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मिथिला विवि को मिली मैथिली भाषा की समृद्धि की जिम्मेवारी
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत मातृभाषा और भारतीय भाषा में बच्चों को शिक्षा प्रदान करना बुनियादी शर्तो में से एक है। लेकिन, संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल मैथिली में पढ़ने के लिए बच्चों के पास बहुत ज्यादा विकल्प नहीं है। उच्च शिक्षा में भी कमोबेश यही हाल है। कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी के प्रयास से मिथिला में मैथिली को समृद्ध कर इस भाषा में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए बुनियादी संसाधन जुटाने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने मिथिला विश्वविद्यालय को सौंपी है।

कुलपति इसके नोडल पदाधिकारी होंगे। इसके अलावा राज्य के 10 विश्वविद्यालय को सदस्य बनाया गया है। इसमें केंद्रीय, डीम्ड, निजी और राज्य सरकार के अधीन के विश्वविद्यालय शामिल होंगे। यह सब मैथिली की भाषा संवर्धन समिति के अधीन काम करेंगे। इसके तहत मैथिली भाषा में पुस्तकों की रचना होगी। इसका सारा व्यय भारतीय भाषा संवर्धन समिति वहन करेगी।

अनुदान आयोग से भी समन्वय स्थापित करेगी

भारतीय भाषा संवर्धन समिति का दायित्व होगा कि वह राज्य के मैथिली भाषा को लेखकों को चिन्हित करे, जो मैथिली भाषा में पुस्तकें लिख सकें। इतना ही नहीं यह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से भी इस संबंध में समन्वय स्थापित करेगी। यूजीसी के सचिव प्रो. मनीष आर जोशी ने कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी को पहली अगस्त को लिखे पत्र में याद दिलाया है कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय भाषा मैथिली की समृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है कि विश्वविद्यालय अपना मानक निर्धारित करें। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का इस बात पर जोर है कि भारतीय भाषा में पढ़ने और सीखने के माध्यम को उच्च शिक्षण संस्थानों में लागू किया जाए। इस दिशा में दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और इसके कुलपति को उपयुक्त मानते हुए उन्होंने यह महती जिम्मेदारी सौंपी है।

भाषा समिति को भेजा जा चुका है शोध भंडार

बता दें कि इससे पूर्व भारतीय भाषा समिति के विषय विशेषज्ञों की कमेटी राजनीति विज्ञान के 38 सौ शब्दों की मूलभूत शब्दावली को मैथिली में तैयार करने के लिए गहन मंथन किया था।

समिति के मुख्य शैक्षणिक समन्वयक प्रो. अवधेश कुमार मिश्र ने विभिन्न स्नातकोत्तर विभागों के अध्यक्षों के अलावा बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष कामेश्वर झा की उपस्थिति में वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली के मैथिली रूपांतर पर काम किया था।

बताया जा रहा है कि समिति के भ्रमण के बाद केवल राजनीति शास्त्र ही नहीं कई अन्य विषयों में भी मैथिली बड़ा शोध भंडार तैयार कर भारतीय भाषा समिति को भेजा जा चुका है। लेकिन कुलपति मात्र इतने से संतुष्ट नहीं हैं, उनका प्रयास है कि मैथिली को अन्य प्रचलित दूसरी भाषाओं की तरह ही प्राथमिक से लेकर उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में सीखने और पढ़ने की भाषा बना दिया जाए।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
2024 के अंत तक एम्स का निर्माण होगा शुरू
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत शनिवार को डीएमसीएच पहुंचें। इस दौरान उन्होंने एम्स निर्माण, नवनिर्मित सर्जरी बिल्डिंग तथा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों के साथ बैठक किया। बैठक में सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में इंडोर सेवा शुरू करने तथा नवनिर्मित सर्जरी बिल्डिंग में शेष बचे कार्यो को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश बीएमएसआइसिल के अधिकारियों को दिया। वही मीडिया से बात करते हुए प्रत्यय अमृत ने कहा कि एम्स का निर्माण अपनी जगह पर है। लेकिन DMCH को कैसे बेहतर से बेहतर बने। इसके लिए स्टीमेट के हिसाब से काम करना है। जिसको लेकर मैं खुद मॉनिटर कर रहा हूँ। वही उन्होंने कहा कि 2 माह के अंदर मैं खुद आऊंगा।

