आज है विश्व फार्मासिस्ट दिवस, जानिए इस दिन का इतिहास और महत्व
नयी दिल्ली : सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ आहार और शारीरिक गतिविधि के साथ-साथ एक अच्छी और सही स्वास्थ्य सेवा भी बेहद जरूरी है। मरीजों को सही सलाह देने से लेकर उनका सही इलाज करने तक और उनके लिए दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तक, फार्मासिस्ट समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
फार्मासिस्ट की इसी भूमिका को उजागर करने और चिकित्सा पेशेवरों को सम्मानित करने के मकसद से हर साल विश्व फार्मासिस्ट दिवस यानी वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाया जाता है।
फार्मासिस्ट दिवस का इतिहास 2024
प्रतिवर्ष 25 सितंबर को मनाया जाने वाला विश्व फार्मासिस्ट दिवस को पहली बार साल 2009 में मनाया गया था। इस दिन को मनाने की मांग इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (एफआईपी) ने वर्ष 2000 में इस्तांबुल में आयोजित एक सम्मेलन में की थी।
सम्मेलन के दौरान इस दिन को मान्यता दे दी गई। हालांकि पहली बार इस्तांबुल, तुर्की में फार्मेसी और फार्मास्युटिकल साइंस को एफआईपी ने विश्व कांग्रेस में 2009 को मनाया।
वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे का मुख्य उद्देश्य
सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना
वैश्विक सहयोग पेशे को आगे बढ़ाना
युवा को समाज के लिए प्रेरित करना
युवा को समाज के लिए प्रेरित करना
हेल्थकेयर कर्मियों को सम्मानित करना समाज में जागरूकता अभियान चलाना।
फार्मासिस्ट मरीजों की सेहत को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। फार्मासिस्ट के कामों में दवा की पहचान करना, उसकी रिस्टाॅकिंग, एक्सपायरी डेट का ध्यान रखना आदि शामिल है।
Sep 25 2024, 15:52