सेहत को रखना चाहते है दुरुस्त तो अपने किचन से आज ही बाहर करें ये 5 कुकिंग ऑयल
नयी दिल्ली : टेस्ट हो या फिर न्यूट्रिशन, कुकिंग ऑयल हमारे खाने की बेहद अहम जरूरत होते हैं. लेकिन क्या ये 5 तेल आपकी भी रसोई में जगह बनाए हुए हैं? अगर हां, तो इन्हें आज ही अपनी किचिन से बाहर करें.
जानें भारतीय कुकिंग में इस्तेमाल होने वाले 5 सबसे वाहियात तेल
शाही पनीर बनाना हो, बैगन की सब्जी या फिर कढ़ी… कोई भी सब्जी या करी बनाने के लिए आपको सबसे पहले क्या चाहिए…? 2 चम्मच तेल. भारतीय खाना हो या फिर विदेशी, कुकिंग में तेल का इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है.
हालांकि ये बात अलग है कि जब भी आप डाइट पर जाने की तैयारी करते हैं, सबसे पहले अपने खाने से ऑयल को ही बाहर करते हैं. स्वाद लेकर पोषण तक, कुकिंग ऑयल आपको सबकुछ देते हैं. लेकिन आप अपनी कुंकिंग में कोई ऐसा तेल को इस्तेमाल नहीं कर रहे जो आपको पोषण के बजाए कॉलेस्ट्रॉल, हार्ट की बीमारियां दे रहा हो?
कुछ तेल ऐसे हैं, जो आपके भोजन की न्यूट्रिशस वेल्यू डबल कर देते हैं, तो वहीं एक तरफ कुछ तेल आपके खाने को बर्बाद कर देते हैं.जानें भारतीय कुकिंग में इस्तेमाल होने वाले 5 सबसे बेकार तेल. अगर आपके घर में भी इनमे से कोई तेल है तो उसे आज ही बाहर कर दें.
क्यों जरूरी है खाने में तेल
तेल खाने में स्वाद और खुशबू तो बढ़ाता ही है, इससे आपको कई और फायदे भी मिलते हैं. कुछ तेलों में आवश्यक फैटी एसिड होते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं. जैसे, ओमेगा-3 और ओमेगा-6.
वहीं कई विटामिन (जैसे A, D, E, K) वसा में घुलनशील होते हैं, जिन्हें एब्जॉर्ब करने के लिए तेल की जरूरत होती है. कुंकिंग की टेक्निक जैसे फ्राई करने या भूनने के लिए तेल जरूरी होता है. ये टेक्नीक खाने के स्वाद और टैक्स्चर दोनों को बदल देती हैं. इसके साथ ही तेल एनर्जी का भी अच्छा सोर्स है।कई विटामिन वसा में घुल जाते हैं, जिन्हें एब्जॉर्ब करने के लिए तेल की जरूरत होती है.
ये 5 तेल आज ही करें अपनी रसोई से बाहर
पाम ऑयल : सड़क पर लगी रेहड़ी पर जब भी आप चाट-पापड़ी खाते हैं उसका स्वाद गजब का होता है. क्या आपको भी ऐसा लगता है. इसकी वजह है पाम ऑयल. दरअसल पाम ऑयल सेचुरेटिड फैट लेवल में बहुत हाई होता है, जिसकी वजह से आपका कॉलेस्ट्रॉल बहुत तेजी से बढ़ता है. यही वजह है कि ये तेल आपके दिल को भी नहीं पसंद. इससे हार्ट डिजीज का भी खतरा बढ़ता है.
वेजिटेबल ऑयल के ब्लैंड्स :
इनमें अक्सर कॉर्न ऑयल, कनोला ऑयल और पाम ऑयल के ब्लैंड्स रहते हैं. ये हाइली प्रोसेस्ड और रिफाइंड होते हैं और इनमें ओमेगा 6 फैटी ऐसिड का कंटेंट बहुत ज्यादा हाई होता है. ओमेगा 6 फैटी एसिड बॉडी के लिए जरूरी होते हैं, लेकिन इन तेलों में ये मात्रा बहुत ज्यादा होती है और ओमेगा 3 की मात्रा बहुत कम. तेल अगर आप ज्यादा खाते हैं तो ये आपके शरीर में इनफ्लेमेशन की शिकायत हो सकती है.
कॉर्न ऑयल :
ये तेल भी आपकी सेहत के लिए बिलकुल अच्छा नहीं होता. इसमें पॉलीअनसेचुरेटिड फैटी एसिड भरे हुए होते हैं. यही वजह है कि कुकिंग इस तेल का इस्तेमाल फायदे नहीं बल्कि नुकसान देता है. तो अगर आपके घर में इस तेल का इस्तेमाल हो रहा है,
सनफ्लॉवर ऑयल : सनफ्लावर का नाम समझकर आप इसे हेल्दी ऑयल न समझें. इस तेल में ओमेगा 6 फैटी की भरमार होती है. ऐसे में जब भी आप इस तेल को ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो शरीर में इनफ्लेमेशन बढ़ने लगती है.
राइस ब्रान ऑयल :
इस पांचवे तेल का नाम आपको चौंका सकता है. क्योंकि बाजार में राइस ब्रान ऑयल को बहुत ही हेल्दी बताकर बेचा जाता है. लेकिन इस तेल में भी ओमेगा 6 फैटी एसिड की भरमार होती है. ये तेल भी बहुत ही रिफाइंड और प्रोसेस्ड होता है. इस तेल को प्रोसेस्ड करने के लिए हैक्सेन नाम का केमिकल इस्तेमाल किया जाता है।
Sep 23 2024, 10:28