रोज सुबह खाली पेट लहसुन की दो कली खाने से मिलेंगे कई जबरदस्त फायदे
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डेस्क : – लहसुन एक ऐसी चीज है, जो लगभग हर भारतीय रसोई में मौजूद होता है। आमतौर पर, इसका इस्तेमाल दाल और सब्जी में तड़का लगाने के लिए किया जाता है। यह न सिर्फ भोजन का स्वाद और सुगंध बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। लहसुन में औषधीय गुण भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसमें विटामिन-ए, विटामिन-बी, विटामिन-सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन, जिंक और सेलेनियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें एंटी-बायोटिक, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं, जो कई बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं। क्या आप जानते हैं कि अगर आप रोजाना सुबह खाली पेट लहसुन की केवल दो कलियां खाते हैं, तो इससे सेहत को कई लाभ मिल सकते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल से लेकर पाचन संबंधी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
लहसुन में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। रोजाना सुबह खाली पेट 1-2 लहसुन की कली का सेवन करने से आप कई तरह की गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से बच सकते हैं।
सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करने से पाचन तंत्र दुरुस्त होता है। यह पाचन एंजाइम्स के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है, जिससे गट हेल्थ में सुधार हो सकता है। इसके नियमित सेवन से गैस, अपच, कब्ज और एसिडिटी जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
गठिया की समस्या में लहसुन का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। दरअसल, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। सुबह खाली पेट लहसुन की 2 कली का सेवन करने से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या से राहत मिल सकती है।
सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। साथ ही, यह धमनियों में ब्लॉकेज की समस्या को दूर करने में भी मदद कर सकता है। इसके नियमित सेवन से दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
सुबह खाली पेट लहसुन की दो कली खाने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है। दरअसल, यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद करता है, जिससे शरीर में जमा अतिरिक्त फैट को बर्न करने में मदद मिलती है। साथ ही, यह शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
नोट: हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।


डेस्क :– फ्रिज का इस्तेमाल लगभग सारे घरों में होता है, लेकिन फिर भी लोगों को इसके रखरखाव से जुड़े कई तथ्यों के बारे में जानकारी नहीं है। जिसके कारण फ्रिज का ज्यादा या कम ठंडा होना, यूनिट से आवाज आने जैसी समस्या पैदा होने लगती है। ऐसी ही एक समस्या है- फ्रिज से बदबू आना। जिसका सामना आमतौर हम सभी कभी ना कभी जरूर करते हैं।
डेस्क :– अगर आपके शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल की मात्रा कम है तो इसका मतलब है आपके शरीर में आयरन की भी कमी है। इससे आपको शारीरिक कमजोरी के लक्षण महसूस हो सकते हैं जैसे चक्कर आना और कोई भी काम ढंग से न हो पाना आदि। अगर आपको हिमोग्लोबिन लेवल को सामान्य रखना है तो आपको ज्यादा से ज्यादा उन चीजों का सेवन करना चाहिए जिन में आयरन की मात्रा ज्यादा हो। आजकल भारत में हीमोग्लोबिन की कमी अक्सर देखने को मिल रही है। आप अपने डाइट के माध्यम से भी हिमोग्लोबिन लेवल को कुछ हद तक बढ़ा सकते हैं लेकिन अगर आपके शरीर में इसकी मात्रा जरूरत से ज्यादा कम है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और सप्लीमेंट्स का भी सेवन करना शुरू कर देना चाहिए।
अगर आप आयरन के अच्छे स्रोत को ढूंढ रहे हैं तो अमरनाथ के पत्ते आपको निराश नहीं करेंगे। यह पत्ते आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए काफी लाभदायक है। यह शरीर में हिमोग्लोबिन लेवल को बढ़ाने में मदद करेंगे और साथ ही रेड ब्लड सेल्स की मात्रा भी बढ़ाएंगे।
किशमिश आयरन और कॉपर का अच्छा स्रोत है और यह आपके शरीर में हिमोग्लोबिन लेवल को बढ़ाने में और साथ ही रेड ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ाने में काफी लाभदायक हो सकते हैं।
खजूर भी आपके शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। खजूर में आयरन की कितनी मात्रा होती है कि यह आप के रोजाना के आयरन जरूरतों को पूरा करने में अकेला ही काफी होता है। इनका सेवन करने से एनीमिया जैसी बीमारी से बचा जा सकता है।
