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टाटा की कंपनी ने लाई है ऑफर,घर खरीदने पर 19 लाख की छूट!फ्री में होगी रजिस्‍ट्री,जाने है कब तक है मौका।


नई दिल्‍ली- आप भी सपनों का घर खरीदने का सपना देख रहे हैं तो हम ऐसे ऑफर की जानकारी लेकर आए हैं, जो इसे हकीकत बना सकती है. रियल एस्टेट कंपनी टाटा हाउसिंग डेवलपमेंट कंपनी ने भारी मांग के बीच बिक्री बढ़ाने के मकसद से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में अपनी कुछ परियोजनाओं में कम स्टाम्प शुल्क और मुफ्त उपहार सहित कई अन्य पेशकश की घोषणा की है।

कंपनी ने कहा है कि वह भारत के दक्षिण और पश्चिम क्षेत्रों में अपनी प्रतिष्ठित लग्‍जरी परियोजनाओं के लिए विशेष स्वतंत्रता दिवस पेशकश कर रही है. टाटा हाउसिंग इस उच्च मांग की अवधि का लाभ उठाते हुए स्टाम्प शुल्क में कमी जैसे पर्याप्त वित्तीय लाभ प्रदान कर रही है, ताकि इस त्योहारी सत्र के दौरान खरीदारों के लिए घर खरीदना अधिक आसान और फायदेमंद हो सके।

स्‍टांप पर 19 लाख तक छूट

मुंबई के पश्चिमी क्षेत्र ठाणे में टाटा हाउसिंग की ‘सेरीन’ परियोजना पर खरीदारों को सबसे ज्‍यादा छूट मिल रही है. यहां कंपनी स्टाम्प शुल्क पर 19 लाख रुपये तक की पर्याप्त बचत की पेशकश कर रही है. इसका मतलब हुआ कि अगर आप इस प्रोजेक्‍ट में घर खरीदते हैं तो आपको स्‍टांप पर 19 लाख रुपये तक की छूट मिल जाएगी.

यहां 4 लाख तक बचत

इसके अलावा मुंबई के कल्याण इलाके में टाटा हाउसिंग का ‘अमंत्रा’ प्राजेक्‍ट चल रहा है. यहां घर खरीदारों को पहली 25 इकाई के लिए स्टाम्प शुल्क पर चार लाख रुपये तक की बचत प्रदान कर रही है. इसके अलावा पुणे में टाटा वैल्यू होम्स की ‘सेंस 66’ मजबूत भुगतान योजनाएं पेश कर रही है, जिसमें ग्राहकों को आसान किस्‍त का विकल्‍प दिया जा रहा है.

फ्री रजिस्‍ट्री, 3 लाख का वाउचर

तमिलनाडु के कोच्चि में टाटा रियल्टी की ‘त्रित्वम’ परियोजना चल रही है. इस प्रोजेक्‍ट में घर खरीदारों को शून्य स्टाम्प शुल्क का लाभ प्रदान कर रही है. इसका मतलब हुआ कि आपके मकान की रजिस्‍ट्री फ्री में हो जाएगी. इसी तरह, बैंगलोर की ‘न्यू हेवन’ परियोजना में मकान खरीदने वालों को कंपनी 3 लाख रुपये का फर्निशिंग वाउचर दे रही है।

आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करे


आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करें

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाना एक निरंतर प्रयास है। हर रिश्ता अनोखा होता है, लेकिन कुछ सामान्य सिद्धांत होते हैं जो किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिए गए हैं जो आपकी रिलेशनशिप को और भी गहरा बना सकते हैं।

1. खुली और ईमानदार बातचीत

संचार किसी भी रिश्ते की नींव होती है। अपने साथी से खुलकर बात करें, अपनी भावनाओं और विचारों को स्पष्ट रूप से साझा करें। गलतफहमियों से बचने के लिए ईमानदार और साफ-सुथरी बातचीत बहुत जरूरी है।

2. एक-दूसरे का सम्मान करें

किसी भी रिश्ते में सम्मान का विशेष महत्व होता है। एक-दूसरे की भावनाओं, विचारों और सीमाओं का सम्मान करें। इससे रिश्ता और मजबूत बनता है और आप दोनों के बीच का विश्वास बढ़ता है।

3. समय बिताना और ध्यान देना

व्यस्त जीवन में एक-दूसरे के लिए समय निकालना बहुत जरूरी है। एक साथ समय बिताने से आपसी समझ और गहराई बढ़ती है। एक-दूसरे पर ध्यान दें और उनकी जरूरतों को समझें।

4. विश्वास बनाए रखें

एक सफल रिश्ते की नींव में विश्वास का बड़ा योगदान होता है। एक-दूसरे पर विश्वास करें और यह सुनिश्चित करें कि आप अपने साथी के साथ ईमानदार हैं। धोखा या बेईमानी से बचें क्योंकि यह रिश्ते को कमजोर कर सकता है।

5. छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखें

छोटे-छोटे इशारों से भी प्यार जताया जा सकता है, जैसे कि सरप्राइज गिफ्ट, तारीफ, या सिर्फ एक प्यारा सा मैसेज। ये छोटे-छोटे इशारे रिश्ते को जीवंत और रोमांचक बनाए रखते हैं।

6. समझौता करना सीखें

हर रिश्ते में कभी-कभी मतभेद होते हैं। समझौता करने और अपने साथी के दृष्टिकोण को समझने की क्षमता रिश्ते को बनाए रखने में मदद करती है। अपने अहंकार को पीछे छोड़कर समझदारी से समस्याओं का समाधान करें।

7. साथ में लक्ष्य तय करें

जब आप और आपका साथी जीवन के लक्ष्यों पर साथ मिलकर काम करते हैं, तो इससे रिश्ते में गहराई और मजबूती आती है। एक-दूसरे के सपनों और महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करें और मिलकर उन्हें पूरा करने की कोशिश करें।

8. समय-समय पर रोमांस को पुनर्जीवित करें

समय के साथ रिश्तों में एकरूपता आ सकती है, लेकिन रोमांस को बनाए रखना बहुत जरूरी है। कभी-कभी डेट पर जाना, साथ में यात्रा करना या कुछ नया करने की कोशिश करना रिश्ते को ताजगी देता है।

9. स्वस्थ स्पेस देना

रिश्ते में स्वतंत्रता और स्पेस का भी महत्व होता है। अपने साथी को उनकी व्यक्तिगत जगह दें और उन पर विश्वास बनाए रखें। स्वस्थ सीमाओं का पालन करने से आप दोनों की व्यक्तिगत पहचान भी बनी रहती है।

10. एक-दूसरे को स्वीकार करें

हर इंसान की कुछ खामियां होती हैं, और रिश्ते में यह समझना जरूरी है कि आप एक-दूसरे को उसी रूप में स्वीकार करें। बदलाव की कोशिश करने के बजाय, साथी की अच्छाइयों को महत्व दें और उनकी कमजोरियों को समझें।

निष्कर्ष

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप इन बातों का ध्यान रखें और अपने साथी के साथ एक सकारात्मक और संतुलित रिश्ता बनाए रखें। प्यार, सम्मान, और समझदारी से हर रिश्ता और भी खूबसूरत बनता है।

पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का ब्रेस्ट कैंसर से हुआ निधन,याद में बनेगा मेमोरियल


पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का हाल ही में ब्रेस्ट कैंसर के कारण निधन हो गया। मियावकी ने अपनी आवाज से इन पात्रों को जीवन दिया था, और उनकी अद्वितीय कला और योगदान के कारण उन्हें व्यापक प्रशंसा मिली थी। उनकी याद में एक मेमोरियल का आयोजन किया जाएगा ताकि उनके फैंस और साथी कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। उनका काम और उनकी आवाज हमेशा फैंस के दिलों में जीवित रहेगी।

बता दे की लंबे समय से रेचेल ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही थीं। आखिर 46 साल की उम्र में उन्होंने इस बीमारी से जंग हार ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन की जानकारी दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर की है। इस दुखद खबर के आते ही मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गई। लोग रेचेल लिलिस को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। जाहिर है कि पोकेमॉन: द फर्स्ट मूवी में ब्रॉक, ऐश केचम, पिकाचु और मिस्टी जैसे कैरेक्टर्स को काफी पसंद किया जाता है। वहीं मिस्टी और जेसी को आवाज रेचेल लिलिस ने दी थी। अब उनके निधन के बाद कौन इन कैरेक्टर्स को आवाज देगा यह जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।

दोस्त ने शेयर की इमोशनल पोस्ट

एक्ट्रेस रेचेल लिलिस की दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा, 'हम सभी रेचेल लिलिस को उनके निभाए गए शानदार कैरेक्टर्स के लिए जानते हैं। वो अपनी खूबसूरत आवाज, आपनी शानदार कॉमिक टाइमिंग और अपने उल्लेखनीय अभिनय कौशल से हमारे शनिवार की सुबह और स्कूल के पहले और बाद के घंटों को सुकून से भर देती थीं।' वेरोनिका ने रेचेल लिलिस को 'असाधारण प्रतिभा' के रूप में याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा एक उज्ज्वल प्रकाश जो बोले या गाते हुए रेचेल की आवाज से चमकता था, उसे याद किया।

एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए किया याद

वेरोनिका टेलर ने रेचेल लिलिस को उनकी कई एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'रेचेल उस उदार प्रेम और समर्थन के लिए बहुत आभारी थीं जो उन्हें उस वक्त मिला जब वो कैंसर जैसी घातक बीमारी से जंग लड़ रही थीं। उनके नकारात्मक सफर को प्यार और सपोर्ट ने सकारात्मकता में बदला है। उनका परिवार भी उनके फैंस को धन्यवाद देना चाहता है। फिलहाल वो निजी तौर पर शोक मना रहे हैं। आगे चलकर रेचेल लिलिस के लिए एक स्मारक बनवाने की योजना बनाई जा रही है।'

फैंस दे रहे श्रद्धांजलि

उधर, रेचेल लिलिस के निधन की खबर से उनके फैंस का दिल टूट गया है। उनके दोस्त और फैंस उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस बीच एक यूजर ने लिखा, 'अलविदा और बचपन की यादों के लिए आपका धन्यवाद रेचेल लिलिस।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है.. आपकी मौत से बहुत बुरा लगा है। हमें खेद है। आपके परिवार को हमारी तरफ से शोक संवेदनाएं।' गौरतलब है कि रेचेल लिलिस ने अपने 20 साल के करियर में 120 से ज्यादा कैरेक्टर प्ले किए थे। उन्होंने पोकेमॉन, हंटर x हंटर, रिवोल्यूशनरी गर्ल यूटेना, बर्सर्क, सोनिक एक्स और सुपर स्मैश ब्रदर्स जैसे शोज में अपनी आवाज दी थी।

आइए जानते है कौन सा योगासन करने से फेफड़े से बलगम निकलते हैं।


फेफड़ों से बलगम निकालने के लिए कुछ योगासन बहुत प्रभावी साबित हो सकते हैं। ये आसन न केवल फेफड़ों को साफ करने में मदद करते हैं, बल्कि श्वसन प्रणाली को भी मजबूत बनाते हैं। यहाँ कुछ ऐसे योगासन हैं जो बलगम निकालने में सहायक होते हैं:

1. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह छाती को फैलाता है, जिससे फेफड़ों में हवा का प्रवाह बढ़ता है और बलगम को बाहर निकालने में आसानी होती है।

विधि:

पेट के बल लेट जाएं।

हाथों को कंधों के नीचे रखें और धीरे-धीरे शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं।

सिर को ऊपर की ओर रखें और छाती को आगे की ओर खींचें।

इस स्थिति में कुछ सेकंड रुकें और गहरी सांस लें।

2. अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist Pose)

यह आसन छाती को खोलता है और फेफड़ों की सफाई में मदद करता है। यह आसन फेफड़ों में जमा बलगम को निकालने के लिए बहुत उपयोगी है।

विधि:

दंडासन में बैठ जाएं और बाएं पैर को मोड़ें।

दाहिने पैर को बाएं घुटने के बाहर रखें।

बाएं हाथ को दाहिने पैर के घुटने पर रखें और दाहिने हाथ को पीछे की ओर रखें।

गहरी सांस लेते हुए शरीर को दाईं ओर मोड़ें।

इस स्थिति को कुछ समय के लिए बनाए रखें और फिर विपरीत दिशा में दोहराएं।

3. कपालभाति प्राणायाम (Skull Shining Breathing Technique)

 

कपालभाति एक प्रमुख प्राणायाम है जो फेफड़ों से बलगम निकालने में मदद करता है। यह श्वसन प्रणाली को साफ करता है और बलगम को फेफड़ों से बाहर निकालने में प्रभावी है।

विधि:

सीधे बैठें और गहरी सांस लें।

नाक से तेजी से सांस छोड़ें, जैसे पेट को अंदर की ओर खींच रहे हों।

यह प्रक्रिया तेजी से और बार-बार करें, शुरुआत में 30 बार और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।

4. पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)

यह आसन फेफड़ों की सफाई के लिए अच्छा माना जाता है। यह फेफड़ों पर दबाव डालता है जिससे बलगम को बाहर निकालने में सहायता मिलती है।

विधि:

सीधे बैठें और पैर सामने की ओर फैलाएं।

गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें।

हाथों से पैरों को पकड़ें और सिर को घुटनों की ओर लाने का प्रयास करें।

इस स्थिति में कुछ समय तक रहें और धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में वापस आएं।

5. उत्तानासन (Standing Forward Bend)

यह आसन फेफड़ों को शक्ति प्रदान करता है और बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।

विधि:

