सीताराम येचुरी के निधन पर माकपा जिला कमेटी ने दी श्रद्धाजंलि
गोण्डा। गोंडा व बलरामपुर के तत्वाधान में संपूणार्नंद टाउन हॉल गांधी पार्क में संपन्न हुए श्रधांजलि सभा की अध्यक्षता माकपा के पूर्व जिला सचिव कामरेड अब्दुल गनी, सीपीआई के वरिष्ठ नेता कामरेड सत्यनारायण त्रिपाठी, सीपीआई एमएल के कामरेड रवींद्र श्रीवास्तव ने किया। संचालन कामरेड अमित शुक्ला ने किया। श्रद्धांजलि सभा में वामपंथी दलों सहित अन्य राजनैतिक दलों, जन संगठनों, ट्रेड यूनियन, अधिवक्ता, प्रबुद्ध वर्ग, छात्र, नौजवान शामिल रहे। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थिति लोगों ने कामरेड सीताराम येचुरी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर इंकलाब जिंदाबाद, कामरेड सीताराम येचुरी के अरमानों को मंजिल तक पहुंचाएंगे, कामरेड सीताराम येचुरी को लाल सलाम आदि क्रांतिकारी नारों से उन्हें श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए माकपा जिला कमेटी सचिव कामरेड कौशलेंद्र पांडेय ने कहा कि कामरेड सीताराम येचुरी ने अपना पूरा जीवन वामपंथ के लिए समर्पित किया। उनके अंदर एक विलक्षण प्रतिभा थी। वो एक अच्छे छात्र नेता, क्रांतिकारी नेता, संगठनकर्ता व एक अच्छे सांसद थे। वर्ष 2017 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का अवार्ड मिला था। कामरेड सीताराम येचुरी ने पूरा जीवन दक्षिणपंथी अलगाववादी ताकतों का विरोध किया। उन्हे अपने पूरे जीवन में लोकतंत्र की रक्षा करते छात्रों, नौजवानों, किसानों, मजदूरों, दलितों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष किया।
सीपीआई के जिला सचिव ईश्वर शरण शुक्ला ने कहा की कामरेड सीताराम येचुरी सांप्रदायिक ताकतों के विरुद्ध संघर्ष करते हुए जन मानस को एकजुट करने के कार्य में सदैव लगे रहे। कामरेड दीनानाथ त्रिपाठी ने कहा की कामरेड ने वामपंथी छात्र आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी। वो तमाम भाषाओं के जानकार और एक कुशल रणनैतिक राजनीतिज्ञ थे। वामपंथी जनवादी एकता कायम करके जनता को संगठित करके आंदोलन को मजबूत करना ही कामरेड सीताराम येचुरी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी। अपना दल बलिहारी पार्टी के वरिष्ठ नेता चंद्र प्रताप पटेल ने कहा की कामरेड सीताराम येचुरी भारतीय राजनीति के एक बड़े हस्ताक्षर थे। उन्होंने पूरा जीवन शोषितों वंचितों के लिए संघर्ष किया। आपातकाल के दौरान जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष होने के बाद उन्होंने जिस तरीके से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरोध में छात्रों का एक बड़ा मार्च निकाला था, वह अपने आपमें तानाशाही सरकार के विरोध करने का सबसे बड़ा प्रतीक बन गया था।
सपा नेता राजेश दीक्षित ने कहा की कामरेड सीताराम येचुरी मुकम्मल संघर्ष के प्रतीक थे। आज जिस तरह देश की राजनैतिक स्थिति परिस्थिति है ऐसे में कामरेड सीताराम येचुरी का जाना जनवादी ताकतों के लिए बहुत बड़ा नुकसान हैं। सीपीआई के पूर्व जिला सचिव कामरेड रघुनाथ ने कहा की सीताराम येचुरी का आकस्मिक निधन दुखद है। वह एक अच्छे नेता, संगठनकर्ता और पत्रकार थे। कामरेड रोबी गांगुली ने कहा की सीताराम येचुरी एक बड़े कम्युनिस्ट नेता थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन जनता के लिए संघर्ष किया। सपा प्रवक्ता जावेद अहमद ने कहा की कामरेड सीताराम येचुरी के सपनों को साकार करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। माकपा जिला सचिव मंडल सदस्य कामरेड खगेंद्र जनवादी ने कहा की कामरेड सीताराम येचुरी के अरमानों को पूरा करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्रद्धांजलि सभा में सीपीएम के कामरेड मोहर्रम अली,कामरेड राजीव कुमार सिंह, जी पी पाल , स्वामीनाथ, आशीष सिंह, सदानंद गिरी, सादिक जफर, विनीत त्रिपाठी, संतोष शुक्ला,मीनाक्षी खरे, कृष्णकांत , रानीदेवी पाल, सत्य प्रकाश पांडे, मन भाई, खुर्शीद आलम, कनिकराम पटेल, राज नारायण वर्मा, गिरजेश वर्मा, सरिता सिंह, गिरिजावती, सादिक अली सहित तमाम वामपंथी लोकतांत्रिक एवं सेक्युलर साथी मौजूद रहे।
Sep 24 2024, 17:24