अध्ययन कहते हैं कि मिलेट्स (मक्का, जौ, ज्वार, बाजरा, जई आदि) के नियमित सेवन से आयरन की कमी वाले एनीमिया को कम करने के लिए हीमोग्लोबिन और सीरम फेरिटिन के स्तर में सुधार हो सकता है, जो विश्व स्तर पर बढ़ रहा है।
तिल के बीज में शरीर के लिए लाभदायक अलग-अलग तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जैसे आयरन, फोलेट, फ्लेवोनॉयड आदि जो आपके शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने के साथ-साथ आयरन की मात्रा बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
डेस्क:– आजकल युवाओं में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। अचानक हार्ट अटैक आने की खबरें और वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसे में अपने दिल का खास ख्याल रखना बहुत जरूरी हो जाता है। आज के समय में हर एज ग्रुप के लोगों को अपने हृदय का ख्याल रखना जरूरी हो गया है। क्योंकि हार्ट शरीर के मुख्य अंगों में से एक है जिसका स्वस्थ होना काफी जरूरी है। दिल की सेहत का ख्याल रखना हर व्यक्ति की प्रथम प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर आप को ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल और डायबिटीज जैसी स्थिति है तो आपको हृदय रोगों के होने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ सकता है, इसलिए आपको हृदय के लिए फायदेमंद डाइट का सेवन करना चाहिए। दिल के लिए काफी ऐसी हर्ब्स हैं जिनका सेवन करने से दिल के स्वास्थ्य को लाभ पहुंचता है। इसके साथ ही आपको अपने खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए और जंक फूड का सेवन नहीं करना चाहिए। खुद को एक्टिव रखना चाहिए और तनाव से दूर रहना भी जरुरी है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम रील्स के माध्यम से पांच ऐसी जड़ी बूटियों के बारे में बताया है जो हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं।
डेस्क :– सर्दियों के दिनों अक्सर हाथ पैर ठंडे होने की समस्या हो जाती है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। सर्दियों के मौसम में काफी लोग पैर सुन्न होने की शिकायत करते हैं और कुछ लोग कहते है कि पैरों को घंटों तक बिस्तर के अंदर रखने पर भी उनके पैर ठंडे व सुन्न रहते हैं। मौसम ठंडा होने के कारण ऐसा होना आम बात है, लेकिन कई बार यह किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। दरअसल, पैर सुन्न होना कई बार नसों व धमनियों से जुड़ी समस्या भी हो सकती है और अगर समय रहते उसकी जांच न की जाए तो यह किसी जानलेवा स्वास्थ्य समस्या का रूप बन सकती है। इस लेख में हम आपको ऐसी ही एक बीमारी गंभीर व जानलेवा बीमारी के बारे में बताने वाले हैं जिसके शुरुआती लक्षण पैर सुन्न होने जैसे आम हो सकते हैं।
डेस्क :–शरीर में बढ़ते बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना जरूरी होता है और ऐसा न करने पर हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने के लिए दवाओं का सेवन किया जा सकता है, लेकिन पूरी तरह से दवाओं पर निर्भर रहना भी हानिकारक हो सकता है। हालांकि, अगर सही डाइट का सही तरीके से सेवन किया जाए और उचित रूप से परहेज रखे जाएं जो ज्यादातर लोगों को दवाओं पर निर्भर रहने की जरूरत नही पड़ती है। इसके अलावा कुछ अन्य चीजें भी हैं, जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को काफी हद तक कम किया जा सकता हैं। इन चीजों में कुछ प्रकार के बीज भी शामिल हैं, जिनमें से एक के बारे में हम आपको बताने वाले हैं।
*अन्य फायदे*
डेस्क :–क्या आप भी फोन के बार-बार हैंग होने की दिक्कत से जूझ चुके हैं? बिना मैकेनिक के पास गए आप खुद ही इस समस्या को ठीक कर सकते हैं। आगे जानिए ये दिक्कत आखिर क्यों होती है और फोन हैंग होने की समस्या का निपटारा कैसे किया जा सकता है।
डेस्क:–ज्यादातर लोग इस बात से भलीभांति वाकिफ हैं कोलेस्ट्रॉल हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। हार्ट डिजीज हो या फिर हाई ब्लड प्रेशर इनके जैसे दूसरे रोग आपके लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। अंडे और ऐसे कई फूड्स हैं, जो हेल्दी होने के बावजूद भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का काम करते हैं। हालांकि ये सभी फूड्स हेल्दी होते हैं लेकिन इनमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 200 एमजी से भी ज्यादा होती है। आइए जानते हैं ऐसे 5 हेल्दी फूड्स के बारे में, जो आपकी नसों में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करते हैं।
Sep 28 2024, 12:16
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