सीधे खड़े हो जाएं और गहरी सांस लें।

सांस छोड़ते हुए कमर से झुकें और हाथों को जमीन की ओर लाएं।

सिर को ढीला छोड़ दें और इस स्थिति में कुछ समय तक बने रहें।

निष्कर्ष

उपरोक्त योगासनों का नियमित अभ्यास फेफड़ों को स्वस्थ रखने और बलगम निकालने में सहायक हो सकता है। इसके साथ ही, गहरी सांस लेने की तकनीकें और प्राणायाम भी श्वसन प्रणाली की सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किसी भी योगासन को करने से पहले अपने डॉक्टर या योग प्रशिक्षक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है।

आज का इतिहास:1947 में आज ही के दिन भारत का विभाजन हुआ था और पाकिस्तान अलग राष्ट्र बना था,जाने 14 अगस्त से जुड़े महत्वपूर्ण घटना के बारे में।


नयी दिल्ली : देश और दुनिया में 14 अगस्त का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है।

14 अगस्त का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1968 में 14 अगस्त के दिन ही भारत के प्रधानमंत्री रहे मोरारजी देसाई को पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया था।

1947 में आज ही के दिन भारत का विभाजन हुआ था और पाकिस्तान अलग नेशन बना था। 1938 में 14 अगस्त को ही बीबीसी की पहली फीचर फिल्म (स्टूडेंट ऑफ प्राग) टीवी पर प्रसारित हुई थी।

2010 में आज ही के दिन भारत सरकार ने काबुल में शहीद हुए सेना चिकित्सा कोर के मेजर एल ज्योतिन सिंह को अशोक चक्र और विनोद चौबे व मेजर दविंद्र सिंह जस को कीर्ति चक्र देने की घोषणा की।

2003 में आज ही के दिन पूर्वी अमेरिका और कनाडा में लंबे समय तक बिजली आपूर्ति ठप हुआ था।

1975 में 14 अगस्त को ही पाकिस्तानी सेना ने राष्ट्रपति मुजीब उर-रहमान का तख्तापलट कर दिया था।

1971 में आज ही के दिन बहरीन को 110 वर्ष के बाद ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिली थी।

1968 में 14 अगस्त के दिन ही भारत के प्रधानमंत्री रहे मोरारजी देसाई को पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया था।

1947 में आज ही के दिन भारत का विभाजन हुआ था और पाकिस्तान अलग राष्ट्र बना था।

1938 में 14 अगस्त को ही बीबीसी की पहली फीचर फिल्म (स्टूडेंट ऑफ प्राग) टेलीविजन पर प्रसारित हुई थी।

1917 में 14 अगस्त को ही चीन ने जर्मनी और ऑस्ट्रिया के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी।

1908 में आज ही के दिन इंग्लैंड के फोकेस्टोन में पहली सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था।

1888 में 14 अगस्त को ही बिजली के मीटर का पेटेंट ओलिवर बी शैलेनबर्गर को दिया गया था।

1862 में आज ही के दिन बंबई हाई कोर्ट की स्थापना की गई थी।

1848 में 14 अगस्त को ही अमेरिका के ओरेगन क्षेत्र की स्थापना हुई थी।

1805 में आज ही के दिन अमेरिका और ट्यूनिस के बीच शांति संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।

14 अगस्त को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1924 में आज ही के दिन भारत के प्रसिद्ध लेखक एवं पत्रकार कुलदीप नैयर का जन्म हुआ था।

1956 में 14 अगस्त के दिन ही भारतीय फिल्म अभिनेता जॉनी लीवर का जन्म हुआ था।

1968 में आज ही के दिन भारतीय क्रिकेटर प्रवीण आमरे का जन्म हुआ था। 

14 अगस्त को हुए निधन

2017 में 14 अगस्त को ही प्रसिद्ध भारतीय कवि और साहित्यकार चंद्रकांत देवताले का निधन हुआ था।

2012 में आज ही के दिन महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री विलासराव देशमुख का निधन हुआ था।

2011 में 14 अगस्त के दिन ही प्रसिद्ध हिंदी फिल्म अभिनेता शम्मी कपूर का निधन हुआ था।

2000 में आज ही के दिन भारत के सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज हवा सिंह का निधन हुआ था।

1996 में 14 अगस्त के दिन ही प्रसिद्ध उपन्यासकार, निबंधकार, समीक्षक और अनुवादक अमृतराय का निधन हुआ था।

1988 में आज ही के दिन भारत के 10वें मुख्य न्यायाधीश कैलाश नाथ वांचू का निधन हुआ था।

1984 में 14 अगस्त के दिन ही कुश्ती खिलाड़ी खाशाबा जाधव का निधन हुआ था।

1941 में आज ही के दिन प्रसिद्ध राजस्थानी कवि और स्वतंत्रता सेनानी केसरी सिंह बारहट का निधन हुआ था।

आज 13 वीं पुण्यतिथि पर विशेष : शम्मी कपूर ने दी थी 18 फ्लॉप फिल्में,लिपस्टिक से भरी थी गीता बाली की मांग,बॉलीवुड में नहीं चले बेटे।


नयी दिल्ली : एक्टर शम्मी कपूर ने बॉलीवुड में अपनी अलग छाप छोड़ी है. एक्टर ने अपनी एक्टिंग और डांसिंग स्टाइल से फैंस के दिलों में खास जगह बनाई. हालांकि, उनके करियर में काफी उतार चढ़ाव रहा. शम्मी कपूर ने 18 फ्लॉप फिल्में दी थीं. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और फिर फिल्म तुमसा नहीं देखा से जबरदस्त कमबैक किया. आइए नजर डालते हैं एक्टर की पर्सनल लाइफ पर...

