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रांची के मुरई में हुआ रेल हादसा, ट्रेन का एक इंजन डिरेल, दूसरा पलटा

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में मुरी स्टेशन के पास फिर एक बार हुआ रेल हादसा। इस रेल हादसे में एक मालगाड़ी का एक इंजन डिरेल हो गया है, जबकि दूसरा पलट गया है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे में किसी भी तरह के जानोमाल के नुकसान की सूचना नही आई है। 

स्थनीय पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मुरी स्टेशन से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर यह हादसा हुआ है। हादसे के बाद मुरी पुलिस भी मौके पर पहुची। 

लोहरदगा से मुरी जा रहे इस मालगाड़ी में बॉक्साइट लदा था। जिसका एक इंजन डिटेल हो गया और दूसरा पलट गया। मिली जानकारी के अनुसार मालगाड़ी ट्रेन लोहरदगा से माल लेकर हिंडाल्को के मुरी स्थित प्लांट आई थी। प्लांट में माल अनलोड कर ट्रेन वापस हो रही थी। इसी बीच हादसा हुआ। जिस जगह मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई है, वह सुइसा रेल डिवीजन के तहत आता है।

वही मौके पर स्थानीय पुलिस भी पर पहुंच गई। रेलवे के अधिकारी भी मौके पर पहुंच जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि हादसा हिंडाल्को प्लांट जाने वाली संटिंग लाइन पर हुआ है। रेलवे की ओर से घटना की जांच के लिए कमेटी बनाने की बात कही जा रही है।

पीवीयूएनएल में स्वच्छता शपथ और विश्वकर्मा पूजा का धूमधाम से आयोजन

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची डेस्क : आज पीवीयूएनएल के सीईओ पीवीयूएनएल आर.के. सिंह, अन्य विभागाध्यक्षों के साथ कर्मचारियों ने स्वच्छता का शपथ लिया।

 इस अवसर पर आर.के. सिंह ने स्वच्छता का महत्व बताते हुए स्वच्छता संदेश साझा किया और सभी को स्वच्छता अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया। 

शपथ समारोह के दौरान स्वच्छता पखवाड़ा के तहत होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला और कर्मचारियों से इन गतिविधियों में उत्साहपूर्वक शामिल होने की अपील की। इस मौके पर स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वच्छता शपथ ली गई और सभी ने स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया। 

आज वास्तुकार और शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की पूजा भी बड़े धूमधाम से मनाई गई। पूजा में भगवान को भोग लगाकर भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया।

17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी-विश्वकर्मा पूजा एक ही दिन, बना दुर्लभ संयोग, जानें शुभ मुहूर्त, आज 3 राशियों की मौज!


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : आज 17 सितंबर मंगलवार को सर्वार्थ सिद्धि योग में विश्वकर्मा पूजा है। आज अनंत चतुर्दशी और विश्वकर्मा पूजा एक ही दिन पड़ रहा है ऐसे में 17 सितंबर को एक दुर्लभ और एक शुभ संयोग भी बन रहा है। आज पूर्णिमा, संक्रांति, अनंत चतुर्दशी, नक्षत्र, सुलयोग और अक्षय फल प्राप्ति के योग एक साथ बन रहे हैं, जिससे यह दिन अत्यंत शुभ और कल्याणकारी माना जा रहा है। इस दिन पूजा-पाठ करने से भक्तों को कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होगी।

 इस वर्ष सूर्य 16 सितंबर को कन्या राशि में प्रवेश कर गए थे। जिसे कन्या संक्रांति कहा जाता है। सालों बाद अनंत चतुर्दशी का व्रत और विश्वकर्मा पूजा एक साथ हो रहा है। अनंत चतुर्दशी व्रत भगवान विष्णु के अनंत स्वरूपों को समर्पित है। हर साल यह व्रत भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मनाया जाता है। अनंत चतुर्दशी पर भगवान नारायण के अनंत रूप की पूजा की जाती है। साथ ही अनंत चतुर्दशी के दिन अनंत सूत्र बांधने की भी परंपरा है। मान्यता है कि अनंत सूत्र में भगवान विष्णु का वास होता है।

अनंत चतुर्दशी पर अनंत सूत्र को भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद बांह में बांधा जाता है।अनंत सूत्र में 14 गांठें होनी चाहिए, इन 14 गांठों को 14 लोकों से जोड़कर देखा जाता है। अनंत चतुर्दशी भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन माना गया है। अनंत चतुर्दशी की पूजा 17 सितंबर को सुबह 6 बजकर 7 मिनट से सुबह 11 बजकर 44 मिनट के बीच किया जाएगा।

