा वादा*
#sri_lanka_soil_will_not_allow_use_against_india_says_president_anura_dissanayake
जब पड़ोसी देश श्रीलंका लंबे अरसे के बाद चुनाव हुआ और देश की कमान चीनी विचारों से प्रभावित नेता अनुरा कुमारा दिसानायके के हाथों में आई, तो भारत में इसको लेकर चिंता जताई गई थी। दरअसल, चीन बीते कुछ समय से लगातार भारत के दोस्त देशों को भड़का रहा है और अपने पाले में करने की कोशिश में है। श्रीलंका के समंदर से ड्रैगन तो खेल करने की फिराक में है। हालांकि, भारत-श्रीलंका संबंधो कों लेकर एक अच्छी खबर आई है। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा है कि उनके देश की जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने दिया जाएगा। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के श्रीलंका दौरे के बीच ये खबर आ रही है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर श्रीलंका दौरे पर हैं। वह ऐसे वक्त में पड़ोस देश गए हैं, जब उसकी हालत पस्त हो चुकी है। जयशंकर ने श्रीलंका को भरोसा दिलाया कि उसकी आर्थिक हालत ठीक करने में भारत पूरा साथ देगा। इसके बदले में श्रीलंका ने भी आश्वासन दिया है कि उसकी धरती का इस्तेमाल नई दिल्ली के हितों को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों के लिए नहीं होने दिया जाएगा। श्रीलंका दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर की नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ मीटिंग हुई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठक के दौरान राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा कि समृद्ध श्रीलंका के उनके सपने को साकार करने और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भारत का आर्थिक समर्थन महत्वपूर्ण है। विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि दिसानायके ने यह भी दोहराया कि श्रीलंकाई क्षेत्र का उपयोग भारत के सुरक्षा हितों के प्रतिकूल गतिविधियों के लिए नहीं होने दिया जाएगा। विदेश मंत्री जयशंकर ने आश्वासन भी दिया कि भारत, श्रीलंका के साथ द्विपक्षीय ऋण पुनर्गठन को लेकर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करेगा और निजी बांड धारक ऋण पुनर्गठन समझौते का समर्थन करेगा। विदेश मंत्री का यह दौरा इसलिए भी अहम है, क्योंकि चीन लगातार अपना जासूसी जहाज कोलंबो भेजता रहा है। भारत श्रीलंकाई बंदरगाहों के पास चीनी जाजूसी जहाजों की उपस्थिति पर नियमित रूप से आपत्ति जताता रहा है। बीते दिनों श्रीलंका ने अपने जलक्षेत्र में चीनी अनुसंधान जहाजों को रोक दिया था। भारत कहता रहा है कि रिसर्च के नाम पर चीन के ये जहाज जासूसी करते हैं और यहां से कुछ अहम जानकारियां इकट्ठा करते हैं, जिसेस ड्रैगन को युद्ध के वक्त मदद देगा।
इंडिगो आउटेज: 'सिस्टम स्लोडाउन' के कारण यात्रियों बढ़ी मुश्किल, रेलवे स्टेशन जैसा हुआ हाल*

इंडिगो ने शनिवार को कहा कि वह वर्तमान में अपने पूरे नेटवर्क में एक अस्थायी "सिस्टम स्लोडाउन" का अनुभव कर रही है, जिसने इसकी वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम को प्रभावित किया है। एक सलाह में, एयरलाइन ने कहा कि ग्राहकों को हवाई अड्डे पर धीमी चेक-इन और लंबी कतारों सहित प्रतीक्षा समय में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है। इनडिगो ने दोपहर 12:30 बजे के आसपास एक बड़े सिस्टम आउटेज का अनुभव किया, जिससे देश भर के हवाई अड्डों पर उड़ान संचालन और ग्राउंड सेवाएं बाधित हुईं। आउटेज के कारण कई यात्री उड़ानों में सवार नहीं हो पाए या टिकट बुक नहीं कर पाए, जिससे हवाई अड्डों पर फंसे लोगों को काफी देरी और निराशा हुई। "हम वर्तमान में अपने पूरे नेटवर्क में एक अस्थायी सिस्टम स्लोडाउन का अनुभव कर रहे हैं, जिससे हमारी वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम प्रभावित हो रही है। परिणामस्वरूप, ग्राहकों को हवाई अड्डे पर धीमी चेक-इन और लंबी कतारों सहित प्रतीक्षा समय में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है," इंडिगो ने सलाह में कहा। "हमारी हवाई अड्डा टीम सभी की सहायता करने और एक सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है। आश्वस्त रहें, हम यथाशीघ्र स्थिरता और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए लगन से काम कर रहे हैं। हमें हुई असुविधा के लिए खेद है और इस समय आपकी समझदारी और धैर्य की सराहना करते हैं,” इंडिगो ने कहा। इंडिगो प्रतिदिन 2,000 से अधिक उड़ानें संचालित करता है, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं। *यात्रियों ने क्या प्रतिक्रिया दी* नए विमानों में निवेश करना अच्छा है, लेकिन ग्राउंड सेवाओं में सुधार के बारे में क्या ख्याल है! पिछले एक घंटे से बैंगलोर टी1 पर इंडिगो काउंटरों पर यही नजारा है। अतिरिक्त काउंटरों की आवश्यकता है, बुजुर्गों को पीड़ित देखना परेशान करने वाला है। कृपया ध्यान दें,” एक उपयोगकर्ता, ने X पर पोस्ट किया। वही एक उपभोक्ता ने लिखा की एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन में कोई अंतर नई नज़र आ रहा है, दोनों में समान मंज़र है, पुरे एयरपोर्ट पर भीड़ हावी हो गयी है।
भारत-पाक रिश्तों पर नहीं होगी बात” पाकिस्तान दौरे से पहले एस जयशंकर ने कर दिया साफ