शम्मी कपूर ने की दो शादियां

शम्मी कपूर की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने पहली शादी एक्ट्रेस गीता बाली के साथ की थी. ये शादी 1955 में हुई थी. शम्मी ने ये शादी इतनी जल्दबाजी में की थी कि उनकी फैमिली को भी इसके बारे में नहीं पता था. शम्मी कपूर गीता को पसंद करते थे और शादी के लिए कई बार प्रपोज कर चुके थे. एक बार जब शम्मी ने प्रपोज किया तो गीता ने कहा कि अभी करोगे तो कर लूंगी. फिर शम्मी ने तुरंत सुबह 4 बजे गीता से शादी कर ली. उन्होंने लिप्स्टिक से मांग भरी थी. शादी के बाद शम्मी ने अपनी फैमिली को इसके बारे में बताया था. 

दूसरी शादी से नहीं किए बच्चे

लेकिन गीता बाली की यंग एज में ही डेथ हो गई थी. 1965 में उनका निधन हुआ था. कपल को इस शादी से दो बच्चे कंचन और आदित्य हुए. इसके बाद कुछ सालों के बाद शम्मी ने नीला देवी से शादी की. नीला देवी और शम्मी के कोई बच्चे नहीं हैं. नीला ने दोनों बच्चों को अपने बच्चों की तरह पाला था.

क्या करते हैं शम्मी कपूर के बेटे?

शम्मी कपूर के बच्चों की बात करें तो आदित्य ने 67 की उम्र में Philosophy में ग्रेजुएशन की डिग्री ली. वो अब रिटायर बिजनेसमैन हैं. वो एक्टर, फिल्ममेकर और ऑथर हैं. आदित्य ने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम शुरू किया था. उन्होंने फिल्म बॉबी, धरम करम, सत्यम शिवम सुंदरम और अजूबा जैसी फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया. इसके बाद वो प्रोड्यूसर बने.उन्होंने गवाही प्रोड्यूस की. उन्होंने एक दो चीन चार, मामा जी जैसे शोज भी प्रोड्यूस किए. फिर वो बिजनेस में आए.

इसके बाद उन्होंने इंडस्ट्री में कमबैक किया. उन्होंने Don't Stop Dreaming और Sambar Salsa को डायरेक्ट किया. 2010 में एक्टिंग में भी किस्मत आजमाई. उन्होंने Chase, मुंबई 118, दीवानगी ने हद कर दी, इसी लाइफ में, यमला पगला दीवाना जैसी फिल्में की. आदित्या बाइक राइडर भी हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब वो गोवा में रहते हैं. बॉलीवुड में उनका करियर खास चला नहीं.

वहीं शम्मी की बेटी कंचन की बात करें तो उन्होंने बिजनेसमैन केतन देसाई के साथ शादी की है. उन्होंने फिल्म ये है जलवा को प्रोड्यूस भी किया था. वो अपनी मैरिड लाइफ एंजॉय कर रही हैं.

आज 41वें जन्मदिन पर विशेष : 4 साल की उम्र में शुरू किया गाना,18 की उम्र में परिवार के खिलाफ जाकर 13 वर्ष बड़े शख्स से की शादी,हुआ तलाक


नई दिल्ली : सुनिधि चौहान बॉलीवुड की टॉप सिंगर्स में शुमार हैं। बेहद कम उम्र में उन्होंने करियर की ऊंचाइयों को छुआ। सुनिधि चौहान को एक रियलिटी शो ने रातोंरात स्टार बना दिया। सिंगर अपने करियर में जितना आगे बढ़ रही थीं, पर्सनल लाइफ में उतनी ही उलझनें झेल रही थीं।

सुनिधि चौहान ने महज 18 साल की उम्र में बॉबी खान के साथ शादी कर ली थी। अलग धर्म होने की वजह से उनका परिवार इस शादी के लिए तैयार नहीं था। यहा तक कि दोनों की उम्र में भी 13 साल का फर्क था।

13 साल बड़े शख्स से की शादी

सुनिधि 18 की थीं, तो वहीं बॉबी खान 31 साल के थे। प्यार में डूब चुकी सुनिधि चौहान ने रास्ते में आई हर दीवार को तोड़कर बॉबी खान के साथ शादी कर ली। शुरुआत में तो सब कुछ ठीक रहा, लेकिन बाद में अनबन होने लगी और नतीजा ये हुआ कि एक साल में ही सुनिधि चौहान का तलाक हो गया।

टूटी शादी के बाद खुद को यूं संभाला

19 साल की कम उम्र में तलाकशुदा सुनिधि चौहान ने अपना पूरा ध्यान करियर पर लगाया और कुछ समय में ही हिट गानों की लाइन लगा दी। देखते ही देखते वो टॉप सिंगर बन गईं। इसके बाद साल 2012 में उन्होंने म्यूजिक कंपोजर हितेन सोनिक संग दूसरी शादी की और 2018 में एक बच्चे की मां बनी। 

अब सुनिधि चौहान ने अपनी पहली शादी टूटने पर बात की है। 

जिंदगी में की कई गलतियां

सुनिधि चौहान ने बॉलीवुड बबल के साथ बातचीत में लाइफ में की गई गलतियों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि उनसे कई गलतियां हुई हैं, लेकिन वो शुक्रगुजार है कि उनकी लाइफ में अच्छे चीजें आती रही, नहीं तो वो बोरिंग बन जाती।

तलाक और शर्मिंदगी पर बोलीं सिंगर

सुनिधि चौहान ने आगे कहा कि जब महिलाएं शादी से बाहर निकलने का फैसला करती हैं तो उन्हें अक्सर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। सुनिधि ने कहा कि अपनी शादी में उन्होंने ज्यादा बदतर हालात तो नहीं देखें, लेकिन ज्यादातर महिलाओं की तरह उन्हें भी थोड़ा शर्मिंदा होना पड़ा।

तलाक पर शर्मिंदा होने को लेकर बात करते हुए सुनिधि चौहान ने कहा, “समय बदल रहा है और केवल वही लोग इस तरह बोलते हैं जो उस समय में फंसे हुए हैं। बहुत कुछ बदल रहा है और मैं अब इसका केवल पॉजिटिव साइड देखती हूं।”

कश्मीर के बारामूला की रहने वाली प्रियंका पंडिता के सिर सजा मिस यूनिवर्स जम्मू-कश्मीर का ताज


नयी दिल्ली : कश्मीर के बारामूला की रहने वाली प्रियंका पंडिता के सिर सजा मिस यूनिवर्स जम्मू-कश्मीर का ताज. कड़ी सुरक्षा के बीच पहली बार प्रदेश में मिस यूनिवर्स जम्मू-कश्मीर प्रतियोगिता आयोजित हुई।

 370 हटाए जाने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच पहली बार प्रदेश में मिस यूनिवर्स जम्मू-कश्मीर प्रतियोगिता आयोजित हुई.

बारामूला की प्रियंका पंडिता ने कहा कि मुझे कभी नहीं लगा था कि जम्मू-कश्मीर में कुछ ऐसा इवेंट होगा, लेकिन जब हुआ तो मैंने अप्लाई किया और मैं विनर बन गई. मुझे खुद पर प्राउड हो रहा है।

जीत के बाद प्रियंका पंडिता ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है. मैंने जब अप्लाई किया था तो जीत का नहीं सोचा था. जब हम किसी चीज में पहली बार जाते हैं तो पार्टिसिपेशन और अनुभव का ही सोचते हैं और यह मेरे जीवन का सबसे बेस्ट अनुभव रहा है।

प्रियंका पंडिता की कई म्यूजिक एल्बम में भी आ चुकी हैं. sorry-2 उनका लेटेस्ट म्यूजिक वीडियो रहा है, जिसे राजेश शर्मा द्वारा डायरेक्ट किया गया है. इसके अलावा उन्हें फोटोशूट और घूमने-फिरने का भी काफी शौक है।

प्रियंका पंडिता इंस्टाग्राम पर कई वीडियो और तस्वीरें पोस्ट करती हैं. उनकी नई तस्वीर श्रीनगर से है. जिसका कैप्शन दिया है- लब भी कुछ कहना चाहे लेकिन गुम हैं सब बातें।

त्रिपुरा में अवैध तरीके से घुसे चार बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार,

 

नई दिल्ली:- अगरतला के बाहरी इलाके में स्थित नंदननगर क्वार्टर चौमुहानी इलाके से रविवार देर रात चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी दी है।इलाके में संदिग्ध गतिविधियों की खुफिया जानकारी मिलने के बाद न्यू कैपिटल कॉम्प्लेक्स (एनसीसी) पुलिस स्टेशन की पुलिस ने यह गिरफ्तारी की।

