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नहीं थम रहा है JSSC CGL परीक्षा लीक का मामला, हज़ारीबाग़ के सैकड़ो छात्र JSSC कार्यालय के घेराव के लिए हज़ारीबाग़ से पैदल कूच करेंगे रांची


झारखंड डेस्क 

झारखंड में JSSC CGL परीक्षा में लीक का मामला थम नहीं रहा है.पिछले 21 और 22 सितंबर को हुई JSSC CGL परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत की जांच की मांग हज़ारीबग के कुछ अभ्यर्थियों और दो कोचिंग संस्थानों द्वारा की गयी है।

इस मुद्दे को लेकर हज़ारीबाग़ में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों ने हजारीबाग से रांची तक पदयात्रा करने और रांची के नामकुम स्थित JSSC कार्यालय का घेराव करने का ऐलान किया है।

इस मामले में शुक्रवार को हजारीबाग जिले के गांधी मैदान में सैकड़ों अभ्यर्थियों ने एक बैठक की थी। उसके बाद इस आंदोलन की रूप रेखा तैयार की गयी है.

इसी निर्णय के तहत अभ्यर्थी 29 सितंबर को सुबह 7 बजे हजारीबाग से रांची के लिए रवाना होंगे। इन अभ्यार्थियों का आरोप है कि एजेंसी के जरिए इस बार पेपर लीक करवाया गया है।

JSSC CGL की परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत करने वालों में शामिल अभ्यर्थी विनय कुमार को भी कमेटी ने जांच के लिए रांची बुलाया है। विनय कुमार ने बताया कि बड़े पैमाने पर पेपर लीक हुआ है।

इस नौकरी की चाह में वर्ष 2019 में 35,000 रुपए की नौकरी छोड़ दी थी। विनय कुमार को भी जेएसएससी की ओर से गठित जांच दल ने 30 सितंबर को जांच में शामिल होने के लिए ऑफिस बुलाया है।

भाजपा आगामी विधानसभा के लिए चुनावी घोषणा पत्र 3 अक्टूबर को जारी करेगी,चुनावी मुद्दा में घुसपैठियों को निकाल बाहार करना महत्वपूर्ण होगा

झारखंड डेस्क

 भारतीय जनता पार्ट झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र के मुख्य बिंदुओं को तीन अक्टूबर से जारी करना शुरू करेगी। झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव इस वर्ष के अंत में होने हैं और तारीखों की घोषणा अगले महीने किए जाने की संभावना है।

इस संबंध में झारखंड के भाजपा का चुनाव सह प्रभारी हिमंत विश्व सरमा ने पार्टी की चुनाव संबंधी तैयारियों की समीक्षा करने के बाद पत्रकारों से कहा कि ‘हम अपने घोषणापत्र के मुख्य बिंदुओं को तीन अक्टूबर से जारी करना शुरू करेंगे।

 विदित हो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो अक्टूबर को हजारीबाग में भाजपा की परिवर्तन यात्रा की समापन रैली को संबोधित करेंगे।’

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुरू की गई भाजपा की ‘परिवर्तन यात्रा’ का लक्ष्य दो अक्टूबर तक राज्य के 24 जिलों के 81 विधानसभा क्षेत्रों में 5,400 किलोमीटर की दूरी तय करना है।और आम लोगों तक पहुंच कर झारखंड में सत्ता परिवर्तन के लिए जागरूक करना है।

 झारखंड में चुनाव के लिए भाजपा द्वारा गठबंधन पर घुसपैठियों को ‘‘संरक्षण देने’’ का आरोप लगाया जा रहा है ।भाजपा का आरोप है कि झामुमो की सरकार घुसपैठियों को यहाँ सरक्षण दे रही है जबकि भाजपा राज्य में सत्ता में आने के बाद इन घुसपैठियों को बाहर निकाल देगी।

वहीं इसी मसले पर हाल ही में झारखंड हाईकोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई की थी। ये याचिका जमशेदपुर के एक निवासी ने दायर की थी। झारखंड हाईकोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। लिहाजा लोगों की नजरें झारखंड हाईकोर्ट के आने वाले फैसले पर भी टिकी हैं।

उड़ीसा के राजभवन में उड़ीसा के राज्यपाल रघुवरदास से मिले हिमंत बिस्वा सरमा,इस मुलाकात को लेकर निकाले जा रहे हैं कई सियासी कयास


झारखंड डेस्क

झारखंड बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी एवं असम के मुख्यमंत्री 

हिमंता बिस्वा सरमा ने ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की। भुवनेश्वर राजभवन में हुई इस मुलाकात की तस्वीर खुद हिमंता बिस्वा सरमा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर शेयर किया।

 झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। ओडिशा के राज्यपाल के साथ सीएम मोहन चरण मांझी थे मौजूद थे।

हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा- 'ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास से भुवनेश्वर राजभवन में मुलाकात का सौभाग्य मिला। इस मुलाकात के दौरान ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी भी मौजूद थे।'

हिमंता बिस्वा सरमा के इस पोस्ट ने झारखंड की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर इस मुलाकात को देखा जा रहा है। बीजेपी अक्टूबर के पहले हफ्ते में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगा उससे पहले इस मुलाकात के राजनीति मायने भी निकाले जा रहे है।

रघुवर दास की सीट पर इस बार जेडीयू की दावेदारी

झारखंड के मुख्यमंत्री रहे रघुवर दास की पुरानी सीट पर जेडीयू दावा ठोक रही है। वहां से सरयू राय विधायक है और जेडीयू के टिकट पर एक बार फिर से उम्मीदवार बनने की तैयारी में है। ऐसे में उस सीट पर पेंच फंसा हुआ है। कई विधायक और संभावित उम्मीदवार ऐसे है जो राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी रहे है।

झारखंड में उम्मीदवार चयन के लिए हिमंता को माना जा राहा है मुख्य रणनीतिकार

हिमंता बिस्वा सरमा झारखंड में बीजेपी की ओर से मुख्य रणनीतिकार हैं। चंपाई सोरेन को बीजेपी में शामिल कराने से लेकर गठबंधन तक के फैसलों में उनकी अहम भूमिका रही है, ऐसे में हेमंता के रघुवर दास से मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से भी देखा जा रहा है।

28 सितंबर को फिर झारखंड आएंगे हिमंता बिस्वा सरमा

हिमंता 28 सितंबर को फिर से झारखंड आ रहे है। वो रांची आने के बाद हजारीबाग जाएंगे जहां दो अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की तैयारियों को लेकर समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही वो आजसू पार्टी से लेकर जेडीयू तक से होने वाले गठबंधन और सीटों के तालमेल पर फैसला लेंगे। इससे पहले रघुवर दास से उनकी मुलाकात को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

उड़ीसा के राजभवन में उड़ीसा के राज्यपाल रघुवरदास से मिले हिमंता विश्व सरमा,इस मुलाकात को लेकर निकाले जा रहे हैं कई सियासी कयास

झारखंड डेस्क

झारखंड बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी एवं असम के मुख्यमंत्री 

हिमंता बिस्वा सरमा ने ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की। भुवनेश्वर राजभवन में हुई इस मुलाकात की तस्वीर खुद हिमंता बिस्वा सरमा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर शेयर किया।

 झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। ओडिशा के राज्यपाल के साथ सीएम मोहन चरण मांझी थे मौजूद थे।

हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा- 'ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास से भुवनेश्वर राजभवन में मुलाकात का सौभाग्य मिला। इस मुलाकात के दौरान ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी भी मौजूद थे।'

हिमंता बिस्वा सरमा के इस पोस्ट ने झारखंड की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर इस मुलाकात को देखा जा रहा है। बीजेपी अक्टूबर के पहले हफ्ते में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगा उससे पहले इस मुलाकात के राजनीति मायने भी निकाले जा रहे है।

रघुवर दास की सीट पर इस बार जेडीयू की दावेदारी

झारखंड के मुख्यमंत्री रहे रघुवर दास की पुरानी सीट पर जेडीयू दावा ठोक रही है। वहां से सरयू राय विधायक है और जेडीयू के टिकट पर एक बार फिर से उम्मीदवार बनने की तैयारी में है। ऐसे में उस सीट पर पेंच फंसा हुआ है। कई विधायक और संभावित उम्मीदवार ऐसे है जो राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी रहे है।

झारखंड में उम्मीदवार चयन के लिए हिमंता को माना जा राहा है मुख्य रणनीतिकार

हिमंता बिस्वा सरमा झारखंड में बीजेपी की ओर से मुख्य रणनीतिकार हैं। चंपाई सोरेन को बीजेपी में शामिल कराने से लेकर गठबंधन तक के फैसलों में उनकी अहम भूमिका रही है, ऐसे में हेमंता के रघुवर दास से मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से भी देखा जा रहा है।

28 सितंबर को फिर झारखंड आएंगे हिमंता बिस्वा सरमा

हिमंता 28 सितंबर को फिर से झारखंड आ रहे है। वो रांची आने के बाद हजारीबाग जाएंगे जहां दो अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की तैयारियों को लेकर समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही वो आजसू पार्टी से लेकर जेडीयू तक से होने वाले गठबंधन और सीटों के तालमेल पर फैसला लेंगे। इससे पहले रघुवर दास से उनकी मुलाकात को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

