मंडी पास को लेकर विवाद, ट्रांसपोर्टर पर मंडी निरीक्षक और गार्ड से हाथापाई करने का लगने
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कन्नौज जिले की छिबरामऊ मंडी समिति में गेट पास को लेकर मंडी निरीक्षक और ट्रांसपोर्टर के बीच विवाद का मामला सामने आया है। विवाद के दौरान मंडी निरीक्षक, गार्ड और ट्रांसपोर्टर के मध्य हाथापाई की बात भी सामने आई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
बताते चलें कि मंडी निरीक्षक श्रवण कुमार परमार के मुताबिक उनको सूचना मिली थी कि, कुछ दिनों से उनके क्षेत्र से आलू लोड कर ट्रक निकलते हैं। इन ट्रकों के कुछ चालकों के पास कन्नौज जिले का गेट पास होने की बजाय मैनपुरी जिले का गेट पास होता है। इसी मामले की जांच के लिये मंडी निरीक्षक परमार गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के समधन गेट के पास पहुंचकर चेकिंग कर रहे थे। उनके साथ मंडी का गार्ड भी मौजूद था। परमार के मुताबिक जांच के दौरान आलू लड़े एक ट्रक को रोका गया, और पूंछतांछ की गई। जिसके बाद ट्रक ड्राइवर के मुताबिक बताया गया कि, उनके द्वारा मलिकपुर कस्बे के एक कोल्ड स्टोर से आलू के पैकेट लादे गये हैं। जांच में गेट पास कन्नौज की जगह मैनपुरी जिले का होना पाया गया। उपरोक्त मामले पर जब मंडी निरीक्षक ट्रक पर कार्यवाही कर रहे थे, तभी मंडी निरीक्षक के मुताबिक ट्रांसपोर्टर अवधेश गुप्ता वहां पहुंचे।
मंडी निरीक्षक का कहना था, कि कार्यवाही को लेकर ट्रांसपोर्टर द्वारा उनके और सुरक्षा गार्ड के साथ पहले कहासुनी और उसके बाद गाली गलौज और अभद्रता भी की गई।उपरोक्त संधर्व में ट्रांसपोर्टर अवधेश गुप्ता ने बताया कि, वह ट्रक चालक पर कार्यवाही की सूचना पर मौके पर जानकारी करने गये थे। जब मंडी निरीक्षक से मामले को लेकर बात की गई तो उनके द्वारा नेतागिरी करने की बात कहते हुये नकारात्मक व्यवहार किया गया।
बताते चलें कि उपरोक्त घटनाक्रम से जहां बीती रात मंडी में हड़कंप मचा रहा, वहीं मंडी निरीक्षक द्वारा कार्यवाही को लेकर कोतवाली गुरसहायगंज में शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया है। मंडी निरीक्षक का आरोप था कि, गेट पास में धांधली के मामले में ट्रांसपोर्टर की भूमिका संदिग्ध है। वहीं ट्रांसपोर्टर मंडी निरीक्षक के इस आरोप को गलत बता रहे हैं।
फिलहाल पूरे मामले की जांच पुलिस द्वारा शुरू कर दी गई है।



पंकज कुमार श्रीवास्तव







पंकज कुमार श्रीवास्तव
कन्नौज।पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद के निर्देशानुसार व अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के पर्यवेक्षण में एवं क्षेत्राधिकारी यातायात डा.प्रियंका वाजपेई के नेतृत्व में यातायात प्रभारी आफाक खां ने आगरा से लखनऊ की तरफ तिर्वा थाना क्षेत्र में स्पीड लेजर गन द्वारा ओवर स्पीडिंग करने वाले वाहनों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की गई। जिसमें पांच डबल डेकर/स्लीपर बसों का ओवर स्पीडिंग में चालान किया गया। वहीं 20 ऐसे चार पहिया हल्के वाहनों के चालान किए गए। जिनकी 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से लेकर 150 किलोमीटर की रफ्तार देखने को मिली। ओवर स्पीडिंग से हादसे को सबसे अधिक खतरा प्रभारी द्वारा बताया गया कि ओवर स्पीडिंग के कारण सबसे अधिक और सबसे खतरनाक दुर्घटनाएं होती हैं।क्योंकि 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक गाड़ी को चलाने पर टनल विजन (संकीर्ण दृष्टि) की समस्या उत्पन्न होने लगती है। जिस कारण वाहन चालक की आंखें पूरी सड़क को समय से स्कैन नहीं कर पाती हैं।और अचानक कोई चीज सामने आने पर या सड़क के दाहिने बाएं से आने पर दुर्घटना को रोकना नामुमकिन हो जाता है।अत्यधिक स्पीड में वाहन चलाने पर अचानक कोई खतरा आने पर ब्रेकिंग डिस्टेंस कम पड़ जाता है। जिस कारण दुर्घटना रोकना संभव नहीं हो पाता है। सौ किलोमीटर के अंदर वाहन चलाने की जा रही अपील अत्यधिक स्पीड में वाहन के माइलेज में भी फर्क पड़ता है। यदि आप 100 किलोमीटर प्रति घंटा के अंदर अपने वाहन को चलाते हैं। तो आपको अच्छा माइलेज मिलता है। और ईंधन कम खर्च होता है। पैसा भी बचाया जा सकता है, जिंदगी भी बचाई जा सकती है। इसलिए यातायात पुलिस अपील करती है की गतिसीमा का उल्लंघन न करें। सुरक्षित चलें।
पंकज कुमार श्रीवास्तव
Sep 30 2024, 17:57
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