एनसीसी पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी इंस्पेक्टर सुशांत देब ने बताया कि पुलिस को इलाके में चार अज्ञात व्यक्तियों की मौजूदगी के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी।

बांग्लादेश के चपाई नवाबगंज जिले के रहने वाले थे नागरिक

अधिकारी ने कहा, शुरुआती पूछताछ के दौरान संदिग्धों ने खुद को भारतीय नागरिक होने का दावा किया। हालांकि, आगे की पूछताछ के बाद उन्होंने बांग्लादेश के नागरिक होने की बात स्वीकार कर ली। 

गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों की पहचान अब्दुल कलाम, कमरुल जमान, नबीर हुसाम और मोहम्मद जुबायर के रूप में की गई है - ये सभी बांग्लादेश के चपाई नवाबगंज जिले के रहने वाले हैं।

कानूनी दस्तावेजों के बिना भारत में घुसे थे नागरिक

पुलिस ने उन पर वैध पासपोर्ट या कानूनी दस्तावेजों के बिना अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने का आरोप लगाया है। इस घटना ने त्रिपुरा की बांग्लादेश से लगने वाली 856 किलोमीटर लंबी सीमा पर सीमा सुरक्षा उपायों की प्रभावशीलता के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं।

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने इस क्षेत्र में निगरानी और गश्त तेज करने का दावा किया है, खासकर पिछले दो हफ्तों में बांग्लादेश में सीमा पार हाल के तनाव के मद्देनजर। हालांकि, इन घुसपैठियों की गिरफ्तारी ने इन उपायों की पर्याप्तता और सीमा पर समग्र सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है।

आज 91वें जन्मदिन पर विशेष :अपने जमाने की सुपरस्टार थी वैजयंती माला 3 बच्चों के पिता से की थी शादी,


नयी दिल्ली : वैजयंती माला उस जमाने की फेमस अदाकार रही हैं। उन्होंने तमिल, तेलुगू और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर खूब राज किया। लेकिन एक्टिंग से ज्यादा पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रहीं। दिलीप कुमार और राज कपूर तक से नाम जुड़ा और फिर तीन बच्चों के बाप पर दिल आया तो करियर के पीक पर शादी कर ली।

वैजयंती माला अपनी फिल्मों से ज्यादा लव अफेयर्स के लिए खूब चर्चा में रहीं

भगवान विष्णु द्वारा पहना जाने वाला एक दुर्लभ मोतिया का हार- वैजयंती माला। फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज एक्ट्रेस को यही नाम दिया गया। अपनी एक्टिंग के साथ-साथ क्लासिकल डांस और बड़े-बड़े फैसलों के कारण हमेशा चर्चा में रहीं। 

पर्दे पर स्विमसूट पहनने वाली पहली साउथ एक्ट्रेस, तीन बच्चों के बाप से शादी की। उन्हें घर तोड़ने वाली कहा गया। खूब आलोचना हुई। कहते हैं कि दिलीप कुमार तक उन्हें दिल दे बैठे थे। उन्होंने 'गंगा जमुना' (1961) के हर सीन में वैजयंतीमाला द्वारा पहनी जाने वाली साड़ी का रंग खुद चुना था।

सायरा बानो उनकी केमिस्ट्री से खूब जलती थीं। उनका नाम राज कपूर के साथ भी जुड़ा था, जिस पर ऋषि कपूर ने खुलासा किया था कि पापा के अफेयर के कारण उनकी मां उन्हें लेकर घर छोड़कर चली गई थीं। आइये आज उनके 91वें जन्मदिन पर उनसे जुड़ी अनसुनी बातें जानते हैं।

16 साल की उम्र में अरंगेत्रम में दी थी परफॉर्मेंस

वैजयंती माला ने 16 साल की उम्र में अपने अरंगेत्रम (भरतनाट्यम की पहली परफॉर्मेंस) के बाद फिल्मी दुनिया में कदम रखा। उसके बाद उन्होंने राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई। कई रूढ़िवादी परंपराओं को चुनौती दी।

तमिल मूवी से वैजयंतीमाला ने की एक्टिंग की शुरुवात 

तमिल मूवी से वैजयंतीमाला ने की एक्टिंग की शुरुआत

उन्होंने 1949 में तमिल मूवी 'वाजकाई' से एक्टिंग की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने तेलुगू और हिंदी फिल्मों में भी कदम रखा। उन्होंने बिमल रॉय की 'देवदास' (1955) में चंद्रमुखी का ऐसा किरदार निभाया कि आज तक लोगों के जहन में छपा हुआ है। हालांकि, वो इस किरदार के लिए पहली पसंद नहीं थीं। नरगिस, सुरैया और बीना राय ने वेश्या की भूमिका निभाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद वैजयंतीमाला के पास ये ऑफर गया।