तब तक बचे हुए काम कंप्लीट हो जायेगा। जिसको लेकर निर्देश दिया गया है। इस अवसर पर DMCH के प्राचार्य, अधीक्षक, चिकित्सक व कर्मी उपस्थित थे।

साल के अंत तक शुरू होगा

काम वही उन्होंने एम्स के सवाल पर कहा की राज्य सरकार का जो कॉनिटमेंट है। जमीन, पानी और सड़क देना। तीनों जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। इन तीनो पहलुओं पर बहुत सकारात्मक काम हो रहा है। उन्होंने कहा की भारत सरकार की चिट्ठी आ गई।

राज्य सरकार के कमिटमेंट के हिसाब से हमलोग जमीन दे रहे हैं। करीब 70 प्रतिशत जमीन उपलब्ध भी है। उनको टेक ओवर करना है। मेरी बात भारत सरकार के सचिव से बहुत ही सकारात्मक हुई है। इस साल के अंत होने से पहले ही वहां पर काम भी दिखेगा।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में सड़क हादसे में बच्चे की मौत
दरभंगा जिले के बिरौल थाना क्षेत्र के दरभंगा कुशेश्वर स्थान मुख्य मार्ग एसएच 56 पर एक बस की ठोकर से एक बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद बस चालक बस लेकर मौके से फरार हो गया। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगो ने मुख्य सड़क को आकोश में जाम कर दिया। जिसके बाद मौके पर बिरौल थाना की पुलिस सहित एसडीएम और सीओ भी पहुंचे। लेकिन परिजन अभी तक नही माने से लगभग एक घंटे से मुख्य सड़क जाम है। जिससे यातायात बाधित है।

मृतक बच्चे की पहचान जोगिंगदार पासवान के बेटे आयुष (08) के रूप में की गई। घटना करीब शुक्रवार की शाम लगभग 6 बजे की है। मौके पर प्रशासन के द्वार स्थानीय जनप्रतिनिधि का सहयोग लोगो को मानने के लिए लिया जा रहा है। ग्रामीण चौधरी मुखिया ने बताया की ये घटना दरभंगा केशरी के बस के द्वारा हुआ है।

अक्सर इस कंपनी की गाड़ी लापरवाही से चलाई जाती है। ड्राइवर के द्वारा हमेशा बहुत तेजी से गाड़ी चलाया जाता है। और ब्रेक पर पैर भी नही रखा जाता है। उन्होंने आगे मांग किया है कि जब तक दरभंगा केसरी के मालिक मौके पर नहीं पहुचेंगे तब तक जाम को नहीं हटाया जाएगा।

लोगों को समझाने में जुटी पुलिस

फिलहाल अभी मौके पर पुलिस कैंप कर रही है और लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास कर रही है। बिरौल थाना बिरौल एसडीएम उमेश कुमार भारती बिरौल थाना अध्यक्ष अमृतलाल बर्मन सीओ आदित्य शंकर मौजूद है। लोगों को समझा कर जाम खाली करवाने का प्रयास किया जा रहा है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में दो पक्षों के बीच मारपीट
दरभंगा के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के बाऊर गांव में बुधवार को घास काटने को लेकर दो पक्षों में जामकर मारपीट हुई, जिसमे चार लोग घायल हो गए। इसी बीच घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी गई। इसके बाद सभी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक गंभीर रूप से घायल को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि यदुवीर यादव की खेत में राम सेवक यादव की पोती संगीता कुमारी अपने सहेली के साथ घास काट कर अपने घर लौट आई।

इसी दौरान हरीश चन्द्र साह ने यदुवीर यादव को जाकर बताया कि राम सेवक यादव की पोती अपने सहेली के साथ आपके खेत में घास काट लिया है। इतना सुनते ही यदुवीर यादव राम सेवक यादव के घर पहुंच कर गाली गलौज करने लगा जिसका विरोध राम सेवक यादव के द्वारा करने पर यदुवीर यादव ने हाथ में रखे लाठी से राम सेवक यादव के सर पर वार कर दिया।

