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हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड के 39.44 लाख लोगों के बकाया बिजली बिल कर दिए माफ की*

रांची : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने 39.44 लाख लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है. गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड कैबिनेट की बैठक हुई. इसमें 39,44,389 लोगों के बिजली बिल माफ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई. सरकार के इस फैसले से खजाने पर 3,584 करोड़ रुपए का बोझ आएगा. कैबिनेट की बैठक के बाद कैबिनेट सचिव वंदना दाडेल ने यह जानकारी दी. *हेमंत सोरेन की कैबिनेट ने 44 प्रस्तावों को दी मंजूरी* झारखंड सरकार की कैबिनेट में आज 44 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. इसमें शहीद होने वाले राज्य के अग्निवीरों के आश्रितों को आर्थिक मदद के साथ-साथ सरकारी नौकरी देने का भी निर्णय लिया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहले ही इसकी घोषणा कर चुके थे. लेकिन, कैबिनेट की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को आज मंजूरी दे दी गई
झारखंड के धनबाद,बोकारो , गिरिडीह, हजारीबाग व डालटेनगंज में खुलेंगे FM चैनल, केंद्र,सरकार ने दे दी मंजूरी, युवाओं को मिलेंगे रोजगार


धनबाद : बुधवार को केन्द्रीय कैबिनेट ने देश के 234 शहरों में निजी एफएम रेडियो के संचालन की लाइसेंस देने को मंजूरी दी है। इसमें झारखंड के छह शहर बोकारो , धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग व डालटेनगंज शामिल है।

केन्द्रीय कैबिनेट की मंजूरी से धनबाद वासियों में खुशी है

धनबाद में 4 चैनलों की नीलामी होगी। जबकि अन्य पांच जिलों में तीन-तीन चैनलों की नीलामी की जाएगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने निजी एफएम रेडियो चरण I नीति के तहत 784.87 करोड़ रुपये के अनुमानित आरक्षित मूल्य तय किया है।

 अर्थात प्रत्येक चैनल के लिए न्यूनतम 3.35 करोड़ राशि निर्धारित है।

इसके लिए ई-नीलामी के तहत निजी संचालकों को चैनल उपलब्ध कराया जाएगा। निजी एफएम रेडियो की शुरूआत झारखंड के इन शहरों में एफएम रेडियो की मांग को पूरी होगी। जो अभी भी निजी एफएम रेडियो प्रसारण से अछूते हैं ।

 वाहनों में लगे एफएम रेडियो की फ्रिक्वेंसी नहीं मिलती थी। इसलिए यहां के लोग मायूस रहते थे।

स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार

एफएम रेडियो के केंद्र खुलने से यहां युवाओं को रोजगार मिलेगा साथ ही अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का मौका भी,संचार के क्षेत्र में इस पहल से लोग जहाँ मनोरंजन का लुत्फ़ उठा सकेंगे वहीं इस क्षेत्र में कई करियर का अवसर भी मिलेगा.

झारखंड के धनबाद,बोकारो , गिरिडीह, हजारीबाग व डालटेनगंज में खुलेंगे FM चैनल, केंद्र,सरकार ने दे दी मंजूरी, युवाओं को मिलेंगे रोजगार


धनबाद : बुधवार को केन्द्रीय कैबिनेट ने देश के 234 शहरों में निजी एफएम रेडियो के संचालन की लाइसेंस देने को मंजूरी दी है। इसमें झारखंड के छह शहर बोकारो , धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग व डालटेनगंज शामिल है।

केन्द्रीय कैबिनेट की मंजूरी से धनबाद वासियों में खुशी है

धनबाद में 4 चैनलों की नीलामी होगी। जबकि अन्य पांच जिलों में तीन-तीन चैनलों की नीलामी की जाएगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने निजी एफएम रेडियो चरण I नीति के तहत 784.87 करोड़ रुपये के अनुमानित आरक्षित मूल्य तय किया है।

 अर्थात प्रत्येक चैनल के लिए न्यूनतम 3.35 करोड़ राशि निर्धारित है।

इसके लिए ई-नीलामी के तहत निजी संचालकों को चैनल उपलब्ध कराया जाएगा। निजी एफएम रेडियो की शुरूआत झारखंड के इन शहरों में एफएम रेडियो की मांग को पूरी होगी। जो अभी भी निजी एफएम रेडियो प्रसारण से अछूते हैं ।

