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हरदोई में बेकाबू बस ने सात को रौंदा, चार की मौत
लखनऊ/हरदोई। उन्नाव जिले के लिए निकली एक प्राइवेट बस ने हरदोई जिले के बिल्हौर-कटरा मार्ग पर स्टेयरिंग फेल होने के कारण बेकाबू होकर सड़क किनारे चारपाई पर बैठे सात लोगों को रौंद दिया। दुर्घटना में चार लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि चारपाई पर बैठे तीन लोग एवं बस में सवार तीन यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।


घटना की जानकारी पर जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक केसी गोस्वामी, सीएमओ डॉक्टर रोहताश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घायलों में शामिल एक होमगार्ड को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बाकी घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माधौगंज में इलाज चल रहा है। क्रेन की मदद से बस को सड़क मार्ग से हटवाकर यातायात को सुचारू रूप से चालू कराया गया। बस में 30 यात्री बैठे थे। मृतकों की पहचान की जा रही है।
हाथरस भगदड़ कांड की एसआईटी रिपोर्ट पर योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, एसडीएम समेत 6 अधिकारी निलंबित


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग के बाद हुई दुर्घटना को लेकर एसआईटी ने मंगलवार को जांच रिपोर्ट सौंप दी। योगी सरकार ने इस रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम, सीओ और तहसीलदार समेत छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।हाथरस जिले के सिकन्दराराऊ में विगत दो जुलाई को साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से 121 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना की जांच के लिए राज्य सरकार ने दो सदस्यीय एसआईटी गठित की थी। एसआईटी ने 02, 03 और 05 जुलाई को घटना स्थल का निरीक्षण किया था। जांच के दौरान कुल 125 लोगों का बयान लिया गया, जिसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता एवं प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी शामिल है। इसके अलावा घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय विडियोग्राफी, छायाचित्र, विडियो क्लिपिंग का संज्ञान लिया गया।

एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है। जांच समिति ने अब तक हुई जांच व कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इनकार नहीं किया है और गहन जांच की जरूरत बताई है। जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज ने अपने दायित्व के निर्वहन करने में लापरवाही बरतीं। एसडीएम सिकन्दराराऊ द्वारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किये आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया। उक्त अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया।
एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की। इसके आधार पर राज्य सरकार ने एसडीएम सिकन्दराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकन्दराराऊ, थानाध्यक्ष सिकन्दराराऊ, तहसीलदार सिकन्दराराऊ, चौकी इन्चार्ज कचौरा एवं चौकी इन्चार्ज पोरा को निलंबित कर दिया है।

एसआईटी के मुताबिक आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली। अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया। आयोजकों द्वारा अप्रत्याशित भीड़ को आमंत्रित कर पर्याप्त एवं सुचारू व्यवस्था नहीं की गई। न ही कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का पालन किया गया। आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं। आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया। स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया। सत्संगकर्ता और भीड़ को बिना सुरक्षा प्रबंध के आपस में मिलने की छूट दी गई। भारी भीड़ के दृष्टिगत यहां किसी प्रकार की बैरीके़डिंग अथवा पैसेज की व्यवस्था नहीं बनाई गई थी और दुर्घटना घटित होने पर आयोजक मंडल के सदस्य घटना स्थल से भाग गए।
रायबरेली पहुंचे राहुल गांधी, हनुमान मंदिर में लिया आशीर्वाद

लखनऊ/रायबरेली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद राहुल गांधी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के एक दिवसीय दौरे पर हैं। सबसे पहले वह रायबरेली-लखनऊ सीमा पर स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की।उन्होंने मंदिर के पुरोहित से टीका लगवाया व प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद राहुल गांधी का काफ़िला भुएमऊ गेस्ट हाउस की ओर रवाना हो गया। यहां शहीद अंशुमान सिंह के परिजनों से वह भेंट करेंगे। इसके अलावा जिला प्रशासन के अधिकारियों से विकास योजनाओं को लेकर चर्चा करेंगे। राहुल गांधी के किसी एक विधानसभा में लोगों से मिलने का कार्यक्रम भी संभावित है। भुएमऊ गेस्ट हाउस में राहुल के कार्यकर्ताओं से कांग्रेस पार्टी की स्थानीय गतिविधियों को लेकर बात करने का भी कार्यक्रम है।उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय दौरे पर राहुल गांधी को सोमवार शाम को रायबरेली पहुंचना था लेकिन मणिपुर दौरे के कारण अब वह मंगलवार को रायबरेली पहुंचे हैं। रायबरेली में सोनिया गांधी के कम आने को लेकर विरोधी दल हमेशा मुद्दा बनाते रहे हैं। जिससे संसद में राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र को लेकर कोई टीका-टिप्पणी न हो। इसको लेकर वह सतर्क हो गए हैं। इसी कारण से बजट सत्र शुरू होने के पहले राहुल रायबरेली आ रहे हैं। दो माह पहले वह रायबरेली आ चुके हैं।

