वन विभाग व पुलिस की मेहरबानी से ठेकेदारों द्वारा हो रही जोरो पर हरे पेड़ों की कटाई
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Sb न्यूज से ब्यूरो चीफ- विश्वनाथ प्रताप सिंह
कोराव,प्रयागराज। यमुनापार के कोरांव तहसील छेत्र में वन विभाग व पुलिस ठेकेदारों पर खूब मेहरबान है वन विभाग के
पुलिसकर्मियों को ठिकेदार द्वारा हर माह मोटी रकम दी जाती है गुप्त सूचना के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस समय मई माह मे जहा समूचा प्रदेश भयंकर गर्मी में जल रहा है वही कोरांव तहसील में हरे पेड़ो की कटाई तेजी से हो रही है और लकड़ी की कीमत अचानक इतनी तेजी से बढ़ गई की हर गांव मे जैसे भोगन, मलीपुर, बड़ोखर, हरदिहा, इत्यादि गावों में दर्जनों से अधिक नए नए युवा ठिकेदार इस समय हरे पेड़ों का कारोबार लकड़ी के नाम पर कर रहे है जबकि सरकार द्वारा ठिकेदार का लाइसेंस होना चाहिए लेकिन कोरांव में किसी भी परमिट की जरूरत नहीं है कुछ माह पूर्व कुछ ठिकेदार द्वारा मध्य प्रदेश में भी पुलिस की मिलीभगत से हरे पेड़ों की कटाई जोरो पर की जा रही थी लेकिन ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग को सूचित कर कई ट्रैक्टरों को लकड़ी सहित सीज कर दिया गया और कुछ ठेकेदारों पर मुकदमा भी लिखा गया है इस तरह कार्रवाई हो जाने पर मध्य प्रदेश को छोड़कर बड़ोखर और देवघाट की शरण ले लिए और कई माह से अधाधुंध कटाई की जा रही है और वन विभाग कुंभ करनी निद्रा में सो गया है अगर देखा जाए तो कुछ ही पेड़ो का परमिशन मिलता है लेकिन लकड़ी का भाव तेजी से बढ़ जाने की वजह से वन विभाग द्वारा हर प्रकार के पेड़ो को कटने का परमिशन मिल गया है गावों में चर्चा हो रही है की अगर ऐसे ही हरे पेड़ों कि कटाई तेजी से होती रही तो आने वाले समय में ना पेड़ रहेंगे और न हम लोग पेड़ो की कटाई होने की वजह से लोगो को भयंकर गर्मी का सामना करना पड़ सकता है और मानसून के कारण बरसात भी कम होगी आपको बताते चले कि इस समय ठिकेदार द्वारा नदियों, नालों, व जंगलों के किनारे तक के हरे पेड़ों की कटाई जोरो पर हो रही है
और गुप्त सूचना द्वारा बताया गया कि पेड़ो की कटाई दिन मे की जाती है क्यों कि जब सैया भाई कोतवाल तो डर कहेका और ढुलाई अक्सर रात में शाम 7 बजे से 10 बजे रात में और भोर के समय मे सुबह 8 बजे तक की जाती हैं छेत्र के लोगो में भारी आक्रोश व्याप्त हैं और लोगो द्वारा प्रयागराज के जिलाधिकारी का ध्यान उत्कृष्ट कराते हुए ऐसे लापरवाह वन विभाग अधिकारी व ठिकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाय ताकि अवैध रूप से पेड़ो की हो रही जोरो से कटाई को रोकी जा सके और हम सब लोग सुरक्षित रह सके।


प्रयागराज। अध्ययन केन्द्र समन्वयक विश्वविद्यालय की रीढ़ हैं। केंद्र समन्वयकों के सहयोग से हम विश्वविद्यालय की छात्र संख्या को शीघ्र एक लाख तक पहुंचा सकते हैं। दूरस्थ शिक्षा विविधता से परिपूर्ण है। यहां किन्नर, जेल बन्दी, ग्रामीण, नौकरी पेशा लोगों के लिए कई तरह की सुविधा उपलब्ध है। विश्वविद्यालय कौशल विकास पर आधारित कई शैक्षिक कार्यक्रमों की शिक्षा युवाओं का प्रदान कर रहा है।
उक्त उद्गार उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के वाराणसी क्षेत्रीय केन्द्र से सम्बद्ध अध्ययन केन्द्रों के प्राचार्य एवं समन्वयकों की शुक्रवार को संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल में आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने व्यक्त किये।
प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें ज्ञानात्मक अध्ययन के साथ ही कौशल का भी अध्ययन कर सकते हैं। मुक्त विश्वविद्यालय कौशल युक्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए संकल्पबद्ध है। हमारे विद्यार्थियों के पास कौशल युक्त शिक्षा होगी तो वह नौकरी के लिए दर-दर नहीं भटकेंगे। उन्होंने लोकल फार वोकल पर जोर देते हुए कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय कौशल युक्त शिक्षा प्रदान कर विद्यार्थियों को सशक्त कर रहे हैं।
Jul 20 2024, 19:57
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