 वाहनों में लगे एफएम रेडियो की फ्रिक्वेंसी नहीं मिलती थी। इसलिए यहां के लोग मायूस रहते थे।

स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार

एफएम रेडियो के केंद्र खुलने से यहां युवाओं को रोजगार मिलेगा साथ ही अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का मौका भी,संचार के क्षेत्र में इस पहल से लोग जहाँ मनोरंजन का लुत्फ़ उठा सकेंगे वहीं इस क्षेत्र में कई करियर का अवसर भी मिलेगा.

रांची से गिरफ्तार आतंकी डॉ इश्तियाक को अलकायदा के संपर्क में लाया कौन..?खुफिया एजेंसी को मिली बड़ी जानकारी

 

झारखंड में अलकायदा मॉड्यूल का लीडर संदिग्ध आतंकी डॉ इश्तियाक चतरा के टंडवा निवासी अबू सुफियान के माध्यम से अलकायदा आतंकियों के संपर्क में आया था. डॉ इश्तियाक का संपर्क आतंकी कटकी से भी अबू सुफियान के माध्यम से हुआ था. इसकी जानकारी जांच में खुफिया एजेंसी के अधिकारियों को मिली है. 

खुफिया एजेंसी के अधिकारियों को यह भी जानकारी मिली है कि डॉ इश्तियाक द्वारा आतंकियों का रांची रेडिकल ग्रुप (आरआरजी) तैयार किया गया था. इस ग्रुप से जुड़े कुछ लड़कों को राजस्थान ट्रेनिंग के लिए भी भेजा गया था. लेकिन अभी इस ग्रुप की योजना किसी तरह से हमला करने की नहीं थी. ग्रुप के लोग खुद को मजबूत बनाने के लिए हथियार खरीद रहे थे.

एटीएस की छापेमारी के दौरान बरामद कार्बाइन को 40 हजार रुपये में बिहार से खरीदा गया था. अब हथियार सप्लाई करने के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है.

आतंकी गतिविधियों की सूचना पर 22 अगस्त को दिल्ली एटीएस की टीम ने झारखंड पुलिस और एटीएस के सहयोग से राज्य के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की थी. यह छापेमारी रांची, लोहरदगा और हजारीबाग में हुई थी. इस दौरान कुल आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी थी. छापेमारी में हथियार, मोबाइल और लैपटॉप सहित कुछ संदिग्ध दस्तावेज मिले थे.

इधर अबू सुफियान के बारे में पूर्व में सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि वह भारत से बाहर भाग चुका है. लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को मामले में ताजा जानकारी मिली है कि वह भारत वापस लौट आया है और वर्तमान में भारत के किसी क्षेत्र में छिपा है.

चम्पई सोरेन ने झारखंड सरकार से दिया इस्तीफा,गवर्नर ने किया स्वीकार,चम्पई के जगह मंत्री पद पर रामदास सोरेन कल लेंगे शपथ

झा. डेस्क

अंततः चंपाई सोरेन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा राज्यपाल संतोष गंगवार ने मंजूर कर लिया इधर अब इनके जगह हेमन्त सरकार के मंत्री मंडल में 

घाटशिला से विधायक रहे रामदास सोरेन को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।

घाटशिला से विधायक रामदास सोरेन कल ही मंत्री पद की शपथ लेंगे. इसका प्रस्ताव राजभवन को भेज दिया गया है.

चम्पई कल करेंगे बीजेपी ज्वाइन

इधर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने लंबे समय से चल रहे राजनीतिक अटकलों को विराम लगाते हुए बीजेपी ज्वॉइन करने का फैसला कर लिया है. दिल्ली में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में इस बात की पुष्टि कर दी थी. बुधवार को उन्होंने झामुमो की प्राथमिक सदस्यता समेत मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया था.

 वे शुक्रवार को रांची में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे. उनके साथ उनका बेटा बाबूलाल सोरेन भी भाजपा में शामिल होगा.

 रामदास सोरेन का परिचय

रामदास सोरेन घाटशिला विधानसभा से झामुमो के विधायक हैं. इसके अलावा वह पूर्वी सिंहभूम से झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हैं. इससे पहले वह साल 2009 में भी चुनाव जीत चुके हैं. 

