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एशिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली देश बना भारत,रूस और जापान को छोड़ा पीछे,पाकिस्तान का हाल बेहाल


नई दिल्ली:- ऑस्ट्रेलिया के लोवी इंस्टीट्यूट की लेटेस्ट एशिया पावर रिपोर्ट के अनुसार भारत ने महत्वपूर्ण प्रगति की है. जापान को पीछे छोड़ते हुए भारत एशिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली देश बन गया है. यह व्यापक रैंकिंग आर्थिक संबंधों, सैन्य क्षमताओं, सांस्कृतिक प्रभाव और राजनीतिक लचीलेपन के आधार पर राष्ट्रीय शक्ति का मूल्यांकन करती है.

संयुक्त राज्य अमेरिका 81.7 के स्कोर के साथ इस क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली देश के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखता है।उसके बाद चीन 72.7 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर है।

भारत ने 39.1 का स्कोर हासिल किया, जो 2023 से 2.7 अंक अधिक है. भारत की बढ़त उसे ऑस्ट्रेलिया, रूस, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया और मलेशिया जैसी अन्य शक्तियों से आगे रखती है. इसके साथ ही भारत एशिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली देश बन गया है.

इस बीच, पाकिस्तान 16वें स्थान पर है, जो फिलीपींस और उत्तर कोरिया के बीच है।

जापान की घटती ताकत का कारण उसकी आर्थिक गिरावट है. सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली एशियाई देशों का मूल्यांकन करने वाले अधिकांश संकेतकों में टोक्यो चौथे स्थान पर आ गया है. 

ऑस्ट्रेलिया के लोवी इंस्टीट्यूट थिंक टैंक द्वारा शुरू किया गया वार्षिक एशिया पावर इंडेक्स, एशिया में राज्यों की सापेक्ष शक्ति का आकलन करने के लिए संसाधनों और प्रभाव को मापता है.

आज है विश्व फार्मासिस्ट दिवस, जानिए इस दिन का इतिहास और महत्व

नयी दिल्ली : सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ आहार और शारीरिक गतिविधि के साथ-साथ एक अच्छी और सही स्वास्थ्य सेवा भी बेहद जरूरी है। मरीजों को सही सलाह देने से लेकर उनका सही इलाज करने तक और उनके लिए दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तक, फार्मासिस्ट समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

फार्मासिस्ट की इसी भूमिका को उजागर करने और चिकित्सा पेशेवरों को सम्मानित करने के मकसद से हर साल विश्व फार्मासिस्ट दिवस यानी वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाया जाता है।

फार्मासिस्ट दिवस का इतिहास 2024

प्रतिवर्ष 25 सितंबर को मनाया जाने वाला विश्व फार्मासिस्ट दिवस को पहली बार साल 2009 में मनाया गया था। इस दिन को मनाने की मांग इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (एफआईपी) ने वर्ष 2000 में इस्तांबुल में आयोजित एक सम्मेलन में की थी। 

सम्मेलन के दौरान इस दिन को मान्यता दे दी गई। हालांकि पहली बार इस्तांबुल, तुर्की में फार्मेसी और फार्मास्युटिकल साइंस को एफआईपी ने विश्व कांग्रेस में 2009 को मनाया।

वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे का मुख्य उद्देश्य

सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना

वैश्विक सहयोग पेशे को आगे बढ़ाना

युवा को समाज के लिए प्रेरित करना

युवा को समाज के लिए प्रेरित करना

हेल्थकेयर कर्मियों को सम्मानित करना समाज में जागरूकता अभियान चलाना।

फार्मासिस्ट मरीजों की सेहत को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। फार्मासिस्ट के कामों में दवा की पहचान करना, उसकी रिस्टाॅकिंग, एक्सपायरी डेट का ध्यान रखना आदि शामिल है।

तिरुपति बालाजी मंदिर विवाद के बाद,अब वृंदावन में छापेमारी, छापे के बाद,वृंदावन में दहशत,दुकानदार भागे


मथुरा : तिरुपति बालाजी के प्रसाद में पशुओं की चर्बी मिलने के बाद प्रसाद पर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है।

सपा सांसद डिंपल यादव ने वृंदावन बांके बिहारी मंदिर के आसपास के दुकानों पर मिलने वाले प्रसाद की जांच की मांग उठाई थी.

जिसके बाद खाद्य विभाग हरकत में आया है और खाद्य विभाग ने बताया कि अभी तक 27 सैंपल लिए गए हैं, जिनकी जांच 15 दिन में आएगी।

हैरान करने वाली बात ये हैं कि जब टीम ने छापेमारी की तो जांच की डर से कई दुकानें बंद मिलीं.

चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती:डिजिटल उपकरण पर पोर्नोग्राफी देखना उसे डाउनलोड कर रखना गंभीर अपराध


नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सुझाव दिया कि संसद को 'चाइल्ड पोर्नोग्राफी' शब्द को 'बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री' से बदलने के लिए यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम में संशोधन लाना चाहिए.यह भी कहा कि पर्सनल डिवाइस में चाइल्ड पोर्नोग्राफी कंटेट रखना पॉक्सो (POCSO) अधिनियम के तहत अपराध माना जाएगा।

मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला की पीठ ने कहा कि 'चाइल्ड पोर्नोग्राफी' शब्द के स्थान पर 'बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री' शब्द का इस्तेमाल करना, ऐसे अपराधों की वास्तविकता को दर्शाने के लिए आवश्यक है।

बेंच की ओर से फैसला सुनाते हुए जस्टिस पारदीवाला ने कहा, 'हमने केंद्र से यह भी अनुरोध किया है कि इस बीच वह परिभाषा में इस संशोधन को लाने के लिए अध्यादेश जारी करने पर विचार कर सकता है।

चाइल्ड पोर्नोग्राफी शब्द का इस्तेमाल न करें, बल्कि बाल यौन शोषण और दुर्व्यवहार सामग्री कहें'.

सुप्रीम कोर्ट ने सभी अदालतों को निर्देश दिया कि वे किसी भी न्यायिक आदेश में 'चाइल्ड पोर्नोग्राफी' शब्द का प्रयोग न करें. 

न्यायमूर्ति पारदीवाला ने सुप्रीम कोर्ट में कई अन्य सुझाव भी दिए हैं. न्यायमूर्ति पारदीवाला ने हाईकोर्ट के फैसले को खारिज करते हुए कहा, 'हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हाईकोर्ट ने विवादित फैसला सुनाते हुए गंभीर गलती की है.'

सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत में एक व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही चलाने का निर्देश दिया. उसे हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था. 

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है. सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला मद्रास हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर आया है. इसमें कहा गया था कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी को डाउनलोड करना और देखना पोक्सो अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत अपराध नहीं है।

जनवरी 2024 में मद्रास हाईकोर्ट ने 28 वर्षीय व्यक्ति एस हरीश के खिलाफ आपराधिक मामला खारिज कर दिया था. उस पर अभियोजन पक्ष ने बच्चों से संबंधित कुछ अश्लील सामग्री अपने मोबाइल फोन पर डाउनलोड करने और देखने का आरोप लगाया था. हाईकोर्ट ने यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम, 2012 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के मामलों में आरोपी हरीश को मुक्त कर दिया था।

23 सितंबर का इतिहास : आज ही के दिन इसरो ने स्थापित किए थे भारतीय उपग्रह ओशन सैट-2 समेत सात उपग्रह

नयी दिल्ली : 2009 में आज ही के दिन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारतीय उपग्रह ओशन सैट-2 समेत सात उपग्रह कक्षा में स्थापित किए थे। 

1965 में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम का आदेश हुआ था। 

23 सितंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1955 में आज ही के दिन पाकिस्तान ने बगदाद समझौता पर साइन किए थे। 

1958 में 23 सितंबर को ही ब्रिटेन ने क्रिसमस द्वीप पर वायुमंडलीय परमाणु परीक्षण किया था। 

2009 में आज ही के दिन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारतीय उपग्रह ओशन सैट-2 समेत 7 उपग्रह कक्षा में स्थापित किए थे।

2006 में 23 सितंबर के दिन ही पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने भारतीय प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह को वार्ता का निमंत्रण दिया था।

2003 में आज ही के दिन भूटान में लोकतांत्रिक संविधान का ड्राॅफ्ट तैयार किया गया था।

'न्यूज़ फास्ट' के अनुसार 2002 में 23 सितंबर के दिन ही मोजिला फायर फॉक्‍स का पहला वर्जन लाॅन्च हुआ था।

2002 में आज ही के दिन जर्मनी के चांसलर गेरहार्ड श्रीएडर दोबारा सत्ता में आए थे।

2000 में 23 सितंबर को ही सिडनी ओलंपिक में संयुक्त राज्य अमेरिका की धाविका मैरियन जोन्स ने 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था।

