द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत में संपन्न हुए 2606 वाद: कुल समझौता राशि 8 करोड़ 48 लाख 96 हजार 395 रुपए
पूर्णियाँ,
देशव्यापी साल का दूसरा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को व्यवहार न्यायालय के प्रांगण में छिटपुट वर्ष के बीच आयोजित किया गया। वादों के निष्पादन हेतु पूर्णिया में कुल 16 बेंचों का गठन किया गया था। इसके अलावे अनुमंडल बनमनखी, धमदाहा व बायसी के लिए एक-एक बेंच का गठन किया गया था। जिसमें न्यायाधीशों के साथ पैनल अधिवक्ताओं ने भी शिरकत की।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 2606 वादों का निष्पादन संपन्न किया गया। जिसमें बैंक ऋण के 1676 मामलों में 7 करोड़ 99 लाख 80 हजार 608 रुपए का समझौता पक्षकारों के साथ किया गया। बीएसएनएल के 99 केस में 1 लाख 32 हजार 420 रुपए में समझौता किया गया। ट्रैफिक चालान के 290 केस में समझौता 4 लाख 53 हजार 500 रूपए में किया गया। न्यायालय के आपराधिक मामलों के 390 केस में समझौता की आधार पर मामला समाप्त किया गया। माफ तोल विभाग के 14 केस में 40 हजार में समझौता कर वार्ड समाप्त किया गया।
निष्पादन वाद 13, मोटर दुर्घटना वाद के 4 मामले में बीमा कंपनी से 25 लाख 50 हजार रुपए में समझौता हुआ। बिजली केस के 89 मामले में 17 लाख 39 हजार 667 रुपए में समझौता के आधार पर समाप्त किया गया। परिवार न्यायालय लेकर 19 वार्द का निष्पादन किया गया। विभिन्न वादों में कुल समझौता राशि 8 करोड़ 48 लाख 96 हजार 395 रुपए तथा विभिन्न प्रकृति के 2606 वार्द राष्ट्रीय लोक अदालत में संपन्न हुए। आपको बता दें कि पीठ नंबर 1 के न्यायिक प्राधिकारी थे दिनेश शर्मा प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट पुर्णिया, साथ में पैनल अधिवक्ता थे ओमप्रकाश भारती। पीठ संख्या 2 में न्यायिक पदाधिकारी थे जितेश कुमार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एक्सक्लूसिव एक्साइज कोर्ट नंबर 1 साथ में पैनल अधिवक्ता थे नरेश कुमार। पीठ संख्या तीन में न्याय पदाधिकारी थे सतीश कुमार झा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एक्सक्लूसिव एक्साइज कोर्ट नंबर 2 साथ में पैनल अधिवक्ता थे दीपक प्रकाश। पीठ संख्या 4 में न्यायिक पदाधिकारी थे सितेश कुमार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-12, साथ में पैनल अधिवक्ता थे अशोक कुमार। पीठ संख्या 5 में न्यायिक पदाधिकारी थे बजरंगी कुमार चौधरी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-13, साथ में थे पैनल अधिवक्ता राजीव कुमार। पीठ संख्या 6 में न्यायिक पदाधिकारी थी स्वाति कुमारी सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-14, साथ में पैनल अधिवक्ता थे संतशिशु कुमार चौरसिया। पीठ संख्या 7 में न्यायिक पदाधिकारी थे, विक्रम कुमार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-4, साथ में पैनल अधिवक्ता थे कुश नाथ झा।
पीठ संख्या 8 में न्यायिक पदाधिकारी थी राधा कुमारी सीजेएम साथ में थे पैनल अधिवक्ता विकास राज। पीठ संख्या 9 में थी न्यायिक पदाधिकारी श्वेता शारदा एसडीजेएम पूर्णिया, साथ में थे पैनल अधिवक्ता अखिलेश मिश्रा। पीठ संख्या 10 में न्यायिक पदाधिकारी थे, राहुल प्रकाश न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी, साथ में थे, पैनल अधिवक्ता मनोज कुमार झा। पीठ संख्या 11 में थे न्यायिक पदाधिकारी धर्मेंद्र सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश 15, साथ में पैनल अधिवक्ता थे, मनोज कुमार। पीठ संख्या 12 में न्यायिक पदाधिकारी थी, स्निग्धा प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी, साथ में थे पैनल अधिवक्ता पंकज कुमार गुप्ता। पीठ संख्या 13 में थे, न्यायिक पदाधिकारी प्रशांत कुमार प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी, साथ में थे पैनल अधिवक्ता विमलेंदु कुमार सिंह। पीठ संख्या 14 में थे न्यायिक पदाधिकारी अनुराग प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी साथ में थे, पैनल अधिवक्ता ममनून आलम। पीठ संख्या 15 में से न्यायिक पदाधिकारी अमित कुमार न्यायिक दंडाधिकारी साथ में थे पैनल अधिवक्ता अश्विनी कुमार सिन्हा। पीठ संख्या 16 में के न्यायिक पदाधिकारी प्रदीप कुमार रवि न्याय एक दंडाधिकारी साथ में थे पैनल अधिवक्ता सफी अख्तर। इसके अलावा गेट नंबर 1, 2, 3 एवं लोक अदालत बिल्डिंग तथा 12 कोर्ट बिल्डिंग के मीटिंग हॉल में एक-एक हेल्प डेस्क बनाए गए थे जहां एक-एक पीएलवी तैनात थे, जो पक्षिकारों एवं अन्य लोगों की सहायता में तत्पर थे।
Jul 14 2024, 16:34