#s_jaishankar_says_no_bilateral_talks_will_not_discuss_relations

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर नौ साल में पहली बार पाकिस्तान जाने वाले हैं। वो 15-16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाली SCO (शंघाई सहयोग संगठन) की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल की तरफ से ये जानकारी दी गई है। अब पाकिस्तान दौरे से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है।

आगामी पाकिस्तान यात्रा पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, यह (यात्रा) एक बहुपक्षीय कार्यक्रम के लिए होगी। मैं वहां भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा करने के लिए नहीं जा रहा हूं। एससीओ के अच्छे सदस्य के रूप में मैं वहां जा रहा हूं। आप जानते हैं कि मैं एक विनम्र और सभ्य व्यक्ति हूं, इसलिए मैं उसी के अनुसार व्यवहार करूंगा।

विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, मुझे पाकिस्तान जाना है एससीओ बैठक के लिए। पाकिस्तान में यह बैठक हो रही है। पाकिस्तान दौरे पर मीडिया का इंटरेस्ट होगा। मगर मैं साफ कह दूं कि इस दौरान कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगा।

विदेश मंत्रालय की तरफ से साफ कहा गया है कि विदेश मंत्री का ये दौरा एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए है और इसे शांति पहल के रूप में नहीं देखा जा सकता है। यह फैसला भारत की एससीओ के प्रति प्रतिबद्धता दिखाता है। एससीओ क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण संगठन है। भारत एससीओ को बहुत गंभीरता से लेता है।

बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे और सीमा पार आतंकवाद को लेकर संबंध ठंडे बने हुए हैं। भारत और पाकिस्तान के रिश्ते फ़रवरी 2019 से ही तनावपूर्ण हैं। हालांकि, भारत हमेशा से कहता आया है कि वह पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारना चाहता है। लेकिन इसके लिए भारत ने यह भी साफ़ किया है कि पाकिस्तान को आतंकवाद और हिंसा पर लगाम लगानी होगी।

