राजभवन घेराव करने जा रहे सहायक पुलिसकर्मी को मोराबादी मैदान में ही रोका गया, अपनी मांगों को लेकर वे लोग मोराबादी मैदान में डटे थे
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में अपनी मांगों को लेकर सहायक पुलिस कर्मी पिछले 14 दिनों से आंदोलनरत है। सहायक पुलिसकर्मियों का आज सोमवार को राजभवन घेराव करने की योजना से निकले, लेकिन मोरहाबादी मैदान से आगे बढ़े ही थे कि पुलिस बैरिकेडिंग में ही रोक दिया गया।
बेरीकेटिंग के पास ही राज्य सरकार के खिलाफ घंटो प्रदर्शन करते रहे। आंदोलन में महिला पुलिस कर्मियों के साथ छोटे छोटे बच्चे भी थे।
राज्य के 12 नक्सल प्रभावित जिलों से राजधानी रांची में 14 दिन से डेरा डाले सहायक पुलिसकर्मी आंदोलनरत है। वर्ष 2020 और 2021 में भी पुलिस कर्मियों ने आंदोलन किया था। इसके बाद उनके अनुबंध को बढ़ा दिया गया। इस पर पुलिस कर्मी विवेकानंद का कहना है कि बार-बार सरकार अनुबंध को बढ़ा रही है लेकिन हमारी मानदेय को नहीं बढ़ा रही है। अब हम सभी सहायक पुलिसकर्मी अपनी सेवा को स्थायी करने की मांग पर अड़ गये हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 2017 में नक्सल प्रभावित जिलों में लोगों को सुरक्षा देने के लिए 2,350 सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति हुई थी। उस वक्त 10 हजार रुपये इनका वेतन तय किया गया था। इन्हें आश्वासन दिया गया था कि जब भी पुलिस में बहाली होगी, इन्हें प्राथमिका दी जायेगी। 31 अगस्त को इनका अनुबंध समाप्त हो गया। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि अब सरकार उनके लिए क्या करती है।
Jul 16 2024, 12:34