रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दी परमाणु हमले की चेतावनी, पश्चिम देशों में मची खलबली
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर पश्चिमी देशों को बड़ी चेतावनी दी है। उनके बयान के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है।राष्ट्रपति पुतिन ने आज परमाणु निरोध पर चर्चा के लिए मॉस्को की शीर्ष सुरक्षा परिषद के साथ तत्काल बैठक की। इस दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिम को चेतावनी जारी की कि रूस हवाई हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए परमाणु इस्तेमाल से भी पीछे नहीं हटेगा।
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए ढाई साल का वक्त बीत चुका है। एक तरफ भारत रूस-यूक्रेन जंग को खत्म कराने के लिए प्रयासरत है। वहीं, अमेरिका समेत पश्चिमी देश भी चाहते हैं की युद्ध रूक जाए। हालांकि, अमेरिका और ब्रिटेन ने यूक्रेन को अब रूस में घुसकर हमले की खुली छूट दे दी है। यूक्रेन को ऐसे-ऐसे हथियार मिल रहे हैं, जिसके दम पर रूस में अब काफी अंदर तक हमले संभव हैं। ताजा हालातों को देखते हुए व्लादिमीर पुतिन ने साफ कहा है कि अगर रूस में यूक्रेनी मिसाइलों से नुकसान पहुंचता है तो फिर वो परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेंगे।
पिछले हफ्ते ब्रिटेन ने कथित तौर पर रूस पर बमबारी करने के लिए अपनी 'स्टॉर्म शैडो' क्रूज मिसाइल के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाडन से मिलने के लिए वाशिंगटन डीसी भी गए। कथित तौर पर दोनों नेताओं ने यूक्रेन द्वारा रूसी धरती पर हथियारों के इस्तेमाल पर चर्चा की।
रूसी खुफिया विभाग की रिपोर्टों के बाद, राष्ट्रपति पुतिन ने इस महीने कहा था कि अगर पश्चिम यूक्रेन को क्रूज मिसाइल के इस्तेमाल की अनुमति देता है तो वह सीधे तौर पर रूस से लड़ेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे परिदृश्य में मॉस्को को उचित निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
रूसी खुफिया एजेंसी ने सितंबर की शुरुआत में कहा था कि यूक्रेन युद्ध को वेस्टर्न देशों द्वारा बढ़ावा दिए जने के बाद अब रूस के लिए परमाणु सिद्धांत को संशोधित करना आवश्यक हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति पुतिन ने इस मीटिंग के दौरान अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा क्रूज मिसाइलों को लॉन्च करने की अनुमति देने पर गहरी चिंता जताई। जिसके बाद कहा कि अगर वेस्ट यूक्रेन को रूस पर बमबारी करने के लिए ऐसे हथियार चलाने की इजाजत देता है तो यह सीधे रूस के साथ युद्ध जैसा होगा। मॉस्को को ऐसी स्थिति में सही निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
Sep 26 2024, 10:27