पार्टी में वह चंपाई सोरेन के बाद कोल्हान के दूसरे सबसे वरिष्ठ नेता हैं. शिबू सोरेन और चंपाई सोरेन के साथ उन्होंने झारखंड आंदोलन में सक्रिय रहे थे. आदिवासी समाज के बीच उनकी पैठ है.

चंपाई सोरेन ने क्यों छोड़ दी पार्टी

चंपाई सोरेन ने दो हफ्ते पहले ही पार्टी के ऊपर अपमानित करने का आरोप लगाते हुए झामुमो छोड़ने का ऐलान कर दिया था. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा था कि 3 जुलाई को पार्टी द्वारा विधायक दल की बैठक बुलायी गयी थी. जिसका एजेंडा तक मुझसे साझा नहीं किया गया था. 

यहां तक कि मेरे सभी कार्यक्रमों को भी स्थगित करवा दिया गया. जिसके बाद मैंने वैकल्पिक राह तलाशने के लिए मजबूर हो गया. उसी दिन मैंने कहा दिया था कि आज से मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है.

झारखंड में पारा शिक्षकों के मानदेय बढ़ोतरी समेत कई फैसलों पर सरकार की हरी झंडी


 झा. डेस्क

रांची :झारखंड के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापक) के मानदेय में 1000 रुपये की बढ़ोतरी होगी. साथ ही शिक्षकों को इपीएफ का लाभ भी मिलेगा. शिक्षकों के इपीएफ के नियोक्ता मद का अंशदान सरकार देगी. यह निर्णय बुधवार को शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम के साथ पारा शिक्षकों की हुई वार्ता में लिया गया. बैठक के बाद पारा शिक्षकों ने आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया.

इपीएफ में कुल कितने रुपये होंगे जमा

बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार, इपीएफ मद में कुल 3900 रुपये की कटौती होगी. इनमें से 1950 रुपये झारखंड सरकार देगी. जबकि शेष 1950 रुपये शिक्षक देंगे. ऐसे में देखा जाये, तो शिक्षकों के मानदेय में कुल 3000 रुपये की बढ़ोतरी होगी. इसमें से 1950 रुपये सरकार इपीएफ मद में देगी व 1000 रुपये शिक्षकों को दिये जायेंगे. ऐसे में कुल 3900 रुपये में से शिक्षकों को फिलहाल मिल रहे मानदेय में से 950 रुपये इपीएफ मद में देना होगा.

पारा शिक्षकों के लिए किन प्रावधानों में किया गया बदलाव

बैठक में शिक्षकों के प्रति वर्ष होनेवाले चार फीसदी मानदेय बढ़ोतरी के लिए अब प्रति वर्ष सेवा सत्यापन नहीं करना होगा.

 वर्तमान प्रावधान के अनुरूप शिक्षकों को प्रति वर्ष सेवा सत्यापन कराना होता है, इसके बाद मानदेय में बढ़ोतरी होती है. केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल शिक्षकों को भी झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल होने के समतुल्य माना जायेगा. इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया जल्द पूरी की जायेगी. बैठक में विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, अमित यादव, राजेश कच्छप, शिक्षा विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह, परियोजना निदेशक आदित्य रंजन के अलावा झारखंड एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के विनोद तिवारी, विनोद बिहारी महतो, संजय दुबे, ऋषिकेश पाठक, प्रद्युमन सिंह, विकास कुमार, शेख सिद्दीकी, भगवत तिवारी, नरोत्तम सिंह मुंडा, सुुशील पांडेय शामिल थे.

अब तक क्यों नहीं मिल रहा था इपीएफ

शिक्षक काफी दिनों से इपीएफ की मांग कर रहे थे, पर शिक्षकों की नियुक्ति ग्राम शिक्षा समिति द्वारा की गयी थी. ऐसे में नियोक्ता के अंशदान को लेकर सहमति नहीं बन पायी थी. अब इपीएफ के लिए शिक्षकों के नियोक्ता का अंशदान सरकार देगी.

