अकीदत के साथ मनाया गया हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन
लहरपुर सीतापुर बारह रबीउल अव्वल के मौके पर पैगंबर -ए- इस्लाम हज़रत मुहम्मद साहब का जन्मदिन पूरी अकीदत और सादगी से मनाया गया। मस्जिदों और खानकाहों में जलसे सीरतुन्नबी घरों में मीलादुन्नबी की महफ़िलों का आयोजन किया गया। अकीदतमंदों ने हज़रत मुहम्मद साहब पर दुरूद और सलाम के नज़राने पेश किये।शहर की मशहूर दरगाह हजरत अब्दुर्रहमान शाह जांबाज़ कलंदर पर ग़यास मियां फ़ारूकी की सरपरस्ती में महफिल- ए - मीलाद के बाद दरगाह में रखे हुए पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के मोए मुबारक को आमलोगों की ज़ियारत के लिए रखा गया,दुरूद व सलाम की सदाओं के बीच बड़ी संख्या में लोगों ने ज़ियारत कर के फ़ैज़ हासिल किया, मोए मुबारक हर साल आज ही के दिन आम लोगों के ज़ियारत के लिए रखा जाता है। ख़ानक़ाह मुस्तफ़ा शाह में सज्जादानशीन डाक्टर अफ़ज़ल लहरपुरी की सदारत में बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने मीलादुन्नबी में शिरकत की और सलाम पेश किया। मज़ा शाह कलंदर तथा रमज़ान अली शाह मुरली वाले बाबा की ख़ानक़ाहों पर भी महफ़िल का आयोजन किया गया।इस मौके पर शीरीनी भी तकसीम की गई। हज़रत मुहम्मद साहब के जन्म दिवस पर अकीदतमंदों ने अपने घरों में मीलादुन्नबी और सीरतुन्नबी की महफ़िलें सजाईं । यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। इस मौके पर मौलाना इसरारूल हक अंसारी ने कहा कि, हज़रत मुहम्मद साहब के उसूलों पर अमल करना और उनके बताए रास्ते पर चलना ही सच्ची अकीदत और मोहब्बत है।सीतापुर।बारह रबीउल अव्वल के मौके पर पैगंबर -ए- इस्लाम हज़रत मुहम्मद साहब का जन्मदिन पूरी अकीदत और सादगी से मनाया गया। मस्जिदों और खानकाहों में जलसे सीरतुन्नबी घरों में मीलादुन्नबी की महफ़िलों का आयोजन किया गया। अकीदतमंदों ने हज़रत मुहम्मद साहब पर दुरूद और सलाम के नज़राने पेश किये।शहर की मशहूर दरगाह हजरत अब्दुर्रहमान शाह जांबाज़ कलंदर पर ग़यास मियां फ़ारूकी की सरपरस्ती में महफिल- ए - मीलाद के बाद दरगाह में रखे हुए पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के मोए मुबारक को आमलोगों की ज़ियारत के लिए रखा गया।दुरूद व सलाम की सदाओं के बीच बड़ी संख्या में लोगों ने ज़ियारत कर के फ़ैज़ हासिल किया मोए मुबारक हर साल आज ही के दिन आम लोगों के ज़ियारत के लिए रखा जाता है। ख़ानक़ाह मुस्तफ़ा शाह में सज्जादानशीन डाक्टर अफ़ज़ल लहरपुरी की सदारत में बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने मीलादुन्नबी में शिरकत की और सलाम पेश किया। मज़ा शाह कलंदर तथा रमज़ान अली शाह मुरली वाले बाबा की ख़ानक़ाहों पर भी महफ़िल का आयोजन किया गया।इस मौके पर शीरीनी भी तकसीम की गई। हज़रत मुहम्मद साहब के जन्म दिवस पर अकीदतमंदों ने अपने घरों में मीलादुन्नबी और सीरतुन्नबी की महफ़िलें सजाईं । यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। इस मौके पर मौलाना इसरारूल हक अंसारी ने कहा कि, हज़रत मुहम्मद साहब के उसूलों पर अमल करना और उनके बताए रास्ते पर चलना ही सच्ची अकीदत और मोहब्बत है।
Sep 16 2024, 18:16