उज्जैन में इस बार खास रहेगा भगवान शिव का प्रिय महीना 'श्रावण', धूमधाम से मनेगा श्रावण महोत्सव, निकलेगी बाबा महाकाल की सवारी
भगवान शिव के सबसे प्रिय मास श्रावण मास की शुरुआत इस बार 22 जुलाई से हो रही है। इसकी शुरुआत के साथ ही धार्मिक नगरी उज्जैन में श्रावण ही नहीं बल्कि भादौ मास में भी लाखों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचते हैं। प्रतिवर्ष की तरह ही इस वर्ष भी सवारी के साथ ही श्रावण महोत्सव भी धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 19वें श्रावण महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। श्रावण महोत्सव शनिवार 27 जुलाई से प्रारंभ होकर शनिवार 31 अगस्त तक मनाया जाएगा। इस दौरान प्रत्येक शनिवार को प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी। इसमें देश के ख्यात एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि शनिवार 27 जुलाई को रतन मोहन शर्मा मुंबई का शास्त्रीय गायन, श्री गेभी साहब ताल वादन कचहरी, उज्जैन द्वारा समूह तबला वादन व उज्जैन की ऐश्वर्या शर्मा द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
वहीं शनिवार 3 अगस्त को उज्जैन के राजीव शर्मा, मुकेश शर्मा, शैलेष शर्मा, मिथिलेश शर्मा (शर्मा बन्धु) का शास्त्रीय गायन, पुणे की नम्रता गायकवाड़ व प्रमोद गायकवाड़ का शहनाई वादन (जुगलबंदी) एवं पुणे की निकिता बणावलिकर द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी। शनिवार 10 अगस्त को कोलकाता की सुचिता गांगुली का शास्त्रीय गायन, श्रीवल्ली हैदराबाद के समूह का मोहिनीअट्टम व उज्जैन की अनन्या गौर द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी।
शनिवार 17 अगस्त को कोलकता के प्रसन्ना विश्वनाथन व सागर मोरानकर की ध्रुपद जुगलबंदी, कोलकता के मनाब परई का कथक नृत्य व प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था, उज्जैन द्वारा समूह कथक की प्रस्तुति दी जाएगी। शनिवार 24 अगस्त को सानिया पाटनकर, पुणे का शास्त्रीय गायन, नई दिल्ली के कुमार ऋषितोष एवं सहयोगियों द्वारा पञ्च वाद्य कचहरी जिसमें तबला, पखावज, परकशन, सारंगी, बांसुरी की प्रस्तुति के बाद संध्या का समापन उज्जैन की अंजना चौहान के कथक नृत्य से होगा। 19वें श्रावण महोत्सव में छटे व अंतिम शनिवार 31 अगस्त की संध्या में अजमेर के आनंद वैद्य के शास्त्रीय गायन, इंदौर की संस्था मुद्रा कथक अकादमी के समूह कथक व उज्जैन की मयूरी सक्सेना के कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी। श्रावण महोत्सव श्री महाकाल महालोक के पास स्थित त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय में प्रत्येक शनिवार शाम 7 बजे से आयोजन होगा।
श्रावण मास में पांच सवारी एवं भादौ मास में दो सवारी निकलेगी। श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में प्रथम सवारी सोमवार 22 जुलाई, द्वितीय सवारी सोमवार 29 जुलाई, तृतीय सवारी सोमवार 5 अगस्त, चतुर्थ सवारी सोमवार 12 अगस्त, पंचम सवारी सोमवार 19 अगस्त को श्रावण मास में निकाली जाएगी। इसी तरह भादौ मास में षष्टम सवारी सोमवार 26 अगस्त तथा शाही सवारी सोमवार 2 सितम्बर को निकाली जाएगी।
भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी श्री महाकालेश्वर मन्दिर के सभा मण्डप में विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर अपने निर्धारित समय पर प्रारंभ होकर मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान श्री महाकाल को सलामी देकर सवारी गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए रामघाट शिप्रा तट पहुंचेगी। यहां सवारी का पूजन-अर्चन होने के बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर में वापस आएगी। शाही सवारी 2 सितंबर को उपरोक्त मार्ग के अलावा टंकी चौराहा से मिर्जा नईमबेग, तेलीवाड़ा चौराहा, कण्ठाल, सतीगेट, सराफा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
महाकाल मंदिर के पट श्रावण-भादौ मास में प्रतिदिन भगवान श्री महाकालेश्वर की भस्म आरती 22 जुलाई से 2 सितंबर तक प्रात:कालीन पट खुलने का समय तड़के 3 बजे होगा। प्रत्येक सोमवार को भस्म आरती का समय प्रात: 2.30 बजे होगा। भस्म आरती प्रतिदिन प्रात: 3 से 5 बजे तक और प्रत्येक सोमवार को 2.30 से 4.30 बजे तक होगी। इसी तरह 3 सितंबर से पट खुलने का समय पूर्ववत होगा। श्रावण-भादौ मास में भस्म आरती में श्रद्धालुओं की संख्या कम की जाकर कार्तिकेय मंडपम की अंतिम तीन पंक्तियों से श्रद्धालुओं के लिए चलित भस्म आरती दर्शन की व्यवस्था रहेगी।
Jul 12 2024, 18:55