गुड न्यूज : झारखंड चुनाव के बाद भी नहीं बंद होगी 'मइयां सम्मान योजना'? कल्पना सोरेन ने कर दिया साफ*

रांची : झारखंड विधानसभा चुनावों की आहट मिलना शुरू हो गई है। आने वाले कुछ दिनों में चुनाव आयोग इसकी तारीखों का ऐलान भी करने वाला है। ऐसे में प्रदेश की सत्ता में बैठी पार्टी और विपक्षी पार्टी भाजपा के बीच तकरार जारी है। चुनावी सुगबुगाहट के बीच झारखंड में एक सवाल सामने आया कि क्या हेमंत सोरेन सरकार की मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना सिर्फ एक चुनावी स्टंट है और चुनावों के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा? इस मामले पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन ने सबकुछ साफ कर दिया है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा है। शुक्रवार को कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना यात्रा के लिए पूर्वी सिंहभूम जिले में थीं। यहां विपक्षी पार्टियों खासकर भारतीय जनता पार्टी पर उन्होंने तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री मइयां योजना के भविष्य को लेकर भ्रम फैला रही है, वो सही नहीं है। कल्पना ने कहा कि मइयां सम्मान योजना चुनाव के बाद भी बिना रोकटोक के चलती रहेगी। पूर्वी सिंहभूम की यात्रा के दौरान जेएमएम नेता कल्पना सोरेन ने कहा कि झारखंड बनने के बाद से पहली बार हुआ है, जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 18-50 साल की महिलाओं के लिए यह योजना शुरू की है, जिसमें प्रदेश की आधी से ज्यादा महिला आबादी को 1 हजार रुपए महीने दिया जा रहा है। इस दौरान कल्पना सोरेन भाजपा पर आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह दावा गलत है कि चुनाव के बाद यह योजना बंद हो जाएगी। कल्पना का कहना है कि चुनावों के बाद भी यह योजना निरंतर चलती रहेगी। यात्रा के दौरान कल्पना सोरेन ने भाजपा पर बहुत बड़ा आरोप लगाया है। कल्पना का कहना है कि भाजपा से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना को बंद करने के लिए कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए महिलाओं को भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना चुनावों के बाद भी चलती रहेगी और महिलाओं को इसका लाभी मिलता रहेगा। यात्रा के दौरान कल्पना सोरेन ने हेमंत सोरेन सरकार के लिए महिलाओं से समर्थन की भी मांग की।
झारखंड और महाराष्ट्र मे अक्टूबर माह में विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा हो सकती है.

बड़ी खबर सामने आयी है, झारखंड के बाद अब गुरुवार को चुनाव आयोग की टीम महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का जायजा लेने देर शाम मुंबई पहुंची। 

महाराष्ट्र के दौरे पर पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, सुखबीर सिंह संधू के साथ लगभग 12 अधिकारियों का दल है। आयोग अगले दो दिन तक राज्य में चुनावी तैयारी की समीक्षा करेगा। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है।

महाराष्ट्र दौरे पर चुनाव आयोग के अधिकारी राजनीतिक दलों, प्रवर्तन एजेंसियों के प्रतिनिधियों, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के नोडल अधिकारियों, विशेष पुलिस नोडल अधिकारियों, मुख्य चुनाव अधिकारियों, राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रशासनिक सचिवों और वरिष्ठ पुलिसकर्मियों से मुलाकात करेगा।

आयोग अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में कभी भी चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। संभावना जताई जा रही है कि दोनों राज्यों में नवंबर में एक साथ विधानसभा के चुनाव कराए जा सकते हैं।उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में पिछली बार अक्तूबर में ही विधानसभा के चुनाव हुए थे।

झारखंड सरकार अब खनिजों के खनन पर वसूलेगी टैक्स,विधानसभा में पारित विधेयक को राज्यपाल ने दिया मंज़ूरी

झारखंड डेस्क 

झारखंड सरकार राज्य में खनिजों के खनन पर उपकर वसूल सकेगी। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने ‘झारखंड खनिज धारित भूमि उपकर विधेयक-2024’ को गुरुवार को मंजूरी दे दी। अब गजट नोटिफिकेशन के साथ ही यह कानून का रूप ले लेगा। इसके बाद खनिजों पर उपकर की वसूली की जाएगी।

