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केन बेतवा लिंक परियोजना की मुख्यमंत्री योगी ने की समीक्षा,बोले- बांधों व नदियों को कराएं चैनलाइज

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को केन बेतवा लिंक परियोजना की समीक्षा की। इस दौरान सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और भारत सरकार के बीच इस
परियोजना को लेकर एमओयू हुआ है। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के 2.51 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी। इसमें बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जनपदों को लाभ मिलेगा।

221 किमी लंबी केन बेतवा लिंक चैनल में से यूपी में 21 किमी लिंक चैनल का निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए 271 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता है। इसके लिए केन बेतवा लिंक नहर निर्माण खंड 2 के अधिशासी अभियंता को नोडल बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन बेतवा लिंक परियोजना से लाभान्वित होने वाले जनपदों में हमीरपुर को भी शामिल किया जाए। ऐसी व्यवस्था बने कि बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जनपदों के साथ साथ हमीरपुर की कृषि भूमि को भी इस परियोजना का लाभ मिले। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बांधों के डीसिल्टिंग का कार्य तेजी से पूरा करें।

उन्होंने आगरा में ताज के पास रबर डैम बनाने की जरूरत पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में सरयू नदी में करंट और सिल्ट ज्यादा है। ऐसे में एक बांध के जरिए इसे कम किया जा सकता है, जिससे भविष्य में कभी अयोध्या पर आने वाले किसी खतरे को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आईआईटी से सलाह ली जा सकती है। उन्होंने तराई की नदियों को चैनलाइज करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही नदियों के डीसिल्टिंग के लिए विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने के लिए कहा।
सपा ने 10 में से छह सीटों पर घोषित किए प्रभारी, शिवपाल को दी गई कटहरी सीट की जिम्मेदारी

लखनऊ । यूपी में दस सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों के लिए सपा ने छह सीटों पर प्रभारियों की घोषणा कर दी है। शिवपाल यादव को कटहरी विधानसभा सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मिल्कीपुर की जिम्मेदारी फैजाबाद सीट से हाल ही बने सांसद अवधेश प्रसाद को दी गई। वीरेंद्र सिंह को मझवां सीट की जिम्मेदारी दी गई है।

चन्द्रसेन यादव को करहल विधानसभा का प्रभारी बनाया गया है। इन्द्रजीत सरोज को फूलपुर का प्रभारी बनाया गया है। कानपुर की सीसामऊ सीट पर राजेंद्र कुमार को यह जिम्मेदारी दी गई है। सपा ने 10 में से 6 सीटों पर प्रभारियों की घोषणा की है। चार सीटों पर घोषणा होनी बाकी है। इससे इस बात के भी कयास लगने शुरू हो गए हैं कि क्या ये सीटें कांग्रेस के कोटे में जा सकती हैं।

मालूम हो कि कांग्रेस और सपा के बीच सीटों के बंटवारे की बात चल रही है। भाजपा सभी दस सीटों पर पहले ही प्रभारी घोषित कर चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के पास दो सीटें मिल्कीपुर और कटहरी की सीटें हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है।
दूसरे के मुसीबत का वीडियो न बनाएं, डायल करें यूपी-112 : डीजीपी प्रशांत कुमार

लखनऊ।  पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सोमवार को कहा कि अगर कोई व्यक्ति मुसीबत में है तो उसकी वीडियो न बनाएं बल्कि उसकी मदद के लिए यूपी-112 पर कॉल कीजिए। पुलिस महानिदेशक ने यूपी 112 के विशेष अभियान 'एक पहल' का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह अभियान आम लोगों को संवेदनशील और सतर्क बनाने के लिए है। यह अभियान एक जगजागृति है। यूपी पुलिस को लेकर कहा जाता कि वो आॅपरेशनल एक्टिविटी में व्यस्त रहती है। लेकिन ट्रेनिंग, भर्ती हर आयाम में यूपी पुलिस ने बेहतरीन काम किया है। उत्तर प्रदेश इस समय दस्यु मुक्त, फिरौती मुक्त है।

