युवा आक्रोश रैली में हुई झड़प के बाद 12 हजार अज्ञात पर केस दर्ज, भाजपा ने पूछा सवाल 12 हजार ही क्यों?
रिपोर्टर जयंत कुमार
झारखंड की राजधानी रांची में भाजयुमो की एक रैली के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ हुई झड़प के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। झड़प में शामिल 51 लोगों की पहचान करने के साथ ही पुलिस ने 12 हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पार्टी की झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी, केंद्रीय मंत्री संजय सेठ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत कुछ प्रमुख भाजपा नेताओं का नाम भी प्राथमिकी में शामिल है।
नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी ने कहा कि आज युवाओं की ओर से यह सवाल उठ रहा है कि राज्य सरकार ने युवाओं को मिला क्या, महिलाओं को मिला क्या, किसानों को मिला क्या, सरकार कर्मचारियों को मिला क्या, यह सरकार सिर्फ और सिर्फ ठगने का कार्य कर रही है।
झारखंड में सरकार नहीं चल रहा है एक डिक्टेटरशिप चल रहा है - हेमंता बिस्वा सरमा
वहीं भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हेमंता बिस्वा सरमा ने कहा सरकार के पास मात्र एक महीना है। एक महीना में जो करना है कर लें। शिबू सोरेन राज्य और देश की जनता के लिए सम्मानीय है और ऐसे में अगर उनका बेटा अपना वादा न पूरा करे तो दिशोम गुरु का नाम धूमिल होगा। मइया योजना में जितना पैसा महिलाओं को दे रहे है उससे अधिक पैसा प्रचार प्रसार में लगाया जा रहा है।
राज्य के युवा अपने अधिकार के लिए जन आक्रोश रैली निकलती है और सरकार युवाओं पर लाठियां, आंसू गैस फेक रही हैं। राज्य की हालत ऐसी है कि यहां कोई सरकार से सवाल तक नही पूछ सकते। सरकार ने भाजपा के 55 नेताओं पर एफआईआर दर्ज किया गया है इससे भाजपा को कोई आपत्ति नही है। लेकिन 12000 अज्ञात लोगों पर भी एफआईआर किया गया हैं। जिसमे नॉन बेल की धारा लगाई गई है। सरकार इसके माध्यम से अब वैसे युवाओं को कभी भी गिरफ्तार कर सकती है जो भी सरकार के खिलाफ सवाल उठाएगा। जलियावाला बाग में भी ऐसा एफआईआर नही हुआ था। डीजीपी से आग्रह है कि इतना भी तेल न लगाएं। सरकार से आग्रह है कि सरकार लिमिट क्रॉस न करे। ऐसा कोई भी उदाहरण नही है देश मे नही है।
Aug 26 2024, 10:27