भगवान विष्णु और शिल्पकार विश्वकर्मा के एक साथ आने रवि योग का निर्माण हो रहा है और इस योग में पूजा करने से सभी कार्यों में तरक्की मिलेगी। भगवान विश्वकर्मा देव लोक के वास्तुकार और शिल्पकार हैं। शास्त्रों के अनुसार भगवान विश्वकर्मा ने भगवान शिव का त्रिशूल और विष्णु जी का सुदर्शन चक्र बनाया था। इसलिए इस दिन शस्त्रों की पूजा-अर्चना की जाती है।

17 सितंबर के दिन भगवान विश्वकर्मा को कई प्रकार के अस्त्र-शस्त्र से सुशोभित किया जाता है और पूजा-अर्चना की जाती है। लोग अपने ऑफिस, कारखानों, मशीनों, औजारों और वाहनों की भी पूजा करते है। इससे जीवन में सुख-समृद्धि, व्यापार में उन्नति आदि का शुभ फल प्राप्त होगा।17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:07 बजे से दोपहर 2:39 बजे तक रहेगा। इस दौरान बाबा विश्वकर्मा और विष्णु जी की पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड आगमन पर दिखा भूतों पर चर्चा,


जाने क्या है मामला..?, JMM ने प्रधानमंत्री को दी चेतावनी कहा तैयार रहिएगा सत्ता का भूत उतार कर हम आपको भेजेंगे

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झारखंड की धरती पर आए जहां रांची एयरपोर्ट से छह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का उद्घाटन किया और करोड़ों रुपये की योजनाओं की सौगात दी। । भारी बारिश के बीच प्रधानमंत्री सड़क के रास्ते रांची से जमशेदपुर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। 

वहां जनसभा को संबोधित किया। जहा उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद को झारखंड का तीन सबसे बड़ा दुश्मन बताया। 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमशेदपुर के बिस्टुपुर गोपाल मैदान के मंच से कहा कि झामुमो में कांग्रेस का भूत घुस गया है। जब किसी पार्टी में कांग्रेस का भूत घुस जाता है, तो तुष्टिकरण ही उस दल का इकलौता एजेंडा बन जाता है। इसके लिए सबसे पहले ये लोग दलित, आदिवासी और पिछड़ा समाज के हितों की बलि चढ़ाते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी इस पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को आजकल चारों ओर भूत ही नजर आता है। जेएमएम के सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहां की मोदी जी ने झारखंड में भूतों को देख लिया अब उन्हें डर सता रहा है। 

वही प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाया और इस पर कड़ी आपत्ति जताई। झामुमो के लोग बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के साथ खड़े हैं। ये घुसपैठिए और कट्टरपंथी झामुमो को भी अपने कब्जे में लेते जा रहे हैं। जिसे लेकर झामुमो के सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी पलटवार करते हुए केंद्र सरकार और हाई कोर्ट की कार्यशैली पर चिंता जताई। कहा कि हाईकोर्ट में यह मामला गया हुआ है। फैसला होना बाकी है लेकिन फैसला आने से पहले ही प्रधानमंत्री ने अपना फैसला सुना दिया ऐसा प्रतीत होता है कि अब न्यायपालिका को भी निर्देशित किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची से 660 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की, डिजिटल माध्मय से छह वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची एयरपोर्ट से छह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का उद्घाटन किया और करोड़ों रुपये की योजनाओं की सौगात दी। खराब मौसम के कारण उनका हेलीकॉप्टर जमशेदपुर के लिए उड़ान नहीं भर पाया, जिसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सड़क मार्ग से जमशेदपुर के लिए रवाना हुए।

अपने एकदिवसीय झारखंड दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने वर्चुअल मध्यम से कई योजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान मोदी ने झारखंड, ओडिशा, बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए छह वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। टाटानगर से इन ट्रेनो को हरी झंडी दिखाना था लेकिन खराब मौसम के कारण रांची एयरपोर्ट से ही किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार टाटानगर स्टेशन पर उपस्थित थे। जहां टाटानगर रेलवे स्टेशन से टाटानगर-पटना वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाया।

इसके साथ साथ नरेंद्र मोदी ने 660 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का भी वर्चुअली शुभारंभ किया। मोदी ने देवघर जिले में मधुपुर बाइपास लाइन और ‘हजारीबाग टाउन कोचिंग डिपो’ की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने कुरकुरा-कनारोन दोहरीकरण परियोजना भी राष्ट्र को समर्पित की जो बंडामुंडा-रांची एकल लाइन खंड और रांची, मुरी एवं चंद्रपुरा स्टेशन के माध्यम से गुजरने वाले राउरकेला-गोमोह मार्ग का हिस्सा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत 32,000 लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से स्वीकृति पत्र वितरित किए और मकानों के निर्माण के लिए 32 करोड़ रुपए की पहली किस्त भी जारी की। इसी क्रम में मोदी ने भारत में पीएमएवाई-जी के 46,000 लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से चाबियां भी सौंपीं। बता दें केंद्र ने पीएमएवाई-जी योजना के तहत झारखंड में गरीबों के लिए 1,13,400 मकानों को मंजूरी दी है।