आठ साल पहले यूपी 112 का रिस्पॉन्स टाईम जो 40-45 मिनट था अब वो घटकर आठ-नौ मिनट हो गया है। उन्होंने सड़क पर पड़े घायल या फिर छेड़छाड़, छींटाकशी की घटनाएं होने पर फौरन यूपी-112 डायल करें । डीजीपी ने कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने में सामुदायिक पुलिसिंग की अहम भूमिका है। जिम्मेदार नागरिक के रूप में प्रत्येक नागरिक अपने आस-पास की गतिविधियों घटनाओं, दुर्घटनाओं के बारे में समय से पुलिस को सूचना देकर कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने में अपना अहम योगदान दे सकते हैं। यूपी 112 द्वारा एक पहल अभियान की शुरूआत की गयी है, जिसमें पुलिस को सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जायेगी।

इस अभियान से अपराध पर नियंत्रण के साथ उन पीड़ितों को त्वरित सहायता पहुंचाने में काफी मदद मिलेगी, जो अपनी सहायता के लिए पुलिस को किसी कारणवश बुलाने में उस समय असमर्थ हैं। समाज को भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास होगा। पुलिस और आम जनमानस के बीच की दूरी कम होगी और सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश को और अधिक सुरक्षित बनाने में सफलता मिलेगी। पीड़ितों की समय से मदद और अपराध की रिपोर्ट करने के लिए यूपी-112 ने सामुदायिक पुलिसिंग के लिए जन-जागरुकता अभियान एक पहल की शुरूआत की है। इसके तहत लोगों को दूसरों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

इस मौके पर अपर पुलिस महानिदेशक-112 ने कहा कि दुर्घटनाओं में घायलों की समय पर मदद करके जान बचाई जा सकती है। आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने वाले सजग व सतर्क नागरिक किसी घटना या संदिग्ध की समय से सूचना देकर कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में बहुमूल्य योगदान कर सकते हैं। यूपी-112 पर कॉल करके सभी आकस्मिक सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं। लेकिन आमजन में व्याप्त उदासीनता के कारण लोग इससे वंचित रह जाते हैं। इसे दूर करने के लिए यूपी-112 की तरफ से एक पहल अभियान की शुरूआत की गई है। इसके तहत सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है।

जिसमें यूपी 112 लोगों को विभिन्न माध्यमों से बताएगी कि किस तरह सजग नागरिक की भूमिका में वह पुलिस के साथ कदम मिलाकर चल सकते हैं। दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए कैसे समय पर पुलिस को सूचना देने के साथ उन्हें अस्पताल पहुंचाना है। संदिग्ध व्यक्ति, वाहन की सूचना पुलिस को तत्काल देकर किसी बड़े अपराध के कारित होने से पहले रोकना, सामुदायिक या दो समूह वर्ग में विवाद की स्थिति उत्पन्न होने की जानकारी देकर उसे रोकना जैसे प्रयासों से लोगों को अवगत कराया जा रहा है। यह अभियान आकस्मिक परिस्थितियों में दूसरों की मदद करने की ओर व्यक्ति को प्रेरित करेगा। साथ ही ऐसे सभी कॉलर की पहचान गोपनीय रखी जायेगी।
लखनऊ : उप्र के वरिष्ठ आईएएस देवेश चतुर्वेदी को केंद्र में मिली अहम जिम्मेदारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी देवेश चतुर्वेदी कार्यमुक्त कर दिया है, उन्हें केन्द्र सरकार में अहम जिम्मेदारी दी गई है। केंद्र के लिए रिलीव होने से पहले उन्हाेंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है।

उत्तर प्रदेश में तैनात सीनियर आईएएस अफसर देवेश चतुर्वेदी को केंद्र सरकार में कृषि मंत्रालय के सचिव बनाया गया है। इस संबंध में आदेश जारी होने के बाद यूपी सरकार को उन्हें जल्द रिलीव करने को कहा था। आईएएस देवेश चतुर्वेदी मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में एपीसी के साथ ही एसीएस नियुक्ति एवं कार्मिक की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

