सुपुर्दे खाक हुआ शहीद सीआरपीएफ जवान शहनवाज का पार्थिव शरीर, अधिकारियों एवं जिला के अन्य पदाधिकारीयों ने शहीद को दी सलामी
बंदूक झुकाकर 8 जवानों ने 3 राउंड कुल 24 चक्र फायर कर शहीद को दी अंतिम सलामी
साहेबगंज: शहीद सीआरपीएफ जवान मोहम्मद शाहनवाज आलम का पार्थिव शरीर छतीसगढ़, रायपुर से हवाई जहाज से रविवार की सुबह 8:45 बजे उड़ान भरा। कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट पर सुबह 10:05 बजे लैंड किया। फिर वहां से पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से रविवार की रात लगभग 9:40 बजे साहिबगंज शहर के कुलीपाड़ा मोहल्ला स्थित शहीद के घर पहुंचा।
इसके पूर्व जगह-जगह स्थानीय थाना पुलिस ने स्कॉट किया। इधर शहर के साक्षरता चौक पर जवान के स्वागत के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहां जुटी लोगों की भीड़ ने शहनवाज ज़िंदाबाद, शहनवाज अमर रहे, अमर रहे, भारत माता की जय के नारे लगाए। कारकेट व सीआरपीएफ वाहन के पीछे हजारों बाइक में हाथों में राष्ट्रीय झंडा लिए शहनवाज के पार्थिव शरीर को पुलिस लाइन, पूर्वी फाटक, किदवई पथ, पुरानी साहिबगंज, नया टोला, बड़तल्ला होते हुए कुलीपाड़ा मेन रोड पहुंचा। जहां पहले से ही लोगों का हुजूम उसके इन्तज़ार में था। शहनवाज के पहुंचते ही एकबार फिर भारत माता की जय के नारों से आसमान गूंज उठा।
यहां से सीआरपीएफ के जवान कैफीन लेकर शहनवाज के घर पहुंचे। जहां घर के बाहर स्वगत स्थल पर कैफीन रखा गया। शहनवाज की एक झलक पाने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। तिरंगे को सम्मान के साथ उसकी पत्नी को समर्पित किया गया। फिर यहां कैफीन खोल उसकी पत्नी, पुत्र, पिता, भाइयों व परिजनों को अंतिम दर्शन कराया गया। पत्नी रुखसाना खातून के आंसू रुक नहीं रहे थे। बार-बार कह रही थीं कि इतनी जल्दी चले गए अभी तो देश की रक्षा के लिए और लड़ना था। इधर 5 वर्षीय पुत्र मो शहजेब तबरेज, पिता शम्स तमरेज व भाइयों में मो हशमत तबरेज, मो सरफरोज़ आलम, मो सरफराज आलम की आंखों से आंसू जारी थे। भारत माता की जय के नारों के बीच हजारों लोगों ने उनके शव का अंतिम दीदार किया। देर रात तक सिलसिला चलता रहा।
धनबाद सीआरपीएफ के 154 बटालियन के सीओ सुनील दत्त त्रिपाठी व डीएसपी संजीव कुमार सनोज, सीआरपीएफ के अन्य अधिकारी ने सुबह पहुंचकर जायजा लिया। शहीद का जनाजा सुबह 8 बजे उसके कुलीपाड़ा स्थित घर से स्थानीय कब्रिस्तान की ओर प्रस्थान किया। फूलों व तिरंगे से सजे वाहन में शहनवाज का शव कुलीपाड़ा से निकला। पीछे 100 फिट तिरंगा लिए युवाओं व उसके पीछे हजारों लोगों का काफिला कब्रिस्तान के लिए रवाना हुआ। पूरा शहर हिंदुस्तान ज़िन्दाबाद, भारत माता की जय, देश की आर्मी ज़िंदाबाद, शहनवाज अमर रहे, अमर रहे के नारों से आसमान गूंज उठा। हर घर गली से लोग यात्रा के दर्शन कर रहे थे। जगह-जगह छतों व बालकोनी से लोगों ने अंतिम दर्शन किया। अंतिम यात्रा ग्रीन होटल, स्टेशन रोड, पटेल चौक, स्वामी विवेकानंद चौक, महात्मा गांधी चौक, चौक बाजार, एलसी रोड, पश्चिमी फाटक होते हुए कब्रिस्तान पहुंचा। यहां ईदगाह परिसर में सीआरपीएफ के 8 जवानों की टुकड़ी ने और सभी ने दो मिनट का मौन रखा। शस्त्र झुकाया, 3 चक्र कुल 24 गोली फायर के जवान को सलामी दी।
इसके पूर्व उपायुक्त हेमंत सती, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह, सदर एसडीओ अंगार नाथ स्वर्णकार सहित सीआरपीएफ के सीओ, डीएसपी सहित परिजनों ने शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। फिर जनाजा को गुसुल देने के बाद नमाज अदा की गई। इसके बाद जनाजा को स्थानीय कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।
Sep 10 2024, 07:27