वैजयंतीमाला ने ठुकरा दिया था सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड

जिस समय वैजयंतीमाला को कास्ट किया गया था, मेकर्स को उनपर बिल्कुल भरोसा नहीं था। फिल्म के राइटर नबेंदु घोष भी उन्हें कास्ट करने के खिलाफ थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि वो इस किरदार के लिए बहुत छोटी हैं। लेकिन वैजयंतीमाला की असाधारण एक्टिंग ने ना सिर्फ सभी को गलत साबित कर दिया, बल्कि बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीता। यहां चौंकाने वाली बात ये थी कि उन्होंने इस अवॉर्ड को लेने से इनकार कर दिया। 

उनका दावा था कि वे सुचित्रा सेन (जिन्होंने पारो का किरदार निभाया था) जितनी ही बेहतरीन हीरोइन हैं। इसलिए वो सपोर्टिंग एक्ट्रेस की कैटेगरी में अवॉर्ड नहीं लेंगी।

स्क्रीन पर स्विमसूट पहनने वाली पहली साउथ एक्ट्रेस

आपको शायद ही पता होगा कि स्क्रीन पर स्विमसूट पहनने वाली पहली साउथ एक्ट्रेस वैजयंतीमाला ही थीं। उन्होंने ये हिम्मत भरा कदम उठाया था, जबकि वो चेन्नई के एक रूढ़िवादी तमिल ब्राह्मण अयंगर परिवार से थीं। एक समय था, जब एक्ट्रेसेस को संस्कारी आदर्शों का पालन करना होता था और अगर वो ऐसा ना करें तो इसे बवाल मचता था। 

वैजयंतीमाला ने राज कपूर की फिल्म 'संगम' में स्विमसूट पहना था। वो यकीनन भारत की पहली महिला सुपरस्टार थीं, जिन्होंने तीन इंडस्ट्री पर राज किया और पहली पैन-इंडिया स्टार में से एक थीं।

तीन बच्चों के बाप पर आया था दिल, की शादी

अपने करियर के पीक पर वैजयंतीमाला ने संन्यास ले लिया, क्योंकि उन्होंने अपनी जिंदगी के प्यार डॉक्टर चमनलाल बाली से शादी कर ली थी। अपने संस्मरण 'बॉन्डिंग' में उन्होंने खुलासा किया कि कश्मीर में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान वो बीमार पड़ गई थीं। चमनलाल उनका इलाज करने के लिए बॉम्बे (अब मुंबई) से आए थे। उन्हें उनसे प्यार हो गया था। वो शादीशुदा थे। तीन बच्चों के पिता थे। लेकिन प्यार परवान चढ़ने के बाद चमनलाल ने अपनी पहली बीवी को तलाक देकर वैजयंतीमाला से शादी कर ली। उनका एक बेटा है, जिसका नाम सुचिंद्र बाली है।

राजनीति में भी अव्वल रहीं वैजयंती माला

वैजयंती माला न सिर्फ एक सक्सेसफुल एक्ट्रेस और डांसर हैं, बल्कि राजनीति में भी अव्वल हैं। वो 1984 में कांग्रेस में शामिल हुईं और उसी साल तमिलनाडु के आम चुनाव में हर मुश्किलों को पार करते हुए जीत हासिल की थी। वह अपने संस्मरण में बताती हैं कि संसद सदस्य होने का ये मतलब भी था कि उन्हें लोगों के जहन में बसी धारणाओं का भी सामना करना था। लोगों के तंज भरे सवालिया लहजे होते थे। लेकिन वो हमेशा जीतती गईं और सबकी बोलती बंद करती गईं। 

1989 में वो फिर जीतीं। 1993 में उन्हें 6 साल के कार्यकाल के लिए राज्यसभा के लिए नामित किया गया। 1999 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में एक्ट्रेस ने लिखा, 'राजीव गांधी की मौत के बाद पार्टी को अपने सिद्धांतों से भटकते हुए देखना दुखद है। पार्टी ने अपनी जमीनी स्तर से संपर्क खो दिया है और हर दिन यह देखा जा सकता है कि ईमानदार पार्टी कार्यकर्ताओं को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है।' इसके बाद 1999 में ही वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं।

पद्म श्री और पद्म विभूषण का सम्मान

वैजयंतीमाला को 1968 में भारत सरकार ने पद्म श्री से नवाजा था। उन्हें हाल ही में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया, जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।

91 साल की हैं वैजयंती माला

अब वो 91 साल की हैं। 13 अगस्त को अपना जन्मदिन मना रही हैं। उम्र के इस पड़ाव पर भी वो अभी भी क्लासिकल डांस करती हैं और फैंस के दिलों में बसती हैं।