किस नियमावली में होगा बदलाव

पारा शिक्षक के आश्रित को अनुकंपा पर नौकरी देने के के लिए वर्तमान नियमावली में बदलाव किया जायेगा. बैठक में इस बात पर सहमति बनी की अनुबंध पर दी जानेवाली नौकरी में से 30 फीसदी सीट पारा शिक्षकों के आश्रितों के लिए आरक्षित रहेगा. बैठक में पारा शिक्षकों की आकलन परीक्षा को भी झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा के समतुल्य मान्यता देने पर भी भविष्य में विचार करने का आश्वासन दिया गया.

वर्तमान में अधिकतम 23,400 मिलता मानदेय

राज्य में वर्तमान में सबसे अधिक 23,400 रुपये मानदेय कक्षा छह से आठ में शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल पारा शिक्षक को मिलता है. जबकि कक्षा एक से पांच में 21840 रुपये मानदेय मिलता है. वहीं, आकलन परीक्षा पास कक्षा छह से आठ के शिक्षक को 18,940 व एक से पांच को 17,472 रुपये मिलते हैं. वहीं, अप्रशिक्षित शिक्षक को 10,500 रुपये मानदेय मिलता है. सभी कोटि के शिक्षकों को मानदेय में 1000 रुपये की बढ़ोतरी की गयी है.

क्या कहते हैं शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम

पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की गयी है, इसके साथ ही उन्हें इपीएफ का लाभ भी मिलेगा. शिक्षकों की अन्य मांगों पर भी सहमति बन गयी है. वार्ता में बनी सहमति के अनुरूप आवश्यक प्रक्रिया जल्द पूरी की जायेगी.

गढ़वा जिले से एक अजीव मामला आया सामने, एक युवक पर दो परिवार के लोग ने किया अपना बेटा होने का दावा,मामला पहुंची पुलिस तक, फिर जानिए क्या हुआ.....


गढ़वा जिले के मझिआंव थाना क्षेत्र से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है, मामला ऐसा कि पुलिस को इस गुत्थी सुलझाने में माथा पच्ची करनी पड़ी.

दरअसल, एक लड़के को दो-दो लोग अपना बेटा बताने लगे। पुलिस भी इस गुत्थी को सुलझाते-सुलझाते सकते में आ गई। अब डीएनए जांच कर के यह पता लगाया जाएगा कि लड़के का असली पिता कौन है। यह गढ़वा जिले के मझिआंव थाना क्षेत्र की घटना है।

मालूम हो कि गढ़वा थाना के ढोटी गांव निवासी इस्लाम अंसारी ने मझिआंव थाना में लिखित आवेदन दिया है। आवेदन में अपने पुत्र नबी अंसारी के बारे में बताया है कि उसका पुत्र नबी 2001 में गांव के ही शंभू विश्वकर्मा, सुनील विश्वकर्मा, हिदायत अंसारी और सत्यनारायण के साथ मजदूरी करने मुंबई गया था। कुछ दिन बीतने के बाद उसके साथ गए सभी मजदूर साथी वापस लौट गए लेकिन उसका बेटा नहीं लौटा।

काफी इंतजार के बाद उसके साथ गए युवकों से भी पूछताछ की पर जानकारी नहीं मिली। उसके वापस नहीं लौटने पर परिवार के लोग निराश थे। उसके बाद भी खोजबीन जारी रखा। 23 साल तक परिवार के लोग उसका इंतजार करते रहे। उसी बीच पिछले 11 अगस्त 2024 को सोशल मीडिया से इस्लाम को अपने कथित पुत्र नबी के बारे जानकारी मिली।

उक्त आलोक में उसे पता चला कि नबी मझिआंव थाना के सेमरहत गांव निवासी सत्तार अंसारी के घर पर है। वह वहां पहुंच उसे देखकर अपना पुत्र बताया। उधर सेमरहत गांव निवासी सत्तार ने भी नबी को अपना बेटा होने का दावा किया है। बुधवार को लापता नबी के पिता इस्लाम अंसारी ने मंत्री मिथिलेश ठाकुर के जनता दरबार में भी आवेदन देकर बेटे की वापसी की गुहार लगाई। उक्त बाबत उसने एसपी को भी आवेदन दिया है।