खराब मौसम के कारण पीएम नरेंद्र मोदी रांची से वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, रांची से बाई रोड आम सभा व रोड शो के लिए निकले जमशेदपुर


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : खराब मौसम की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमशेदपुर जाने के कार्यक्रम में हुई बाधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार (15 सितंबर) को टाटानगर स्टेशन से 6 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाना था। एक रोड शो करना था और उसके बाद जनसभा को भी पीएम मोदी संबोधित करने वाले थे।

प्रधानमंत्री आज नई दिल्ली से सुबह 9:05 बजे रांची पहुंचे। राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उनकी फ्लाइट की लैंडिंग हुई। लेकिन, जमशेदपुर में खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर ने रांची से जमशेदपुर के लिए उड़ान नहीं भरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से ही ऑनलाइन 6 वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।

प्रधानमंत्री वंदे भारत एक्सप्रेस और अन्य योजनाओं की सौगात देने के बाद रांची एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से जमशेदपुर के लिए रवाना हुए। इससे पहले खराब मौसम की वजह से पीएम ने जमशेदपुर नहीं जाने की वजह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी कार्यक्रमों में शामिल होने की बात कही थीं। वही रांची एयरपोर्ट से ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा- ‘झारखंड में आज प्रकृति पूजा के पर्व करमा की उमंग है। मैं झारखंड के लोगों को करमा पर्व की बधाई देता हूं। आज इस शुभ अवसर पर झारखंड को विकास का नया आशीर्वाद मिला है। छह नई वंदे भारत ट्रेनें, साढ़े 600 करोड़ से ज्यादा की रेलवे परियोजनाएं, कनेक्टिविटी और यात्रा सुविधाओं का विस्तार और इस सबके साथ-साथ झारखंड के हजारों लोगों को पीएम आवाज योजना के तहत अपना घर। मैं झारखंड की जनता-जनार्दन को इन सभी विकास कार्यों के लिए बधाई देता हूं।’

विधायक अमित यादव के साथ पूर्व विधायक जेपी वर्मा और पूर्व DSP नवनीत हेंब्रम भी भाजपा में हुए शामिल


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का कुनबा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। बरकठ्ठा विधायक अमित यादव, पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा और पूर्व डीएसपी नवनीत हेंब्रम आज भाजपा का दामन थामा। जिन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, झारखंड प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई और पूर्व सांसद रवींद्र राय ने भाजपा का सदस्यता दिलाया। 

इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अमित यादव और जयप्रकाश वर्मा पहले से बीजेपी के सिपाही रहे हैं आज पुनः घर वापसी हुई है। नवनीत हेंब्रम प्रशासनिक से मुक्त हो कर जनसेवा के क्षेत्र मे आए हैं मैं इन तीनों सदस्यों का स्वागत करता हूं। उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पांच वर्षों में सरकार 5 काम गिना नहीं सकती है।

विधायक अमित यादव के साथ पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा और पूर्व डीएसपी नवनीत हेंब्रम भाजपा में शामिल होने के साथ जेपी वर्मा ने कहा कि परिवार में अपना घर ही प्यारा होता है इसलिए आज अपने घर वापस आए है। वही नवनीत हेंब्रम ने कहा कि प्रशासनिक पद से तैयार कर राजनीतिक के क्षेत्र में आए हैं जहां जन सेवा की भावना हममें जगी है और जनता की सेवा करते रहेंगे। भाजपा का कुनबा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि ये लोग आगामी विधानसभा चुनाव में अपना कितना प्रभाव डाल सकते हैं।

पीवीयूएनएल पतरातू में हिन्दी दिवस से हिन्दी पखवाड़ा 2024 की शुरुआत


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : पीवीयूएनएल पतरातू में आज 14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर राजभाषा हिंदी की शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी कर्मचारियों ने हिंदी को अपने दैनिक कार्यालयीन कार्यों में प्राथमिकता से प्रयोग करने की शपथ ली। इस आयोजन के साथ ही हिंदी पखवाड़ा 2024 की शुरुआत हो गयी। जिसे 14 से 28 सितंबर तक मनाया जाएगा। 

इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर.के. सिंह ने सभी उपस्थित कर्मचारियों को राजभाषा हिंदी का अपने कार्यालयीन कार्यों में अधिकाधिक प्रयोग करने की शपथ दिलाई। हिंदी पखवाड़े के दौरान हिंदी प्रश्नोत्तरी, निबंध लेखन, तथा सुलेख लेखन जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

 इस कार्यक्रम में मानव संसाधन प्रमुख ज़याऊर रहमान ने राजभाषा हिंदी के अधिकाधिक प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए कई नए पहलुओं और सुझावों पर चर्चा की गई।

रांची के पुराना विधानसभा मैदान में दुर्गा पूजा पंडाल बनाने में अड़ंगा, जाने क्या है मामला

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : दुर्गा पूजा काफी नजदीक है जिसे देखते हुए रांची में दुर्गा पूजा को लेकर हर ओर भव्य तैयारियां की जा रही है। ऐसा ही एक भाभी पंडाल राजधानी रांची में पुरानी विधानसभा मैदान में बन रहा है। इस दुर्गा पूजा पंडाल का निर्माण कार्य को जगन्नाथपुर पुलिस के द्वारा रोक दिया गया। इसके बाद से पूजा पंडाल समिति के लोग गुस्से में है। 

बार-बार उन अधिकारियों से पूछ रहे हैं कि आखिर क्यों निर्माण कार्य रुकवाया जा रहा है। इसका कोई आदेश कॉपी हमें दिखाइए।

अब यह मामला धीरे धीरे राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है। आज इसे लेकर बैठक बुलाई गयी थी बैठक में पूजा आयोजन कमेटी के सदस्य के साथ केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ विधायक सीपी सिंह, सांसद दीपक प्रकाश उपस्थित रहे। इस दौरान रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कोई भी व्यक्ति इस पूजा पंडाल के निर्माण को रोक नहीं सकता है।

 हमलोग तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करते हैं। इन लोगो को राम मंदिर से नफरत है। हमारे आस्था से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।

बता दें कि करोड़ों रुपए की लागत से रांची में सबसे भव्य पंडाल पुराना विधानसभा के पास बनाया जा रहा है। इसकी लागत 1 करोड रुपए से अधिक है। राम मंदिर के प्रारूप पर पंडाल को तैयार किया जा रहा है। पंडाल निर्माण का 80% से अधिक काम भी पूरा हो चुका है। इस पंडाल का निर्माण कार्य इस वर्ष पहली बार किया जा रहा है। संभवत यह माना जा रहा है कि कहीं ना कहीं प्रशासनिक ऑर्डर को लेकर यह मामला बढ़ा है।

प्रकृति पर्व करमा को लेकर क्या है मान्यता, जाने क्यों पूजते है करम के डाल को


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : आज 14 सितम्बर को झारखण्ड के आदिवासी समुदाय का दूसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक पर्व है करमा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस पर्व को आदिवासी और सदान मिल-जुलकर सदियों से मनाते आ रहे हैं। भाई बहन का पर्व कहे जाने वाले करमा पर्व की मान्यता है कि बहनें अपने भाइयों की दीर्घायु एवं मंगलमय भविष्य की कामना करती हैं।

कर्मा पर्व भादो शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि को मनाया जाता है, जिसे पद्मा एकादशी, भादो एकादशी भी कहते हैं। इस मौके पर पूजा करके आदिवासी अच्छे फसल की कामना करते हैं साथ ही बहनें अपने भाईयों की सलामती के लिए प्रार्थना करती है।

 यह पर्व सदाचार,परंपरा और सामाजिक एकता के प्रतीक है। आदिवासी समुदायों में प्राकृतिक पर्वों का आयोजन पाहन द्वारा किया जाता है। इसमें भी पहान के द्वारा आंगन के बीच कमर वृक्ष की डाली लगाई जाती है। जंगल से करमा के वृक्ष से डाल लाकर घर के आंगन या अखरा के बीचों-बीच इसे लगाया जाता है। करमा पूजा के दिन खेत-खलिहान और घर में करमा के छोटे-छोटे डाल लगाए जाते हैं। करमा डाल रोपित होने के बाद पूजा के समय गांव के सभी लोग बड़े-बुजुर्ग, माता-बहने सभी पूजा देखने और सुनने के लिए वहां आते हैं। सभी लोग करम वृक्ष के चारों ओर बैठ कर प्रकृति के आराध्य देव मानकर इसे पूजते हैं।

कहा जाता है कि आदिवासी समुदाय मूलत प्रकृति पूजक होते है। उसके देवी-देवता प्रकृति में ही निहित हैं। करम डाल की पूजा भी इसलिए की जाती है कि करम डाल ईश्वर (प्रकृति) का प्रतीक रूप है। पूजा के दौरान करम कथा के दौरान करम वृक्ष का आह्वान किया जाता है। यह पर्व न सिर्फ भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है बल्कि यह भी सिखाता है कि कर्म के साथ धर्म भी जरूरी है। जीवन में दोनों ही चीजों का संतुलन बनाये रखना चाहिए।