वरिष्ठ आईएएस देवेश चतुर्वेदी 1989 बैच के आईएएस अधिकारी और मूलत: लखनऊ के रहने वाले हैं। वे अपने कार्यकाल में यूपी में कृषि विभाग से जुड़ी कई अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। कृषि क्षेत्र में गहरी समझ और अनुभव को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
कई आईएएस अधिकारियों के तबादले,  रवींद्र कुमार बने प्रमुख सचिव कृषि
लखनऊ। आईपीएस व पीपीएस अधिकारियों के स्थानांतरण के बाद अब उत्तर प्रदेश में सोमवार काे कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का तबादला हुआ है। रवींद्र कुमार को प्रमुख सचिव कृषि बनाया गया।
तबादलों के क्रम में मोनिका गर्ग को एपीसी बनाया गया है उनके पास अल्पसंख्यक कल्याण भी बना रहेगा। वहीं, एम देवराज को नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग का एसीएस बनाया गया है। साथ ही एसीएस तकनीकी शिक्षा भी बने रहेंगे।

आईएस बीना कुमारी मीना को महिला कल्याण और बाल विकास पुष्टाहार विभाग से हटाकर आयुष विभाग का चार्ज सौंपा है। उनके पास आबकारी और गन्ना बना रहेगा। लीना जौहरी को प्रमुख सचिव बाल विकास पुष्टाहार और महिला कल्याण की भी जिम्मेदारी मिली है। रवींद्र कुमार को प्रमुख सचिव कृषि बनाया गया। के रविन्द्र नायक को सचिवालय प्रशासन के साथ प्रमुख सचिव पशुधन का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है।
लखनऊ : स्वतंत्रता दिवस की रियल टाइम रिहर्सल, मंडलायुक्त ने ली सलामी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 15 अगस्त को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में सोमवार को विधान भवन के सामने रियल टाइम रिहर्सल परेड की गयी। मंडलायुक्त डा. रौशन जैकब रिहर्सल परेड पर पहुंचकर तैयारियों का जाएजा लिया।हर साल की तरह इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। इसकी तैयारियों को लेकर सोमवार को रियल टाइम रिहर्सल परेड सुबह नौ बजे आयोजित हुई।

कार्यक्रम की तैयारियों का लिया जाएजा

मंगलवार को भी परेड होगी, इसको देखते हुए यातायात मार्ग में परिवर्तन किया गया है। मंडलायुक्त डा. रौशन जैकब,  जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी और पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों ने विधानभवन पहुंचकर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों का जाएजा लिया। मंडलायुक्त ने प्रॉक्सी मुख्यमंत्री बनकर परेड की सलामी ली। चालीस मिनट तक कार्यक्रम का पूर्वाभ्यास किया गया। मंगलवार को भी होगा।जिलाधिकारी ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस बार भी स्वतंत्रता दिवस पर भव्य एवं उत्कृष्ट कार्यक्रम होगा।

शहीदों के आश्रितों का किया जाएगा सम्मान

15 अगस्त को कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा वीरों का वंदन अभिनंदन होगा। बेहतर कार्य करने वाले पुलिस बल, सशस्त्र पुलिस बल, शहीदों के आश्रितों को सम्मान किया जाएगा। इस बार भी ध्वजारोहण के दौरान पुष्प वर्षा की जाएगी। 15 अगस्त को ध्यान में रखते हुए विधानभवन समेत अन्य सार्वजनिक स्थल, ऐतिहासिक स्थल, इमारत में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डा और होटलों में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस कमिश्नरेट ने कमर कस रखी है।

सीएम योगी ने साफ शब्दों में चेताया, महिलाओं व बालिकाओं से संबंधित अपराधों में हीलाहवाली करने वालों पर गिरेगी गाज
लखनऊ । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानून व्यवस्था को लेकर काफी सख्त दिखाई दे रहे है। इसीलिए सीएम योगी ने महिलाओं और बालिकाओं से संबंधित अपराधों के निस्तारण में हीलाहवाली करने वाले अधिकारियों कड़ी फटकार लगायी है साथ ही सुधार लाने के निर्देश दिये हैं। माना जा रहा है कि सीएम योगी के अल्टीमेटम के बाद भी सुधार न होने पर कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। वैसे तो उत्तर प्रदेश महिलाओं और बच्चियों से संबंधित अपराधों के निस्तारण में देश में पहले स्थान पर है।

