बीडीओ को 100 रुपए देना दलित महिला को पड़ा भारी, बीडीओ ने महिला को किया पुलिस के हवाले, महिला ने कहा मेरे साथ बीडीओ ने किया बदसलूकी
बीडीओ ने महिला पर रिश्वत देने का आरोप लगा कर दिया थाना में आवेदन, तो महिला ने बीडीओ पर गंभीर आरोप लगा कर की न्याय की मांग
गिरिडीह
जिले के तिसरी प्रखंड के बीडीओ मनीष कुमार पर कई बार जनप्रतिनिधियों ने मनमानी करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं जनप्रतिनिधियों द्वारा इनके स्थानांतरण का मांग भी किया गया है। किंतु शुक्रवार को तिसरी के इन्ही बीडीओ मनीष कुमार पर तिसरी की ही एक दलित गरीब महिला ने उनके साथ बदसलूकी, धक्का मुक्की, कमरे में बंद करने एवं जातिसूचक शब्दो का प्रयोग करने का आरोप लगाई है।
क्या है मामला
पूरे मामले की जानकारी देते हुए तिसरी निवासी राजेंद्र डोम की 50 वर्षीय पत्नी रेखा देवी ने बताया कि वे अबुआ आवास के लिए काफी परेशान है। वे एससी में आती है किंतु उन्हें ओबीसी में कर दिया गया है, जिस कारण उन्हें अबुआ आवास मिलने में देरी हो रही है। इसी बात को लेकर वे अपना जाती में सुधार करवाने शुक्रवार की दोपहर तिसरी प्रखंड मुख्यालय पहुंची। इस दौरान किसी ने उन्हे बाहर बताया कि किसी को चाय पानी का खर्चा दे दीजिएगा, आपका काम जल्दी हो जायेगा। और जब वे बीडीओ से मिली तो उन्होंने बीडीओ को भी अपना जाती में सुधार करवाने को लेकर चाय पानी का खर्च के लिए 100 रुपए देने का प्रयास की।
100 रुपए देख भड़के बीडीओ, महिला से किया बदसलूकी
उन्होंने बताया कि जब उन्होंने बीडीओ को 100 रुपए देना चाहा तो बीडीओ पूरी तरह अक्रोशित हो गए और उन्हें जातिसूचक गाली गलौज करते हुए अपने कक्ष से बाहर निकाल कर दूसरे कमरे में बंद कर दिया। उन्हें नहीं पता था कि यह बीडीओ है। लेकिन जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने बीडीओ के पांव पकड़ कर माफी भी मांगी, लेकिन बीडीओ ने उन्हे अपने लात से मार कर दर किनार कर दिया। उन्हें बीडीओ कक्ष से दूसरे कमरे में करीब एक घंटे तक बंद कर रखा गया और धमकी दी गई कि तुम्हे जेल में डलवाएंगे। उन्होंने तिसरी थाना में बीडीओ मनीष कुमार के विरुद्ध लिखित शिकायत कर न्याय की मांग की है।
तिसरी थाना में घंटों चला पंचायत
मिली जानकारी के अनुसार उक्त दलित महिला रेखा देवी को कमरे में बंद रखने के बाद तिसरी बीडीओ ने तिसरी थाना पुलिस को बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया गया। इसके बाद तिसरी थाना में पूर्व विधायक राजकुमार यादव, सांसद प्रतिनिधि मनोज यादव, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष रिंकू बरनवाल समेत कई जनप्रतिनिधि थाना पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी महिला से ली। इसके साथ ही मामले को रफा दफा करने का घंटो प्रयास भी किया गया। किंतु तिसरी बीडीओ मनीष कुमार के सुर वहां भी बिगड़े देखने को मिले और उन्होंने दलित महिला के खिलाफ रिश्वत देने का आवेदन देकर महिला को जेल भेजने के जिद्द पर कायम नजर आए। बाद में बीडीओ मनीष कुमार वहां से चले गए और महिला ने बीडीओ के खिलाफ तिसरी थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
कमिटी गठन कर पूरे मामले का किया जाए जांच : राजकुमार यादव
इस संबध में धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने बताया कि उक्त दलित महिला के जाती लिखने में गलती हुई थी, जिसकी सुधार के लिए वह एक महीना पहले आवेदन दी थी और प्रखंड मुख्यालय की चक्कर लगा रही थी। इसी बात को लेकर जब वह बीडीओ के चैंबर में अपने आवेदन के साथ गई और उन्हें लगा कि अब उनका काम नहीं होगा तो उन्होंने 100 रुपए निकाल कर बीडीओ के टेबल पर रख दी। वह महिला ग्रामीण क्षेत्र की है और उन्हें इन सब बातों की कोई जानकारी नहीं है। ऐसी महिलाओं को बीडीओ ने समझने की जगह उनके साथ बदसूलकी किया और महिला को पुलिस के सुपुर्द करने का काम किया, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बीडीओ के द्वारा महिला के साथ दादागिरी की गई, दुर्व्यवहार किया गया यह तिसरी की जनता बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेगी। इसके साथ ही उन्होंने झारखंड सरकार, गिरिडीह उपायुक्त एवं उप विकास आयुक्त से मांग किया कि कमेटी बनाकर बीडीओ के आचरण की जांच किया जाए। इसके साथ ही बीडीओ का तुरंत तिसरी से हटाया जाए। कहा कि यह बीडीओ दलित विरोधी है और आदिवासी विरोधी बीडीओ है। जब से यह बीडीओ यहां आया है, तब से यहां मनरेगा एवं 15वी वित्त का काम पूरी तरह से ठप्प है और किसी प्रकार का कोई काम नहीं होता है। अगर कोई आम ग्रामीण अपनी समस्याएं लेकर बीडीओ के कक्ष में जाता है तो उन्हे इसी प्रकार का दुर्व्यवहार कर भगा दिया जाता है।
क्या कहते हैं बीडीओ
इस संबंध में जब बीडीओ से जानकारी लेने के लिए कॉल के माध्यम से प्रयास किया गया तो उन्होंने कॉल का कोई जवाब नहीं दिया।
Sep 28 2024, 15:36