धारदार हथियार से भी किया हमला

इसके बाद यदुवीर यादव भाग कर अपने घर पहुंचकर अपने पुरे परिवार भिखारी यादव, विद्या नंद यादव, कन्हैया कुमार, भोगी लाल यादव और अमृती देवी एक साथ राम सेवक यादव के घर पहुंच तेज धारदार हथियार से मारपीट करने लगा।

जिसमे राम सेवक यादव का सर फट गया और खून बहने लगा। बचाने आए भाई मंशी यादव, भतीजा लालू यादव, संगीता कुमारी, रीता देवी , बुधनी देवी जब आए तो सभी लोग ने रामसेवक यादव को छोड़कर इन सभी लोगो की भी जमकर पिटाई कर दी। वही पर स्थानीय लोगो ने घायल राम सेवक यादव, संगीता देवी ,रीता देवी, बुधनी देवी को उठाकर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घनश्यामपुर में भर्ती कराया।

वहीं राम सेवक यादव की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया है, जहां घायल राम सेवक यादव का इलाज चल रहा है।

क्या बाेले थानाध्यक्ष

घनश्यामपुर थानाध्यक्ष अजित कुमार ने बताया है कि घटना की जानकारी मिली है। सभी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। अभी तक मामले में कोई आवेदन प्राप्त नहीं मिला है। आवेदन मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
विशिष्ट शिक्षक का दर्जा देने को आज से प्रमाणपत्र सत्यापन
सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण जिले के नौ हजार से अधिक नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक का दर्जा देने के लिए उनके प्रमाणपत्र का सत्यापन आज से कादिराबाद स्थित डीआरसीसी में होगा। इसके लिए सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों को एसएमएस आना भी आरंभ हो गया है। डीईओ समर बहादुर सिंह ने बताया कि शिक्षकों को प्राप्त एसएमएस में अंकित स्लॉट और तिथि के अनुसार सत्यापन कार्य किया जाएगा। इसके लिए प्रधानाध्यापक और बीईओ को निर्देशित किया गया है कि वह सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों को इस प्रकार अधिकतम तीन दिनों का कर्तव्य अवकाश आवंटित करे कि बच्चों की पढ़ाई भी बाधित नहीं हो।

स्थापना डीपीओ संदीप रंजन ने कहा कि अभ्यर्थियों ने सक्षमता परीक्षा का आवेदन करते समय जिन प्रमाण पत्रों को अपलोड किया था, उसकी मूल प्रति का सत्यापन किया जाना है। इसमें मूल जाति, दिव्यांगता प्रमाणपत्र के अलावा मूल आधार कार्ड भी लाने को कहा गया है। मूल नियोजन पत्र, मैट्रिक, इंटरमीडिएट, स्नातक, स्नातकोत्तर, डीएल एड, बीएड का मूल प्रमाणपत्र, दक्षता परीक्षा और एसटीईटी, टीईटी का मूल प्रमाणपत्र भी सत्यापन के समय दिखाना होगा। अभ्यर्थियों को सभी प्रमाणपत्र की छाया प्रति भी साथ लाना होगा।

सत्यापन कार्य अधिकारियों का तीन सदस्यीय दल कराएगा

सक्षमता परीक्षा पास नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग का केंद्र बदल गया है। अब प्रमाण पत्रों का सत्यापन कादिराबाद स्थित डीआरसीसी में नहीं बल्कि लहेरियासराय के एमएल एकेडमी में गुरुवार से किया जाएगा। काउंसिलिंग के लिए दस काउंटर बनाए गए हैं। इनपर सत्यापन के लिए दो और प्रमाण पत्रों के मिलान के लिए दो कर्मी तैनात किए गए हैं। फूल प्रूफ सत्यापन कार्य के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक के अनुमोदन के बाद डीएम, डीईओ और डीपीओ ने संयुक्त आदेश जारी कर कहा है कि सत्यापन कार्य अधिकारियों का तीन सदस्यीय दल कराएगा। इसमें डीपीओ नवीन कुमार ठाकुर, संदीप रंजन और कार्यक्रम पदाधिकारी कृतिका वर्मा शामिल होंगी।

