बीसीसीएल बनाएगी धनबाद के 79 सरकारी स्कूल को स्मार्ट, डिजिटल स्कूल
इसके लिए प्रति विद्यालय पर खर्च होंगे 13.54 लाख,इन स्कूल को सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) लैब से सुसज्जित किया जाएगा
झा. डेस्क
धनबाद : डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) ने एडसिल (इंडिया) लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस समझौते के तहत, धनबाद जिले के 79 सरकारी विद्यालयों को स्मार्ट क्लास और सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) लैब से सुसज्जित किया जाएगा.
गुरुवार को कोयला भवन में बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता और निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैय्या की उपस्थिति में यह समझौता हुआ.
इस पहल के तहत प्रति विद्यालय 13.54 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी, जो कि स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब और डिजिटल शिक्षा के लिए आवश्यक तकनीकी साधनों की स्थापना में लगाई जाएगी.
यह परियोजना कोल इंडिया की डिजिटल विद्या परियोजना का एक हिस्सा है. जिसका उद्देश्य छात्रों को आधुनिक शैक्षिक उपकरण और संसाधनों से लैस कर उनकी शिक्षा को सशक्त बनाना है.
युवाओं को डिजिटल युग में सशक्त बनाने का प्रयास
समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने कहा बीसीसीएल छात्रों के सीखने के अनुभव को आधुनिक बनाने और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. यह साझेदारी केवल तकनीक स्थापित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक विशेष प्रयास है युवाओं को डिजिटल युग में सशक्त बनाने का.
अब इन स्कूलों में तकनीकी ज्ञान का लाभ
उल्लेखनीय है कि यह पहल धनबाद के उन स्कूलों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का हिस्सा है, जहां शिक्षा के पारंपरिक तरीकों का ही इस्तेमाल होता रहा है. अब इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम और आईसीटी लैब की स्थापना से छात्रों को तकनीकी ज्ञान और डिजिटल शिक्षा का लाभ मिलेगा. जिससे उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता में भी सुधार होगा.
यह कदम मील का पत्थर होगा साबित
इस परियोजना के सफल कार्यान्वयन के बाद, धनबाद के सरकारी विद्यालयों में छात्रों के लिए डिजिटल शिक्षा को सुलभ और आकर्षक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा. बीसीसीएल और एडसिल के इस साझेदारी से न सिर्फ छात्रों के सीखने के अनुभव में वृद्धि होगी. बल्कि उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए भी तैयार किया जाएगा. इस पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार के कदम उठाए जाएंगे, ताकि शिक्षा के क्षेत्र में समानता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके.
Sep 01 2024, 11:56