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राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने उन्नाव में हुए सड़क हादसे पर जताया शोक

उन्नाव/लखनऊ, 10 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बुधवार अलसुबह बस और कंटेनर के बीच भिड़ंत में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 19 लोग घायल हो गए। इस घटना पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर अपनी शोक संवेदना में कहा कि उन्नाव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हुई सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखदाई है। ऐसी आकस्मिक मृत्यु का शिकार हुए लोगों के परिवार के सदस्यों के प्रति मैं गहन शोक संवेदनाएं व्यक्त करती हूं तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किकहा सड़क दुर्घटना अत्यन्त पीड़ादायक है। इसमें जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में संबल प्रदान करे। घायलों को शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है। प्रधानमंत्री ने हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा की।

इस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह समेत कई प्रमुख नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है। सिंह ने जिला प्रशासन व परिवहन विभाग के अधिकारियों को सभी घायलों के समुचित उपचार कराने के लिए निर्देशित किया है। गौरतलब है कि 10 जुलाई को सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर आगरा एक्सप्रेस वे पर बिहार से दिल्ली जा रही डबल डेकर बस और दूध कंटेनर के बीच भीषण टक्कर हो गई। इसमें बस सवार 18 लोगों की मौत हो गई जबकि 19 लोग घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कुंवर ग्लोबल स्कूल, लखनऊ में यातायात जागरूकता सत्र
लखनऊ । कुंवर ग्लोबल स्कूल, देवा रोड, लखनऊ ने हाल ही में कक्षा IX से XII के छात्रों के लिए यातायात नियम जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य छात्रों को यातायात सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन के महत्व के बारे में शिक्षित करना था, जिसमें जिम्मेदार व्यवहार की भूमिका पर जोर दिया गया।

सेमिनार को चिनहट, लखनऊ के यातायात प्रभारी राहुल कुमार वर्मा ने संबोधित किया। श्री वर्मा ने यातायात नियमों के महत्वपूर्ण पहलुओं, उल्लंघनों के परिणामों और सड़क सुरक्षा उपायों के महत्व को रेखांकित किया। उनके सूचनाप्रद प्रस्तुति में वास्तविक जीवन के उदाहरण और संवादात्मक चर्चा शामिल थीं, जिससे सत्र छात्रों के लिए रोचक और जानकारीपूर्ण बन गया।

कुंवर ग्लोबल स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. धीरज मेहरोत्रा ने छात्रों में जागरूकता बढ़ाने के लिए श्री वर्मा के प्रयासों की सराहना की। डॉ. मेहरोत्रा ने कहा, "यातायात सुरक्षा हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है, और हमारी युवा पीढ़ी को इसके बारे में शिक्षित करना आवश्यक है। हम श्री वर्मा के मूल्यवान अंतर्दृष्टि और मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं।"

इस कार्यक्रम का समन्वयन वरिष्ठ अनुभाग समन्वयक श्रीमती शालिनी सिंह द्वारा किया गया और इसमें विज्ञान विभाग प्रमुख श्री परितोष सिंह और अन्य वरिष्ठ अनुभाग के स्टाफ सदस्यों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। उनकी उपस्थिति और भागीदारी ने स्कूल की उस समर्पण को रेखांकित किया जो शैक्षिक दृष्टि से संपूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर केंद्रित है।

कुंवर ग्लोबल स्कूल जिम्मेदार नागरिकों के पोषण के लिए प्रतिबद्ध है जो समाज के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत हैं। इस प्रकार की पहलों के माध्यम से, स्कूल का उद्देश्य अपने छात्रों में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को स्थापित करना है, जिससे वे समुदाय में सकारात्मक योगदान देने के लिए तैयार हो सकें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लेखपालों को वितरित किया नियुक्ति पत्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 7720 नवनियुक्त लेखपालों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इस माैके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार में पारदर्शी तरीके से भर्ती हो रही है लेकिन पिछली सरकारों में भर्ती निकलते ही एक परिवार का पूरा कुनबा वसूली के लिए निकल पड़ता था।