सेटअप के साथ उपस्थित होने के आदेश

काउंसिलिंग स्थल पर सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक एवं पुस्तकालय अध्यक्ष के आधार कार्ड सत्यापन के लिए अलग काउंटर होगा। इसमें महफूज आलम , बबलू कुमार, संतोष कुमार, विमल कुमार झा, गोपाल जी चौधरी, इमरान काजमी, दीप माला कुमारी, रणजीत कुमार, बैधनाथ कुमार यादव और प्रेम शंकर प्रसाद रहेंगे।

आधार ऑपरेटर को आदेश दिया गया है कि वह काउंसिलिंग स्थल पर पूरे सेटअप के साथ सुबह नौ बजे से पहले उपस्थित हो जाएंगे । लेखा सहायक व डाटा इंट्री ऑपरेटर से भी कहा गया है कि वह अपने लैपटॉप और डोंगल के साथ मौजूद रहेंगे। शिक्षकों और पुस्तकालय अध्यक्षों के बायोमीट्रिक सत्यापन के लिए काउंटर होगा।

इसमें जगजीत मंडल रोहित, कश्यप संजय चौधरी, चंदा कुमारी, ज्ञानेश कुमार, छोटू कुमार साह और पारस कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया है। काउंसिलिंग के लिए आने वाले शिक्षकों और पुस्तकालय अध्यक्षों को अलग काउंटर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को कहा गया है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में युवती के साथ बंद कमरे में धराया सिपाही
दरभंगा जिले के वाजीतपुर थाना क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दिख रहे युवक का नाम राजू है। राजू वाजीतपुर थाने में सिपाही के पद पर तैनात है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कुछ युवक एक घर में गेट तोड़कर घुस रहे हैं। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है

कि घर के अंदर एक युवक और एक युवती अर्धनग्न हालत में हैं। राजू को पीटते हुए लोग घर से बाहर लाते हैं। वहीं जब युवती बीच-बचाव करती है तो उसकी भी पिटाई की जाती है।

क्या बोले SSP

इस मामले में दरभंगा SSP जगुनाथ रेड्डी ने बताया कि वायरल वीडियो का सत्यापन किया जा रहा है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
में डूबने से 7 साल के बच्चे की मौत
दरभंगा में बुधवार की सुबह एक 7 साल के बच्चे का नदी से शव बरामद किया गया है। खेलने के क्रम में ये हादसा हुआ। बच्चा मंगलवार की शाम साढ़े 5 बजे घर से खेलने निकला था। इसके बाद उसका कोई पता नहीं चला। परिजन बच्चे को ढूंढ ही रहे थे। इसी क्रम में बुधवार को नदी के पास टहलने गए लोगों ने नदी के ऊपर बह रही जलकुंभी पर लाश को तैरते हुए देखा। इसके बाद इस बात की जानकारी बच्चे के परिजनों को दी गई। बच्चे के परिजन वहां पहुंचे। लाश को बाहर निकाला गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

  मामला दरभंगा के बिरौल थाना क्षेत्र अंतर्गत लदहो पंचायत की है। जहां कमला बलान के सहायक नदी जीबछ नदी में डूबने से ये हादसा हुआ। मृतक बच्चे की पहचान लक्ष्मण सहनी के बेटे सुंदरम सहनी(6) के रूप में की गई। मृतक बच्चा 2 भाई बहन था। इसमें वो मझला लड़का था। स्थानीय महावीर मुखिया ने बताया कि कल शाम ही वो खेलने के लिए घर से निकला था। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला। सुबह मार्निंग वॉक करने गए लोगों ने लाश को सुबह नदी में उफनते हुए देखा है। उन्होंने आगे अंचलाधिकारी से सरकारी सहायता राशि जल्द देने की मांग की है।

