कन्नौज में भेड़िए की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग ने की सियार के होेने की पुष्टि
पंकज कुमार श्रीवास्तव
कन्नौज। जहॉं एक ओर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भेड़िये की दहशत है तो वहीं अब कन्नौज जिले में भी इस दस्तक का असर दिखाई दे रहा है, लगातार जंगली जानवरों के हो रहे हमले से ग्रामीणों में दहशत है, जिससे वन विभाग की टीम इस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गयी है कि आखिर पालतू जानवरों के साथ-साथ इंसानों पर हमला करने वाला कौन जानवर है। फिलहाल वन विभाग के अधिकारी अभी तक सियार की पुष्टि ही कर पाये है। उनका मानना है कि कन्नौज में कोई ऐसा जंगल नही है कि भेड़िए आ सके हालांकि जो घटनाएं हो रही है उसको लेकर जब वन विभाग की टीम के साथ पुलिस टीम ने जांच की तो सियार बताया गया है।
आपको बताते चलें कि कन्नौज जिले के थाना विशुनगढ़ क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से जंगली जानवर का हमला हो रहा है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इस बात की ग्रामीणों ने जब अधिकारियों से शिकायत की तो मौके पर जंगली जानवर को पकड़ने के लिए रेस्क्यू किया गया। इस आपरेशन में वन विभाग की टीम के साथ पुलिस फोर्स ने विशुनगढ़ क्षेत्र में झाड़ियों के बीच खोजबीन की लेकिन जब टीम के हांथ कोई भी जानवर नही लगा। हालांकि वन विभाग के अधिकारी यह मानते है कि हमला करने वाला जानवर कोई और नही बल्कि सियार ही है क्यों कि लगातार जंगली जानवर के हमले के दौरान सियार का इस क्षेत्र से एक वीडियो भी वायरल हुआ है।
सियार की वन विभाग ने की पुष्टि
अभी विशुनगढ़ क्षेत्र में जंगली जानवर के हमले का मामला ठंडा भी नही हो पाया था कि विशुनगढ़ के पास ही नादेमऊ चैकी क्षेत्र के ग्राम कांकरकुई पर किसी जानवर के हमले से महिला घायल हो गई। लगातार क्षेत्र में हो रहे जंगली जानवर के हमने से लोग दहशत में है। जिले में लोगों की चर्चा है कि कहीं भेड़िए ने तो दस्तक नही दे दी है, हालांकि वन विभाग भेड़िये के हमले को नही मान रहा है। पूरे मामले को लेकर प्रभागीय वन अधिकारी डॉ0 हेमन्त कुमार सेठ ने बताया कि विशुनगढ़ क्षेत्र में जो भी बकरे और बकरी को घायल करने या मारने की सूचनाएं आ रही है उस पर हमारी टीम लगातार सुबह शाम गश्त कर रही है हमारे अफसर भी जा रहे है। एक बार हम भी जा चुके है हमारे रेंजर भी जा रहे है, आज फिर जा रहा हॅूं तो जो भी वहां प्रमाण मिले है वह जयकाल के द्वारा किए गये हमले है। सियार वहां पर आसपास हमले कर रहे है। उसके लिए स्थानीय लोगों से गोष्ठी करके उनको जनजागरूकता भी किया जा रहा है जिससे कि वह एलर्ट हो जाये। सियार ऐसा जानवर है जिससे कि जरा सी सतर्कता के आधार पर बचा जा सकता है और जैसे ही उसको जंगल में पर्याप्त भोजन उपलब्ध हो जायेगा अपने आप चला जाता है, भाग जाता है।
जिले में नही है भेड़ियां, ग्रामीणों को किया जा रहा जागरूक
कांकरकुई में जो अभी हमारे स्टाफ की रिपोर्ट है तो वहां पर कोई जंगली जानवर नही है कुछ लोग बता रहे है, कुत्ता या बंदर ने हमला किया है तो अब उसमें डाक्टरी जांच के आधार पर हम लोग पुष्टि कर पाऐंगे और फिलहाल कोई वहां पर भेड़िया या सियार यह भी नही है और भेड़िया जो बात हो रही है तो यहां कन्नौज में इतना घना कोई जंगल नही है जिससे भेड़िए पाये जाये। भेड़िए पाये भी नही जाते। आपके माध्यम से मै स्थानीय लोगों से अपील करना चाहता हॅूं कि इस प्रकार की अफवाहा में, भय में मत आएं जैसे ही उन्हें कोई समस्या या सूचना मिलती है तो वह मारे विभाग व स्टाफ से सम्पर्क करें। हम अपनी टीम तत्काल भेजेंगे और सही जांच करके सही सूचना देंगे। वन विभाग की तरफ से निरंतर सुबह और शाम गश्त की जा रही है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है और इन्वेस्टिगेशन सुबह और शाम लगातार होती है। पदचिन्हों के आधार पर स्थानीय पूछताछ के आधार पर सभी तरीकों से फालो किया जा रहा है।
Sep 20 2024, 19:32