मुख्यमंत्री याेगी ने कहा कि 2022 की राजस्व विभाग के द्वारा भर्तियों को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पूरा किया है। कुछ लोगों की फितरत होती है कि अच्छे कार्यों में रोड़े अटकाना और गुमराह करना। उन्होंने इस कार्य में भी रोड़े अटकाए लेकिन अधीनस्थ चयन आयोग सुप्रीमकोर्ट तक गया और और आज ये नियुक्ति पत्र वितरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस प्रक्रिया के पूर्ण होते ही प्रदेश में 30837 लेखपालों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। सरकार द्वारा पिछले 7 वर्षों से नियुक्ति प्रक्रिया निष्पक्ष रूप से चल रही है। इसकी वजह से 6 लाख से ज्यादा युवा प्रदेश के उन्नति मे सहयोग दे रहे है।

उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग ने ही अकेले 1 लाख 55 हजार युवा भर्ती किये गए। बिना भेदभाव और आरक्षण नियमों का पालन करते हुए युवा योग्यता अनुरूप भर्ती हो रहे हैं। 2017 से पहले भर्ती प्रक्रिया में होल थे। एक परिवार आपस में जिले बांट लेते थे। चाचा-भतीजे वसूली पर निकल जाते थे। लेकिन आज नियुक्ति प्रक्रिया में निष्पक्षता से युवाओं में विश्वास आया है। युवाओं का विश्वास ही हमारी ताकत है। ये वही प्रदेश है, जब यहां का युवा बाहर जाता था तो पहले ही छांट दिया जाता था। आज युवा का सम्मान होता है। लोग समझ गए हैं ये नया उत्तर प्रदेश है, नए युवा हैं। पहले की सरकारों की नीयत साफ नहीं थी। भाई भतीजावाद होता था, कोर्ट से स्टे होते थे। सरकार के दलालों और गुर्गों के जेब में पैसा आ जाता था। अब परिस्थितियां बदली हैं। इस मौके पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के साथ ही शासन क अधिकारी मौजूद रहे।
जांच मे भोले बाबा की भूमिका का कोई प्रमाण नहीं मिला
लखनऊ । हाथरस कांड की जांच करने वाली एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में आयोजकों पर हादसे का ठीकरा फोड़ा है। सूत्रों के मुताबिक जांच मे भोले बाबा की भूमिका का कोई प्रमाण नहीं मिला है। बिना जांच-परख के जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कार्यक्रम की अनुमति दी तो पुलिस इंतजाम के बावजूद आयोजक मनमानी करते रहे। ज्यादा भीड़ जुटने के बाद आगे की व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी प्रशासन को नहीं सौंपी, जिसकी वजह से भगदड़ मचने के बाद पुलिस बल हालात पर काबू नहीं पा सका। 

बता दें कि एसआईटी से पहले हाथरस जाकर मौका मुआयना करके वापस आने पर मुख्य सचिव और डीजीपी ने भी अपनी रिपोर्ट सीएम योगी को दी थी। जिसमें खासतौर पर स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों द्वारा बरती गयी लापरवाही का जिक्र किया गया था। वहीं एसआईटी की रिपोर्ट शासन को सौंपे जाने के बाद अब सबकी नजरें अब न्यायिक आयोग की जांच पर टिकी हैं, ताकि हादसे को लेकर कई अनसुलझे सवालों का जवाब मिल सके। सूत्रों के मुताबिक एसआईटी ने अपनी जांच में पाया कि आयोजन स्थल पर भीड़ जुटने के बावजूद तत्काल फोर्स और संसाधन बढ़ाने का अनुरोध नहीं किया गया। हाईवे पर ट्रैफिक सामान्य रखने में ही पुलिस अपनी ऊर्जा खर्च करती रही। कार्यक्रम स्थल पर पुलिसकर्मी और अग्निशमन वाहन तैनात किए गए थे। स्थानीय अधिकारियों ने अपने विवेक का सही इस्तेमाल नहीं किया जिसकी वजह से आयोजक कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भोले बाबा की चरण रज लेकर ही वापस जाने के लिए उकसाते रहे।


