*कोटेदार के पति ने पूर्ति निरीक्षक पर लगाया रिश्वत मांगने का आरोप*
फर्रुखाबाद- तहसील क्षेत्र के गांव गूजरपुर पमारान की कोटेदार अंगूरा देवी के पति राम जीत उर्फ भूरे ने पूर्ति निरीक्षक अमित चौधरी पर आरोप रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।राम जीत का आरोप है कि पूर्ति निरीक्षक ने उससे 5000 रूपये मांगे गए थे और ऑफिस से निकल जाने की धमकी दी थी।
राम जीत के मुताबिक 21 सितंबर शनिवार को तहसील दिवस पर पूर्ति निरीक्षक ने कहा कि तुमने अभी तक रुपए नहीं दिया है तो ऑफिस में आने का क्या मतलब रहा, ऑफिस से बाहर निकल जाओ। जब राम जीत उर्फ भूरे कुशवाहा पीड़ित कार्ड धारकों को लेकर अंत्योदय कार्ड धारक का ट्रांसफर करवाने के लिए ऑफिस गया। कार्ड बनवाने के नाम पर पैसे की बात की जिस पर कोटेदार पति राम जीत उर्फ भूरे ने रुपए देने से मना किया। जिस पर गुस्साए पूर्ति निरीक्षक अमित चौधरी ने कोटेदार पति को ऑफिस से बाहर जाने को कहा। कोटेदार पति ने आरोप लगाया कि पूर्ति निरीक्षक ने जनपद के नेताओं के लिए भी अपशब्दों का प्रयोग किया और कहा की देखते हैं कि कैसे मेरा जनपद के नेता ट्रांसफर करवाते हैं।
वही अमैयापुर निवासी नेकसे की पत्नी श्रीदेवी का दो वर्ष पूर्व बीमारी के चलते निधन हो गया था। श्री देवी के नाम अंत्योदय कार्ड बना है। नेकसे कई बार ऑफिस में दौड़ा लेकिन उसका कोई काम नहीं किया गया। नेकसे ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे से पूर्ति निरीक्षक ने 2 हजार रुपए की मांग की। और ऑनलाइन कराकर रिसीविंग मांगी वह मेरे द्वारा ऑफिस में जमा की। रुपए मेरे द्वारा नहीं दिए जा सके। मैं गरीबी से जूझ रहा हूं। ना ही मेरे और परिजनों के पास रहने के लिए मकान है और मैं अपना पेट पालने के लिए प्रतिदिन मजदूरी करके खाता हूं। जिससे मेरा राशन कार्ड ट्रांसफर किया जा सका। जब मैं तहसील दिवस पर जा रहा था। तब पूर्ति निरीक्षक द्वारा मना किया गया। कि आप मेरी शिकायत मत कीजिए मैं आपका अंत्योदय कार्ड अति शीघ्र ट्रांसफर करवा देंगे इस आस को लेकर मैं वापस घर लौट आया। लेकिन विकास खंड में कई एक ग्राम पंचायतों में अंत्योदय कार्डो का संशोधन कर दिए गए। हम जैसे व्यक्तियों की कोई शासन और प्रशासन में सुनने बाला कोई नही है।
दिनांक 28 सितंबर को इस मामले में पीड़ित नेकसे ने सांसद मुकेश राजपूत से गुहार लगाई। जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पीड़ित नेकसे को सोमवार को जिला कार्यालय में भेज देना मैं नेकसे के नाम कार्ड का संशोधन करवा देता हूं।
ये वही रिश्वतखोर पूर्ति निरीक्षक है। जिन्होंने 4 जनवरी 2022 दिन मंगलवार को संडीला तहसील में उचित दर विक्रेता के पुत्र सलमान से ₹10000 लेते हुए भ्रष्टाचार निवारण विभाग लखनऊ के अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ा था। जिसका मुकदमा कोतवाली कछौना मैं सुसंगत धाराओं में किया गया था। वही अमृतपुर तहसील में वही हाल बनाकर रख दिया है।
Sep 28 2024, 17:06