महिला संबंधी अपराधों के निस्तारण में यूपी पहले स्थान पर

सीएम योगी ने हाल ही में कानून व्यवस्था को लेकर अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी। जिसमें अधिकारियों ने सीएम योगी के सामने आईटीएसएसओ पोर्टल के आधार पर 1 अप्रैल 2023 से 30 अप्रैल 2024 की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसमें बताया गया कि उत्तर प्रदेश महिलाओं और बच्चियों से संबंधित अपराधों के निस्तारण में देश भर के राज्यों में पहले स्थान पर है।वहीं अधिकारियों ने रिपोर्ट के आधार पर सीएम को बताया कि प्रदेश के कुछ जिलों के अधिकारी निस्तारण को लेकर गंभीर नहीं हैं। रिपोर्ट में उनकी लापरवाही सामने आयी है।

लापरवाह पुलिस अधिकारियों को सुधरने का एक माह का दिया मौका

इस पर सीएम योगी ने नाराजगी जाहिर करते हुए ऐसे अधिकारियों (एसपी, एसएसपी और पुलिस कमिश्नर) को एक माह में सुधार लाने का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही अधिकारियों को एक माह बाद लापरवाह अधिकारियों की रिपोर्ट शासन को उपब्लध कराने के निर्देश दिये हैं। माना जा रहा है कि यदि लापरवाह अधिकारियों की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं होता है तो उन पर गाज गिर सकती है। अधिकारियों के अनुसार इन जिलों में निस्तारण का रेश्यो 80 से 90 प्रतिशत के बीच है जबकि सीएम योगी महिला एवं बच्चियों संबंधी अपराधों के निस्तारण का रेश्या शत-प्रतिशत चाहते हैं।

सही काम न करने वालों पर सीएम ने जताई नाराजगी

गृह विभाग के इंवेस्टिगेशन ट्रैकिंग सिस्टम फॉर सेक्सुअल ऑफेंस (आईटीएसएसओ) पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार प्रयागराज कमिश्नरेट का कॉम्प्लाएंस रेट क्रमश: 80.48 प्रतिशत है। वहीं प्रतापगढ़ का कॉम्प्लाएंस रेट 84.31 प्रतिशत, कानपुर देहात का 85.37 प्रतिशत और चित्रकूट का 86.27 प्रतिशत है। इस पर सीएम योगी ने बेहद नाराजगी जाहिर की है। सीएम ने इन जिलों के अधिकारियों को जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधों पर लगाम लगाने के साथ दर्ज मामलों में कम से कम समय में आराेपियों को सजा दिलाने के निर्देश दिये हैं। इसी तरह बरेली में महिला अपराध संबंधी 2997 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 8 मामलों की फाइनल रिपोर्ट पेंडिंग है, जिसका रेश्यो 0.27 प्रतिशत है।


अलीगढ़ में 1910 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 6 मामलों की फाइनल रिपोर्ट पेंडिंग है, जिसका रेश्यो 0.31 प्रतिशत है। सुल्तानपुर में 952 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 3 मामलों की फाइनल रिपोर्ट पेंडिंग है, जिसका रेश्यो 0.32 प्रतिशत है। फतेहगढ़ में 767 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 2 मामलों की फाइनल रिपोर्ट पेंडिंग है, जिसका रेश्यो 0.26 प्रतिशत है। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्राथमिकता के आधार पर पेंडिंग मामलों का निस्तारण किया जाए। उन्होंने इसको लेकर वह एक माह बाद भी समीक्षा करेंगे अगर स्थिति संतोषजनक नहीं मिली तो बेपरवाह अधिकारियाें के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

