बुखार पर अंकुश लगाने को सेहत महकमे ने बनाई कार्ययोजना, एक दिन में 2,296 मरीजों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण
सीके सिंह(रूपम),सीतापुर। जिले में तेजी से बढ़ रहे बुखार पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक स्तर पर तैयारी कर ली है। इस क्रम में विभाग ने एक कार्य योजना बनाकर गांव-गांव स्वास्थ्य शिविर लगाने शुरू कर दिए है।
इन शिविरों में विभाग की मेडिकल टीमों द्वारा मरीजों एवं ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें नि:शुल्क दवाओं का वितरण कर उनके रक्त के नमूनों की जांच की जा रही है। इसके साथ ही चिकित्सकों एवं मेडिकल टीम के सदस्यों द्वारा लोगों को मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों के बारे में बताकर जागरूक भी किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने गत दिवस जिले के 17 ब्लॉक क्षेत्रों के अलग-अलग गांवों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया। इन शिविरों में 2,296 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इन सभी को आवश्यक दवाएं वितरित की गईं। इसके अलावा इनमें से 870 मरीजों के रक्त के नमूने लेकर उनकी जांच की गई, जिनमें से बेहटा ब्लॉक के रेंगटा और पिलौली गांव में तीन मरीजों को मलेरिया धनात्मक पाया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि जिन गांवों में बुखार का प्रकोप हैं, वहां पर विभाग द्वारा एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है।
सीएमओ ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि गांव के लोग कोशिश करें कि घरों में और आस-पास साफ-सफाई रखें और जल भराव न होने दे, जिससे कि मच्छर न पनपने पाये। उन्होंने कहा कि कुछ मच्छर साफ पानी में तो कुछ मच्छर गंदे पानी में पनपते हैं, इसलिए कहीं भी साफ पानी कई दिनों तक इकट्ठा न होने दें। गमले, पुराने बर्तन टायरों में पानी न भरने दें। कूलर की हर हफ्ते सफाई करें। सीएमओ ने यह भी बताया कि जिले में संक्रामक रोग न फैले इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की गई हैं। गांवों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाकर मलेरिया की जांच की जा रही है।
Aug 25 2024, 17:37