सेफ एग्जिट का रास्ता तलाशने के बजाय भीड़ से भोले बाबा की गाड़ियों को निकाला गया। इस दौरान कई जिम्मेदार अधिकारी मौके से नदारद थे। आयोजकों को कार्यक्रम के लिए हुई फंडिंग संदिग्ध लोगों द्वारा की गयी, जिसकी मनी ट्रेल की जांच विस्तार से कराने की संस्तुति की गयी है।
टैबलेट पर चेहरा दिखाकर उपस्थिति दर्ज कराने का विरोध जारी, अखिलेश यादव भी शिक्षकों के विरोध का किया समर्थन
लखनऊ । परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस (टैबलेट पर चेहरा दिखाकर उपस्थिति दर्ज कराने) को लेकर मंगलवार को दूसरे दिन भी शिक्षकों का विरोध जारी रहा। शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर कक्षाएं लीं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, सपा के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव, सांसद चंद्रशेखर समेत कई पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने शिक्षकों का समर्थन किया। इन लोगों ने शिक्षकों के पक्ष में एक्स पर लिखा और सीएम को पत्र भेजा है। कई जिलों में बैठक कर संयुक्त शिक्षक मोर्चा भी बनाया गया। ताकि सभी संगठन एक मंच पर आकर सामूहिक विरोध कर सकें।

बरेली में प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा), महिला शिक्षक संघ, शिक्षामित्र संघ, अनुदेशक संघ ने सामूहिक रूप से संयुक्त मोर्चा बनाकर रणनीति तैयार की। तय किया कि बुधवार को जिले के सभी ब्लॉकों में उप मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। विरोध में शिक्षकों ने डिजिटल अटेंडेंस दर्ज नहीं कराई और एक्स पर बायकाट ऑनलाइन हाजिरी का अभियान चलाया। शिक्षकों ने 15 सीएल, 30 ईएल, राज्य कर्मचारी का दर्जा देने, कैशलेस चिकित्सा सुविधा परिवार सहित, प्रमोशन देने की मांग की। दूसरे दिन भी काफी कम संख्या में शिक्षकों ने डिजिटल उपस्थिति दर्ज कराई।

पहले विभागों के प्रशासनिक मुख्यालयों में लागू हो व्यवस्था : अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि शिक्षकों पर विश्वास करने से ही अच्छी पीढ़ी जन्म लेती है। कोई शिक्षक देर से स्कूल नहीं पहुंचना चाहता है, लेकिन कहीं सार्वजनिक परिवहन, रेल का बंद फाटक और कहीं घर से स्कूल के बीच की दूरी काफी होने से देरी होती है। क्योंकि स्कूल के समीप शिक्षकों के रहने के लिए न तो सरकारी आवास होते हैं, न दूरस्थ इलाकों में किराए पर घर उपलब्ध होते हैं। इसीलिए डिजिटल अटेंडेंस का विकल्प बिना व्यावहारिक समस्याओं के समाधान के संभव नहीं है। पहले यह अन्य सभी विभागों के प्रशासनिक मुख्यालयों में लागू किया जाए। इससे उच्च अधिकारियों को इसके व्यावहारिक पक्ष और परेशानियों का अनुभव होगा। फिर समस्या-समाधान के बाद ही इसे लागू करने के बारे में सोचा जाए।
नशे में फरसे से अधेड़ को उतारा मौत के घाट, आराेपी गिरफ्तार

लखनऊ/कानपुर देहात। जनपद के रसूलाबाद थानाक्षेत्र में मंगलवार दयमियानी रात में धारदार हथियार से अधेड़ की निर्मम हत्या कर दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस व फॉरेंसिक टीम पहुँची और जांच में जुट गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र के चतुरनिवादा गांव में रहने वाले शिव सिंह उर्फ लालू का शव खून से लथपथ हालत में मंगलवार देर रात घर के बाहर चारपाई पर मिला।

फाेरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर शुरू की जांच

घटना से गांव में दहशत फैल गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँच गई। कुछ ही समय बाद फोरेंसिक टीम भी पहुँच गई। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि गांव में बारात आई थी, जहां सभी गए हुए थे। बारात में आरोपी ब्रजमोहन भी गया हुआ था। आरोपी बारात से वापस आया और घर के बाहर सो रहे शिव सिंह पर फरसे से वार कर दिया। उनकी माैके पर ही मौत हो गई।

आरोपी के घर से फरसा बरामद

फोरेंसिक टीम ने मौके से सभी सबूत इकट्ठा किए। आरोपी के घर से फरसा बरामद हुआ है व उसे नशे की हालत में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मोहल्ले वालों की माने तो मृतक और आरोपी के बीच कोई विवाद नहीं हुआ। वहीं आरोपी नशे के हालत में यह चिल्ला रहा था कि हमने इसे मारा है क्योंकि यह मुझे गाली दे रहा था।अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पाण्डेय ने बुधवार बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। साक्ष्याें के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बीएड एवं बीएड स्पेशल की प्रवेश परीक्षा का परिणाम घोषित

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज की सत्र 2024- 25 की बी एड  एवं बी एड स्पेशल एजुकेशन की प्रवेश परीक्षा का परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिया गया। परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।

प्रवेश परीक्षा गत शनिवार 29 जून को प्रदेश के 10 जिलों के 13 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की गई थी।  विश्वविद्यालय ने पूर्व निर्धारित अवधि में परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया। इसके लिए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने प्रवेश परीक्षा आयोजन एवं संचालन समिति के प्रति आभार व्यक्त किया।

जन संपर्क अधिकारी डॉ  प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि ने बताया कि बी एड प्रवेश परीक्षा में प्रयागराज के अंशु सिंह प्रथम स्थान पर रहे जबकि बी एड स्पेशल एजुकेशन में  महोबा के राम नारायण ने मेरिट सूची में प्रथम स्थान प्राप्त किया। अंशु सिंह प्रयागराज में रहकर सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं।

डॉ मिश्र ने बताया कि अभ्यर्थियों की सहूलियत का ध्यान रखते हुए प्रवेश परीक्षा प्रदेश के आगरा, अयोध्या, बरेली, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी एवं प्रयागराज में आयोजित की गयी थी। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही विश्वविद्यालय प्रवेश हेतु काउंसलिंग की तिथि निर्धारित करेगा। जिसकी सूचना सफल अभ्यर्थियों को प्रेषित की जाएगी। उक्त जानकारी जन संपर्क अधिकारी डॉ. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

एम्स में मरीजों का हाल जाना, घर में प्रतिनिधियों से मिले राहुल

रायबरेली। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर रायबरेली में थे। मौसम खराब होने से सड़क मार्ग से रायबरेली पहुंचे राहुल गांधी ने एम्स में मरीजों का हाल जाना और भुएमऊ स्तिथ आवास में विभिन्न प्रतिनिधि मंडल के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

रायबरेली पहुंचने पर अपने आवास पर कांग्रेस नेता शहीद सैन्य अधिकारी अंशुमान सिंह के माता-पिता से मिले। राहुल गांधी ने चिकित्सकों की एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानीं। उन्होने अधिवक्ताओं के एक डेलीगेशन से भी मुलाकात की और अधिवक्ता कल्याण कोष जैसी मागों पर आश्वासन दिया।

उन्होंने पूर्व कांगेस विधानसभा एवं नगर पंचायत प्रत्याशियों, वरिष्ठ नेताओं, पूर्व विधायक, पूर्व सांसदों से मुलाकात की। उन्होंने संगठन पदाधिकारियों,ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों और कमेटी के पदाधिकारियों से भी मुलाकात की।
नेता प्रतिपक्ष ने कार्यकतार्ओं को आश्वस्त किया कि वह आगामी बजट सत्र में बेरोजगारी महंगाई, पेपर लीक जैसी समस्याओं को उजागर करेंगे। राहुल गांधी रायबरेली में किसान गोलीकांड शहीद स्मारक पर गये और किसानों को श्रद्धाजंलि अर्पित की।