ममता सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम, मांगे नहीं माने जानें पर आमरण अनशन करेंगे डॉक्टर्स*
#west_bengal_doctors_continue_sit_in_protest_gave_govt_24_hours_ultimatum
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर- रेप मर्डर मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में एक बार फिर विरोध तेज हो रहा है। विरोध कर रहे जूनियर डॉक्टर्स ने ममता सरकार को अपनी मांग पूरी करने का 24 घंटे का समय दिया है, जिसके बाद उन्होंने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। जूनियर डॉक्टर्स ने अपनी 'पूरी तरह से काम रोकों' हड़ताल को वापस लेने का फैसला किया है।डॉक्टर्स ने इससे पहले पूरी तरह से काम रोकने का एलान किया था, लेकिन शुक्रवार को रात करीब साढ़े आठ बजे उन्होंने पूरी तरह से काम रोकने की हड़ताल वापस लेने का फैसला किया।डॉक्टर्स ने बंगाल सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है और मांग की है कि या तो सरकार उनकी मांगे मान ले या फिर वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे। कोलकाता में शुक्रवार को हाथों में घड़ियां थामे डॉक्टरों ने अपनी मांगों को एक बार फिर से दोहराया। विरोध कर रहे ट्रेनी चिकित्सकों ने पश्चिम बंगाल के सभी मेडिकल कॉलेजों में धमकी संस्कृति में शामिल कथित अपराधियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए एक केंद्रीय जांच समिति गठित करने की मांग शामिल है।विरोध में शामिल कोलकाता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आंदोलनकारी डॉक्टर देबाशीष हलदर ने दोहराया की वे अपना विरोध जारी रखेंगे। डब्ल्यूबीजेडीएफ के प्रतिनिधि देबाशीष हलदर ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाली उनकी मांगों को 24 घंटे के अंदर पूरा नहीं किया तो जूनियर डॉक्टर आमरण अनशन शुरू कर देंगे। डब्ल्यूबीजेडीएफ ने मंगलवार को अपनी हड़ताल वापस लेने से पहले शर्तें तय कर दीं। उनके अनुसार, उनकी 10 मांगों में से पहली मांग पीड़िता के बलात्कार और हत्या के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए लंबी न्यायिक प्रक्रिया से संबंधित है, जिसकी पूर्ति केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और सुप्रीम कोर्ट पर निर्भर करती है। डब्ल्यूबीजेडीएफ के एक प्रतिनिधि ने कहा कि शेष नौ मांगें राज्य सरकार पर निर्भर है। हमें अब ये देखना है कि राज्य सरकार उन्हें पूरा करने के लिए कितनी गंभीर है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि राज्य सरकार अगले 24 घंटे के अंदर इन शेष नौ मांगों को पूरा करे, ऐसा न करने पर हम आमरण अनशन करेंगे। *जूनियर डॉक्टरों की 10 मांगें* 1. अभया के न्याय के सवाल का जवाब बिना किसी देरी के तुरंत दिया जाना चाहिए। 2. स्वास्थ्य मंत्रालय को प्रशासनिक अक्षमता और भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और स्वास्थ्य सचिव को तुरंत उनके पद से हटाना चाहिए। 3. राज्य के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में तुरंत एक केंद्रीकृत रेफरल सिस्टम लागू किया जाना चाहिए। 4. प्रत्येक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डिजिटल बेड वैकेंसी मॉनिटर की व्यवस्था होनी चाहिए। 5. प्रत्येक कॉलेज के आधार पर जूनियर डॉक्टरों के निर्वाचित प्रतिनिधित्व के साथ टास्क फोर्स का गठन सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में किया जाना चाहिए ताकि सीसीटीवी, ऑन-कॉल रूम और बाथरूम की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। 6. अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए, साथ ही स्थायी महिला पुलिस कर्मियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। 7. अस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के सभी खाली पदों को तुरंत भरा जाना चाहिए। 8. धमकी देने वाले लोगों की जांच करने और उन्हें सजा देने के लिए हर मेडिकल कॉलेज में जांच समितियां स्थापित की जानी चाहिए। राज्य स्तर पर भी एक जांच समिति का गठन किया जाना चाहिए। 9. हर मेडिकल कॉलेज में छात्र परिषदों के चुनाव तुरंत कराए जाने चाहिए। सभी कॉलेजों को आरडीए को मान्यता देनी चाहिए। कॉलेजों और अस्पतालों का प्रबंधन करने वाली सभी समितियों में छात्रों और जूनियर डॉक्टरों का निर्वाचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाना चाहिए। 10. पश्चिम बंगाल नगर निगम और पश्चिम बंगाल ग्रामीण बैंक के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार और अराजकता की तुरंत जांच की जानी चाहिए।
ममता सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम, मांगे नहीं माने जानें पर आमरण अनशन करेंगे डॉक्टर्स

#westbengaldoctorscontinuesitinprotestgavegovt24hours_ultimatum

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर- रेप मर्डर मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में एक बार फिर विरोध तेज हो रहा है। विरोध कर रहे जूनियर डॉक्टर्स ने ममता सरकार को अपनी मांग पूरी करने का 24 घंटे का समय दिया है, जिसके बाद उन्होंने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। जूनियर डॉक्टर्स ने अपनी 'पूरी तरह से काम रोकों' हड़ताल को वापस लेने का फैसला किया है।डॉक्टर्स ने इससे पहले पूरी तरह से काम रोकने का एलान किया था, लेकिन शुक्रवार को रात करीब साढ़े आठ बजे उन्होंने पूरी तरह से काम रोकने की हड़ताल वापस लेने का फैसला किया।डॉक्टर्स ने बंगाल सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है और मांग की है कि या तो सरकार उनकी मांगे मान ले या फिर वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे।