आजम खां के हमसफर रिसोर्ट पर चला बुलडोजर
लखनऊ/रामपुर। सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां के हम सफर रिसोर्ट पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। रिसोर्ट के सामने खाद के गडृढो की जमीन है, जिसपर चार दीवारी बनवाने के साथ ही एक इमारत का निर्माण कर दिया था।अवैध कब्जे का मामला चार साल पहले सामने आया था।  तहसीलदार कोर्ट में वाद दायर हुआ था। 2021 में  तहसीलदार ने  380 वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा बताते हुए इसे हटाने के आदेश जारी किए थे। इस आदेश के खिलाफ आजम खां की ओर से राजस्व परिषद में वाद दायर किया गया। लेकिन परिषद से भी उन्हें राहत नहीं मिल सकी।


29 जून 2024 को तहसील सदर के कानूनगो ने एक सप्ताह का समय देते हुए अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन कब्जा नहीं हटाया गया । तीन दिन पहले  शहर विधायक आकाश सक्सेना ने उप जिला अधिकारी सदर को पत्र लिखकर अवैध कब्जा हटवाने की बात कही। मंगलवार सुबह तहसील सदर की टीम हमसफर रिसोर्ट पहुंची और पैमाइश करने के बाद 10 बजे बुलडोजर चलाना शुरु कर दिया। तहसीलदार सदर केके चौरसिया ने बताया कि 380 वर्ग मीटर जमीन खाद के गड्ढों की है। इससे अवैध कब्जा हटाया जा रहा है। जौहर यूनिवर्सिटी रोड साइड की  चार दीवारी तोड़ी गई है। एक इमारत का कुछ हिस्सा भी गडृढो की जमीन पर बना है, उसे भी तोड़ा जा रहा है।
अमेठी में हुआ भीषण सड़क हादसा, पांच लोगों की मौत, एक दर्जन के करीब घायल,


लखनऊ। यूपी के अमेठी जिले में भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां के बाजारशुकुल थाने से गुजरने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार सुबह दिल्ली से बिहार के सीवान जा रही प्राइवेट बस अज्ञात वाहन से टकरा गई। दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई तो 11 अन्य घायल हो गए। घायलों में दो की हालत नाजुक है। जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।

भी तक मृतकों के नाम पते की शिनाख्त नहीं हो सकी

सूचना पर पहुंची बाजार शुकुल थाने की पुलिस ने तत्काल एंबुलेंस की मदद से सभी घायल यात्रियों को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया। जहां पर डॉक्टर ने गंभीर रूप से घायल तीन यात्रियों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।गौरीगंज स्थित जिला अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर पीतांबर कनौजिया ने बताया कि एक गंभीर रूप से घायल यात्री की भी मौत हो गई। जिसकी मौत जिला अस्पताल में हुई वह बिहार का रहने वाला है। अभी तक मृतकों के नाम पते की शिनाख्त नहीं हो सकी है।

दिल्ली से सिवान जा रही प्राइवेट बस

घटना की जानकारी होते ही तत्काल पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार सहित पूरी फोर्स घटनास्थल और जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना। जानकारी मिलते ही सीएमओ डा. अंशुमान सिंह भी पहुंचकर उपचार कार्य में जुट गए। पुलिस क्षेत्राधिकाररी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि दिल्ली से सिवान जा रही प्राइवेट बस रात्रि में करीब 2 बजे बाजार स्कूल थाने के अंतर्गत पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 68.8 किलोमीटर पर किसी अज्ञात वाहन से टकरा गई।

क्रेन मंगवा कर बस को सड़क के किनारे करवा दिया गया

इस पर बैठे हुए करीब 12 लोग घायल हो गए और चार लोगों की मौके पर मौत हो गई। पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को अस्पताल भिजवाया जिसमें से तीन लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। क्रेन मंगवा कर बस को सड़क के किनारे करवा दिया गया है। यातायात बहाल हो गया है। शांति व्यवस्था कायम है।
सीओ अतुल सिंह ने बताया कि मृतकों की पहचान की कोशिश की जा रही है। क्षतिग्रस्त बस को क्रेन की मदद से हाईवे से हटवाकर यातायात को चालू करवा दिया गया है। हादसा करने वाली गाड़ी मौके से फरार हो गई है। जिसकी तलाश की जा रही है।

हाथरस हादसे के मूल कारणों और लापरवाही उजागर करने के लिए गठित की गई एसआईटी ने 855 पेज की अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी

लखनऊ । हाथरस हादसे के मूल कारणों और लापरवाही उजागर करने के लिए गठित की गई एसआईटी ने 855 पेज की अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। सूत्रों की मानें तो एडीजी आगरा-कमिश्रर अलीगढ़ की संयुक्त एसआईटी की रिपोर्ट में दक्षिण के कुछ राज्यों के नंबर, कुछ अधिकारी-कर्मचारी, सेवादार-आयोजक इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार ठहराए गए हैं।  दो जून की दोपहर हुए इस हादसे के बाद ही मुख्यमंत्री स्तर से एसआईटी जांच का आदेश जारी किया गया था। एसआईटी ने 132 लोगों के बयान दर्ज किए।

घटनास्थल पर ही घटना के चंद समय पहले और घटना के बाद के साथ-साथ घटना के समय के सर्विलांस के जरिये बीटीएस टावर की लोकेशन ली गई। उसकी डिटेल में दक्षिण के राज्यों के चार अलग अलग नंबर ऐसे सामने आए, जिनको घटना के पहले और घटना के समय कॉल हुई है। ये नंबर संदिग्ध हैं और उनको घटना से जोड़कर देखा गया है। इसके साथ ही, थाना-तहसील से लेकर कुछ जिला स्तर के अधिकारियों की लापरवाही का भी हवाला दिया गया है। 

हाथरस हादसे पर जांच रिपोर्ट तैयार हो गई और शासन तक भेज दी गई। मगर इसमें हादसे के कारणों?, अनदेखी-लापरवाही को कौन जवाबदेह? आदि तथ्यों को बेहद गोपनीय रखा गया है। गोपनीयता का आलम ये है कि जो कर्मचारी रिपोर्ट तैयार करने में लगाए गए, उनको निगरानी में रखा गया और मोबाइल तक बंद कराकर रखे गए। 

फिर भी सूत्रों से यही पता चला है कि दक्षिण के कुछ राज्यों के नंबर, कुछ अधिकारी-कर्मचारी, सेवादार-आयोजक इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार ठहराए गए हैं। बाकी सच शासन स्तर से रिपोर्ट पर एक्शन के आधार पर उजागर किया जा सकेगा। शासन स्तर से गठित की गई इस एसआईटी ने शुरू के दो दिन तक तो कोई काम नहीं किया। बुधवार को मुख्यमंत्री के जाने के बाद इस जांच पर कदम उठाया गया। सबसे पहले घटनास्थल पर क्राइम सीन को दोहराया गया।
लगातार बारिश से बरेली के 94 गांव बाढ़ की चपेट में, चार लोगों की डूबने से मौत


लखनऊ । बारिश के चलते यूपी के कई जिलों में बाढ़ का कहर शुरू हो गई है। कुछ ऐसा ही हाल बरेली जिले का भी है। यहां पर लगातार बारिश और नदियों की उफान की वजह से बरेली जिले के 94 गांव घिर गए हैं। बारिश के दौरान हुए हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। इससे उनके परिवारों में कोहराम मच गया। छह लोगों के घर जमींदोज हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य तैयारियों तक ही सिमटा हुआ है। बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग खुद ही जान-माल की सुरक्षा की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं।

बहेड़ी तहसील क्षेत्र के श्यामाचरन गौटिया, मुड़िया मुकर्रमपुर सहित सर्वाधिक 32 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। फरीदपुर के पड़ेरा, कादरगंज, खलपुर, ढकनी, शहपुरा सहित 26, नवाबगंज के अमीरनगर, बढ़ेपुरा, अब्दला सहित 24 तो मीरगंज के धर्मपुरा, सुल्तानपुर, बफरी, गौसगंज सहित 12 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। यहां भोजन-पानी से लेकर पशुचारे तक का संकट खड़ा हो गया है।  कुआंडांडा में दो, भुता के गुलरिया हजारीलाल गांव में एक तो नवाबगंज के अधकटा रवानी बेगम गांव में एक मकान जमींदोज हो गया। गनीमत रही कि इन घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ।

फरीदपुर के गांव बिशीपुर निवासी युवा किसान सुमित (20) की बहगुल नदी में डूबने से मौत हो गई। इसी तहसील क्षेत्र के बड़रा कासिमपुर गांव के अतुल (14) भी नहाने के दौरान पुलिया में डूब गए। इससे उनकी जान चली गई। जेड़ गांव के रविंद्र (38) तालाब में मछली पकड़ने गए थे। इस दौरान डूबकर उनकी मौत हो गई। इसके अलावा फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के गांव खनी नवादा में गड्ढे में भरे पानी में डूबकर विकास (15) की मौत हो गई।

