केंद्र सरकार के नीतियों के खिलाफ झामुमो ने निकाला झारखंडी अधिकार मार्च, भाजयुमो के आक्रोश रैली के जवाब में JMM का झारखंडी अधिकार मार्च
रिपोर्टर जयंत कुमार
झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से आज 23 अगस्त को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में झारखंडी अधिकार मार्च निकाल कर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से झारखंड का अधिकार झारखंडियों को देने की मांग की गई। झारखंड के 24 जिला में झामुमो जिला समिति द्वारा निकाले गए मार्च में बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता पार्टी के झंडे-बैनर के साथ शामिल हुए और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को झारखंड और झारखंडी विरोधी करार दिया।
झामुमो का झारखंडी अधिकार मार्च आज राजधानी रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम से निकलकर अमर शहीद अल्बर्ट एक्का चौक तक गया। इस अधिकार मार्च में झामुमो से राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी के साथ झामुमो जिलाध्यक्ष मुस्ताक आलम, जिला सचिव डॉ हेमलाल मेहता शामिल हुए। झारखंडी अधिकार मार्च के माध्यम से वक्ताओं ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को झारखंड विरोधी करार दिया।
वहीं राज्यसभा सांसद महुआ मांझी ने झारखंड का एक लाख, छत्तीस हजार करोड़ रुपये केंद्र अपने पास रोके हुए हैं। झारखंड की मिट्टी, झारखंड के पानी और झारखंड के कोयले से देश-दुनिया रोशन हो रहा है और हम झारखंडियों की किस्मत में विस्थापन और प्रदूषण आता है।भाजयुमो के आक्रोश रैली को लेकर महुआ मांझी ने कहा कि राज्य के युवाओं का भविष्य खराब करने वाली दिल्ली की केंद्र सरकार से सवाल पूछने की जगह भाजयुमो के नेता राज्य के युवाओं को भ्रमित करने के लिए आक्रोश रैली कर रहे हैं।
आज राजधानी रांची में चारों तरफ रैली का माहौल रहा। एक तरफ भाजपा की युवा शाखा ‘भारतीय जनता युवा मोर्चा’ ने राज्य में झामुमो सरकार के कथित अन्याय के खिलाफ रैली निकाली। भाजयुमो कार्यकर्ताओ ने हेमंत सरकार पर जमकर कटाक्ष किया। वहीं दूसरी तरफ झामुमो ने भी कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने देशभर के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है और अब वे ‘युवा आक्रोश रैली’ निकाल रहे हैं। रक्षा, रेलवे, कोयला और बैंक जैसे प्रमुख रोजगार-प्रधान क्षेत्रों में भर्तियां लगभग समाप्त हो गई हैं।
Aug 24 2024, 17:33