अब DNA जांच कराएगी पुलिस

आवेदन के आलोक में मंत्री ने पहल कर एसपी को जांच करने का निर्देश दिया। उसके बाद डीएसपी ने मझिआंव थाना के सेमरहत गांव से बुलाकर नबी अंसारी से पूछताछ की। उसी दौरान पुत्र होने का दावा करने वाले पिता इस्लाम और उसकी मां को भी बुलाया गया। उन्होंने कहा कि नबी उनका ही पुत्र है। थाना प्रभारी आकाश कुमार ने बताया कि अब दोनों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। जांच में ही पता चलेगा कि नबी वास्तव में किसका पुत्र है।

झारखंड 29 अगस्त 2024 को जानिये कैसा रहेगा मौसम


 आज झारखंड में न्यूनतम तापमान 24.51 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 28.27 सेल्सियस रहने की उम्मीद है।

झारखंड में कल का न्यूनतम तापमान 24.71 सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 32.54 सेल्सियस दर्ज किया गया था। सुबह आर्द्रता 76% दर्ज की गई। सूर्योदय 05:28:57 बजे हुआ है और सूर्यास्त 18:09:20 बजे होगा।

झारखंड में AQI 21.0 है

वायु की गुणवत्ता अच्छी है और वायु प्रदूषण से कोई खतरा नहीं है। AQI जितना अधिक होगा, वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा और स्वास्थ्य संबंधी चिंता उतनी ही अधिक होगी। 50 या उससे कम का AQI अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है, जबकि 300 से अधिक का AQI खतरनाक वायु गुणवत्ता को दर्शाता है।

झारखंड में पूरे हफ्ते के मौसम का ब्योरा नीचे है

शुक्रवार : झारखंड में 30 अगस्त 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 32.54 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.71 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

शनिवार : झारखंड में 31 अगस्त 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 32.72 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.61 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

रविवार : झारखंड में 01 सितम्बर 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 30.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.49 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

सोमवार : झारखंड में 02 सितम्बर 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 30.59 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.03 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

मंगलवार : झारखंड में 03 सितम्बर 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.79 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

बुधवार : झारखंड में 04 सितम्बर 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 30.77 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.91 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

चंपई सोरेन बीजेपी को कितना फायदा करवाएंगे ? कोल्हान पर नजर, आदिवासियों के गढ़ में ‘घुसपैठियों’ को बनाएंगे मुद्दा!

डेस्क: हेमंत सोरेन के फिर से झारखंड का मुख्यमंत्री बनने के बाद चंपई सोरेन ने अपने सारे पत्ते खुलकर स्पष्ट कर दिए हैं। वह 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। चंपई सोरेन के इस फैसले के बाद हेमंत सोरेन कैंप की तरफ से आए पहले रिएक्शन में कहा गया कि यह हमारे लिए ग्रेट न्यूज है क्योंकि चंपई सोरेन अब एक्पोज हो चुके हैं। अगर वह निर्दलीय चुनाव लड़ते हो हमारे लिए कठिनाई होती क्योंकि वो जेएमएम के वोट शेयर में सेंध लगा सकते थे।

हालांकि राज्य के सियासी घेरों की बात करें तो यहां चंपई सोरेन के बीजेपी में जाने पर मिलीजुली प्रतिक्रिया आ रही है। कुछ नेताओं का मानना है कि यह जेएमएम को नुकसान पहुंचाएगा क्योंकि चंपई सोरेन पूरी कोल्हान डिवीजन में अकेले प्रभावशाली नेता हैं। इस डिवीजन में तीन जिले – पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां शामिल हैं। यहां कुल 14 विधानसभा सीटें हैं।

हिमंत द्वारा चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने की घोषणा के बाद यह बात पुष्ट हो गई। इसके बाद चंपई ने अपने X पोस्ट में बांग्लादेशी घुसपैठ की बात भी की। उन्होंने कहा कि इस बारे में सिर्फ बीजेपी सीरियस दिखाई दे रही है औऱ अन्य दल वोटों की खातिर इसे इग्नोर कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ बहुत बड़ी समस्या बन चुका है। इस से दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है कि जिन वीरों ने जल, जंगल व जमीन की लड़ाई में कभी विदेशी अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार नहीं की, आज उनके वंशजों की जमीनों पर ये घुसपैठिए कब्जा कर रहे हैं। इनकी वजह से फूलो-झानो जैसी वीरांगनाओं को अपना आदर्श मानने वाली हमारी माताओं, बहनों व बेटियों की अस्मत खतरे में है।”

