सीताकुंड बाईपास से देवघाट तक फल्गु में बन रहे पाथवे/ अप्प्रोच रोड व अन्य विकास कार्यों का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
गया। फल्गु नदी के पश्चिमी तट में बाईपास से देवघाट तक फल्गु में बन रहे पाथवे अप्रोच रोड एव अन्य कार्यों का ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने निरीक्षण किया। ज़िला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि निर्धारित समय सीमा तक में फल्गु नदी के पश्चिमी तट पर बन रहे अप्रोच सड़क सहित सभी कार्यों को हर हालत में पूरा करा लेने का निर्देश कार्यपालक अभियंता गया जी डैम को दिया गया।
विदित हो कि पितृपक्ष मेले में देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को समुचित यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जल संसाधन सहित तीन अन्य सरकारी विभागों के सहयोग से निर्माण कार्य कराया जाना है । फल्गु नदी के पश्चिमी किनारे पर युद्ध स्तर पर पाथवे बनाने का काम जल संसाधन विभाग द्वारा किया जा रहा है। 450 मीटर लंबी व 12 मीटर चौड़ी सड़क के साथ साथ एकीकृत जल निकासी के लिए नाले के साथ पाथवे का निर्माण जल संसाधन विभाग की निगरानी में कराया जा रहा है। इसके अलावा पाथवे के किनारे ग्राउंड लेवल से ढाई मीटर ऊंची दीवार, सौ मीटर लंबी व आठ मीटर चौड़ी दो घाट भी बनाया जा रहा है। पर्याप्त मात्रा में लाइटिंग की भी व्यवस्था होगी.
पाथवे निर्माण होने से लोग ई-रिक्सा से सीधे घाट तक पहुच सकेंगे। घुघड़ीटांड़-बाइपास से मुक्तिधाम होते हुए विष्णुपद तक पहुंचने वाला अप्रोच पथ इस पितृपक्ष मेला तक पूर्ण करवाने को कहा है। नए पथ के निर्माण से गयाजी आने वाले तीर्थयात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। निरीक्षण के क्रम में जल संसाधन विभाग के अभियंता ने बताया कि इस पथ की लंबाई करीब 450 मीटर और चौड़ाई करीब 12 मीटर है। प्रत्येक दिन अधिकारियों की टीम निर्माण कार्य की जांच कर रहे हैं। विष्णुपद तक बन रहे नए अप्रोच पथ में आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं को उमदा पार्किंग की व्यवस्था मिलेगी।
जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि यहां घुघड़ीटांड़ बाइपास के पास वाहनों की पार्किंग के लिए एक बड़ा एरिया को तैयार किया जा रहा है, इसके लिए बायपास रोड के दक्षिण ओर पूल निर्माण निगम के खाली पड़े जमीन को समतलीकरण करवाते हुए पार्किंग के रूप में प्रयोग किया सके साथ ही निगम को निर्देश दिया गया कि मिट्टी भरवाकर इसका समतलीकरण करवाये। समतलीकरण के पश्चात लोग सीधे पूल के नीचे होते हुए नदी के समानांतर आते हुए मंदिर पहुच सकते हैं। यह रास्ता बनने से मंदिर तक लोग आसानी से पहुंच सकेंगे तथा बुजुर्ग व लाचार श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी।
बाईपास पूल के ठीक नीचे वाले रास्ते को मोटरेबल बनाये।
जल संसाधन विभाग गया के अभियंता ने बताया कि पथ के नीचे करीब 400 मीटर लंबा ड्रेनेज सिस्टम बनेगा, जो मनसरवा नाला काे जोड़ेगा। इसके अलावे चहारदीवारी का निर्माण भी किया जाएगा। इस नए अप्रोच पथ का सीता पथ की तरह सौंदर्यीकरण होगा। नए अप्रोच पथ पर दो नए घाट भी बनेंगे। इन सभी कार्यो के लिए जल संसाधन विभाग के साथ आर सी डी, पुल निर्माण विभाग , तथा पर्यटन विभाग द्वारा समग्र रूप से तैयार कार्य योजना के तहत कार्य कर रही है। निरीक्षण के दौरान डीएम ने अनुमण्डल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया है कि नदी के तल में बॉस बल्ला पर लगाये गए दुकानों को हटवाए। साथ ही निर्माणधीन एप्रोच रोड के रास्ते मे कही कोई लकड़ी का ढेर या दुकान नही लगावे इसे सुनिश्चित करे। साथ ही कहा कि विष्णुपद शमसान घाट पास फैले यत्र तत्र लकड़ियों को हटवाए।
उन्होंने कहा कि नदी के तल में कोई भी दाह संस्कार कार्य नही करवाये, पूर्व से बने शेड में ही दाह संस्कार कार्य करवाये। देवघाट से शमशान घाट निरीक्षण में डीएम ने निर्देश दिया कि घाट पर टूटे टाइल्स को ठीक करवाये। घाट पर आए गंगाजल के कनेक्शन को ठीक करवाये। सभी नल एव टॉयलेट्स को फंक्शनल बनाये। घाट को सफाई की पिरि व्यवस्था रखे। इस अवसर पर नगर आयुक्त गया नगर निगम, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर, कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग, वरीय उप समाहर्ता गण, नगर निगम के अधिकारीगण सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Jul 20 2024, 20:04