एक महीना बाद डाटु सिंह बेल पाकर घर पहुंचे, सुखराम हेमब्र्म ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ फूलों का माला पहनाकर स्वागत किया
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के तराई में बसे चालीयामा पंचायत के बाधडीह गांव के निवासी स्व०अतुल सिंह सरदार के पुत्र डाटू सिंह सरदार को गज परियोजना पदाधिकारी के निर्देश पर वन रक्षित सागर पवराज द्वारा डाटू सिंह का घर में पहुंच कर घर में पकाए गए सुअर की मांस कह उठाकर ले गया ।
इस बर्ष विशु शिकार सेंदरा पर्व के दौरान आदिवासी द्वारा जंगली जीवजंतु का शिकार किया गया था। उसके विरोध में भारतीय वन अधिनियम 1927 (बिहार संशोधित अधिनियम) 1989 की धारा 52 के तहत जप्ती सूची तैयार की गई एवं भारतीय अधिनियम की 1927 बिहार 1989 की धारा के तहत घर से गिरफ्तार कर सुरक्षित वन हजार मांगो में रखा गया ।
जुर्म प्रतिवेदन स 01431 दिनाक 5/6/2024 सरायकेला जिला कारावास भेजा गया । एक महीना के बाद जिला न्यायलय से 16 जुलाई 2024 को डाटु सिंह बेल होकर घर पहुंचे । आज सुबह ग्रामीणों के साथ पहुंचे जहां स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेमब्र्म आपने सामाजिक कार्यकर्त्ता के साथ राहुल प्लेस होटल में फूलों का माला पहनाकर स्वागत किया और उत्साह को बढ़ावा दिया ।
श्री हेंब्रम ने कहा किस तरह हमारे भोले भाले आदिवासी को झूठे केस में फसाकर वन विभाग अन्याय करते हैं । जिसके विरोध में हम लोग दलमा वनक्षेत्र प्रभावित संघर्ष समिति ,निमडीह, बोड़ाम,पटमदा, चांडिल एमजी एम के बैनर तले आंदोलन 2 जुलाई बाध्य हो गए थे। हमारे परंपरागत के अनुसार शिकार करना एक पूर्वजों द्वारा चलाए आ रहे है। जिस पर रोक लगाना हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे ।
आज वन्य जीवजंतु दलमा सेंचुरी से पलायन कर रहे । पांच वर्षो से गज परियोजना के जंगल से हाथी की झुंड भोजन पानी की तलास में पलायन किया और ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र में डेरा डाला हुआ ।आज वन्य जीव जंतु विलुप्त की कगार पर है इसका जिम्मेदार कौन हैं।
इस अवसर पर लाल माहोन गोराई ,विश्वनाथ मंडल , तारा माझी , राजेन टुड्डू, भास्कर टुड्डू , बलदेव बेसरा , सुखदेव सिंह सरदार, दिनवंधु सिंह, रविंद्र सरदार, मलिंद्र सिंह ,रंजित सिंह के सेकडो की तादात में आदिवासी लोग पहुंचे ।
Jul 17 2024, 15:34