इरफान ने कहा भाजपा ने चंपाई को टाइगर से जोकर बना दिया
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, डैमेज कंट्रोल प्लान के लिए हेमंत सोरेन ने रामदास सोरेन को प्रदेश सरकार में शुक्रवार को मंत्री बनाया है। लेकिन सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या चंपई सोरेन कोल्हान में भाजपा को वह जीत दिला पाएंगे जो झामुमो के पास है। इसका कितना असर पड़ेगा जनता के बीच।
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में जारी इस सियासी उठापटक के खेल में चंपाई सोरेन बीजेपी के लिए एक मोहरे की तरह हैं। चंपाई को बीजेपी में शामिल होना पार्टी के लिए या तो एक मास्टरस्ट्रोक हो सकता है या पूरी तरह से मायूस करने वाला साबित हो सकता है।
चंपाई सोरेन शिबू सोरेन के साथ झारखंड आंदोलन के मजबूत नेता रहे हैं। कोल्हान के विधानसभा सीटों पर उनका प्रभाव अच्छा रहा है। झारखंड में 81 विधानसभा सीटों में से 28 सीटें आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित हैं।2019 के चुनाव में देखा जाए तो बीजेपी 28 सीटों में से केवल दो सीटों पर ही जीत दर्ज की थी। वहीं लोकसभा चुनाव में भी झारखंड में अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित सभी पांच सीटों पर भी बीजेपी को नुकसान का सामना करना पड़ा था।
यही वजह है कि आदिवासियों के बीच चर्चित नेता जो कभी हेमंत सोरेन के करीबी रहे चंपाई सोरेन जैसे नेता अपनी और खींचने का प्रयास करने लगी और वह सफल भी हुई। अब माना जा रहा है कि बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव जीतने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं। इस पर पूर्व सांसद व भाजपा नेत्री गीता कोड़ा ने कहा चंपाई सोरेन झामुमो से दुखी होकर भाजपा में आए हैं, भाजपा में उनको वही सम्मान मिलेगा जो मिलना चाहिए। झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासियों की उत्थान के लिए कोई कार्य नहीं किया है इसी का नतीजा है की एक-एक कर लोग भाजपा की ओर कदम बढ़ा रहे।
वहीं सरकार के मंत्री इरफान अंसारी ने कहा चंपाई सोरेन का भाजपा में कोई मान सम्मान नहीं होगा उन्हें टाइगर से जोकर बना दिया गया है।
Aug 31 2024, 14:51