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झारखंड में कथित बांग्लादेशी घुसपैठ और बदलते डेमोग्राफी को लेकर झारखण्ड के मुख्य सचिव ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को लिखा पत्र


कहा- यह अंतरराज्यीय मामला है इसके लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय अपनी जिम्मेबारी तय करे

झारखंड डेस्क 

झारखंड में कथित बांगलादेशी घुसपैठ को लेकर झारखंड के मुख्य सचिव एल खियांग्ते ने राज्य में कथित घुसपैठ के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि झारखंड हाईकोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है। सरकार ने कोर्ट में पक्ष रखा है। न्यायालय ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाने का संकेत दिया है। मुख्य सचिव ने गृह मंत्रालय से यह आग्रह किया है कि घुसपैठ एक अंतरराज्यीय मामला है और झारखंड के मामले में कथित घुसपैठ पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के रास्ते ही संभव है। ऐसे में इस मामले में दोनों राज्यों के बीच एक प्रभावी समन्वय की जरूरत है।

मुख्य सचिव ने पत्र में यह भी कहा है कि घुसपैठ से सिर्फ झारखंड ही प्रभावित नहीं है, बल्कि इससे ज्यादा प्रभाव पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय जैसे राज्यों में है। इस मुद्दे की प्रकृति पर राष्ट्रीय स्तर पर भी गंभीरता से विचार की जरूरत है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों से जुड़ा है। 

मुख्य सचिव ने संघीय ढांचे का हवाला देते हुए लिखा है कि यह विषय राष्ट्रीय सुरक्षा, केंद्र-राज्य, अंतर राज्य संबंध से जुड़ा है, जिसकी जिम्मेदारी मूल रूप से केंद्रीय गृह मंत्रालय की है। राष्ट्रीय सुरक्षा की जिम्मेदारी को बेहतर समन्वय के साथ निभाने के लिए केंद्रीय एजेंसियां, इंटेलिजेंस ब्यूरो, बीएसएफ जिम्मेदार हैं। 

अत वर्तमान परिपेक्ष्य में यह जरूरी है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर इस समस्या का हल निकाला जा सके।

बांग्लादेशी घुसपैठ और डेमोग्राफी में बदलाव बना राजनीतिक मुद्दा 

झारखंड में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होगा। भाजपा ने संताल में बांग्लादेशी घुसपैठ और डेमोग्राफी में बदलाव को सियासी मुद्दा बनाया है। भाजपा क्षेत्र में आदिवासियों की घटती आबादी पर भी मुखर है और राज्य सरकार पर हमलावर है। पीएम मोदी ने भी जमशेदपुर में अपनी चुनावी सभा के दौरान इन मुद्दों पर झामुमो, कांग्रेस और राजद को जमघर घेरा। दूसरी ओर सत्तासीन झामुमो, कांग्रेस और राजद घुसपैठ के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को कठघरे में खड़ा किया है।

केंद्र सरकार ने कोर्ट में दाखिल किया है शपथपत्र

केंद्र सरकार ने बांग्लादेशी घुसपैठ और आदिवासियों के धर्मांतरण से जुड़े मामले में 12 सितंबर को हाईकोर्ट में शपथपत्र दाखिल कर जानकारी दी है कि संताल में घुसपैठ से डेमोग्राफी बदल गई है। आदिवासियों की संख्या घटी है। एक्टिंग चीफ जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद और जस्टिस एके राय की अदालत ने 17 सितंबर को सुनवाई की तिथि तय की। बता दें कि दानियल दानिश ने संताल में बांग्लेदशी घुसपैठ को लेकर याचिका दाखिल की है।

शपथ पत्र की मुख्य बातें

● केंद्र के पास घुसपैठियों को वापस भेजने की क्षमता, पर एनआरसी लागू करना जरूरी

● संताल परगना में आदिवासियों की आबादी 44 फीसदी से घटकर 28 फीसदी रह गई है

● धर्मांतरण और पलायन से भी घटी आबादी, राज्य सरकार ही एसपीटी एक्ट का कर रही उल्लंघन

चक्रधरपुर रेल मंडल में कई लाइन की मरम्मत तथा अपग्रेडेशन कार्य को लेकर कई यात्री ट्रेन को किया गया रद्द


झारखंड डेस्क 

जमशेदपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल में विकास कार्य कराए जाने को लेकर टाटानगर और चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से होकर आने-जाने वाली कई यात्री ट्रेनों को रेलवे की ओर से रद्द कर दिया गया है. ट्रेनों को रद्द किए जाने से रेल यात्रियों को भारी परेशानी होगी.