इस मामले में पुलिस निरीक्षक सह बिरौल थानाध्यक्ष अमृतलाल बर्मन ने बताया कि सुबह में लाश को देखा गया है। शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया है। यूडी केश भी किया गया है। मामले में तुरंत कार्रवाई की जा रही है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
LNMU में इसको लेकर तैयारी शुरू, पैट 2021-22 में शोधार्थियों का कोर्स वर्क पूरा
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च काउंसिल (पीजीआरसी) की बैठक अगले महीने अगस्त के प्रथम सप्ताह में होगी। इसकी तैयारी अंतिम चरण में है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से मई माह में ही इसकी बैठक आयोजित होनी थी। लेकिन, इसका आयोजन नहीं हो सका है। अब तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होते ही पीजीआरसी से सिनाप्सिस स्वीकृति की हरी झंडी मिल जाएगी।

8 महीने से पीजीआरसी का इंतजार

शोधार्थी पिछले आठ माह से पीजीआरसी का इंतजार कर रहे हैं। पीएचडी शाखा की ओर से पैट 2021-22 के लिए पीजीआरसी नहीं होने से शोधार्थी परेशान हैं। पीजीआरसी से सिनाप्सिस स्वीकृति के बाद ही शोधार्थी अपने चर्यानत विषय पर शोधकार्य प्रारंभ करते हैं।

विश्वविद्यालय के 21 विषयों में पैट 2021-22 से पीएचडी में नामांकित शोधार्थियों के कोर्स वर्क समाप्त हुए भी आठ माह बीत चुके हैं। परीक्षा विभाग की ओर से मई माह में उक्त बैठक आयोजित करने की बात कही गई थी। अब जाकर अधिकांश विभागों की ओर से डीआरसी से स्वीकृत सिनाप्सिस पीएचडी शाखा में जमा कर किया गया है। अधिकांश विभाग में पैट 2021-22 के शोधार्थियों का कोर्स वर्क के बाद उपस्थिति दर्ज नहीं हो रही है। जबकि नियमानुसार अब शोधार्थी कोर्स वर्क के छह माह पूर्ण कर शोध अवधि में आ गए हैं।

अधिसूचना जारी की थी

इसके बावजूद शोध शाखा एवं कुलसचिव की ओर से दो अगस्त 2023 को जारी अधिसूचना का पालन नहीं किया जा रहा है। कुलसचिव ने रेगुलेशन के नियमानुसार कई तरह के दिशा-निर्देश का पालन करने को लेकर अधिसूचना जारी की थी।

अधिसूचना में नियमित उपस्थिति से लेकर बिना अनुमति विश्वविद्यालय मुख्यालय से बाहर जाने पर रोक लगाने की बात है। इसके बावजूद अधिकांश शोधार्थी नौकरी पेशा या अन्य कोर्स में भी नामांकित हैं। बहुत से शोधार्थी राज्य के बाहर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से शोध कर रहे हैं।

जबकि छह माह में 15 दिन से अधिक अनुपस्थिति पर नामांकन रद तक करने का प्रविधान है। परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर सुरेश पासवान ने बताया कि अगस्त के प्रथम सप्ताह में पीजीआरसी की बैठक होगी। इसकी सभी तैयारी अंतिम चरण में है। कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में बरसात में सूखे 48 से ज्यादा हैंडपंप लोग परेशान
दरभंगा के बेनीपुर अनुमंडल क्षेत्र के बलनी गांव में 4 दर्जन से अधिक हैंडपंप ने लेयर नीचे चले जाने से पानी देना बंद कर दिया है। वहीं, गांव के सभी वार्डों में नल जल योजना भी सालों से बंद है। इसके कारण लोगों में पानी के लिए हाहाकार मचा है। लोग बगल से पानी लाकर जैसे तैसे अपने घरों में खाना बना रहे हैं। प्यास बूझा रहे हैं।

