डेढ़ दर्जन लोगों को पागल कुत्ता ने बनाया शिकार , दहशत में लोग
श्रीप्रकाश यादव
चंदौली, सकलडीहा। क्षेत्र के डेढावल और उकनी बीरमराय गांव में एक पागल कुत्ते ने गुरुवार को शाम में तकरीबन डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया. कुत्ते के हमले से लोग दहशत में हैं. गुरुवार को सरकारी अस्पताल में लगभग एक दर्जन लोग एंटीरेबिज का इंजेक्शन लगवाने पहुंचे।
गुरुवार की सुबह से शाम तक एक पागल कुत्ता ने डेढ़ावल और उकनी बीरमराय में दौड़ा-दौड़ाकर डेढ दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया. अगस्त माह से कुत्तों के प्रजनन काल का समय होता है.इस दौरान गांव, शहर चारों ओर आवारा कुत्तों की बाढ़ सी आ जाती है. इसी दौरान कुत्ते पागल भी हो जाते हैं और लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर देते हैं. आवारा कुत्तों की निगरानी पशु चिकित्सा विभाग को करनी चाहिए, पर जिम्मेदार विभाग ध्यान नहीं देते हैं. पशु चिकित्सा विभाग द्वारा पशुओं की गणना तो की जाती है पर जिले में कितने आवारा व पालतू कुत्ते हैं यह रिकॉर्ड पशु चिकित्सा विभाग के पास नहीं है.
कैसे पहचानें पागल कुत्ते को
मुख्य चिकित्साधिकारी वाई के राय ने बताया कि पागल कुत्ता एक जगह पर नहीं बैठता. इसके अलावा वह सीधा नहीं चलता और उसे खाने पीने की सुध नहीं रहती इस वजह से वह सूख जाता है, उसकी पूंछ सीधी हो जाती है और व आड़े-तिरछे भागते हुए सामने में जो भी मिल जाता है. उसे अपना शिकार बना लेता है. जब कोई कुत्ता ऐसी हरकत करे तो लोगों को सावधान व सतर्क हो जाना चाहिए.
दर्जन भर पहुंचे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सकलडीहा
कुत्ता काटने के बाद कई लोग टीका लगवाने के लिए सकलडीहा सीएचसी पंहुचे. धर्मेश यादव, रवि खरवार, नित्यानंद तिवारी, छवि राय, अनील सोनकर, दिनेश चौहान, सनोज चौहान, श्रेया प्रजापति, लेकर इनके परिजन जिला अस्पताल पहुंचे जहां एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगाया गया.
एंटी रैबीज है बेहतर इलाज
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वाई के राय का कहना है कि पागल कुत्ते के काटने पर एंटी रैबीज ही उसका बेहतर इलाज है. अस्पताल में यह टीका पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, किसी को कुत्ते काटे तो तत्काल प्रभावित स्थान को साबुन या डेटाल से साफ कर दें इसके बाद अस्पताल आकर रैबीज का इंजेक्शन लगवाएं।
Oct 04 2024, 15:11