बीजेपी सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के नैरेटिव के चंपई ने समर्थन किया है। बीजेपी उनके साथ आदिवासियों के लिए रिजर्व कम से कम 10 एसटी सीटें जीतना चाहती है। राज्य में कुल 81 विधानसभा सीटों में से 28 आदिवासियों के लिए रिजर्व हैं। JMM सूत्रों ने चंपई के BJP में शामिल होने की वजह कुछ मामलों के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा उन पर डाले जा रहे “बढ़ते दबाव” को बताया है।

वहीं जेएमएम के एक विधायक ने माना कि कोल्हान बेल्ट में उनके प्रभाव को नाकारा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि चंपई कोल्हान में 30-35 सालों से काम कर रहे हैं। अगर इस इलाके में किसी को समस्या होती है तो चंपई दादा उसके पास जाते हैं। वह वहां की विधानसभाओं में कई लोगों को जानते हैं और उनकी भावनात्मक स्पीच से लोकल आदिवासी कनेक्ट करते हैं। जेएमएम को उनके खिलाफ यूज किए जाने वाले शब्दों का सावधानी से चयन करना चाहिए क्योंकि हम उन्हें विलेन बनाने की स्थिति में नहीं है।

चंपई सोरेन रांची लौटे, घर पहुंचते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा से दिया इस्तीफा, लिखा भावुक पत्र


डेस्क: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बुधवार को नई दिल्ली से सीधे राजधानी रांची लौट आए हैं। इसके साथ ही संशय का दौर समाप्त हो गया है, जिसके तहत लोग अटकलें लगा रहे थे कि उनकी आगे की रणनीति क्या होगी।

उन्होंने आते ही पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि शुक्रवार, 30 अगस्त को वो विधिवत भाजपा में शामिल हो जाएंगे। 

रांची में अपने आवास पर पहुंचने के बाद उन्होंने पहला काम यही किया और इस्तीफा भेज दिया। जानकारी के अनुसार, उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता और राज्य कैबिनेट से एक साथ इस्तीफा भेज दिया है। ज्ञात हो कि गुरुवार को राज्य कैबिनेट की बैठक है, जिसमें चंपई मौजूद नहीं रहेंगे।

दूसरी ओर, झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने मंगलवार को चंपई से पुनर्विचार का आग्रह कर सबको चौंका दिया था। माना जा रहा है कि उन्होंने यह बयान एक रणनीति के तहत दी है, जिससे जनता के बीच संदेश जाए कि उन्हें झामुमो में रोकने की आखिरी दम तक कोशिश की गई।

चंपई सोरेन ने लिखा भावुक पत्र 

पूर्व मुख्यमंत्री ने इस्तीफा देते हुए बहुत ही भावुक पत्र लिखा। पत्र में लिखा कि मैं चंपई सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा की वर्तमान कार्यशैली एवं नीतियों से विक्षुब्ध होकर, पार्टी छोड़ने को विवश हूं।

अत्यंत ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आपके मार्गदर्शन में जिस पार्टी का सपना हम जैसे कार्यकर्ताओं ने देखा था, एवं जिसके लिए हम लोगों ने जंगलों, पहाड़ों एवं गांवों की खाक छानी थी, आज पार्टी अपनी उस दिशा से भटक चुकी है।

झामुमो मेरे लिए एक परिवार जैसा रहा एवं मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे इसे छोड़ना पड़ेगा। लेकिन पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम की वजह से, मुझे बहुत ही पीड़ा के साथ यह कठिन निर्णय लेना पड़ा रहा है।

आपके वर्तमान स्वास्थ्य की वजह से, आप सक्रिय राजनीति से दूर हैं, तथा आपके अलावा पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है, जहां हम अपनी मन की पीड़ा को बता सकें। इस वजह से, मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं।

आपके मार्गदर्शन में, झारखण्ड आंदोलन के दौरान तथा उसके बाद भी, मुझे जीवन में बहुत कुछ सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है। आप सदैव मेरे मार्गदर्शक बने रहेंगे। अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार करने की कृपा करें।