ग्राम विकास अधिकारी पर मृत्यु प्रमाण पत्र के बदले 5 हजार रुपये मांगने का आरोप
अमृतपुर फर्रुखाबाद 1 अक्टूबर। जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार नई-नई योजनाओं को लागू करती रहती है। आय जाति मूल प्रमाण पत्र एवं मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए लोगों को कर्मचारी और अधिकारियों के चक्कर न लगाने पड़े इसके लिए गाइडलाइन जारी की गई और उसमें दर्शाया गया कि 15 दिनों के अंदर कार्रवाई संतोषजनक पूर्ण की जाए। जिससे प्रपत्र पाने वालों को किसी समस्या का सामना न करना पड़े। परंतु यहां तो मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बीते 6 माह से एक भाई लगातार चक्कर लगा रहा है।
थाना क्षेत्र के ग्राम रुलापुर निवासी मृतक आदर्श दीक्षित की मृत्यु बीते 17 अप्रैल 2024 को कानपुर के अस्पताल में हो गई थी। जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए 30 अप्रैल 2024 को आवेदन किया गया। परंतु 6 माह बीत जाने के बाद भी प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया। प्रार्थी बिंद्रा चरण दीक्षित ने जिला पंचायत राज अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि सचिव प्रमाण पत्र देने के बदले 5 हजार रुपये की नगद राशि मांग रहा है। जो की वह देने में असमर्थ है। इससे पहले प्रार्थी 9 जुलाई को एसडीएम दरबार में भी मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए फरियाद कर चुका है। अब इतना अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हो पाया तो ऐसी स्थिति में उसके परिजन परेशान होने लगे और पत्नी सरकारी सहायता एवं जीवन बीमा जैसे अन्य सहायताओं से वंचित हो गई।
संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी से लेकर अन्य उच्च अधिकारी तक प्रमाण पत्रों के समय से बनाए जाने को लेकर लगातार शक्ति दिखाते रहते हैं। परंतु कर्मचारियों की मनमानी के चलते गांव देहात क्षेत्र के लोगों को लगातार मुसीबत का सामना करना पड़ता है। भ्रष्टाचार में डूबे कर्मचारी और उनके कार्यालय जब तक ईमानदारी से खंगाले नहीं जाएंगे और इन पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक जरूरतमंद लोग यूं ही परेशान होते रहेंगे।ग्राम पंचायत अधिकारी मनीष यादव ने बताया कि यह मृत्यु प्रमाण पत्र कानपुर नगर निगम से ही जारी होगा।
Oct 01 2024, 19:32