राहुल गांधी आज रायबरेली में कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकात
लखनऊ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज सुबह 10ः15 बजे रायबरेली में शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के परिजनों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा भुएमऊ गेस्ट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रतिनिधिनमंडल से चर्चा करेंगे।

राहुल के रायबरेली दौरे का कार्यक्रम कांग्रेस ने एक्स हैंडल पर साझा किया है। उल्लेखनीय है कि कैप्टन अंशुमान सिंह 19 जुलाई 2023 को सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गए थे। शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह को कीर्ति च्रक से सम्मानित किया गया था। लोकसभा में नेता विपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी का आम चुनाव में जीत के बाद अपने संसदीय क्षेत्र का यह दूसरा दौरा होगा।
फरार चल रहे अपराधी की आत्म समर्पण से पहले संदिग्ध मौत ,आत्म समर्पण से पहले पत्नी को फोन पर बोला जेल नहीं जाऊंगा
लखनऊ।राजधानी के पश्चिम जोन की कमिशनरेट पुलिस के थाना बाजार खाला क्षेत्र से एक सनसनी खेज मामला सामने आया है। जहां  एक  अधेड़ उम्र के अपराधी जो की हत्या के जुर्म में फरार चल रहा था उसने कोर्ट में सोमवार को आत्म समर्पण की बात कहकर कोर्ट और स्थानीय थाना पुलिस को पहले ही अलर्ट कर  दिया था। लेकिन बाजार खाला थाना क्षेत्र में ही फरार अपराधी का शव फन्दे से लटकता मिलने की सूचना पाकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है।

पुलिस के अनुसार मृतक मकसूद(50)  पुत्र सरदार अहमद निवासी हबीब नगर ए थाना बाजार खाला लखनऊ का निवासी था। सोमवार को उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की बात कही थी जिसके चलते कोर्ट और थाना क्षेत्र में पुलिस ने अलर्ट कर रखा था। लेकिन मृतक ने ऐशबाग कब्रिस्तान में  पेड़ मे रस्सी का फंदा लगाकर आत्म हत्या कर ली। स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी  सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस के अनुसार मृतक हत्या के एक मामले में मुल्जिम था और फरार चल रहा था।

कई दिनों की फरारी से तंग आकर उसने कोर्ट में आत्म समर्पण की जानकारी देकर पुलिस को गुमराह करते हुए कोर्ट नहीं पहुंचा। इसी बीच जब उसकी पत्नी कोर्ट में उसकी पत्नी पहले पहुंच गई और बहुत देर होने पर जब वह कोर्ट नहीं पहुंचा तो उसे अपने पति की चिंतता होने लगी। इसी बीच दोपहर के समय उसके फोन पर उसके पति मकसूद ने फोन कर कहा की उसे कोई  गिरफ्त नहीं कर सकता और न ही जेल में डाल सकता है।वह कई दिनों से वह फरार चल रहा था।उसने मरने से पहले अपनी पत्नी को फोन कर  बताया की मै जेल नहीं जाऊंगा ऐशबाग काबिरिस्तान में फांसी लगा कर आत्महत्या कर रहा हूँ।

जिसके बाद मृतक की पत्नी ने अपने देवर को मामले की सूचना दी। सूचना पाकर परिजन उसकी तलाश करते हुए मौके पर पहुंचे तो  देखा की मृतक का शव पेड़ से लटक  रहा था।उसके भाई वा अन्य लोगों ने उसके भाई को फन्दे से नीचे उतारा। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव लब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है।
मकान के विवाद में चाचा से झगड़कर भतीजे ने लगाई फांसी, मृतक के परिजनों ने चाचा पर हत्या का लगाया आरोप

लखनऊ।  ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में सोमवार को मकान के विवाद में चाचा से झगड़कर भतीजे ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। परिवार के लोगों ने चाचा पर हत्या का आरोप लगाया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि पुलिस दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है।

पुलिस उपायुक्त पश्चिमी डा. दुर्गेश कुमार ने बताया कि मरी माता मंदिर बरौरा के पास रहने वाला राम भरोसे मौर्या ने सोमवार को कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन की। इस पर मृतक के परिजनों ने बताया कि राम भरोसे के चाचा राम सेवक मौर्या से मकान को लेकर विवाद चल रहा था। मामला न्यायालय में विचाराधीन है और दोनों एक ही मकान में रहते हैं। सोमवार सुबह मकान को लेकर एक बार फिर दोनों विवाद हो गया। मारपीट में रामसेवक की पत्नी और बेटे जितेन्द्र एवं दूसरे पक्ष से रामभरोसे की पत्नी को चोटे आई हैं।

इसी घटना के बाद रामभरोसे ने कमरे में जाकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। घरवालों ने चाचा पर हत्या का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजकर फॉरेंसिक जांच कर घटनास्थल से साक्ष्य को जुटाया। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि परिवार की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।