उपकर खनिजों की मात्रा और वजन के हिसाब से वसूली की जाएगी 

झारखंड सरकार उपकर खनिजों की मात्रा पर वजन के हिसाब से वसूली करेगी.प्रति मीट्रिक टन कोयला और लौह अयस्क के लिए 100 रुपए, बॉक्साइट पर 70 रुपए और चूना पत्थर व मैगनीज अयस्क खनन पर 50 रुपए होगा। राज्य सरकार अन्य खनिजों से प्रति टन निर्धारित रॉयल्टी का 50 प्रतिशत वसूलेगी। उपकर राज्य खनन एवं भूगर्भ विज्ञान विभाग एकत्र करेगा। बता दें कि सर्वोच्च न्यायाल ने 25 जुलाई को एक आदेश में राज्यों को खनिज वाली भूमि पर उपकर संग्रहण की शक्ति दी है। उसी के तहत उपकर का प्रावधान किया गया है।

 विधानसभा पटल पर दो अगस्त को रखा गया था यह विधेयक.

यह विधेयक विधानसभा पटल पर दो अगस्त को रखा गया था। उस दौरान विपक्ष की ओर से विधेयक में संशोधन और प्रवर समिति को सौंपने का प्रस्ताव दिया गया। विपक्ष के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन में संशोधन करते हुए कहा था कि यह विधेयक महत्वपूर्ण, बहुउद्देशीय और मूल्यवर्धित है। समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं। 

कोयला, लौह अयस्क, चूना पत्थर, बॉक्साईड आदि खनिज आधारित भूमि पर लागू उपकर को अधिसूचना के माध्यम से घटाया या बढ़ाया जा सकेगा। इसके बाद विधेयक ध्वनिमत से पारित हुआ था। इसके बाद राज्यपाल की स्वीकृति के लिए भेजा गया था। प्रावधान के तहत झारखंड खनिज धारित भूमि उपकर विधेयक-2024 में उपकर नहीं देने पर ब्याज भी लगाया जाएगा।

हेमंत सोरेन की 17.6 लाख किसानों को बड़ी सौगात, कृषि लोन माफ


झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को पौने दो लाख से अधिक किसानों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने 400 करोड़ से अधिक का कृषि लोन माफ कर दिया।

राजधानी रांची के प्रभाततारा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने डीबीटी के जरिए राशि का हस्तांतरण किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि काला कानूनों के जरिए केंद्र सरकार किसानों का हक मारने की फिराक में थी, लेकिन किसानों ने आंदोलन के जरिए एकजुटता दिखाकर सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया था। राज्य सरकार हर समय किसानों के साथ है। उनकी आर्थिक मजबूती राज्य सरकार का लक्ष्य है और इसी दिशा में ये कदम उठाया गया है।

दुखद : “गोल्ड मेडलिस्ट तीरंदाज दीपक कर्मकार का निधन : जिंदगी की जंग हार गया होनहार तीरंदाज


बोकारो : बोकारो जिला के कसमार प्रखंड के चौड़ा गांव के निवासी, राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रशिक्षक करण कुमार कर्मकार के पुत्र और होनहार तीरंदाज दीपक कर्मकार का गुरुवार सुबह जमशेदपुर में निधन हो गया। दीपक मात्र 13 वर्ष के थे और तीरंदाजी में अपने असाधारण प्रदर्शन के कारण राष्ट्रीय स्तर पर कई स्वर्ण पदक जीत चुके थे।

अचानक तबीयत बिगड़ी, जमशेदपुर में चल रहा था इलाज 

दीपक की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें एक सप्ताह पूर्व जमशेदपुर के कैंसर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उनका इलाज चल रहा था, परंतु गुरुवार सुबह उनका निधन हो गया।दीपक के असामयिक निधन ने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया है।

पैतृक गांव में शोक की लहर

जैसे ही दीपक के निधन की खबर उनके गांव पहुंची, सैकड़ों लोग उनके घर पर शोक व्यक्त करने के लिए एकत्र हो गए। गुरुवार शाम करीब तीन बजे जब उनका शव एम्बुलेंस द्वारा उनके गांव पहुंचा, तो वहां का माहौल बेहद गमगीन हो गया। परिजनों के करुण क्रंदन से पूरा गांव शोक में डूब गया।