कोलकाता में शुक्रवार को हाथों में घड़ियां थामे डॉक्टरों ने अपनी मांगों को एक बार फिर से दोहराया। विरोध कर रहे ट्रेनी चिकित्सकों ने पश्चिम बंगाल के सभी मेडिकल कॉलेजों में धमकी संस्कृति में शामिल कथित अपराधियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए एक केंद्रीय जांच समिति गठित करने की मांग शामिल है।विरोध में शामिल कोलकाता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आंदोलनकारी डॉक्टर देबाशीष हलदर ने दोहराया की वे अपना विरोध जारी रखेंगे।

डब्ल्यूबीजेडीएफ के प्रतिनिधि देबाशीष हलदर ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाली उनकी मांगों को 24 घंटे के अंदर पूरा नहीं किया तो जूनियर डॉक्टर आमरण अनशन शुरू कर देंगे। डब्ल्यूबीजेडीएफ ने मंगलवार को अपनी हड़ताल वापस लेने से पहले शर्तें तय कर दीं। उनके अनुसार, उनकी 10 मांगों में से पहली मांग पीड़िता के बलात्कार और हत्या के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए लंबी न्यायिक प्रक्रिया से संबंधित है, जिसकी पूर्ति केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और सुप्रीम कोर्ट पर निर्भर करती है। डब्ल्यूबीजेडीएफ के एक प्रतिनिधि ने कहा कि शेष नौ मांगें राज्य सरकार पर निर्भर है। हमें अब ये देखना है कि राज्य सरकार उन्हें पूरा करने के लिए कितनी गंभीर है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि राज्य सरकार अगले 24 घंटे के अंदर इन शेष नौ मांगों को पूरा करे, ऐसा न करने पर हम आमरण अनशन करेंगे।

जूनियर डॉक्टरों की 10 मांगें

1. अभया के न्याय के सवाल का जवाब बिना किसी देरी के तुरंत दिया जाना चाहिए।

2. स्वास्थ्य मंत्रालय को प्रशासनिक अक्षमता और भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और स्वास्थ्य सचिव को तुरंत उनके पद से हटाना चाहिए।

3. राज्य के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में तुरंत एक केंद्रीकृत रेफरल सिस्टम लागू किया जाना चाहिए।

4. प्रत्येक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डिजिटल बेड वैकेंसी मॉनिटर की व्यवस्था होनी चाहिए।

5. प्रत्येक कॉलेज के आधार पर जूनियर डॉक्टरों के निर्वाचित प्रतिनिधित्व के साथ टास्क फोर्स का गठन सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में किया जाना चाहिए ताकि सीसीटीवी, ऑन-कॉल रूम और बाथरूम की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।

6. अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए, साथ ही स्थायी महिला पुलिस कर्मियों की नियुक्ति की जानी चाहिए।

7. अस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के सभी खाली पदों को तुरंत भरा जाना चाहिए।

8. धमकी देने वाले लोगों की जांच करने और उन्हें सजा देने के लिए हर मेडिकल कॉलेज में जांच समितियां स्थापित की जानी चाहिए। राज्य स्तर पर भी एक जांच समिति का गठन किया जाना चाहिए।

9. हर मेडिकल कॉलेज में छात्र परिषदों के चुनाव तुरंत कराए जाने चाहिए। सभी कॉलेजों को आरडीए को मान्यता देनी चाहिए। कॉलेजों और अस्पतालों का प्रबंधन करने वाली सभी समितियों में छात्रों और जूनियर डॉक्टरों का निर्वाचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

10. पश्चिम बंगाल नगर निगम और पश्चिम बंगाल ग्रामीण बैंक के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार और अराजकता की तुरंत जांच की जानी चाहिए।

भगोड़े कट्टरपंथी जाकिर नाइक पर कड़ा “प्रहार”, भारत में बंद किया गया 'एक्स' अकाउंट

#controversial_islamic_preacher_zakir_naik_x_account_withheld_in_india

कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक इन दिनों पाकिस्तान में है। जाकिर नाइक कहीं भी रहे वो भारत के खिलाफ जहर उगलने बाज नहीं आता। पाकिस्तान में जाकर भी उसने ऐसा ही किया है। इस बीच भारत ने कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक पर कड़ा प्रहार किया है। जाकिर नाइक के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अकाउंट को भारत में बंद कर दिया गया है। जाकिर नाइक के एक्स अकाउंट को शुक्रवार को बंद किया गया है।