बताया जाता है कि यह स्थिति बारिश नहीं होने के कारण उत्पन्न हुई है। गांव के दर्जनों लोगों का कहना है कि पिछले 5 दिनों से गांव के अधिकांश हैंडपंप के पानी का लेयर नीचे चले जाने के कारण पानी देना बंद कर दिया है। इसके कारण आम जनता के समक्ष भीषण पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। बलनी पंचायत के मुखिया रामसुधार झा ने इस संबंध में डीएम को त्राहिमाम संदेश भेजा है। वहीं, बलनी सहित क्षेत्र के शिवराम, पोहदी, नवादा, बाथो, कंथुडीह, चौगमा, महदैय गांवों में भी कई हैंडपंप सूख जाने और कई वार्डों में नल जल योजना बंद रहने से लोगों के समक्ष भीषण पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि पीएचईडी के अभियंताओं और ठेकेदारों की मिलीभगत से सरकारी हैंडपंपों में घटिया पाइप गाड़ने के समय लगाए जाने से यह नौबत आई है। पांच से छह पाइप ही दिए जाने के कारण अधिकांश हैंडपंप गाड़ने के कुछ ही दिन बाद बंद हो गए थे। जो बचा था वह पानी लेयर नीचे जाने के कारण बंद हो गया है।

इस बीच विधायक प्रो.विनय कुमार चौधरी ने क्षेत्र के गांवों में उत्पन्न पेयजल संकट को लेकर पीएचईडी मंत्री से मिलकर वस्तु-स्थिति से अवगत कराया है। विधायक ने बताया कि मंत्री ने क्षेत्र में नल-जल योजना और हैंडपंपों को दुरुस्त कराकर जल्द लोगों को पानी मुहैया कराने की बात कही है।

दूसरी ओर SDO शंभुनाथ झा ने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता आदित्य शंकर को क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रभावित बलनी में लोगों को टैंकर से पानी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। एसडीओ ने बताया कि बेनीपुर के पीएचईडी के कनीय अभियंता साफी पर कार्य में शिथिलता बरतने को लेकर वरीय पदाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई है।


दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
केस में गवाही देने पर युवक की हत्या
औरंगाबाद में युवक की गला दबाकर हत्या कर दी गई। मृतक नन्दे सदा का बेटा महावत सदा (18) है। जिसने एक केस में गवाही दी थी। जिसके बाद परिवार को 5 दिन पहले आरोपी ने परिवार को धमकी दी थी कि तुम्हारे बेटे को मौका देखकर जान से मार देंगे। लगातार धमकी से परेशान होकर परिवार के लोग दूसरे गांव में पलायन कर गए, लेकिन महावत सदा और उसका भाई छोटू कुमार गांव में रह गए। घर में महावत को अकेला देखकर आरोपी दीपो सदा ने उसकी हत्या कर दी। महावत की नवंबर में शादी होने वाली थी। घटना तिलकेश्वर थाना के बुढ़िया सुकराती गांव की है।

अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हो रही

घटना की सूचना मिलते ही तिलकेश्वर थाना अध्यक्ष शैलेश कुमार मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि मृतक के पिता नन्दे सदा के बयान पर केस दर्ज कर लिया गया है। गांव के दीपो सदा समेत चार लोग नामजद हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

पड़ोसी ने परिवार वालों को दी जानकारी

मृतक की मां पूनम देवी ने कहा कि 5 दिन पहले जब दीपो ने धमकी दी थी तो पुलिस को जानकारी दी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद वे लोग बार-बार जान से मारने की धमकी देने लगे।

हमलोग डर गए और पलायन के लिए रविवार को निकल गए। दो बेटों को छोड़कर हम लोग नदी के पार वाले बुढ़िया सुकराती टोला चले गए। जिसके बाद दीपो ने महावत के साथ मारपीट की और गला दबाकर हत्या कर दी। मेरे पड़ोसी कृष्णा देवी ने फोन पर बताया कि तुम्हारे बेटे की हत्या कर दी गई है।

सूचना मिलते ही हम सभी परिवार वापस घर आए तो महावत को घर में मृत पाया। मृतक चार भाई में दूसरे नंबर पर था। एक सप्ताह पूर्व शादी की बातचीत तय हुई थी। नवंबर में शादी की तिथि तय हुई थी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट