प्रभागीय वनाधिकारी ने वन्य क्षेत्र के ग्रामीणों को किया जागरूक
महेश चंद्र गुप्ता ,बहराइच। प्रभागीय वनाधिकारी कतरनियाघाट वन्य जीव प्रभाग बी. शिव शंकर ने बताया कि कतरनियाघाट वन्य जीव प्रभाग कि सीमा
से लगे हुये तमाम गाँवो में
खासी आबादी रहती है जिससे मानवीय दबाव अत्यधिक होने कारण मानव वन्य जीव नकारात्मक अंतरापृष्ठ कि घटनाये प्रकाश
इसके आलावा वन क्षेत्र के समीप बसे गाँवो के किसानों द्वारा
बहुतायत में गन्ने कि खेती कि जाती है जिससे वन्य जीव वन क्षेत्रों से निकल कर गन्ने की फ़सल में आ जाते है जिससे खेतोँ में काम करने वाले किसानो और शौच आदि के लिए जाने वाले ग्रामीणों से वन्य जीवों का सामना होने से वन्य जीवो के हमले में कभी कभी हताहत
भी हो जाते है।
वर्षाकाल में जल भराव एवं
बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर मगरमच्छ/घड़ियाल अपने जलीय वास स्थल से बहकर ग्रामीण क्षेत्रों के जल श्रोतों में चले जाते है जिससे मनुष्यों और मवेशियों को खतरा उत्पन्न हो जाता है।
उन्होंने बताया की मानव वन्य जीव संघर्षो की घटनाओं में कमी लाये के लिए समय समय पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है. डीएफओ श्री शंकर ने तहसील मीहीपुरवा(मोतीपुर)में वन क्षेत्रों से सटे आबादी में सभी विभागों के माध्यम से जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाय ताकि
मानव और वन्य जीवों के संघर्ष में कमी लायी जा सके।
Jul 17 2024, 18:36