बताते चलें कि नाइक एक भगोड़ा है। भारत से फरार मोस्ट वांटेड जाकिर नाइक आजकल पाकिस्तान में हैं, जहां उसका जगह-जगह जबरदस्त और ग्रैंड वेलकम हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने जाकिर नायक से मुलाकात की और उन्हें खास मेहमान के रूप में बुलाया।

भारत ने शुक्रवार को यह भी कहा था कि इसमें कोई चौंकने वाली बात नहीं है। यह हमारे लिए बिल्कुल भी आश्चर्यजनक बात नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया से कहा, 'हमने रिपोर्ट देखी है कि उसे (जाकिर नाइक) को पाकिस्तान में सम्मानित किया गया है। वहां उसका गर्मजोशी से स्वागत किया गया है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारे लिए यह आश्चर्य की बात नहीं कि एक भारतीय भगोड़ेका पाकिस्तान में उच्च स्तरीय स्वागत किया गया।'

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'यह निराशाजनक और निंदनीय है लेकिन साथ ही यह आश्चर्यजनक भी नहीं है।' नाइक के पासपोर्ट को लेकर पूछे गए सवाल पर जायसवाल ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि नाइक ने किस पासपोर्ट पर पाकिस्तान की यात्रा पर गया है।

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 2 आतंकी ढेर, एलओसी पर घुसपैठ की कर रहे थे कोशिश*
#forces_foil_infiltration_bid_at_loc_kupwara_kill_terrorists
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा ने सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। सेना ने उत्तरी कश्मीर के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा के गुगलधार इलाके से घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो अज्ञात आतंकवादियों को ढेर कर दिया है।भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स ने बताया कि शुक्रवार, 4 अक्टूबर को सेना और पुलिस को एक संदिग्ध एक्टिविटी दिखी। इसके बाद जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया गया। इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग कर दी। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए। सेना की चिनार कोर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। सेना ने कहा कि सुरक्षा बलों ने चल रहे ऑपरेशन में दो आतंकवादियों को मार गिराया है। इससे पहले चिनार कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि जब सैनिकों ने कुपवाड़ा के गुगलधार में संदिग्ध गतिविधि देखी। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दी, जिसके कारण आतंकवादियों के साथ गोलीबारी हुई। सतर्क सैनिकों ने प्रभावी गोलीबारी की। आपरेशन जारी है। आज तड़के सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया तो दो आतंकवादियों के शव बरामद हुए। सेना ने इलाके से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सर्दियों के शुरू होने से पहले ऐसी सूचनाएं हैं कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा के इस पार आने की पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोधी अभियान को कड़ा कर दिया गया है और सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, ताकि घुसपैठ की कोई भी कोशिश कामयाब न हो सके। इससे पहले 28 सितंबर को कठुआ जिले में बिलावर तहसील के कोग-मंडली में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल बशीर अहमद की मौत हो गई थी। मुठभेड़ के दूसरे दिन एक आतंकी मारा गया था।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 2 आतंकी ढेर, एलओसी पर घुसपैठ की कर रहे थे कोशिश*
#forces_foil_infiltration_bid_at_loc_kupwara_kill_terrorists
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा ने सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। सेना ने उत्तरी कश्मीर के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा के गुगलधार इलाके से घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो अज्ञात आतंकवादियों को ढेर कर दिया है।भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स ने बताया कि शुक्रवार, 4 अक्टूबर को सेना और पुलिस को एक संदिग्ध एक्टिविटी दिखी। इसके बाद जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया गया। इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग कर दी। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए। सेना की चिनार कोर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। सेना ने कहा कि सुरक्षा बलों ने चल रहे ऑपरेशन में दो आतंकवादियों को मार गिराया है। इससे पहले चिनार कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि जब सैनिकों ने कुपवाड़ा के गुगलधार में संदिग्ध गतिविधि देखी। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दी, जिसके कारण आतंकवादियों के साथ गोलीबारी हुई। सतर्क सैनिकों ने प्रभावी गोलीबारी की। आपरेशन जारी है। आज तड़के सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया तो दो आतंकवादियों के शव बरामद हुए। सेना ने इलाके से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सर्दियों के शुरू होने से पहले ऐसी सूचनाएं हैं कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा के इस पार आने की पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोधी अभियान को कड़ा कर दिया गया है और सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, ताकि घुसपैठ की कोई भी कोशिश कामयाब न हो सके। इससे पहले 28 सितंबर को कठुआ जिले में बिलावर तहसील के कोग-मंडली में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल बशीर अहमद की मौत हो गई थी। मुठभेड़ के दूसरे दिन एक आतंकी मारा गया था।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 2 आतंकी ढेर, एलओसी पर घुसपैठ की कर रहे थे कोशिश