अमरोहा का डिस्पोजल रेट 97.81 प्रतिशत तो बाराबंकी का 98.04 प्रतिशत

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि अमरोहा में महिला अपराध संबंधी 1142 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 1117 मामलों में फाइनल रिपोर्ट समिट की गई। इसका डिस्पोजल रेट 97.81 प्रतिशत है। बाराबंकी में 1580 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 1549 मामलों में फाइनल रिपोर्ट समिट की गई। इसका डिस्पोजल रेट 98.04 प्रतिशत है। लखनऊ कमिश्नरेट में 2686 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 2636 मामलों में फाइनल रिपोर्ट समिट की गई। इसका डिस्पोजल रेट 98.13 प्रतिशत है। इसी तरह प्रतापगढ़ में 1246 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 1223 मामलों में फाइनल रिपोर्ट समिट की गई। इसका डिस्पोजल रेट 98.15 प्रतिशत है। बरेली में 2997 एफआईआर दर्ज की गई। इनमें से 2942 मामलों में फाइनल रिपोर्ट समिट की गई। इसका डिस्पोजल रेट 98.16 प्रतिशत है।

इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में मौजूद गृह विभाग के अधिकारियों को जांच प्रक्रिया में तेजी लाने तथा लंबित जांच को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जब अगली बैठक हो तो इनमें सुधार होना चाहिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इन मामलों में जिन जिलों का प्रदर्शन अच्छा नहीं है इन पर खासा फोकस किया जाए। इसकी बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होता है तो उनपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
पीडीए के लिए संविधान संजीवनी है, तो आरक्षण प्राणवायु: अखिलेश यादव


लखनऊ । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरक्षण के भीतर आरक्षण के मुद्दे पर अपनी पार्टी की लाइन स्पष्ट कर दी है। उन्होंने जारी बयान कहा कि किसी भी प्रकार के आरक्षण का मूल उद्देश्य उपेक्षित समाज का सशक्तीकरण होना चाहिए, न कि उस समाज का विभाजन या विघटन। इससे आरक्षण के मूल सिद्धांत की ही अवहेलना होती है।

उन्होंने कहा कि पीडीए के लिए संविधान संजीवनी है, तो आरक्षण प्राणवायु।अखिलेश का यह बयान आरक्षण के उप वर्गीकरण के मामले में सुप्रीम कोर्ट के हाल के फैसले को देखते हुए अहम माना जा रहा है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस करके आरक्षण के भीतर आरक्षण ( उप वर्गीकरण) का विरोध करते हुए इस मामले में सपा और कांग्रेस की नीयत भी साफ न होने की बात कही थी।

अखिलेश यादव ने रविवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा कि पीढ़ियों से चले आ रहे भेदभाव और मौकों की गैर बराबरी की खाई चंद पीढ़ियों में आए परिवर्तनों से नहीं पाटी जा सकती। आरक्षण शोषित, वंचित समाज को सशक्त व सबल करने का सांविधानिक मार्ग है। इसी से बदलाव आएगा। इसके प्रावधानों को बदलने की जरूरत नहीं है।


उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हर बार अपने गोलमोल बयानों के माध्यम से आरक्षण की लड़ाई को कमजोर करने की कोशिश करती है। जब पीडीए के विभिन्न घटकों का दबाव पड़ता है, तो दिखावटी सहानुभूति दिखाकर पीछे हटने का नाटक करती है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा की अंदरूनी सोच सदैव आरक्षण विरोधी रही है। आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा की विश्वसनीयता शून्य हो चुकी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश, आगामी 10 वर्षों में 50 फीसद तक बढ़ाएं ग्रॉस एनरोलमेन्ट रेशियो

लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दृष्टिगत अब तक हुए क्रियान्वयन तथा भावी योजनाओं की समीक्षा की। बैठक को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में वार्षिक कैलेंडर तैयार करते समय यह सुनिश्चित करें कि अपरिहार्य स्थिति न हो तो वार्षिक परीक्षाएं 15 मई तक सम्पन्न हो जाएं। यह सुनिश्चित करें कि हर विद्यालय में खेल के मैदान जरूर हों। माध्यमिक विद्यालयों में पाठ्यक्रमों के भार को कम किया जाना आवश्यक है। पाठ्यक्रम अपडेट करें और मूल्यपरक, कौशल आधारित शिक्षा पर फोकस रखें। रटने की प्रवृत्ति कम करने के लिए परीक्षा मॉडल में बदलाव किया जाए। उत्तर प्रदेश एनईपी को लागू करने वाला अग्रणी राज्य रहा सीएम ने कहा कि एनईपी का विजन उच्च शिक्षण संस्थानों में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुये गुणवत्तापूर्ण, सार्वभौमिक एवं रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध कराया जाना है। उत्तर प्रदेश एनईपी को लागू करने वाला अग्रणी राज्य रहा है। बीते तीन वर्षों में इसके माध्यम से सकल नामांकन दर (Gross Enrolment Ratio) में वृद्धि विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शिक्षा गुणवत्ता स्तर में सुधार के लिए हुए प्रयासों के अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। अब हम एक जिला-एक विश्वविद्यालय की ओर बढ़ रहे सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने एक मंडल विश्वविद्यालय का लक्ष्य पूरा कर लिया है और अब हम एक जिला-एक विश्वविद्यालय की ओर बढ़ रहे हैं। ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो को बेहतर करने में इन नए विश्वविद्यालयों की स्थापना से सहायता मिल रही है। वर्तमान में उच्च शिक्षण संस्थानों में जीईआर लगभग 25 फीसदी है। हमारा लक्ष्य हो कि आगामी 10 वर्षों में यह 50 फीसदी से अधिक हो। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ज्ञान, कौशल विकास और रोजगारपरक शिक्षा पर विशेष ध्यान देती है। युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। करिकुलम तैयार करते समय इन विषयों को केंद्र में रखा जाए। सभी शिशिक्षुओं को समय से स्टाइपेंड का भुगतान होना चाहिए मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के माध्यम से स्नातक व डिप्लोमा उत्तीर्ण युवाओं को औद्योगिक संस्थानों में अप्रेंटिशशिप की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक पिछले वित्तीय वर्ष में 53 हजार से अधिक युवा इस योजना से जुड़े और इस वर्ष अब तक 11 हजार अभ्यर्थियों ने पंजीयन कराया है, जिसमें लगभग 2800 युवा अप्रेंटिस कर रहे हैं। औद्योगिक इकाइयों से संवाद समन्वय करते हुए अधिकाधिक युवाओं को इससे लाभान्वित कराएं। सभी शिशिक्षुओं को समय से स्टाइपेंड का भुगतान होना चाहिए। मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एक्ज़िट प्रणाली को लागू किया जाए सीएम योगी ने कहा कि आज़मगढ़ स्थित महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय में महान साहित्यकार, विचारक राहुल सांकृत्यायन के नाम पर यथाशीघ्र शोधपीठ की स्थापना की जाए। यह पीठ राहुल सांकृत्यायन जी के व्यक्तित्व-कृतित्व पर शोध-अध्ययन के लिए युवाओं के लिए उचित मंच प्रदान करेगी। एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट ( एबीसी) प्लेटफार्म पर सभी छात्रों का पंजीकरण अनिवार्य होना चाहिए। सभी छात्र क्रेडिट हस्तांतरण इसी प्लेटफार्म के माध्यम से प्रबंधित किये जाएं। इसके के बारे में छात्र-छात्राओं को जागरूक करें। मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एक्ज़िट प्रणाली को लागू किया जाए। कृषि शिक्षा, शोध एवं अनुसंधान में अपार अवसर मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि शिक्षा, शोध एवं अनुसंधान में अपार अवसर हैं। कॅरियर की दृष्टि से भी यह सेक्टर बड़ी सम्भावनाएं समेटे हुए है। हाल के वर्षों में बड़ी संख्या में युवाओं का आकर्षण इस ओर देखने को मिला है। पाठ्यक्रम बढ़े हैं, छात्र बढ़े हैं। आज सभी 04 कृषि