उन्होंने शहीद स्मारक में वृक्षारोपण किया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी रायबरेली स्थित एम्स पहुंचें और ओपीडी में मरीजों का हाल चाल जाना। उन्होंने निदेशक डॉ अरविंद राजवंशी से एम्स में मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली और चिकित्सकों व अन्य स्टॉफ से भी मुलाकात की। गौरतलब है कि चार जून को लोकसभा चुनाव में रायबरेली से विजय के बाद राहुल गांधी की यह दूसरी यात्रा है।
हरदोई में बेकाबू बस ने सात को रौंदा, चार की मौत
लखनऊ/हरदोई। उन्नाव जिले के लिए निकली एक प्राइवेट बस ने हरदोई जिले के बिल्हौर-कटरा मार्ग पर स्टेयरिंग फेल होने के कारण बेकाबू होकर सड़क किनारे चारपाई पर बैठे सात लोगों को रौंद दिया। दुर्घटना में चार लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि चारपाई पर बैठे तीन लोग एवं बस में सवार तीन यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।


घटना की जानकारी पर जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक केसी गोस्वामी, सीएमओ डॉक्टर रोहताश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घायलों में शामिल एक होमगार्ड को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बाकी घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माधौगंज में इलाज चल रहा है। क्रेन की मदद से बस को सड़क मार्ग से हटवाकर यातायात को सुचारू रूप से चालू कराया गया। बस में 30 यात्री बैठे थे। मृतकों की पहचान की जा रही है।
हाथरस भगदड़ कांड की एसआईटी रिपोर्ट पर योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, एसडीएम समेत 6 अधिकारी निलंबित


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग के बाद हुई दुर्घटना को लेकर एसआईटी ने मंगलवार को जांच रिपोर्ट सौंप दी। योगी सरकार ने इस रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम, सीओ और तहसीलदार समेत छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।हाथरस जिले के सिकन्दराराऊ में विगत दो जुलाई को साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से 121 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना की जांच के लिए राज्य सरकार ने दो सदस्यीय एसआईटी गठित की थी। एसआईटी ने 02, 03 और 05 जुलाई को घटना स्थल का निरीक्षण किया था। जांच के दौरान कुल 125 लोगों का बयान लिया गया, जिसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता एवं प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी शामिल है। इसके अलावा घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय विडियोग्राफी, छायाचित्र, विडियो क्लिपिंग का संज्ञान लिया गया।

एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है। जांच समिति ने अब तक हुई जांच व कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इनकार नहीं किया है और गहन जांच की जरूरत बताई है। जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज ने अपने दायित्व के निर्वहन करने में लापरवाही बरतीं। एसडीएम सिकन्दराराऊ द्वारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किये आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया। उक्त अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया।
एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की। इसके आधार पर राज्य सरकार ने एसडीएम सिकन्दराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकन्दराराऊ, थानाध्यक्ष सिकन्दराराऊ, तहसीलदार सिकन्दराराऊ, चौकी इन्चार्ज कचौरा एवं चौकी इन्चार्ज पोरा को निलंबित कर दिया है।

एसआईटी के मुताबिक आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली। अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया। आयोजकों द्वारा अप्रत्याशित भीड़ को आमंत्रित कर पर्याप्त एवं सुचारू व्यवस्था नहीं की गई। न ही कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का पालन किया गया। आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं। आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया। स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया। सत्संगकर्ता और भीड़ को बिना सुरक्षा प्रबंध के आपस में मिलने की छूट दी गई। भारी भीड़ के दृष्टिगत यहां किसी प्रकार की बैरीके़डिंग अथवा पैसेज की व्यवस्था नहीं बनाई गई थी और दुर्घटना घटित होने पर आयोजक मंडल के सदस्य घटना स्थल से भाग गए।