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जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा ने सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। सेना ने उत्तरी कश्मीर के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा के गुगलधार इलाके से घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो अज्ञात आतंकवादियों को ढेर कर दिया है।भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स ने बताया कि शुक्रवार, 4 अक्टूबर को सेना और पुलिस को एक संदिग्ध एक्टिविटी दिखी। इसके बाद जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया गया। इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग कर दी। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए।

सेना की चिनार कोर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। सेना ने कहा कि सुरक्षा बलों ने चल रहे ऑपरेशन में दो आतंकवादियों को मार गिराया है। इससे पहले चिनार कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि जब सैनिकों ने कुपवाड़ा के गुगलधार में संदिग्ध गतिविधि देखी। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दी, जिसके कारण आतंकवादियों के साथ गोलीबारी हुई। सतर्क सैनिकों ने प्रभावी गोलीबारी की। आपरेशन जारी है।

आज तड़के सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया तो दो आतंकवादियों के शव बरामद हुए। सेना ने इलाके से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सर्दियों के शुरू होने से पहले ऐसी सूचनाएं हैं कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा के इस पार आने की पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोधी अभियान को कड़ा कर दिया गया है और सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, ताकि घुसपैठ की कोई भी कोशिश कामयाब न हो सके।

इससे पहले 28 सितंबर को कठुआ जिले में बिलावर तहसील के कोग-मंडली में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल बशीर अहमद की मौत हो गई थी। मुठभेड़ के दूसरे दिन एक आतंकी मारा गया था।

पश्चिम एशिया में भारत कम कर सकता है तनाव? ईरानी राजदूत के बयान में कितना दम*
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मिडिल ईस्ट में लगातार संघर्ष बढ़ता जा रहा है। इजरायल हमास के साथ अब लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ बमों की बारिश कर रहा है। इजराइल और हिजबुल्ला के बीच शुरू हुए संघर्ष में ईरान भी शामिल हो गया है। इससे पश्चिम एशिया में तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया है और इसके व्यापक युद्ध में बदलने का खतरा पैदा हो गया है। इस बीच ईरान के राजदूत इराज इलाही भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है। इराज इलाही का कहना है कि एक बड़ी ताकत और ग्लोबल साउथ की आवाज होने के नाते भारत तनाव को कम करने में सक्रिय भूमिका निभा सकता है। *भारत से हस्तक्षेप की मांग* ईरान की ओर से हाल ही में इजरायल पर मिसाइलों से हमला किया गया। शुक्रवार को ईरानी सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने इजरायल के खात्मे की बात कहीं। इस बीच भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने क्षेत्र में स्थिरता लाने में मदद के लिए भारत से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि भारत को इस मौके का इस्तेमाल इजरायल को मनाने के लिए करना चाहिए, ताकि वह अपनी आक्रामकता को रोके और क्षेत्र में शांति आ सके। *एक शक्तिशाली देश के बजाय एक शक्तिशाली क्षेत्र की चाह* ईरान के राजदूत ने कहा कि हमारा मानना है कि इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता की आवश्यकता है। हम (ईरान) एक शक्तिशाली देश के बजाय एक शक्तिशाली क्षेत्र चाहते हैं। किसी देश के विकास के लिए शांति और स्थिरता सबसे पहली शर्त है। उन्होंने कहा, लेकिन फिलिस्तीन में जो हो रहा है उसके प्रति हम बेरुखी नहीं दिखा सकते, हम फिलिस्तीन में लोगों के मारे जाने की घटनाओं को नजरअंदाज या उपेक्षा नहीं कर सकते। *भारत से उम्मीद* राजदूत ने भारत के साथ संबंधों पर कहा कि भारत ईरान और इजराइल दोनों का घनिष्ठ मित्र है। इलाही ने कहा, लेकिन हमारे रिश्ते 2,000 साल पुराने हैं जबकि भारत और इजराइल के रिश्ते इतने पुराने नहीं हैं। एक बड़ी शक्ति और ग्लोबल साउथ की आवाज होने के नाते भारत इस क्षेत्र में तनाव कम करने में सक्रिय भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि ईरान को उम्मीद है कि भारत तनाव कम करने के लिए अपने प्रभाव और क्षमताओं का इस्तेमाल करेगा।