सियासी हलचलों के बीच सीएम आवास में बड़ी हलचल, कोल्हान के कई विधायक पहुंचे हेमंत के पास
चार विधायक पहुंचे सीएम आवास, पार्टी बदलने को लेकर कहा मीडिया की उपज
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड में इस समय सियासी हलचल बढ़ी हुई है। इसके पीछे का कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री चंपई सोरेन का झारखंड मुक्ति मोर्चा को छोड़ने को लेकर है। वही सियासी गलियारों में चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चा भी जोरों पर है।
जहां पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पिछले दो दिनों से दिल्ली में है।
वहीअब मुख्यमंत्री आवास में हलचल तेज हो गई है। हेमंत सोरेन से मुलाकात करने कोल्हान के कई विधायक पहुंचे है।
खबरे यह भी आ रही थी कि चंपाई सोरेन के साथ कोल्हान के कई विधायक भी बगावत के सुर बुलंद कर सकते है। यह सब तब हो रहा है जब विधायकों के चंपाई के संपर्क में होने की चर्चा हो रही थी।
लेकिन हेमंत ने हालात को भांप लिया और सभी विधायकों को रांची बुलाया है। उनके साथ बैठकें की और राजनीतिक हालात को समझा।
बैठक के बाद बाहर निकले विधायको रामदास सोरेन और समीर मोहंती ने कहा हम अपने क्षेत्र के कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने आए थे। उन्होंने बगावत की बात को लेकर सिरे से इनकार कर दिया और कहा कि हम झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ है।
अगर चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ रहेंगे तो हम लोग का साथ देंगे।
कोल्हान के टाइगर कहे जाते है से आते हैं चंपाई सोरेन, ऐसे में अगर पार्टी बदलते हैं तो झारखंड में बड़ा खेल हो सकता है। पार्टी से नाराज अब पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन अलग राह तलाशने में लगे है। ऐसे में सरकार को कोई खतरा ना हो इसकी तैयारी में हेमंत भी लग गए है। विधायकों से बात कर आगे की रणनीति को तय करेंगे। अगर कुछ हालत बनते है तो इससे कैसे बाहर आना है। साथ यह बैठक एकजुटता दिखाने की कोशिश होगी। वही झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने इन सारी मुद्दों को पार्टी मीडिया की उपज बताया। उन्होंने कहा कि आगामी कैबिनेट बैठक को देखते हुए अपने क्षेत्र की जनमुद्दों की बात करने के लिए सीएम से मिलने आए थे।
आखिर चंपाई के साथ क्या कुछ बात विधायकों के साथ हुई थी और दिल्ली जाने के बाद भी क्या चंपाई ने किसी से संपर्क किया था। इन सारे विषयों पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। वही सीएम आवास से बाहर निकलते समय विधायक मंगल कालिंदी और संजीव सरदार मीडिया से बचते नजर आए। इस पूरे प्रकरण से लोबीन हेमरॉम बचते नजर आ रहे है। वो किसी से बात भी नही कर रहे है। इसे में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पर ही पूरी निगाहें टिकी है।
Aug 22 2024, 14:51