1992 में आज ही के दिन यूगोस्लाविया का संयुक्त राष्ट्र संघ से निष्कासन हुआ था।

1986 में 23 सितंबर को ही अमेरिकी कांग्रेस ने गुलाब को अमेरिका का राष्ट्रीय फूल चुना था।

1979 में आज ही के दिन सोमालिया के संविधान को राष्ट्रपति ने मंजूरी दी थी।

1970 में 23 सितंबर को ही अब्दुल रज़ाक बिन हुसैन मलेशिया के प्रधानमंत्री बने थे।

1965 में आज ही के दिन भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम का आदेश हुआ था।

1958 में 23 सितंबर को ही ब्रिटेन ने क्रिसमस द्वीप पर वायुमंडलीय परमाणु परीक्षण किया था।

1955 में आज ही के दिन पाकिस्तान ने बगदाद समझौता पर साइन किया था।

1929 में 23 सितंबर को ही बाल विवाह निरोधक विधेयक (शारदा क़ानून) पारित हुआ था।

1939 में आज ही के दिन विश्वविख्यात न्यूरोलॉजिस्ट सिगमंड फ्रायड स्वर्गवासी हुए थे।

23 सितंबर को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1903 में आज ही के दिन स्वतंत्रता सेनानी तथा समाज सुधारक यूसुफ़ मेहरअली का जन्म हुआ था।

1908 में 23 सितंबर को ही हिंदी जगत सुप्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ का जन्म हुआ था।

1935 में आज ही के दिन हिंदी और पंजाबी फ़िल्म अभिनेता प्रेम चोपड़ा का जन्म हुआ था।

23 सितंबर को हुए निधन

1863 में 23 सितंबर को ही स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 1857 के विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम का निधन हुआ था।

1969 में आज ही के दिन आधुनिक आयुर्वेद जगत के प्रख्यात पंडित और चिकित्साशास्त्री सत्यनारायण शास्त्री का निधन हुआ था।

रिया सिंघा ने जीता मिस यूनिवर्स इंडिया 2024 का ताज,उर्वशी रौतेला ने पहनाया ताज

मेक्सिको सिटी में होने वाली मिस यूनिवर्स इंटरनेशनल में भारत का प्रतिनिधित्व रिया सिंघा करेंगी. उन्होंने जयपुर में रविवार को आयोजित मिस यूनिवर्स इंडिया 2024 प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया. एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला इस प्रतियोगिता में जज रहीं. उनके अलावा निखिल आनंद, राजीव श्रीवास्तव, रियान फर्नांडिस और ग्वेन क्वींन्ज भी जजों में शामिल रहे.

इस प्रतियोगिता में विभिन्न शहरों से 51 प्रतिभागियों ने भाग लिया था. ब्यूटी पेजेंट, मिस यूनिवर्स इंडिया इंटरनेशनल प्रतियोगिता 2024 के दौरान मॉडल ने अपने टैलेंट और आत्मविश्वास का जमकर प्रदर्शन किया।

कई राउंड रहे रोचक :मिस यूनिवर्स इंडिया 2024 प्रतियोगिता के कार्यक्रम में ओपनिंग डांस, स्विमवियर राउंड, इवनिंग गाउन राउंड और क्वेश्चन आंसर राउंड खास रहे. मॉडल्स ने जज के सवालों का शानदार जवाब दिया. इसके बाद मिस पॉपुलर, बेस्ट इंटरव्यू, बेस्ट इवनिंग गाउन और स्विमवियर के अलावा मिस फोटोजेनिक और टॉप मॉडल जैसे कई सबटाइटल भी दिए गए. 

सभी प्रतिभागियों को करीब 15 दिन की कड़ी ट्रेनिंग दी गई थी. इस शो में मिस टीम दीवा केरिसा बोपन्ना, तनिष्का, कृष्णा रे, शिवांगी, सुपर मॉडल परिणीता बक्शी, अंशिका चौधरी और रूबी चौधरी भी मौजूद रहे.

रिया सिंघा ने जताई खुशी

मिस यूनिवर्स इंडिया 2024 का खिताब जीतने के बाद सुंदरी रिया सिंघा ने अपनी खुशी का इजहार किया. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह खिताब जीतने के बाद वह बहुत आभारी हैं. उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है. उन्होंने अपनी इस जीत के पीछे पूर्व में विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में विजेता रही सुंदरियों को अपनी प्रेरणा बताया

मिस यूनिवर्स खिताब भारत को मिलेगा

मिस यूनिवर्स इंडिया इंटरनेशनल प्रतियोगिता के बाद मीडिया से मुखातिब हुईं अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने कहा कि उन्हें महसूस हो रहा है कि इस वक्त सभी प्रतिभागियों ने क्या कुछ अनुभव किया है. उर्वशी ने उम्मीद जताई कि इस साल भारत के पास मिस यूनिवर्स का खिताब वापस आएगा. प्रतियोगिता के बाद उन्होंने कहा कि सभी प्रतियोगियों ने बहुत मेहनत की थी और सभी खुद में विजेता हैं.

बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका और पद्मश्री,पद्मविभूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा के पति डॉ. ब्रिज भूषण सिन्हा का ब्रेन हेमरेज से निधन


दिल्ली:- पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के पति ब्रज किशोर सिन्हा अब इस दुनिया में नहीं रहे। 80 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है। उनके बेटे अंशुमान ने इस बात की जानकारी दी।

ब्रज किशोर सिन्हा दो दिन पहले घर में गिर गए थे। उनके सिर में चोट आई थी। ब्रेन हेमरेज की वजह से पटना के साईं अस्पताल में उनका निधन रविवार को हो गया।

वे शिक्षा विभाग के रिजनल डिप्टी डायरेक्टर पद से सेवानिवृत्त थे। अब पटना के गुलबी घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा।

शारदा सिन्हा ने एक इंटरव्यू में अपने पति के साथ अपने रिश्ते और संगीत के प्रति उनके प्रेम के बारे में बताया था. उन्होंने कहा कि 1970 में जब उनकी शादी बृज भूषण सिन्हा से हुई और वे बेगूसराय आईं, तो माहौल बिल्कुल अलग था. उनकी सास ने शुरुआत में घर से बाहर गाने की अनुमति नहीं दी थी. 

सास का मानना था कि घर की बहू को गाना-बजाना नहीं करना चाहिए, खासकर बाहर. लेकिन उनके ससुर को भजन-कीर्तन सुनना बहुत पसंद था. एक दिन गांव के मुखिया ने उनके ससुर से कहा कि उनकी बहू बहुत अच्छा गाती हैं और ठाकुरबाड़ी में भजन गाने के लिए कहा. ससुर ने अनुमति दे दी, जिससे शारदा सिन्हा बहुत खुश हुईं. हालांकि, इस पर सास नाराज हो गईं, लेकिन ऐसे समय में उनके पति ने उनका साथ दिया और सास को मनाया.

शारदा सिन्हा ने 2020 में अपनी शादी की 50वीं वर्षगांठ मनाते हुए अपने पति के साथ बिताए समय को याद किया था. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने दांपत्य जीवन के धैर्य, स्नेह और दृढ़ता की मिसाल साझा की थी. उनके गीत 'कहे तो से सजना ये तोहरी सजनियां...' के साथ उन्होंने अपने जीवनसाथी के प्रति अपना प्यार और सम्मान व्यक्त किया था।

CM की कुर्सी की भूख नहीं,आने वाला चुनाव मेरी अग्नि परीक्षा': अरविंद केजरीवाल का जनता से संवाद

नयी दिल्ली : दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को जंतर-मंतर पर आयोजित 'जनता की अदालत' में अपनी बात रखी। भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते पद से इस्तीफा देने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम था, जिसमें उन्होंने जनता के सवालों का जवाब दिया।

केजरीवाल ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी की कोई भूख नहीं है, बल्कि वह आगामी चुनाव को अपनी अग्नि परीक्षा मानते हैं। उन्होंने अपने इस्तीफे के बाद से किसी भी प्रकार का बयान नहीं दिया था, इसलिए यह कार्यक्रम उनके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था।

इस दौरान, उन्होंने आरोपों को लेकर जनता के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट की और कहा कि वह अपने कार्यों के लिए जनता के बीच जवाबदेह हैं। कार्यक्रम में दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी भी शामिल थीं, जिन्होंने केजरीवाल के समर्थन में अपनी बात रखी। 

उन्होंने कहा कि यह वक्त एकजुट होने का है और जनता को सच्चाई के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

केजरीवाल ने यह भी कहा कि जनता की अदालत में आकर उन्हें खुशी महसूस हो रही है, क्योंकि यह लोकतंत्र की सही पहचान है। 

उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि जनता के सवालों का सामना करना और उनके बीच रहना उनके लिए महत्वपूर्ण है। 

उन्होंने अपने कार्यों के प्रति विश्वास जताते हुए कहा कि वह आने वाले चुनाव में जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता साबित करेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। 

यह कार्यक्रम उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण संकेत देता है, और उनके समर्थक अब भी उनकी राजनीतिक यात्रा के प्रति आशान्वित हैं।

कौन हैं एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह,जो बने भारतीय वायु सेना के नए प्रमुख,30 सितंबर को संभालेंगे कार्यभार


नई दिल्ली:- एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह को वायुसेना का अगला प्रमुख नियुक्त किया गया है। उनके पास पांच हजार घंटे से अधिक की उड़ान का अनुभव है। वह 30 सितंबर को एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी का स्थान लेंगे। 

अमरप्रीत अभी वायुसेना के उप प्रमुख के पद पर कार्यरत हैं।रक्षा मंत्रालय ने बताया, 'सरकार ने वर्तमान में वायुसेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यरत एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह को एयर चीफ मार्शल के पद पर अगले वायुसेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया है। 

यह नियुक्ति 30 सितंबर को दोपहर बाद से प्रभावी होगी।' वायुसेना प्रमुख विवेक राम चौधरी 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

विदेश में भी रही तैनाती

27 अक्टूबर, 1964 को जन्मे एयर मार्शल अमरप्रीत को दिसंबर, 1984 में वायुसेना में लड़ाकू विमान पायलट के तौर पर शामिल किया गया था। उन्होंने लगभग 40 वर्षों की अपनी लंबी और प्रतिष्ठित सेवा के दौरान विभिन्न कमान और स्टाफ में काम किया है। वह विदेश में तैनात रहे।

वायुसेना प्रमुख के रूप में एयर मार्शल अमरप्रीत की प्राथमिकताओं में नए लड़ाकू विमानों की खरीद और चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चुनौतियों समेत बल का आधुनिकीकरण शामिल हो सकता है।

वायुसेना के लड़ाकू स्क्वाड्रनों की संख्या अधिकृत तौर पर 42 से घटकर करीब 30 रहे गई है। एयर मार्शल परम विशिष्ट सेवा पदक और अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित हो चुके हैं।

सहपाठियों के हाथ में तीनों सेनाओं की कमान

एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह की वायुसेना प्रमुख के तौर पर नियुक्ति के साथ ही एक अनोखा संयोग देखने को मिलेगा। तीनों सेनाओं थलसेना, नौसेना और वायुसेना का नेतृत्व सहपाठी करेंगे। 

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में सहपाठी रहे और वहां से 1983 में पास हुए।

जबकि जनरल उपेंद्र और नौसेना प्रमुख दिनेश त्रिपाठी मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल में सहपाठी रहे।

एडमिरल त्रिपाठी ने 30 अप्रैल को नौसेना प्रमुख का पदभार संभाला तो जनरल द्विवेदी ने 31 जुलाई को सेना प्रमुख बने। जबकि एयर मार्शल अमरप्रीत 30 सितंबर को वायुसेना प्रमुख बनेंगे।

24 या 25 सितंबर कब हैं जितिया?जानें पारण का सही टाइम, ये है व्रत रखने की सबसे उत्तम विधि


नयी दिल्ली : आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत मनाया जाता है। यह व्रत माताएं अपने पुत्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए रखती हैं। व्रत की विधि में नहाय-खाय पूजन कथा श्रवण और दान पुण्य शामिल है। व्रत 24 घंटे का निर्जला होता है और अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है।

पंडित शैलेंद्र मिश्र ने जितिया व्रत विधि के बारे में दी जानकारी

पंडित मिश्र ने जितिया में पारण का सही टाइम को लेकर जानकारी दी। शास्त्रों में आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जितिया, जीमूत वाहन अथवा जीवित्पुत्रिका व्रत करने का विधान है। 

कर्मकांडियों के अनुसार पहला दिन नहाय-खाय कहलाता है, दूसरे दिन खर जितिया कहलाता है। आचार्य अमरेंद्र कुमार शास्त्री उर्फ साहेब पंडित, पंडित शैलेंद्र कुमार मिश्र आदि का कहना है कि अपने यहां कोई भी पर्व-त्योहार वाराणसी पंचांग के अनुसार मनाया जाता है।

जिसके तहत अष्टमी तिथि मंगलवार (24 तारीख) की शाम 5:58 बजे से प्रारंभ होकर बुधवार (25 तारीख) की शाम 4:47 बजे तक रह रही है।

जीवित्पुत्रिका व्रत का मान सूर्योदय ग्राह्य तिथि में होने से माता और पुत्र के इस अगाध प्रेम का पर्व 25 तारीख दिन बुधवार को मनाया जाएगा।