सरायकेला:सरकार द्वारा तय मजदूरी से कम पैसे देने तथा आदिवासी सूचक गाली गलोच करने की शिकायत को ले कर स्थानीय कर्मी ने एसडीओ को सौंपा मांग पत्र ।
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के टाटा रांची राष्ट्रीय राजमार्ग एन एच 33 पाटा स्थित टोल प्लाजा के सभी स्थानीय कर्मी ने मंगलवार को चांडिल एसडीओ शुभ्रा रानी को एक मांग पत्र सौंपा ।
सभी स्थानीय टोल कर्मी ने बताया है कि टोल प्लाजा प्रबंधन और सरकार द्वारा तय किए मजदूरी भी टोल कर्मी को नहीं मिलता है । इसके अलावा बारिश के महीना में रेन कोर्ट भी नहीं दे रहे खुले आसमान के नीचे मजबूर होकर भींग कर काम करना पड़ रहा है।
टोल प्रबंधन गोविंद सिंह भदौरिया से मजदूरी की हक की मांग करने पर कर्मी को काम से निकालने का धमकी दिया मिलने लगा।
आदिवासी मजदूर टोल कर्मी का वेतन रोक दिया गया है । साथ ही वेतन को लेकर अनुरोध करने पर टोल प्रबंधक गोविंद सिंह भदौरिया द्वारा आदिवासी सूचक गाली गालोच करने लगता है , तथा चांडिल थाना से फोन करवा कर झुठे केस में फंसाने को लेकर डराया जाता है।
वहीं भुगत भोगी पीड़ित आदिवासी टोल कर्मी ईचागढ़ के जिप सदस्य ज्योतिलाल मांझी व गांव गणराज्य लोक समिति के संयोजक कर्मू मार्डी से मिलकर मामले को अवगत कराया गया।
टोल कर्मी सह पाटा गांव के ग्राम प्रधान सम्भू बेसरा ने जानकारी देते हुए कहा बीते सोमवार को चांडिल थाना प्रभारी ने फोन करके सभी स्थानीय टोल कर्मियों बुलाकर झूठे मुकदमे दर्ज कर जेल भेजने जैसे बात करके डराया गया।
हम सभी ने अपना पक्ष रखने का कोशिश किया मगर थाना प्रभारी बरुण यादव हमारी एक ना सुनी।
मौके पर बलराम मांझी, शंम्भू बेसरा,अजय हांसदा,लखन मार्डी , मोज्जाफार कैफ, सुखदेव महतो, शीमल हांसदा, परवेज आलम, सनातन हांसदा, निरंजन महांती, सन्तोष माझी, राज किशोर महतो, अग्दिश महतो, सोमनाथ रकक्षित आदि मौजूद थे ।
Aug 01 2024, 19:54