आदित्यपुर का आरआरआई भी होगा अपग्रेड

रेलवे की ओर से आदित्यपुर में आरआरआई अपग्रेड करने का काम किया जाएगा. इसको लेकर भी इस रेलखंड की ट्रेनों को कई दिनों तक रद्द कर दिया गया है. 

बिलासपुर-पटना और हावड़ा-मुंबई साप्ताहिक ट्रेन 22 सितंबर को रद्द कर दिया गया है.

जबलपुर-सांतरागाछी 19 और 26 सितंबर को रहेगी रद्द

जबलपुर-सांतरागाछी साप्ताहिक एक्सप्रेस की बात करें तो 18 सितंबर और 26 सितंबर को रद्द रहेगी. 

इसी तरह से सांतरागाछी-पुणे हमसफर एक्सप्रेस को 23 सितंबर को रद्द किया गया है.’

टाटा-ईतवारी 21 सितंबर को रहेगी रद्द

टाटा-ईतवारी एक्सप्रेस ट्रेन को रेलवे की ओर से 21 सितंबर को रद्द कर दिया गया है. इसी तरह से बिलासपुर एक्सप्रेस ट्रेन को भी 21 सितंबर और 28 सितंबर को रद्द किया गया है.

टाटा-गुवा मेमू 22 सितबर को रहेगी रद्द

टाटा-गुवा मेमू ट्रेन को 22 सितंबर को रेलवे की ओर से रद्द 

किया गया है. टाटा-बादामपहाड़ मेमू ट्रेन को 18 सितंबर और 25 सितंबर को रद्द किया गया है. 

राउरकेला मेमू ट्रेन को 18 सितंबर और 25 सितंबर को रद्द किया गया है.

एसएमएस से रेलवे यात्रियों को दे रही है सूचना

यात्री ट्रेनों के रद्द होने की जानकारी रेलवे की ओर से रेल यात्रियों को एसएमएस के माध्यम से दी जा रही है. जिन ट्रेनों को रेलवे की ओर से रद्द किया गया है. उसके टिकट के रुपये भी रेल यात्री रिफंड ले सकते है

लगातार तीन दिनों से बारिश के कारण धनबाद का जन जीवन अस्त व्यस्त,
विधायक राज सिन्हा ने लिया जायज़ा, शहर से जल निकासी केलिए की नगर निगम से वार्ता झा.डेस्क
धनबाद: बीते तीन दिनों से लगातार हो रही वर्षा के कारण धनबाद का जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।हर जगह जल जमाव, विधुत का लोड शेडिंग, धनबाद के बिजली विभाग के लापरवाही के कारण कई क्षेत्र अंधकार में डूबा रहा । इस बीच धनबाद के इस अव्यबस्था का जायजा लेने विधायक राज सिन्हा नें अपने क्षेत्र का दौरा किया।

अधिक वर्षा के कारण बाबुडीह के कई इलाके जलमग्न है, विधायक राज सिन्हा नें पूर्व पार्षद अशोक पाल के साथ इलाके का दौरा कर नगर निगम के पदाधिकारियों से वार्ता कर पानी निकासी की तत्काल व्यवस्था करने की बात कही।

तत्काल जल की निकासी के लिए अतिरिक्त निकास मार्ग खोले गए है, जल्द ही सड़कें पानी से मुक्त होंगी। इस बीच बिजली की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अधिकारी भी भी सज्ञान नही लिया कई क्षेत्रों में अभी भी बिजली नही है
तेनुघाट डैम में जलस्तर बढ़ा , आठ रेडियल गेट खोले गए

झा. डेस्क 

रामगढ़ : तेनुघाट डैम में भारी बारिश के कारण जलस्तर में वृद्धि होने से डैम पर अतिरिक्त दबाव आ गया है. इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन की सहमति से सोमवार को डैम के आठ रेडियल गेट खोल दिए गए.

तेनुघाट डैम के सहायक अभियंता मंगल कुमार देव ने बताया कि भारी बारिश के कारण जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे आठ फाटक खोलने का निर्णय लिया गया. इन गेटों से लगभग 19,700 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. डैम का जलस्तर 849.80 फीट तक पहुंच गया था.

अभियंता ने यह भी जानकारी दी कि पानी छोड़े जाने से पहले नदी किनारे स्थित औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों और प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया था. साथ ही दामोदर नदी के किनारे रहने वाले लोगों को भी सचेत कर दिया गया है कि वे नदी तट के पास न जाएं.

आज केबीसी 16 में अमिताभ बच्चन के साथ देखेंगे बोकारो के त्रिशूल

बोकारो : केबीसी 16 में पहली बार ऐसा होने जा रहा है जब किसी कंटेस्टेंट के लिए शो के नियम में बदलाव किया जा रहा है। KBC 16 के इतिहास में पहली बार अमिताभ बच्चन एक कंटेस्टेंट के लिए शो के नियमों में बदलाव करने वाले हैं. ये कंटेस्टेंट 30 साल के त्रिशूल सिंह चौधरी है. त्रिशूल बोकारो, झारखंड के रहने वाले हैं. सॉफ्टवेयर इंजीनियर त्रिशूल का सफर दृढ़ता और पक्के इरादों का सबूत है. 

उन्होंने अपने परिवार के मजबूत सपोर्ट के साथ हमेशा चुनौतियों का सामना किया है. त्रिशूल ने हॉट सीट पर बैठने के बाद माना कि भले ही वह बहुत आत्मविश्वास के साथ आए थे लेकिन वे अपनी स्थिति की वजह से समझ नहीं पा रहे हैं कि गेम शो में कुछ सेगमेंट्स को कैसे पार किया जाए. यह सुनकर बिग बी ने त्रिशूल को गले लगाया और गेमप्ले में कुछ नियमों को बदलने का फैसला किया.

अमिताभ बच्चन से पूछा कभी बीन बैग पर बैठे हैं

16 सितंबर के एपिसोड में बिग बी के साथ बातचीत के दौरान त्रिशूल यह भी पूछते नजर आएंगे कि क्या बिग बी कभी बीन बैग पर बैठे हैं. त्रिशूल के सवाल के जवाब में अमिताभ बच्चन हंसते हैं और कहते हैं कि बीन बैग बड़ी उम्र के लोगों के लिए नहीं हैं, भले ही कितना ही कम्फर्टेबल हो. त्रिशूल मुस्कान के साथ कहते दिखेंगे, ‘लेकिन आप केवल 40 या 45 साल के हैं.' यह सुनकर अमिताभ के चेहरे पर बड़ी स्माइल आ जाती है. 

वर्कफ्रंट पर क्या है सीन ?

काम के मामले में अगर बात करें तो बिग बी हाल में कल्कि 2898 एडी में नजर आए थे. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने अपने अश्वत्थामा के किरदार में ऐसी जान फूंकी कि इस फिल्म में अगर कुछ जोरदार है तो वह अमिताभ बच्चन ही हैं. फिल्म को भले ही किसी के नाम पर प्रमोट किया गया हो लेकिन बिग बी ने साबित कर दिया कि उन्हें महानायक यूं ही नहीं कहा जाता.

झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन,रांची की स्थायी समिति पुनर्गठित

रांची :झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, रांची के क्षेत्रीय कार्यालय, थाना-पाडा, पाकुड में दिनांक 15. सितम्बर 2024 को पूर्वाह्न 11:00 बजे से एसोसिएशन के संस्थापक सदस्यों की एक बैठक प्रदेश उपाध्यक्ष मो. मकसूद आलम के द्वारा आहूत की गई थी ।उक्त बैठक की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष मो. मकसूद आलम के द्वारा किया गया ।

उक्त बैठक में संस्थापक सदस्यों के द्वारा एसोसिएशन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीकांत झा के निधन से रिक्त पडे पद एवं पूर्व कोषाध्यक्ष प्रेम कुमार केसरी के द्वारा किसी अन्य जिलास्तरीय संगठन के अध्यक्ष के पद पर आरुढ होने के कारण रिक्त पड़े कोषाध्यक्ष के पद के लिए प्रदेश के अध्यक्ष व कोषाध्यक्ष के पद के साथ स्थायी समिति का विस्तार एवं पुर्नगठन किया गया।

 एसोसिएशन के दिशा - दशा के साथ एसोसिएशन को सशक्त बनाने के लिए के अनेकानेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

एसोसिएशन के प्रारंभ से सात स्थायी सदस्य थे, वर्तमान एसोसिएशन के समर्पित व कर्मठ सदस्य को स्थायी समिति में स्थान दिया गया ।

स्थायी सदस्य जो बैठक में उपस्थित थे । एक सदस्य के बाहर प्रवास के कारण अनुपस्थित थे । मो. मकसूद आलम ,रामरंजन कुमार सिंह ,श्री समीर कुमार दूबे,श्री नरसिंह महतो, श्री विपिन कुमार सिंह 

श्री शशिकांत गुप्ता,श्री साइमन मैथ्यू एस्लै,श्रीमती सुषमा सिंह

श्रीमती कुमारी बिनीता,श्री गब्रियल मुर्मू,श्री नकुल मंडल नये स्थायी सदस्य बनाये गए 

सर्वसम्मति से निम्नलिखित निर्णय लिए गए। मो. मकसूद आलम जी के द्वारा प्रदेश अध्यक्ष श्री नरसिंह महतो को बनाने की घोषणा की गई । साथ ही प्रदेश स्थायी समिति का गठन किया गया।

संरक्षक-श्री बिजय कुमार,रांची

अध्यक्ष-श्री नरसिंह महतो, गोड्डा

उपाध्यक्ष- मो. मकसूद आलम, धनबाद । महासचिव-रामरंजन कुमार सिंह, पाकुड 

कोषाध्यक्ष-श्री शशिकांत गुप्ता-पौडैयाहाट,गोड्डा

सहसचिव-श्री बिपीन कुमार सिंह-दुमका,संगठन सचिव-श्री गब्रियल मुर्मू-पाकुड ,संगठन सह सचिव-श्री नकुल मंडल-हजारीबाग,अंकेक्षक-श्री साइमन मैथ्यू एस्लै-पलामू

मिडिया प्रभारी-अधिवक्ता श्रीमती सुषमा सिंह-लोहरदगा

को सर्वसम्मति से किया गया ।उक्त नव निर्वाचित समिति के द्वारा बैठक कर एसोसिएशन को सशक्त बनाने के लिए अनेकानेक नियमों के साथ आवश्यक बदलाव करने का, प्रदेश कार्यकारी समिति , कोर समिति, विशेष आमंत्रित समिति बनाने का निर्णय लिया गया ।महासचिव के धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्ति की घोषणा की गई ।

झारखंड के स्वास्थ्य व खाद्य आपूर्ति मंत्री बन्ना गुप्ता ने पीएम मोदी से किया कौन सवाल जानने के लिए पढ़िये पूरी खबर..?

झारखंड डेस्क

झारखंड के स्वास्थ्य व खाद्य आपूर्ति मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जमशेदपुर दौरे पर झारखंड की जनता की ओर से सवाल पूछा हैं कि आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड लागू करने की कब तक घोषणा करेंगे? 

पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण को लेकर क्या किया गया?

 झारखंड की चुनी सरकार को अपदस्थ करने के लिए व्याकुल भाजपा क्या कथित तौर पर अपमानित हुए चंपाई सोरेन को एनडीए का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगी?

उन्होंने पूछा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद झारखंड को 1.36 लाख करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने का आदेश कब दिया जायेगा. 

बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड की जनता के ये सवाल इसलिए जायज हैं, क्योंकि आज सारे प्रोटोकॉल तोड़कर आपने इस सड़क से यात्रा की है. उन्होंने कहा कि झारखंड बीजेपी हमारी सरकार पर लॉ एंड आर्डर खराब होने और नक्सली एवं आतंकवादी गतिविधियों के होने का दुष्प्रचार करती हैं. 

आज आपने बिना किसी पूर्व निर्धारित सूचना एवं तैयारी के 130 किमी तक सड़क मार्ग से यात्रा की और कार्यक्रम समाप्त होने के बाद पुनः उसी सड़क से वापस आये. ऐसे में आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या कहीं भी सुरक्षा में कमी दिखी?

दुमका के मसानजोर में भारी बारिश के कारण भूस्खलन से दो दुकान जमींदोज,कोई हताहत नही

झारखंड डेस्क

दुमका जिले में भारी बारिश के कारण मसानजोर पहाड़ पर भू-स्खलन हुआ जिसके कारण 2 दुकानें जमींदोज हो गईं. सड़क पर पेड़ गिरने के कारण वहां मार्ग भी अवरुद्ध हो गया.

घटना टोंगरा थाना क्षेत्र के मसानजोर डैम के दक्षिण भाग स्तिथ रानीश्वर के बांसकुली मसलिया सड़क के के डैम के 2 नंबर गेट के सामने हुई है.इस भू-स्खलन का कारण

लगातार बारिश की वजह से पहाड़ से झरना निकलने की वजह से हुआ।  

झारखंड में भू-स्खलन की घटनाएं लगातार हो रहीं हैं. रविवार की रात भू-स्खलन होने से पहाड़ के नीचे दो दुकानें इसकी चपेट में आ गईं. पहाड़ का मलबा दुकान के ऊपर गिरने से दुकानें दब गईं. उसके अंदर रखा सारा सामान भी क्षतिग्रस्त हो गया. हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ.

यहां पहले से भू-स्खलन होने का अंदेशा जताया गया था

सिंगारी गांव के सुरेश माल और तालडंगाल गांव के रंजीत मुर्मू की दुकानें और उसमें रखे सामान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. भू-स्खलन के समय रात में दुकान के अंदर कोई नहीं था. इसलिए सिर्फ सामान का नुकसान हुआ है. दुमका जिले में हो रही अतिवृष्टि को देखते हुए लोगों को पहले से इस बात का एहसास था कि भू-स्खलन हो सकता है. इसलिए रात में वहां कोई नहीं रह रहा था.

दुकानदारों को मिला मुआबजा

दुकानदार रंजीत मुर्मू ने बताया कि भू-स्खलन से दुकान के दब जाने की वजह से उसे करीब 60 हजार रुपए का नुक़सान हुआ है. सुरेश माल ने भी 50-60 हजार रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया है. भू-स्खलन से बांसकुली-मसलिया सड़क पर यातायात भी ठप हो गया.

 सड़क से हटवाया गया मलबा

सूचना मिलने पर पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता दीपक टुडू की पहल पर जेसीबी मंगवाकर सड़क पर गिरे मलबे को हटाया गया. कुछ देर बाद यातायात सेवा बहाल हो गई. सहायक अभियंता ने बताया कि अतिवृष्टि के कारण भू-स्खलन हुआ है. सड़क से मलबा हटा दिया गया है.

 तेज़ हवाओं से गिरा पेड़ मार्ग अबृरुद्ध

उधर, रविवार की शाम दुमका-सिउड़ी मुख्य सड़क के रघुनाथपुर मोड़ के समीप भी बारिश हुई. तेज हवाएं चलीं. इसकी वजह से सड़क किनारे दो पेड़ गिरने से यातायात कुछ देर के लिए बाधित हो गया है. स्थानीय लोगों ने पेड़ों की डाली को काटकर किसी तरह यातायात बहाल किया. बाद में विभाग की ओर से पेड़ों को सड़क से हटवाया गया. पेड़ गिरने से बिजली के तार भी टूट गए है.

ऊँची सेलरी का प्रलोभन देकर झारखण्ड से सऊदी अरब में भेजे गए मज़दूरो का हो रहा था शोषण,


सरकार के पहल से शोषित 45 मज़दूरों में से 14 की हुई वापसी के बाद बाकी की वापसी का हो रहा प्रयास

झा. डेस्क 

रांचीः ऊँची तनखाह और बहुत सारी सुविधा के नाम पर दलालों द्वारा भेजे गए झारखण्ड के 45 मज़दूरों को सऊदी अरब में पिछले कई महीनों से हो रहा था शोषण. उसे ना तो तनखाह मिल रहा था नहीं ठीक से भोजन.

इन फंसे झारखंड के 45 मजदूरों में से 14 की घर वापसी हो गई है। बाकी 31 मजदूरों की वापसी का प्रयास जारी है। ये सभी लोग हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले के रहने वाले हैं। इन्हें केरल के एजेंटों ने अलग-अलग कंपनियों में मजदूरी के लिए भेजा था। 

इन मजदूरों से वहां कठिन परिस्थितियों में न सिर्फ जबरन काम कराया जा रहा है, बल्कि ज्यादातर की कई महीनों की मजदूरी भी बकाया है। फंसे मजदूरों ने कई बार वीडियो मेसेज जारी कर केंद्र और राज्य सरकार से वापसी की गुहार लगाई है। 

झारखंड सरकार के श्रम विभाग के आग्रह पर भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप से मजदूरों की वापसी के प्रयास चल रहे हैं।

 बेहतर सैलरी का दिया गया था प्रलोभन

पहली खेप में वापस आए 14 मजदूरों ने बताया कि उन्हें केरल निवासी एजेंट आरएस पांडियन और एलके स्वामी ने सऊदी अरब भेजा गया था। वहां रोजगार दिलाने के एवज में हर मजदूर से 55 हजार रुपये लिए गए थे। यह रकम आरएस पांडियन के बेटे एस. मनिबाला के खाते में जमा कराई गई थी। उन्हें बेहतर सैलरी वाली नौकरी दिलाने का वादा किया गया था।

वहां मज़दूरों का पासपोर्ट कर लिया गया था जब्त

11 मई, 2023 को वे सऊदी रवाना हुए, लेकिन उन्हें वहां कठिन परिस्थितियों वाले काम में लगा दिया गया। सैलरी भी वादे के अनुसार नहीं दी गई। सऊदी अरब पहुंचने पर कंपनी के लोगों ने इनका पासपोर्ट जब्त कर लिया। ज्यादातर लोगों के कई महीने के वेतन बकाया हैं।

वापस लौटे मजदूरों ने किया जेएमएम विधायक से भेंट

वापस आए मजदूरों में हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के बलमक्का निवासी तिलक महतो, उच्च घना निवासी नंदलाल महतो, सुकर महतो, सुनील महतो, करगालो निवासी बहादुर महतो, नागेश्वर महतो, नागी निवासी चुरामन महतो, गालोबार निवासी भुवनेश्वर महतो, हजारीबाग जिले के गोरहर थाना क्षेत्र अंतर्गत भैयाडीह निवासी बालगोविंद महतो, गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के नावाडीह निवासी सोहन कुमार, बेको निवासी कामेश्वर साव, निमियाघाट थाना क्षेत्र अंतर्गत पोरदाग गांव निवासी गणेश साव और बोकारो जिले के चतरोचट्टी क्षेत्र के अंतर्गत बड़की सीधा बारा निवासी मनोहर महतो शामिल हैं। इन सभी ने शुक्रवार को गिरिडीह के झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू से मुलाकात की और सरकार की ओर से किए गए प्रयासों के लिए आभार जताया।

झारखंड दौरे पर पीएम मोदी को दिखने बाले भूत पर झामुमो का पलटवार


सुप्रीयो ने कहा -मंच से लेकर सत्ता तक वे भूतों के सहारे टिके हैं राजनीति में, इसीलिए उन्हें नज़र आता है भूत-

झारखंड डेस्क 

झामुमो के केंद्रीय महा सचिव सुप्रीयो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झारखण्ड में दिखने बाले भूत का शानदार व्यख्या किया. मोदी जी ने भूत शब्द का प्रयोग कर अपने पार्टी के सभी भूतपूर्व राजनेताओं को बेनकाब कर दिया.इस पर पलटवार करते हुए . झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड को उम्मीद थी कि पीएम चुनावी मौसम में यहां आये हैं, तो निश्चित ही राज्य की माइनिंग रॉयल्टी का बकाया 1.36 लाख करोड़, सरना धर्म कोड और ओबीसी आरक्षण पर कुछ घोषणा करेंगे. मगर इन सबका नाम तक नहीं लिया. यहां तक कि चंपाई सोरेन समेत पांच-पांच पूर्व सीएम भी अपने नेता से यह बात बुलवा नहीं सके. अब इन्हें आने वाले दिनों में जनता को जवाब देना होगा, नहीं तो वे किस मुंह से जनता के बीच जायेंगे.श्री भट्टाचार्य पार्टी के कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.

उनके मंच पर रहा भूतों का जमावड़ा

उन्होंने कहा कि दरअसल पी एम मोदी के मंच पर भूतों का जमावड़ा था, इस लिए उन्हें हर जगह भूत हीं दिखाई दिया.

वे पूरी तरह से हताश और निराश दिखे. क्या-क्या बोल गये, उन्हें भी पता नहीं . पीएम मोदी ने भूत की बात की. कहा कि किसी पार्टी का भूत किसी और पार्टी में चला जाता है. पीएम मोदी ने ये सही बात कही. जब वे मंच पर गये तो उनको कई भूत नजर आये. कोई झामुमो से गया हुआ भूत, कोई कांग्रेस से गया हुआ भूत, कोई जेवीएम से गया भूत. इससे पीएम को लगा कि यहां तो सभी भूत हैं. भाजपा के जो 240 सांसद जीत कर आये हैं, उनमें से 140 सांसद भूत ही हैं. यानी दूसरी पार्टियों के हैं. इनमें से 95 सांसद कांग्रेसी भूत हैं.

हिमंता बिस्वा सरमा भी भूत हैं वर्तमान में वे उनके साथ हैं

सुप्रीयो ने कहा -असम के सीएम भी भूत हैं. वे भी कभी कांग्रेसी थे. डेढ़ साल से जो मणिपुर जल रहा है, इसके सीएम भी भूत हैं. मंच पर आगे की कुर्सियों पर सिर्फ एक भाजपा का नेता था और वे थे शिवराज सिंह चौहान. कहा कि मंच पर मौजूद स्थानीय सासंद भी भूत ही थे. जो मंच का संचालन कर रही थीं, वो भी भूत हैं. पीएम मोदी के मंच पर भूतों का जमावड़ा लगा हुआ था. 

पीएम मोदी को सोते हुए में भी हर जगह का हार का भूत दिखायी दे रहा है. हरियाणा के साथ महाराष्ट्र में भी हार का भूत उनको दिखायी दे रहा है.

डीएमएफटी फंड पर पीएम की चर्चा का जवाब

सुप्रियो ने कहा कि पीएम ने डिस्ट्रिक माइनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की बात की. यह सिर्फ झारखंड के लिए नहीं है. ये देश के उन सभी राज्यों के जिलों के लिए है, जहां माइंस और मिनरल्स हैं. इन जिलों से जो रॉयल्टी आती थी, उसका सिर्फ नाम बदल कर डिस्ट्रिक माइनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट कर दिया. ये कोई बहुत चमत्कार की बात नहीं थी, जिसकी चर्चा की गयी. दूसरी बड़ी बात उन्होंने ये कही कि पीएम आवास योजना को फिर से शुरू करेंगे.

यहीं आकर वे शहीद को याद करते और यहां से वापसी में प्लेन पर चढ़ते हीं भूल जाते

सुप्रियो ने कहा कि पीएम मोदी ने कभी पोटो हो का नाम नहीं लिया था, जबकि वे 2012 से झारखंड आ रहे हैं. मगर आज उन्होंने लिया. चूंकि सीएम हेमंत सोरेन ने पोटो हो के नाम से युवा वर्ग के लिए योजना की शुरुआत की, तो पीएम मोदी को भी पोटो हो का ख्याल आया. 

हेमंत सोरेन ने पोटो हो के नाम से ग्रामीण खेल योजना की शुरुआत की. जब वो संताल जाते हैं तो फूलो झानो के नाम से हमारी योजना के माध्यम से वे इन वीर क्रांतिकारी संताली महिलाओं से परिचित होते हैं.