क्यों मनाया जाता है कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व? जाने इसकी महत्व और शुभ मुहूर्त
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : जन्माष्टमी का त्योहार हर साल बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है इस साल भी जन्माष्टमी का पर्व आज 26 अगस्त यानी आज के दिन पड़ गया है। जन्माष्टमी का त्यौहार भगवान श्री कृष्ण के जन्म के रूप में मनाया जाता है धार्मिक मान्यता के अनुसार रोहणी नक्षत्र में भगवान श्री कृष्ण ने देवकी की कोख से जन्म लिया था। जन्माष्टमी का उत्सव मथुरा और वृंदावन में भले ही बेहद खूबसूरत तरीके से मनाया जाता है। लेकिन रांची भी इससे अछूता नहीं है।...
कृष्ण जन्माष्टमी यानी कि कृष्ण लीला का बर्थडे सेलिब्रेट किया जाता है। जन्माष्टमी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है इस साल कृष्ण भगवान यानी कि कृष्ण लीला हमारे लड्डू गोपाल का 5291 जन्मोत्सव मनाया जा रहा है मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म भादो कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में रात 12:00 हुआ था इसलिए मनाई जाती है
अष्टमी रोहिणी, गोकुल अष्टमी, श्री कृष्ण जयंती और श्री कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से मनाते है।
अगर आप आज होने वाले कृष्ण जन्माष्टमी के बारे में जानना चाहते हैं तो बता दे कि आज जन्माष्टमी का त्यौहार है कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण की पूजा का शुभ मुहूर्त रात्रि में 26 अगस्त को 12:01 से शुरू होकर 12:45 तक रहने वाला है कृष्ण जी की पूजा के लिए निशिता पूजा समय सबसे शुभ माना जाता है और उसके बाद भगवान कृष्ण के मंदिर में जाए फिर मोर पंख अवश्य भगवान पर भेंट करें। आपके घर के पास कृष्ण जी का मंदिर नहीं है तो घर के मंदिर में ही भगवान कृष्ण को मोर पंख जरुर चढ़ाएं इस दिन भगवान कृष्ण के लिए झूला तैयार करें रात 12 बजे की पूजा से पहले फिर से आप स्नान कर ले फिर पूजा की तैयारी में लग जाए फिर कृष्ण जी की प्रतिमा को अभिषेक कर उन्हें जन्माष्टमी की कथा सुने। कृष्ण लीला का जन्मदिन आप भी इस साल जरूर बनाएं।
Aug 26 2024, 12:20