*जूनियर डॉक्टर के दरिंदों को फांसी की सजा की मांग*
संभल - आर्य समाज रोड स्थित शेरवुड इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने डॉक्टर मौमिता देबनाथ के न्याय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्कूल के छात्र-छात्राओं ने जूनियर डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के बाद हत्या करने वाले दरिंदों को फांसी की सजा देने की मांग की। इस मौके पर स्कूल की मैनेजर अरशी खानम ने कहा कि हमारे देश की सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के अभियान को आगे बढ़ाने में लगी है, लेकिन आज हिंदुस्तान की जनता का कहना है कि बेटी पढ़ी तो सही, पर बच नहीं पाई। इसके लिए सरकार को उन दरिंदों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और ऐसे अपराधियों के लिए सख्त कानून बनाना चाहिए।
वहीं, स्कूल के डायरेक्टर मोहम्मद यूनुस इस्लाम ने अपनी बात रखते हुए कहा कि जहाँ बेटियाँ पढ़ाई में सबको पीछे छोड़कर आगे बढ़ रही हैं, वहीं हर कदम पर दरिंदे उन्हें नोचने में लगे हुए हैं। इसलिए सरकार को ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कानून बनाना चाहिए ताकि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा सही मायने में सफल हो और बेटियाँ पढ़ने के बाद किसी खतरनाक परिस्थिति में न फंसें।
इस मौके पर शेरवुड इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने कैंडल मार्च निकालकर डॉक्टर मौमिता देबनाथ के न्याय के लिए सड़कों पर उतरे। उन्होंने हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियाँ लेकर सरकार से दरिंदों को फांसी की सजा देने की मांग की। छात्रों ने सरकार से यह अपील की कि वे ऐसे कानून बनाए जिससे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और भविष्य में किसी भी छात्र के साथ ऐसी दर्दनाक घटना न घटे।
इस अवसर पर स्कूल की शिक्षिका बागीशा रस्तोगी और अन्य शिक्षक स्टाफ, जिनमें रहनुमा, सदफ, सानिया, सानिया इर्शाद, तूबा, अरीबा, इकरा, फरहा, और शकीबा शामिल हैं, ने इस घटना को लेकर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने इस घटना की कठोर निंदा की और सरकार से जल्द से जल्द न्याय की मांग की।
Aug 25 2024, 17:29