प्रमुख नेता और समाजसेवियों ने दी श्रद्धांजलि

दीपक कर्मकार के अंतिम संस्कार में गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो, जिला परिषद सदस्य अमरदीप महाराज, जेएलकेएम नेता गुणानंद महतो, आजसू प्रखंड अध्यक्ष महेंद्रनाथ महतो, मुखिया प्रतिनिधि मनोज कुमार महतो, आजसू नेता संतोष महतो, किरानी करमाली, मनीष जायसवाल, कुलदीप करमाली, जितेंद्र कुमार, प्रकाश राम, डी सहेश्वरी, राजेश करमाली, विक्की राज करमाली, सूरज टुडू, समेत काफी संख्या में लोग पहुंचे तथा श्रद्धांजलि दी। इधर, कसमार प्रखंड प्रमुख नियोती कुमारी, गोमिया के जिप सदस्य आकाश लाल सिंह, पूर्व उपप्रमुख ज्योत्सना झा, तपन कुमार झा, पूर्व मुखिया रामसेवक जायसवाल, शिक्षक पंकज कुमार जायसवाल आदि ने भी गहरा शोक जताया है। इस दौरान चौड़ा स्थित अंतिम संस्कार स्थल में लोगों ने दो मिनट मौन रहकर दीपक कर्मकार को श्रद्धांजलि अर्पित की।

तीरंदाजी में दीपक के उत्कृष्ट योगदान

दीपक ने अपने छोटे से जीवन में तीरंदाजी के क्षेत्र में कई बड़े मुकाम हासिल किए थे। सितंबर 2023 में जमशेदपुर में आयोजित 15वीं राज्य तीरंदाजी चैंपियनशिप में उन्होंने तीन स्वर्ण पदक जीते थे। इसके अलावा, फरवरी 2023 में रांची में आयोजित सांसद खेल महोत्सव में भी उन्होंने तीरंदाजी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता। मई 2022 में आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में आयोजित राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप और जनवरी 2023 में विजयवाड़ा में आयोजित राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में भी दीपक ने कई मेडल जीतकर क्षेत्र का नाम रोशन किया था।

समाज में गहरी छाप छोड़ गए दीपक

दीपक कर्मकार अपने शानदार प्रदर्शन और उपलब्धियों के साथ ही अपने सरल स्वभाव के कारण भी सभी के प्रिय थे। उनके निधन से तीरंदाजी जगत और उनके परिवार के साथ-साथ पूरे समाज को गहरी क्षति हुई है। उनके योगदान और उनकी स्मृतियां सभी के दिलों में अमर रहेंगी।

विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं में जुबानी जंग तेज़, पूर्व सीएम चम्पई ने कहा- कांग्रेस कभी झारखंड के हितेषी नहीं हो सकते


झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं के बीच जुबानी हमले तेज हो गए हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता चंपाई सोरेन ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस कभी भी झारखंड और यहां के आदिवासियों की हितैषी नहीं हो सकती हैं. उन्होंने राज्य में बीजेपी की सरकार बनाने का भी दावा किया.

झारखंड के सरायकेला में एक सभा के दौरान पूर्व सीएम और बीजेपी नेता चंपाई सोरेन ने कहा, "कांग्रेस कभी भी झारखंड की हितैषी नहीं रही है और वह कभी आदिवासियों और यहां के मूल निवासियों के लिए हितैषी नहीं हो सकती. इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि उनके साथ कोई भी जाएगा तो झारखंड का विकास नहीं होगा और यही वजह है कि हमने इस रास्ते का चुना.'' 

बीजेपी ने झारखंड के दर्द को समझा- चंपाई सोरेन

उन्होंने आगे कहा, ''झारखंड का विकास करना है, जंगली क्षेत्र में कई समस्याएं है, जिसका समाधान भारतीय जनता पार्टी (BJP) में रहकर ही निकाला जा सकता है. कांग्रेस ने कभी यहां के आंदोलन को सम्मान नहीं दिया. केंद्र में जब बीजेपी की सरकार बनी तो तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने झारखंड के आंदोलन को समझा, यहां के मूल निवासियों, आदिवासियों के दर्द को समझा और उन्होंने झारखंड का निर्माण करके दे दिया. ये कोई छिपी हुई बात नहीं है. 

'झारखंड में बीजेपी की सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता'

चंपाई सोरेन ने झारखंड में विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी की सरकार बनाने का भी दावा किया. उन्होंने कहा, "आप सभी को हम विश्वास दिलाते हैं कि जिन समस्याओं से हमलोग घिरे हुए हैं, उसका समाधान किया जाएगा. प्रदेश में आनेवाले चुनाव में आप सभी बीजेपी को वोट देंगे और यहां भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनेगी, इसे कोई रोक नहीं सकता है.''

बता दें कि झारखंड में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. हालांकि निर्वाचन आयोग की ओर से अभी चुनाव की तारीखों को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है.