झारखंड में राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन के समापन में पहुंचे CM हेमंत सोरेन, कहा झारखंड पुलिस में बढ़ेगी महिलाओं की भागीदारी
रिपोर्टर : जयंत कुमार
रांची : पहली बार झारखंड में राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन का आयोजन रांची के डोरंडा स्थित शौर्य सभागार में किया गया है जिसका आज समापन समारोह में राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन पहुंचे।
इस सम्मेलन से कह सकते हैं कि महिला पुलिस के बीच में भी उत्साह और उम्मीदें जगी होगी की महिलाओं के विषय पर पुलिस विभाग और पुलिस महकमा कुछ सकारात्मक सोच रहा है।
महिला पुलिसकर्मी और महिलाओं की समस्या को लेकर इस सम्मेलन में चर्चा किया गया। वहीं अलग-अलग क्षेत्र में अपनी सहभागिता दे रही महिलाओं को भी आमंत्रण किया गया जिसके तहत रंजना स्थाना सदस्य सचिव जलसा, इनके द्वारा कार्य स्थल पर महिला पुलिस की सुरक्षा एवं महिलाओं के खिलाफ अपराध में महिला पुलिस की भूमिका को बताया।
डॉ अनुराधा रांची द्वारा लैंगिक विविधता और समावेशी कार्य स्थल के बीच संबंध एवं डॉक्टर अनामिका यूनिसेफ के द्वारा जीवन के मुख्य आधार स्वास्थ्य एवं पोषण पर चर्चा की।
महिला पुलिस को खेल से भी जोड़े रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज एवं द्रोणाचार्य अवार्ड जीती पूर्णिमा महतो के द्वारा भारत में महिलाओं की चुनौतियां एवं समाधान विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए गए।
इस तरह के सम्मेलन के आयोजन से हम कह सकते हैं कि महिला पुलिस के लिए जीवन शैली प्रबंधन, महिला पुलिस का समाज में विशिष्ट योगदान पुलिस बल में महिलाओं की उन्नति हेतु आवश्यक नीति निर्धारण तथा पुलिस में महिलाओं के लिए विशिष्ट फोरम जैसे विषयों पर पुलिस महात्मा के साथ-साथ सरकार भी सजग है।
वहीं आज समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को महिला पुलिस सम्मेलन बैच लगा कर सम्मानित किया गया । सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि पहली बार झारखंड में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गाय है और ये अति आवश्यक है और इस सम्मेलन में महिला पुलिस से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि समाज में अभी भी कई रूढ़िवादी परंपराएं हैं जिन्हे प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में भी थोड़ी अनियमितता है जिसे सुधारने की आवश्यकता है। वहीं सीएम ने सम्मेलन में बैठे कई लोगों को ये भी कह दिया कि यहां बैठे कुछ लोग अभी भी इस सम्मेलन को लेकर सेंसियर नहीं है, क्योंकि उन लोगों ने महिला पुलिस सम्मेलन का बैच नही लगाया था। वो लोग फ्रंट सीट पर बैठे थे जबकि खुद सीएम भी बैच लगाया था। इसके साथ ही सीएम ने झारखंड में महिला पुलिस की संख्या को 5% से बढ़ा कर कम से कम 50% करने की बात कही ।
Aug 27 2024, 20:23