मृतक पत्नी का राशन कार्ड पति अपने नाम कराने के लिए भटक रहा दर दर
अमृतपुर फर्रुखाबाद। एक तरफ प्रदेश सरकार गरीबों की समस्या को लेकर नए नए तरीका अपना रही। वही तहसील, ब्लाक स्तर पर बैठे अधिकारी गरीबो पर जुल्म ढा रहे है।
अपनी मनमानी के आने गरीबों की सुनी अनसुनी कर रहे। पत्नी की मृत्यु के बाद पति अपना अंत्योदय कार्ड करवाने के लिए गरीब एक वर्ष से लगा रहा ऑफिस के चक्कर लगा रहा।
विकास खंड राजेपुर की ग्राम पंचायत अमैयापुर निवासी नेकसे तेली की पत्नी श्री देवी के नाम गरीबी रेखा के तहत अंत्योदय कार्ड धारकों की सूची में दर्ज कार्ड है।
नेकसे की पत्नी श्री देवी का दो वर्ष पूर्व बीमारी के चलते निधन हो गया। नेकसे की पत्नी श्री देवी के नाम अंत्योदय कार्ड अपने नाम कराने के लिए एक वर्ष से ऑफिस के चक्कर काट रहा है। कई बार अमृतपुर पूर्ति कार्यालय में जाकर अपने कागजों को जमा किया।लेकिन रूपयों के आगे गरीब नेकसे पुत्र बल्ला की कौन सुनने बाला है। नेकसे एक झोपड़ी में अपने बच्चो के साथ गुजर बसर करता है। गरीब नेकसे के पास इतने पैसे नहीं है। जो अमृतपुर जाकर पूर्ति कार्यालय के अधिकारियों को रुपए देकर मृतक श्री देवी के नाम राशन कार्ड अपने नाम करवा सके। ऑफिस में कागज कई बार ऑनलाइन करा कर जमा किए जाकर रुपए न दे सका। इस लिए मेरा कार्ड नहीं बन सका।
वही जानकरी मिली है। कि पूर्ति निरीक्षक अमित चौधरी इतने बड़े ईमानदार अधिकारी है। कि उनकी ऑफिस से कोई भी ऑनलाइन राशन कार्ड रिसीविंग लेकर कार्यालय जाता है वह निराश होकर नहीं लौटता है। और वही अमैयापुर के रहने बाले नेकसे कई बार ऑनलाइन कराकर उसकी रिसीविंग ऑफिस में जमा कर चुका। उसके बाद भी मृतक श्री देवी के स्थान पर नेकसे का राशन कार्ड नहीं हो सका।
और अगस्त माह में कार्यालय के लोगों ने गरीब का कार्ड सूची में नहीं जोड़ा।अन्य कई विकास खंड के कोटेराशन कार्ड सूची में बिना जांच के जोड़ दिए जाते है।इससे ये पता चलता है। कि पूर्ति निरीक्षक अमित चौधरी के कार्यालय में बिना पैसे का कोई काम नहीं किया जाता है। क्या पूर्ति कार्यालय के कर्मचारियों को सरकार वेतन नहीं दे रही है जो बिना रुपए लिए गरीब बेसहारा लोगों का राशन कार्ड बनाने में इनको तकलीफ होती है।
Sep 22 2024, 16:05