विश्वविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित हो रहे हैं। कृषि से सम्बंधित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जा रहे हैं। प्रदेश के कृषि शिक्षण संस्थानों के विनियमन के लिए एक व्यवस्थित संस्था की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) जैसी संस्था इस सम्बंध में उपयोगी हो सकती है। इसलिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। बाल वाटिकाओं को उपयोगी बनाएं सीएम योगी ने कहा कि एनईपी 2020 में बेसिक शिक्षा को मजबूत बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्री-प्राइमरी शिक्षण तंत्र को व्यवस्थित करते हुए आज लगभग 88,000 आंगनबाड़ी केंद्रों को 'बाल वाटिका' के रूप में नया स्वरूप दिया गया है। बाल वाटिकाओं को उपयोगी बनाएं। इसके लिए महिला एवं बाल विकास तथा बेसिक शिक्षा विभाग को मिलकर काम करना होगा। बाल वाटिका को एक ऐसे केंद्र के रूप में विकसित करें, जहां बच्चों में सीखने के प्रति ललक पैदा हो। सभी विद्यालयों में पुस्तकों की उपलब्धता होनी चाहिए छोटे बच्चों की पुस्तकों, पढ़ाने के तौर तरीकों को रुचिकर बनाया जाना चाहिए। कक्षा 01 व 02 में अब एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू हो गया है। सभी विद्यालयों में इन पुस्तकों की उपलब्धता होनी चाहिए। यह संतोषप्रद है कि वर्तमान सत्र में 20.5 लाख नये बच्चों को जोड़ा गया है। स्कूल ड्रॉप आउट हर एक बच्चे को स्कूल से जोड़ने का प्रयास किया जाए।मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय तथा मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों के निर्माण की कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ाई जाए। अटल आवासीय विद्यालयों के साथ यह विद्यालय आने वाले समय में प्रदेश की आधारभूत शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव का वाहक बनेंगे। इन विद्यालयों को वैश्विक मानकों के अनुरूप सुसज्जित किया जाना चाहिए। व्यावसायिक प्रशिक्षण की सुविधा यथाशीघ्र उपलब्ध करा दी जाए सीएम योगी ने कहा कि समग्र शिक्षा तथा उ.प्र. कौशल विकास मिशन के माध्यम से प्रदेश के समस्त राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक प्रशिक्षण की सुविधा यथाशीघ्र उपलब्ध करा दी जाए। इसके लिए बजटीय प्रावधान किया जा चुका है। एनईपी स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप नए ट्रेड के निर्धारण पर जोर देती है। इसके लिए हमें ODOP के अन्तर्गत चयनित उत्पाद से सम्बंधित ट्रेड उपयोगी हो सकता है।शिक्षण प्रशिक्षण एक अत्यंत महत्वपूर्ण अवयव है। हमारे डायट इस दिशा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में महत्वपूर्ण योगदान निभा सकते हैं। इस सम्बंध में आवश्यक प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाठ्यक्रमों को स्थानीय भाषा में होना चाहिए। इसके साथ-साथ हमें अपने युवाओं को अन्य भाषाओं का ज्ञान भी कराना चाहिए। बहुभाषी होना, न केवल रोजगारपरक है बल्कि व्यक्तित्व को प्रभावी भी बनाता है। इस सम्बंध में आवश्यक कार्यवाही की जानी चाहिए।
अधिवक्ता के उकसाने से आग लगाने वाली महिला की मौत

लखनऊ। उन्नाव के पुरवा के एक अधिवक्ता के उकसाने पर लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग पर आकर आग लगाने वाली महिला की रविवार को उपचार के दौरान मौत हो गयी। महिला का उपचार किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में चल रहा था।

उल्लेखनीय है कि बीते छह अगस्त को मुख्यमंत्री आवास के निकट विक्रमादित्य मार्ग पर एक महिला ने ज्वलन पदार्थ डाल कर अपने को आग के हवाले कर दी।

इसके बाद गौतमपल्ली थाने की पुलिस ने उसे आनन-फानन में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के बर्न यूनिट में उपचार के लिए भर्ती कराया था। उसका बर्न यूनिट के डाक्टरों की टीम उपचार कर रही थी। फिर भी अस्सी प्रतिशत से ज्यादा जलने से महिला की हालत गम्भीर थी। वहीं गौतमपल्ली थाने की पुलिस ने महिला को उकसाने वाले अधिवक्ता सुनील को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।